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रामेश्वर मंदिर में रावण की हत्या के बाद विभीषण का तिलक कर रहा था इस मंदिर में सीता राम और लक्ष्मण की मूर्तियां हैं rameshwar mandir me ravan ki hatya ke baad vibhishan ka tilak kar raha tha is mandir me sita ram aur lakshman ki murtiya hain रामेश्वर मंदिर में रावण की हत्या के बाद विभीषण का तिलक कर रहा था इस मंदिर में सीता राम और 2 122Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! rameshwaram yatra दोस्तों आज के इस लेख हम बात करने बाले है भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित देवो के देव यानि की महादेव के 12 शिवलिंग में से एक रामेश्वरम धाम की यात्रा के बारे में इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना रामायण काल के दौरान हनुमान जी के द्वारा किया गया था तथा आज के समय में यह चार धामों में से एक धाम रामेश्वर धाम भी है। रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग फोटो रामेश्वर का मंदिर अपनी कौन सी अद्भुत कला के लिए प्रसिद्ध है हिन्दू तीर्थ यात्रा में सबसे प्रसिद्द धामों में से एक रामेश्वरम तीर्थ यात्रा का सम्पूर्ण वर्णन आगे इस लेख माध्यम से आप जान पाएंगे जैसे की -रामेश्वरम कैसे पहुंचे, रामेश्वरम में भगवान शिव के दर्शन तथा पूजा अर्चना कैसे की जाती है, रामेश्वरम में रुकने तथा खाने पीने की क्या व्यवस्था , और अंत में यह भी बताऊंगा कि रामेश्वरम तीर्थ यात्रा का खर्च कितना लग सकता है । आपको इन सभी सवालों के जवाब अंत तक मिल जाएंगे इसलिए आपसे अनुरोध है इसे पूरा पढ़ें। आगे बढ़ने से पहले हम जान लेते हैं कि आखिर रामेश्वरम तीर्थ नगरी तक पहुंचा कैसे जाएं और उसके लिए साधन क्या-क्या हो सकते हैं- Table of Contents
रामेश्वरम कैसे पहुंचे ?दोस्तों रामेश्वरम देश के प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई ,चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता अहमदाबाद जैसे शहरों से रेल मार्ग ,वायु मार्ग , या फिर रोडवेज से च्छी तरह से जुड़ा हुआ। बया ट्रैनपहले जानते हैं ट्रेन से रामेश्वरम कैसे पहुंचे
बया हवाई जहाज
रामेश्वरम दर्शन कैसे करे
रामेश्वर का मंदिर अपनी अद्भुत कला के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि भारत का सबसे लंबा कॉरिडोर रामेश्वरम मंदिर में ही है यहां के गलियारे यहां के कोरिडोर आपको बेहद खूबसूरत लगेंगे और दूसरी बात की मंदिर की सुंदर नक्काशी आपका दिल जीत लेगी। जब अब मंदिर परिसर से प्रवेश करेंगे तो मंदिर का आर्किटेक्चर देखकर सोचने पर मजबूर कर देता है की उस समय पर बिना विज्ञानं के कैसे इस महलो का निर्माण किया जाता रहा होगा जो आज के आधुनिक समय की मशीनों को करने में बहुत वक्त लग जाता है। रामेश्वरम तीर्थ मंदिर के आसपास कई और देवी-देवताओं की प्रसिद्ध मंदिर भी हैं जिसमें से हनुमान जी , पार्वती माता , और अम्ब्रिका माता मंदिर यहाँ भी जाकर दर्शन करिये ।
रामेश्वर में रुकने तथा खाने-पीने की क्या व्यवस्था है ?रामेश्वर में ठहरने के लिए आपके पास तीन ऑप्शन है
चलिए अब हम आगे बात कर लेते हैं वहां खाने की व्यवस्था होगी- रामेश्वरम में खाने पीने की व्यवस्था हैं ?इसके लिए भी आपके पास दो ऑप्शन है –
रामेश्वरम तीर्थ यात्रा करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है ?वैसे तो रामेश्वरम तीर्थ यात्रा करने के लिए कोई समय की पाबंदी नहीं है अब कभी भी यहां दर्शन करने के लिए जा सकते हैं लेकिन गर्मियों के मौसम में यहां जाने से थोड़ा बचें कारण यह है कि दक्षिण भारत में काफी ज्यादा गर्मी पड़ती है जिसकी वजह से अगर आप मध्य भारत में निवास करते हैं तो वहां की झुलझाती धुप नहीं झेल पाएंगे। इसलिए रामेश्वरम घूमने का जो बेस्ट समय होता है वह नवंबर से लेकर मार्च तक का होता है यदि आप मानसून के मौसम में जाते हैं तो वह समय भी अच्छा होता है परंतु उस समय केवल आप रामेश्वर मंदिर में ही दर्शन कर पाएंगे आसपास में घूमने की जगह क्यों मौजूद है उनके दर्शन में बारिश थोड़ा दिक्कतों का सबब बन सकते हैं। यह भी पढ़ें:- बद्रीनाथ यात्रा की पूरी जानकारी रामेश्वरम यात्रा करने के लिए कितने दिन का ट्रिप बनाएं ?दक्षिण भारत के इस शिवलिंग यानि की रामेश्वरम यात्रा के लिए 2 दिन का समय निकालकर जरूर जाएं । क्योंकि जिस दिन आप वहां पहुंचेंगे उस दिन तो आपको रामेश्वर मंदिर में दर्शन करते ही लग जाएगा और अगली सुबह इसके आसपास के प्रसिद्ध स्थानों को देखने के निकले खासकर के धनुष्कोड़ी यानी कि रामसेतु के पास घूमने के लिए जाएं और इसके बाद आप अपने घर के लिए रवानगी ले लीजिए। रामेश्वरम के आसपास घूमने की जगहजब भी आप रामेश्वर तीर्थ यात्रा के लिए निकले भगवान शिव के दर्शन करने के बाद वहां और भी कुछ धार्मिक ऐतिहासिक जगह मौजूद है जिन्हें देखने के लिए जरूर जाएं और वह प्रमुख जगहें इस प्रकार है- 1. पंचमुखी मंदिरपंचमुखी मंदिर की खास बात यह है कि यहां हनुमान जी की प्रतिमा में पांच मुख है जिन्हें इसीलिए इस मंदिर का नाम पंचमुखी पड़ा और इस तरह की प्रतिमाएं भारत में विशेष स्थानों पर ही मौजूद हैं एक बार हनुमान जी के दर्शन के लिए यहां जरूर जाएं और अपने रामेश्वरम यात्रा आने की हाजिरी लगवाएं। 2. साक्षी हनुमान मंदिरयह मंदिर रामेश्वरम धाम से लगभग 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जो भगवान हनुमान को समर्पित है आप यहां भी जाइएऔर दर्शन कीजिए और यहां के आसपास की व्यूप्वाइंट को यादों के तौर पर अपने कैमरे में कैद करें। 3. अब्दुल कलाम स्मारकयह छतरी भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की समाधि स्थली है जिसे पर्यटन स्थल के तौर पर बेहतरीन तरीके से बनाया गया है चाहे तो एक बार विजिट कर सकते हैं इसके आसपास के प्राकृतिक नजारा काफी ज्यादा शानदार है जो दर्शनीय है। 4. धनुष्कोड़ी रामसेतुदोस्तों धनुष्कोड़ी वही स्थान है जहां पर भगवान राम की वानर सेना ने पत्थरों में राम लिखकर समंदर में सेतु का निर्माण किया था तो यहां भी जाइए समंदर के दर्शन कीजिए और आसपास के खूबसूरत समुद्री लहरों के साथ फोटोग्राफी करवाएं। इसके बाद यहां से आपकी रामेश्वर की यात्रा पूरी होती है अब आप अपने घर के लिए यहां से प्रस्थान कर सकते हैं। 5. Nambu Nayagi Mandirयह मंदिर माता गौरी यानी कि मां पार्वती जी को समर्पित है इस मंदिर के बारे में ऐसी भी मान्यता है कहा जाता है कि जिन लोगों के संतान प्राप्ति नहीं होती यहां आने से उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है इस मंदिर में वह लोग जरूर जाते हैं जिन्हें संतान प्राप्ति को लेकर काफी चिंतित रहते हैं।
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