रांची का नाम रांची क्यों पड़ा? - raanchee ka naam raanchee kyon pada?

यह शहर झारखण्ड के आंदोलनकार्ताओ का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा है |अभी यह राँची शहर तेजी से उभरता हआ एक शहर है | जो कि यहाँ के आदिवासी अपना स्थानीय धर्म सरना का पालन करता है | यहाँ पर बहत ही परम्परिक तौर से अपनी संस्कृति को दर्शाती है | जैसे नागपरी, मुंडारी,करमाली और उरांव जाती की प्रमुख भाषाएं है | भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राँची सिटी को स्मार्ट सिटी मे परिवर्तन के लिए प्रोजेक्ट किया है | रॉची शहर कि कुल वास्तविक जनसंख्या लगभग 2914253 है, इनमें से पुरुष कि जनसंख्या 1494937 है |और महिला की जनसंख्या 1419316 है! और राँची शाहर का जनसंख्या मे वृद्धि दर 23.98% है | और यहाँ का साक्षरता दर लगभग 87.68% है | जिसमे परुष साक्षरता दर 84.26% है | और महिला साक्षरता दर 67.44% है|

राँची जिला कब बना

रॉँची जिला का गठन वास्तव मे 1899 मे किया गया था!

राँची जिला का चाँहदी 

पूरब दिशा मे – सरायकेला खरसावां, पशिम बंगल राज्य और पुरुलिया,

पश्चिम दिशा मे – लातेहार, लोहरदगा, और गुमला जिला,

उत्तर दिशा मे- रामगढ़, हज़ारीबाग और चतरा,

दक्षिण दिशा मे -गुमला, खूंटी, और सरायकेला जिला

कृषि

राँची शहर की अर्थव्यवस्था कृषि पर भी आधारित है, जो यहाँ की मुख्य फसले है :- बाजरा, गेंहँ, दलहन तिलहन, जौ, और सब्जियाँ आदि प्रकार की फसल उगाई जाती है.

राँची क्यों प्रसिद्ध है.

झारखण्ड का तीसरा सबसे बड़ा शहर राँची है, जो कि झारखण्ड राज्य की राजधनी भी है! इस राँची शहर मे विभिन्‍न प्रकार की फूलों तथा प्रकति का सौंदर्य देखने को मिलता है! राँची सिटी समुद्र तल से करीब 654 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है. और इसका भौगोलिक क्षेत्रफल करीब 5097 वर्गकिलोमीटर है. राँची सिटी का खास बात यह की यहाँ पर बहुत ही अच्छे -अच्छे पर्यटन स्थल है, जो कि पिकनिक मनाने के लिए बहुत ही शानदार जगह है!और गर्मी के मौसम मे छुट्टी बिताने के लिए भी बहत अच्छा जगह है! यहाँ पर कई ऐसे औधोगिक जगह भी है. जैसे :- हेवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन (Heavy engineering corporation limited) मेकन लिमिटेड (Mecon limited)आदि तरह कि औधोगिक ,राँची शहर में है.

राँची जिला मे कितना प्रखंड है

आइये अब हमलोग जानेंगे रॉँची जिला मे कितना प्रखंड है, रॉँची जिला मे कुल 18 प्रखंड है! और इस जिला के अंतर्गत 2 अनुमण्डल आता है!

1 रॉची अनुमंडल

2. बंद अनुमंडल

राँची अनुमंडल के अंतर्गत 14 प्रखंड आते है जो इस प्रकार से है :-

1 राँची – अनगाड़ा

2 राँची – बेड़ो

3 रॉची – बुर्मू

4 रॉची – चांहो

5 राँची – इटकी

6 रांची – कांके

7 राँची – खलारी

8 रॉची – लापूंग

9 रॉची – मंडर

10 रांची – नामकुम

11 राँची – ओरमांझी

12 राँची – रातू

13 राँची – सिल्ली

14 रॉची – नगरी

बुंडू अनुमंडल के अंतर्गत 4 प्रखंड आते है, जो इस प्रकार से है :-

1बुंडू – राहे

2 बुंडू – सोनाहात्‌

3 बुंडू – बुंडू

4 बुंडू – तमाड़

राँची जिला मे कितना पंचायत है

आइये हमलोग जानेंगे राँची जिला मेकुल कितना पंचायत है और कितना गांव है, राँची जिला मे कुल 305 पंचायत

है और कुल 1420 गांव है!

राँची जिला मे कितना विधानसभा है 

झारखण्ड की राजधनी राँची मे 6 विधानसभा सीट है.

1 खिजरी विधानसभा

2 सिल्‍ली विधानसभा

3 रांची विधानसभा

4 हटिया विधानसभा

5 कांके विधानसभा

6 मंडर विधानसभा

रांची स्वास्थ सेवा 

बीमारी से दूर रहने के लिए इंसान को हॉस्पिटल या डॉक्टर की जरुरत होता है! इसी तरह राँची जैसे शहर मे बहुत ही नमी धमी हॉस्पिटल राजेंद्र आयर्विज्ञान संस्थान राँची (RIMS) उपलब्ध है जो की झारखण्ड सरकार इस हॉस्पिंटल को संचालन करता है! यह हॉस्पिटल इस जिला का सबसे बड़ा हॉस्पिटल मना जाता है! क्योंकि ये राजेंद्र आयविज्ञान संस्थान राँची हॉस्पिटल मे हरेक तरह के स्पेलिस्ट डॉक्टर 24 घंटे उपलब्ध रहते है! जो कि राँची वासियों के लिए हर तरह की बीमारी का इलाज किया जाता है! और पूरे झारखण्ड वासियों को भी इलाज का सुविधा प्रदान करता है! इनके अलावे राँची सिटी में कई छोटे – बड़े हॉस्पिटल है! जिनमे से कुछ निजी हॉस्पिटल भी है.गूलमोहर अस्पताल, कश्यप आई हॉस्पिटल, और सदर अस्पताल राँची आदि

रांची शिक्षण संस्थान

झारखण्ड राज्य शिक्षा के मामले मे राॉँची शहर बहुत ही अब्बल स्थान का दर्जा मिला है!इस तरह से राँची विश्वविधालय, राँची का मुख्य संचालन केन्द्र राँची मे ही है! इस विश्वविधालय के अंतर्गत कई कॉलेजस अंगीकत है! राँची विश्वविद्यालय राँची का स्थापना 12 जलाई 1960 को राँची जैसे सिटी मे स्थापित किया गया था. यह विश्वविद्यालय एफिलिएशन विश्वविधालय अनुदान आयोग(University Grant Commission), अमेरिकन इंटरकंटिनेट यूनिवर्सिटी (AIU), से मान्यता प्राप्त संस्थान है!यह एक अंतराष्ट्रीय फायदेमंद विश्वविधालय के अंतर्गत आता है! और साथ मे राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (National Assessment and Accreditation Council)ये एक ऐसा संगठन है जो भारत मे उच्च शिक्षा संस्थानों को आकलन और मान्यता देता है! इस राँची सिटी मे राँची विश्वविधालय के अलावे और कई कॉलेजस है! जैसे :- संत ज़ेवियर कॉलेज, डोरंडा कॉलेज, गोस्सनर कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, निर्मला कॉलेज, B.I.T मेसरा, C.I.T आदि कॉलेजस राँची सिटी मे स्थित है!

रांची पर्यटन स्थल 

जैव विविधता पार्क राँची (Biodiversity Park Ranchi) पार्क एक ऐसा जगह है जो खूबसूरती का नज़ारा पेस करता है, इन्ही मे से एक है जैव विविधता पार्क राँची जो कि राँची शहर के मुख्यलाय से लगभग 20 किलोमीटर की दुरी लालखाटंगा जगह मे है!जो कि 542 हेक्टेयर मे यह पार्क फैला है! इस पार्क के चारों तरफ हरियाली ही नज़र आयेगी, राँची लालखाटंगा मे स्तिथ यह पार्क पिकनिक और घूमने केलिए सुंदर जगह मना जाता है! इस पार्क के चारों तरफ एक से बढ़कर एक सौंदर्य चित्र का नज़ारा ही देखने को मिलेगा, इस पार्क में फारेस्ट डिपार्टमेंट के देशी – विदेशी बांस की 24 प्रकार की प्रजातियाँ पाई जाती है! पार्क के अंदर जाने के बाद 105 तरह की प्रजातियाँ और 38 परिवारों के वनस्पत्ती मौजूद है!

बिरसा भगवान जैविक उधान रांची 

, इस पार्क के अंदर में कई तरह के जानवर तथा पंछी पाए जाते है! बिरसा जैविक उद्यान की स्थापना 26 जनवरी 1994 को किया गया था! यह पार्क बहुत ही आकर्षण का केन्द्र है, जो कि आज भी इस पार्क मे पंछी, जानवर, और घड़ियाल नज़र आएंगे! यह पार्क राँची मैन सिटी से लगभग 45 किलोमीटर की दुरी और राँची -हज़ारीबाग रोड के ओरमांझी जगह मे स्तिथ है! इस पार्क मे रहने वाले कछ जानवरो को मेकॉन तथा CCL ने गोद लिया है! इस पार्क मे शुतुरमुर्ग, ब्लैक भालू, लेपर्ड कैट, तैंदुवा, बिल्ली ,और गाड़ियाल के बच्चे देखेंगे!

पार्क मे वोटिंग की सुविधा

भगवान बिरसा जैविक उद्यान मे बैटरी रिक्शा के साथ वोटिंग का आनंद भी ले सकते है! वोटिंग का किराया –

4 व्यक्ति – 30 ₹

4 व्यक्ति – 50 ₹ (टू सिटर पैडल )

पार्क खुलने का समय :

सुबह 9:00 बजे शाम 4:30 तक 

सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 तक

आवकाश :- सप्ताह के प्रत्येक सोमवार को

ऑक्सीजन पार्क रांची 

यह ऑक्सीजन पार्क राँची शहर से करीब 9 किलोमीटर दुरी पर स्तिथ है! इस पार्क को अमर शहीद नीलाम्बर पीताम्बर का पार्क भी कहा जाता है! राँची शहर के राजधनी मे बना यह पार्क करीब 75 एकड़ मे फैला है! यह पार्क मोराबादी मे बना है! इस पार्क का खासियत है कि ऑक्सीजन को दूषित होने से बचाता है! और अड़ोस-पड़ोस के लोगो को शुद्ध वायु का स्वच्छ वातावरण मिलता है! इस पार्क मे जॉगिंग ट्रैक, चिल्ड्रेन पाक, ओपन जिम, औरवॉलीबाल का सुविधा भी है! इस पार्क मे बहुत सारे लोग मॉर्निंग वॉक के लिए भी आते है!

रॉक गार्डन रांची

रॉक गार्डन राँची पार्क झारखण्ड के राजधनी राँची के अल्बर्ट एक्का चौक से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी मे स्तिथ है! राँची के रॉक गार्डन का नाम पार्क के मामले मे दूसरा स्थान मे आता है रॉक गार्डन पार्क गोण्डा के चटटनो से बनाया गया है! इस पार्क के अंदर लोहे के छड़ी का पुल बनाया गया है! रॉक गार्डन पार्क राँची सिटी मे घुमने के लिए बहुत ही चर्चित जगह है!

दसम वाटरफाल्स रांची

यह दसम वाटरफाल्स रॉची मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है! दसम वाटरफाल्स का पानी 144 फिट की ऊंचाई से नीचे झरने रूप मे गिरने लगती है, जो झरना का रूप लेता है! झरने का पानी बिचलित होने पर उस दृश्य का नज़र बहुत ही सुंदर दिखता है!

हुंडरु जलप्रपात 

हुंडरु जलप्रपात राँची सिटी से करीब 49 किलोमीटर की दुरी मे है! यह जलप्रपात 98 मीटर (322 फीट) की ऊंचाई से पानी झरने के रूप मे गिरती है! यह जलप्रपात भारत का 34वाँ सबसे उच्चा वाटरफाल्स मे से एक है! जब झरने का पानी ऊपर से नीचे की और गिरता है तो बहत अच्छे दृश्य का नज़र आता है! इस स्थल पर पिकनिक मनाने के लिए बहूत ही अच्छा जगह है!

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रांची का नाम रांची क्यों पड़ा? - raanchee ka naam raanchee kyon pada?

बिरसा मुंडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 

आइये हमलोग बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के बारे मे जानेंगे, बिरसा मंंडा एयरपोर्ट राँची के हिन मोहहले मे स्तिथ है!ये राँची सिटी के मुख्य जगह से करीब 7 किलोमीटर दूर है! बीर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट राँची मे लगभग 794 एकड़ जमीन मे विस्तृत किया गया है! यह भारत के 25 वां व्यस्त हवाई पतन मे शामिल है!यहाँ से विभिन्‍न प्रकार कि एयरलाइन्स कि स॒विधा है! जैसे :- जेटलाइट, जेटकनेक्ट गोएयर, एयरइंडिया एक्सप्रेस आदि! राँची एयरपोर्ट से प्रसारित कि जाती है! राँची एयरपोर्ट से एयरलाइन ब्रांडस सबसे अधिक प्रसारित होती है!

रांची का पुराना नाम क्या है?

पहले, रांची जिले का नाम लोहरदगा था। यह पुराना जिला 1831-32 में गैर-विनियमन दक्षिण – पश्चिम सीमा के गठन के बाद अस्तित्व में आया। वर्ष 1899 में, जिले का नाम लोहरदगा से बदलकर रांची कर दिया गया।

रांची नाम कैसे पड़ा?

ऐसी मान्यता है की रांची का नाम मुंडारी के "अरंची से" पड़ा। दरअसल, 'अरंची' मुंडारी भाषा में 'हल जोतने' के सामान को कहते हैं जबकि यह भी कहा जाता है कि 'रिंची' नामक पक्षी से रांची का नाम पड़ा

रांची कब जिला बना?

वास्तव में रांची जिला 1899 में अस्तित्व में आया था। 1902 में गुमला ने रांची जिले में उप-विभाजन बना दिया था।

रांची की फेमस चीज क्या है?

रांची के 10 प्रमुख पर्यटन स्थल ..
टैगोर हिल ( Tagore Hill ) यह शहर के अल्बट एक्का चौक से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसे शहर के लोकप्रिय पयर्टन स्थलों में एक माना जाता है । ... .
जगन्नाथ मंदिर ... .
धुर्वा डैम ( Dhurwa Dam ) ... .
रॉक गार्डन ( rock garden ) ... .
कांके डैम ( Kanke Dam ) ... .
पहाड़ी मंदिर ( Pahadi Temple ).