रक्त बैंक से आप क्या समझते हैं? - rakt baink se aap kya samajhate hain?

विषयसूची

  • 1 ब्लड बैंक से आप क्या समझते हैं?
  • 2 ब्लड बैंक क्या होता है लोगों का उसके प्रति क्या कर्तव्य है?
  • 3 रक्तदान से क्या क्या लाभ है?
  • 4 रक्तदान करने से क्या फायदा होता है?

ब्लड बैंक से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंब्लड बैंक एक ऐसा ही स्थान है जहाँ पहले से ही अलग अलग व्यक्तियों द्वारा अलग अलग ब्लड ग्रुप का रक्त संगृहित किया जाता है. जिससे ज़रूरतमंद लोगों को सही समय आने पर रक्त दिया जा सके. जैसे ही कोई इमरजेंसी होती है वैसे ही ब्लड बैंक से यह ब्लड मंगवाया जाता है और रोगी को स्थानांतरित कर दिया जाता है।

ब्लड बैंक क्या होता है लोगों का उसके प्रति क्या कर्तव्य है?

इसे सुनेंरोकेंराजनाथ कहा कि आप लोग जो ब्लड दे रहे है वह तो आप को तुरन्त बन जायेगा मगर इस तरह नियमित ब्लड डोनेट करते रहने पर कई तरह कि बीमारियों से भी बचाव होता है। 18 वर्ष से 65 वर्ष का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है।

रक्त दान का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंदूसरे, जो व्यक्ति नियमित रक्तदान करते हैं उन्हें हृदय सम्बन्धी बीमारियां कम परेशान करती हैं. तीसरी अहम बात यह है कि हमारे रक्त की संरचना ऐसी है कि उसमें समाहित रेड ब्लड सेल (Red Blood Cell) तीन माह में स्वयं ही मर जाते हैं, लिहाजा प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है.

रक्तदान से क्या क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंकैंसर का जोखिम कम- नियमित अंतराल पर रक्तदान से आप अपने शरीर को आयरन की अधिकता से बचा सकते हैं. यह कुछ निश्चित प्रकार के कैंसर के खतरे को भी कम करता है. अच्छी सेहत- नियमित रूप से रक्तदान शरीर की कोशिकाओं को प्रोत्साहित करता है, जिससे शरीर की फिटनेस सुधरती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.

इसे सुनेंरोकेंब्लड बैंक एक ऐसा ही स्थान है जहाँ पहले से ही अलग अलग व्यक्तियों द्वारा अलग अलग ब्लड ग्रुप का रक्त संगृहित किया जाता है. जिससे ज़रूरतमंद लोगों को सही समय आने पर रक्त दिया जा सके. आजकल बड़े अस्पतालों में सभी काम ऑटोमेटिक मशीनों से किये जाते है।

इसे सुनेंरोकेंब्लड बैंक में रक्तदान करने से रक्त को बहुत लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। किसी भी दुर्घटना के समय यदि किसी रोगी को अपेक्षित रख से मुंह का खून नहीं मिल पाता तो ब्लड बैंक के जरिए उसे खून उपलब्ध कराया जा सकता है। ब्लड बैंक से मिले खून से रोगी की जान बचा में सहायता मिलती है।

रक्तदान करने से क्या फायदा होता है?

इसे सुनेंरोकेंरक्तदान करने से वज़न कैलोरी बर्न होती है, जिससे वज़न कम होता है। लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर कुछ महीने में बराबर हो जाता है। साथ में अगर आप हेल्दी डाइट और वर्कआउट करते हैं, तो इससे वज़न कंट्रोल में रहेगा। ब्लड डोनेट करने से आपके दिल की सेहत भी अच्छी रहती है।

ब्लड बैंक क्यों बनाए जाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंब्लड बैंक को अस्पताल में बनाने का उद्देश्य यह है कि मरीज़ को रक्त की आवश्यकता होने पर रक्त की आपूर्ति कराई जा सके। हर मनुष्य का रक्त एक सा नहीं होता। रक्त को चार वर्गों में विभाजित किया जाता है। इसी रक्त विभाजन के आधार पर हर व्यक्ति को अलग-अलग रक्त-समूह चढ़ाया जाता है।

मित्रों अक्सर हम देखते हैं कि  जब भी कोई इमरजेंसी केस हॉस्पिटल्स में आते है तब अचानक खून की मांग बढ़ जाती है और विशेषज्ञों द्वारा मरीज़ के परिजनों से खून का इंतजाम करने के लिए कहा जाता है । यह खून की बोतल दरअसल अस्पतालों में मौजूद ब्लड बैंक से लायी जाती है।

क्या आप जानते हैं कि ब्लड बैंक में वास्तव में क्या होता है ?

रक्त को एक से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित करने की विधि, जीवित कोशिकाओं को एक से दूसरे मनुष्य में डालने के समान है. रक्तदान करते समय दान करने वाले स्वस्थ मनुष्य के शरीर से रोगी के शरीर में रक्त डाला जाता है. यह सुनने में बहुत साधारण सा लगता है किन्तु इस प्रक्रिया में कई सावधानियां रखनी पड़ती हैं. ब्लड बैंक एक ऐसा ही स्थान है जहाँ पहले से ही अलग अलग व्यक्तियों द्वारा अलग अलग ब्लड ग्रुप का रक्त संगृहित किया जाता है. जिससे ज़रूरतमंद लोगों को सही समय आने पर रक्त दिया जा सके.

आजकल बड़े अस्पतालों में सभी काम ऑटोमेटिक मशीनों से किये जाते है। जब भी खून संगृहीत करने की प्रक्रिया शुरू होती है तो मशीन खुद खून को उसके ग्रुप के हिसाब से या कोई बीमारी के हिसाब से अलग कर देती है। जैसे ही कोई इमरजेंसी होती है वैसे ही ब्लड बैंक से यह ब्लड मंगवाया जाता है और रोगी को स्थानांतरित कर दिया जाता है।

आजकल एक अच्छे ब्लड बैंक में यह सब खूबियाँ होती हैं-

१.भरपूर जगह

२.आवश्यक उपकरण और रासायनिक द्रव्य

३.प्रशिक्षित स्टाफ

एक अच्छे ब्लड बैंक के लिए १००० स्क्वायर फीट जगह मानक मानी गयी है जिसे ७ कमरों में बांटा जाता है.

१.रिसेप्शन रूम-

इसे डोनर रूम भी कहते हैं. इसमें रक्तदान करने वाले लोगों को बैठाया जाता है. यह कम से कम १२ स्क्वायर फीट का होना चाहिए. इसमें डोनर का वजन और हेमोग्लोबिन नापा जाता है. अगर उस व्यक्ति को कभी मलेरिया या पीलिया हुआ है तो वह रिकॉर्ड किया जाता है. अगर डोनर को स्वस्थ घोषित कर दिया गया है तब उसके  लिए डोनर कार्ड बनाया जाता है जिसमे उसकी पूरी जानकारी होती है. उसके बाद उसे दूसरे कमरे में भेज दिया जाता है.

२.ब्लीडिंग रूम –

यह कम से कम १५ स्क्वायर फीट का होता है. जिसमें इन्फेशन से बचाने के लिए ज्यादा लोगों को आने जाने नहीं दिया जाता है. इसमें दो बिस्तर होते हैं और यह अधिकतर एयर कंडीशंड होता है.

३.डोनर विश्राम कक्ष-

रक्तदान के बाद व्यक्ति को १५-३० मिनट तक इस कक्ष में बैठाया जाता है और उसे कुछ खाने पीने के लिए दिया जाता है. यह १० स्क्वायर फीट का एक कमरा होता है जिसमें दाता को रक्तदान के बाद कोई परेशानी तो नहीं हुई, यह देखने के लिए रखते हैं.

४.लैबोरटरी-

इसके दो भाग होते हैं ; पहले में ब्लड सीरम की जांच होती है और दूसरे में रक्त में मलेरिया, हेपेटाईटीस बी और अन्य बीमारियों की जांच करी जाती है.आजकल एक अलग सेक्शन भी होता है जिसमें रक्त में से प्लेटलेट और लयूकोसाईट अलग अलग निकालकर रखे जाते हैं.

५.क्लीनिंग और sterilization रूम-

यहाँ पर कांच के उपकरण साफ़ किये जाते हैं और अन्य उपकरणों को साफ़ किया जाता है. यहाँ पर आई.वी सेट , नीडल और सिरिंज रखे जाते हैं. यह १२ स्क्वायर फीट का होता है.

६.स्टोर –

यह कम से कम १० स्क्वायर फीट का होता है. यहाँ पर ब्लड बैग रखे जाते हैं और रक्त को इकठ्ठा करके ठण्ड में रखा जाता है.

७.ऑफिस-

यह कम से कम १० स्क्वायर फीट का होता है और यहाँ पर कर्मचारी और ऑफिसर्स रहते हैं.

ब्लड बैंक की कार्यप्रणाली –

  • जब किसी व्यक्ति को खून की जरुरत होती है, तब सबसे पहले यह देखा जाता है की उस व्यक्ति का ब्लड ग्रुप क्या है, और कितने खून की जरुरत हो सकती है। इस आधार पर डॉक्टर्स ब्लड बैंक से संपर्क करते है और ब्लड मंगवा लेते है।
  • जिनका वजन 45 से 55 किलोग्राम के आस पास है, ऐसे लोगों के शरीर में से एक बार में 350 मिली लीटर से 450 मिली लीटर ( एक यूनिट) खून लिया जा सकता है।
  • जब भी ब्लड बैंक में खून लाया जाता है तब वो अलग अलग तरह की प्रोसेस से होकर निकलता है। उस प्रोसेस में यह पता चल जाता है की ब्लड किस प्रकार का है, और खुद कंप्यूटर ही ब्लड के आधार पर उसे अलग अलग कर देता है।
  • यह एक बोतल या पाउच में पैक हो जाता है जिस पर लेबल लगाया जाता है। और ग्रुप के आधार पर रख दिया जाता है। ताकि इमरजेंसी के दौरान आपको ब्लड ढूँढना न पड़े।
  • अगर टेस्ट के दौरान कोई भी ऐसी बीमारी का पता चलता है जो खून से फैलती है तो खून को नहीं स्टोर किया जाता है।

ब्लड डोनेशन के बाद ध्यान रखने वाली जरुरी बातें-

  • ब्लड डोनेशन के तुरंत बाद थोड़ी देर लेट लेना चाहिये.
  • अक्सर डोनेशन के बाद डॉक्टर्स आपको चाय और बिस्किट्स देते है उन्हें खा लेना चाहिये.
  • ज्यादा से ज्यादा पानी, जूस पीना चाहिये.
  • ब्लड डोनेशन के तुरंत बाद सावधानी के लिए आपको गाड़ी नहीं चलानी चाहिये.
  • ब्लड डोनेशन के 4 घंटों के बाद तक धूम्रपान नहीं करना चाहिये.
  • शरीर पर जिन खेलों से ज्यादा भार पड़ता हो, जैसे क्रिकेट, कसरत आदि अति फुर्ती वाले खेलों से दूर रहना चाहिये.
  • जहाँ से खून निकाला गया हो वहाँ दबा के रखना चाहिये.
  • जिसे उसके बाद भी कमजोरी आ रही हो तो तकिये पर पैर रखकर सोना चाहिये.
  • फिर भी यदि कोई और समस्या सामने आ जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके परामर्श लें.

तो मित्रों यदि आपके आस पास भी किसी को रक्त की आवश्यकता है तो निःसंकोच रक्तदान करें. इससे स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य को कोई हानि नहीं होती. आजकल यह पूरी तरह से आधुनिक, सुरक्षित और आसान है !!!

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सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः  

सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत् 

शेष अगली पोस्ट में…..

प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा में, 

आपका अपना,

डॉ.स्वास्तिक 

चिकित्सा अधिकारी

( आयुष विभाग , उत्तराखंड शासन )

(निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, जन स्वास्थ्य के लिए सुझावों तथा अन्य मुद्दों के लिए लेखक से  पर संपर्क किया जा सकता है )

ब्लड बैंक से आप क्या समझते हैं?

ब्लड बैंक किसे कहते हैं? - Quora. जहाँ पर दान किया हुआ रक्त रखा जाता है और और जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध करवाता है वही ब्लड बैंक होता है। क्या ब्लड बैंक पैसे लेकर ब्लड बेचते हैं ? और अगर हां तो क्या ये सही है ?

ब्लड बैंक क्या है class 7?

Solution : ब्लड-बैंक आपात स्थिति में खून की आवश्यकता की पूर्ति के लिए बनाये जाते हैं।

ब्लड बैंक का क्या उद्देश्य है?

इसमें स्वैच्छिक रक्तदाता अपने जन्मदिनए वर्षगांठ आदि पर विभिन्न समूहों में रक्त दान करने के लिए ब्लड बैंक में आते हैं।

रक्तदान का क्या महत्व है?

18 से अधिक आयु के लोग जिनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक है वह रक्तदान कर सकते हैं। नियमित अंतराल यानी तीन महीने बाद रक्तदान करते रहने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को हृदयाघात की संभावना नहीं रहती। नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियाें का खतरा भी कम हो जाता है।