विद्युत उपकरणों के प्रयोग में रखी जाने वाली कोई पांच सावधानियां लिखिए - vidyut upakaranon ke prayog mein rakhee jaane vaalee koee paanch saavadhaaniyaan likhie

हेलो फ्रेंड हमें इस प्रश्न में पूछा गया है कि विद्युत का प्रयोग करते समय में क्या खतरे हो सकते हैं से बचने के लिए हमें क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए तो जैसा कि हमने देखा है कि किसी विद्युत परिपथ में जो है सावधानी से क्या होता है लघु पतन होता है तथा क्या होता है यहां पर हमें जय अति फार्म के कारण भी जय क्या होता है आग लगने की समस्या हो सकता है यहां पर जो है विद्युत झटके हमें प्राप्त हो सकते हैं ठीक है इसलिए विद्युत प्रयोग के दौरान निम्नलिखित में सावधानियां रखनी चाहिए पहला करना चाहिए तथा क्लॉक को फंसा हुआ जोड़ना चाहिए अर्थात अगर स्विच ऑफ लक जोडीला होगा जिससे हमें जो है हाथों से टच हो सकता है जिससे हमें झटका लगने की संभावना प्राप्त हो सकती है दूसरा हम कह सकते हैं कि बिट्टू उचित विद्युत रोधी भारत के तार प्रयोग में लाने चाहिए था जो है विद्युत राधिका और अच्छे होंगे तो क्या हो गया हमें हमें

नंगी हाथों से हम उसको सोएंगे भी तो भी हमें क्या होगा यहां पर में झटके नहीं लगेंगे तथा 30 राम देख सकते हैं खराब तथा छतिग्रस्त तार तुरंत बदल लेना चाहिए था किसी प्रकार की खराबी है तो उसे बदल लेना चाहिए कि जो है घर खराब है छतिग्रस्त है तो हमारी हाथों से यह स्पष्ट हो सकता है जिससे विद्युत झटके में लग सकते जिससे हमारी जान भी जा सका था देखते हैं कि आग लगने या दुर्घटना होने पर मेरे पद का स्विच तुरंत बंद कर देना चाहिए था अगर हम जो है तुरंत जयपुर का शीश बंद करने की तो धारा का प्रवाह जो है डूब जाएगा तथा धारा का प्रवाह रुकने के कारण जो है हमें अत्यधिक झटके प्राप्त नहीं होंगे या आग आग आग को ज्यादा बढ़ावा नहीं प्राप्त होगा इस दुर्घटना से बस अकाश हुआ देखते हैं कि हमें क्या करना चाहिए उचित मात्रा में आवश्यक मात्रा का फ्यूज उपयोग करना चाहिए था उसकी माता का सैया था जल्दी घर

का पता तो हमें जो यादों को पता नहीं आ दो बार की स्थिति में जनपद सुरक्षित प्राप्त हो जाता है या क्षति ग्रस्त होने से बच जाता है छठवां दे सकते हैं सभी उपकरणों को खुटार से जुड़ना चाहिए था जो है उपकरण होते हैं उसे हम अगर भूतान भूतान तो सब भूल से संपर्क कर दिया जाता है इस प्रकार जाए तो क्या होता है जो आती भारतीय लघु पतन की स्थिति में जो अत्यधिक धारा प्रवाहित होती है वह जो है इस भूत और से होकर क्यों जाती है या जो है जमीन में चली जाती है ठीक है तो हमें जो उपकरण है वह सुरक्षित मात्रा में प्राप्त होते हैं या जो सुरक्षित होती है क्षतिग्रस्त नहीं होती तो कैसे प्राप्त होता है सातवा देखते हैं बिजली के उपकरणों को गीले हाथ से नहीं छूना चाहिए जिगर मिलेंगे तो क्या होगा हमारा जो है प्रतिरोध यह कम हो जाएगा तो प्रतिरोध कम होने के कारण गिला होगा यह कम है तो क्या होगा धारा का मान जा अधिक प्राप्त होगा क्योंकि विक्रम अनुपाती होते तो अधिक धारा प्रवाहित होगी जिससे हमें विद्युत झटके अधिक प्राप्त होता

मेरी जान भी जा सकती है तो हमें जल विद्युत का प्रयोग करते समय खाते हो सकते इसके लिए जो है निम्नलिखित जो सावधानियां हमें इसका पालन करना चाहिए तथा इनको अपनाना चाहिए सभी हमसे झटके से बस सकते हैं तथा हमारी जान यहां पर बस सकती है इसको गौर से देख सकते हैं हमारे उत्तर है ओके थैंक यू

घरेलू विद्युत उपकरणों के प्रयोग में क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

विद्युत उपकरणों की सुरक्षा प्रणाली को कभी भी बाईपास नहीं करना चाहिए । सॉकिट का स्विच ऑफ करके ही विद्युत उपकरणों के प्लग लगाना या निकालना चाहिएविद्युत उपकरणों जैसे फिज, हीटर, विद्युत प्रेस, वाशिंग मशीन के पास बच्चों को न खेलने दें । ॐ खराब विद्युत उपकरणों को प्रयोग में नहीं लाना चाहिए

विद्युत धारा का उपयोग करते समय हमें क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

- पावर प्वाइंटस को कवर करके रखें। यदि घर में छोटे बच्चे हों तो सभी प्वाइंट्स में प्लग प्रोटेक्टर्स लगाकर रखें। - गीले हाथों से बिजली के किसी भी उपकरण को न चलाएं। बाथरूम में बिजली के उपकरणों का प्रयोग करते समय विशेष तौर पर सावधानी बरतें।

आपके घर में विद्युत उपकरणों को संचालित करने के लिए क्या आप अन्य उर्जा स्त्रोत का उपयोग कर सकते?

सौर ऊर्जा का उपयोग व्यावहारिक कार्यों, जैसे कि प्रकाश प्राप्त करने व तापन के लिए किया जा सकता है । टिप्पणी Page 12 मॉड्यूल - 4 ऊर्जा टिप्पणी सूर्य एक अक्षय ऊर्जा का स्रोत है जो मुक्त रूप से उपलब्ध है । सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपान्तरित कर बहुत सारे कार्यों में उपयोग में लाया जा सकता है।

विद्युत धारा उत्पन्न करने के लिए प्रयोग होने वाले उपकरण को क्या कहते हैं?

विद्युत धारा के उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण को जनरेटर कहा जाता है।