जिस घी को हेल्दी समझकर आप रोटियों पर लगा रही हैं, कहीं वो नकली तो नहीं? आइए असली घी को पहचानने का तरीका हम आपके साथ शेयर करें। Show
भारतीय किचन में घी के बिना तमाम व्यंजन बन पाना एकदम मुश्किल है। पराठे से लेकर हलवा और न जाने कितनी अनगिनत चीजें हम घी में बनाना पसंद करते हैं। दाल में यदि घी का तड़का लग जाए तो उसका मजा ही दोगुना हो जाता है। चूंकि यह हेल्दी होता है तो नानी-दादी से लेकर हमारी मम्मियां तक रोटी और पराठे में घी को चुपुड़कर हमें परोसा करती हैं। मगर क्या आपके दिमाग में यह ख्याल आया है कि आपका लाया हुआ घी कहीं नकली तो नहीं? नहीं आया होगा, क्योंकि हमें लगता है कि इसमें क्या ही मिलावट की जा सकती है? लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि मिलावट करने वाले लोग इसमें भी मिलावट करते हैं। कई लोग घी में नारियल का तेल या डालडा मिलाते हैं। घी की शुद्धता जांचना कई लोगों को आता भी नहीं, ऐसे में अधिकतर लोग इसी तरह के घी को अपने आहार में इस्तेमाल करते हैं। अगर आप घी की शुद्धता जांचना चाहते हैं। अगर आप चाहते हैं कि घर में मिलावटी घी की पहचान आप भी कर सकें, तो इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ें। हम यहां आपको ऐसे आसान तरीके बताएंगे, जिनकी मदद से आप शुद्ध घी को पहचान सकेंगे। कैसा होता है शुद्ध देसी घी?शुद्ध घी का रंग थोड़ा पीला या सुनहरा होता है। शुद्ध घी कभी भी स्मूथ टेक्सचर में नहीं होता है। उसका एक दानेदार टेक्सचर होता है यह उसके सुनहरे भाग की तुलना में सफेद होता है, जो ऊपर तैरता है। बाजार से लाए हुए घी में खुशबू और प्रीजर्वेटिव्स होते हैं, ताकि उन्हें लंबे समय के लिए स्टोर करके रखा जाया जा सके। वहीं, घर के बने या शुद्ध घी में बहुत ज्यादा खुशबू नहीं होती है। कैसे करें असली और नकली घी की पहचान?बाजार में उपलब्ध घी अलग-अलग तरह का होता है। कई लोगों का मानना होता है कि क्योंकि इसे दूध या मलाई से बनाया जाता है तो असली घी भी सफेद होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। घी पकने के बाद अक्सर सुनहरा रंग का हो जाता है। आप असली घी की पहचान घर में कैसे कर सकते हैं, यहां जानिए। 1. पाम टेस्ट करेंआपकी रसोई में घी शुद्ध आ रहा है या नकली, यह आप बहुत आसान तरीके से जांच सकते हैं। इसके शुद्धता की जांच करने का सरल तरीका है कि आप पाम टेस्ट करें। क्या करें-
2. डबल-बॉयलर टेस्टइस टेस्ट से आप यह पता लगा सकेंगे कि कहीं आपके घी में किसी तरह के तेल (नारियल, बादाम, तिल) आदि की मिलावट तो नहीं है? इस तरह से तेल और घी अलग-अलग हो जाता है और आपको घी की शुद्धता का पता चलता है। क्या करें-
3. कलर चेक करेंयह घी की शुद्धता चेक करने का एक अन्य आसान तरीका है, जिसे आप घर में ट्राई करके देख सकते हैं। इसे आप कलर टेस्ट भी कह सकते हैं। शुद्ध घी के रंग बदलने से आपको असली और नकली घी की पहचान हो जाती है। क्या करें-
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इसके अलावा ऐसे कई तरीके हैं, जिनकी मदद से आप असली और नकली की पहचान आसानी से कर सकते हैं। इन तरीकों को आप भी ट्राई करके अपनी रसोई से नकली घी को निकाल फेंके और घर पर ही आसानी से शुद्ध घी निकालकर उपयोग करें। हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके काम आएगी। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। ऐसे अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ। Image Credit:Freepik क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें। असली घी की जांच कैसे करें?एक पैन को गर्म करें और उसमें 1 बड़ा चम्मच घी डालें। घी पिघलते हुए अपना रंग बदलने लगेगा। अगर घी ज्यादा गर्म हो जाए और उसका रंग डार्क ब्राउन हो जाए तो मतलब आपका घी एकदम शुद्ध है। अगर आपका घी पिघलने में भी टाइम लें और यह एकदम लाइट येलो हो जाए तो समझिए कि इसमें मिलावट है।
ओरिजिनल घी कौन सा है?कैसे करें असली घी की पहचान
इसका पता लगाने के लिए आप एक बर्तन में एक चम्मच घी गर्म कर लें. अगर घी तुरंत पिघल जाता है और इसका रंग बदलकर भूरा हो जाता है तो यह शुद्ध देशी घी है.
सबसे अच्छा देसी घी कौन सा होता है?सफेद यानी भैंस का घी
देसी घी आपकी त्वचा, बालों, पाचन और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। जबकि पीले घी की तुलना में सफेद घी में फैट की मात्रा बहुत कम होती है। फैट की पर्याप्त मात्रा होने के कारण आप इसे लंबे समय तक स्टोर करके रख सकते हैं।
देसी घी कितने दिन में खराब हो जाता है?घर पर रखा घी अधिक दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है, अगर आप उसे एयरटाइट डिब्बे और उचित स्थान पर रखते हैं। अगर एक बार डब्बा अच्छे से बंद करने के बाद आप इसे स्टोर करते हैं, तो इसे एक साल तक भी स्टोर किया जा सकता है। जब प्रयोग में लाना हो, तो आप इसे खोल कर देख लें।
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