4 उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है? - 4 udaar vyakti kee pahachaan kaise ho sakatee hai?

उदार व्यक्ति की पहचान ऐसे होती है कि वह व्यक्ति हर किसी के प्रति आत्मीयता का भाव रखता है, वह हर किसी से प्रेम करता है, जिसका पूरा जीवन दूसरों की सहायता करने और परोपकार के कार्य करने में व्यतीत हो जाता है।
जो व्यक्ति हर किसी से प्रेम, स्नेह भावना रखता हो, जो स्वभाव से विनम्र हो, जिसके अंदर मनुष्यता हो, जो स्वार्थ की जगह परमार्थ में यकीन रखता हो, जो दूसरों के हित के लिए अपना जीवन बिता देता हो, जो किसी से भेदभाव नहीं करता हो, सबके साथ आत्मीयता से पेश आता हो वही उदार व्यक्ति होता है।

पाठ के बारे में….

यह पाठ कवि ‘मैथिली शरण गुप्त’ द्वारा रची गई ‘मनुष्यता’ नामक कविता के बारे में है। इस पाठ में मैथिलीशरण गुप्त की ‘मनुष्यता’ कविता को प्रस्तुत किया गया है। ‘मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि ने मनुष्य को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। कवि मनुष्य को मनुष्यता का भाव अपनाने की प्रेरणा देते हैं और चाहते हैं कि मनुष्य ऐसा जीवन जिए, ऐसे अच्छे कार्य करके जाए कि लोग मरने के बाद भी उसे याद रखें। अपने लिए तो सभी जीते हैं, जो लोग दूसरों के लिए जीते हैं वही महान कहलाते हैं। उन्हें ही लोग याद रखते हैं।’मैथिलीशरण गुप्त’ जिन्हें ‘राष्ट्र कवि’ की उपाधि से विभूषित किया गया है। वह हिंदी साहित्य जगत के अनमोल कवि थे। उनका जन्म 1886 में झांसी के चिरगांव में हुआ था। हिंदी खड़ी बोली पर उनकी गहरी पकड़ थी। उनकी कविताओं में संस्कृतनिष्ठ हिंदी का गहरा प्रभाव दिखाई पड़ता है।
साकेत, यशोधरा जैसी उनकी कालजयी कृतियां है। उनका निधन 1964 में हुआ था।

संदर्भ पाठ :

मैथिलीशरण गुप्त, मनुष्यता (कविता) (कक्षा – 10 पाठ – 4, स्पर्श)

 

हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :

कवि ने दधीचि कर्ण, आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर मनुष्यता के लिए क्या संदेश दिया है?

उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है?

 

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इसे सुनेंरोकेंवह अपना पूरा जीवन पुण्य व लोकहित कार्यो में बिता देता है। किसी से भेदभाव नहीं रखता, आत्मीय भाव रखता है। जो आदमी पूरे संसार में अत्मीयता और भाईचारा का संचार करता है उसी व्यक्ति को उदार माना जा सकता है।

उदार पुरुष की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकें(2) उदार पुरुष दूसरों के प्रति उदार भाव रखता है। वह दूसरों के विचारों का आदर करता है और समाज में सेवक भाव से रहता है। (3) सच्ची उदारता इस बात में है कि मनुष्य को मनुष्य समझा जाय। (4) अहसान जताकर उपकार करना अनुपकार है।

उदारता का सही अभिप्राय क्या है?

इसे सुनेंरोकेंUdarta Meaning in Hindi – उदारता का मतलब हिंदी में दया भाव ; दयालुता।

उदार चरित्र व्यक्ति की क्या विशेषता?

उदार चरित्र व्यक्ति की विशेषताएँ इस प्रकार है :

  • उदार चरित्र व्यक्ति हमेशा दूसरों के प्रति दया की भावना रखता है |
  • उदार चिरत्र व्यक्ति हमेशा सबसे प्रेम से और मीठी वाणी से बात करता है |
  • उदार व्यक्ति कभी भी किसी को दुखी नहीं देख सकता , वह हमेशा सब के दुःख में साथ देता है |
  • वह अपना जीवन ईमानदारी के साथ जीता है |

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उदार व्यक्ति की पहचान कैसे होती है Answer A सदा विश्वासघात से B सदा परोपकार से c सदा घृणा से D सदा विरोध से?

इसे सुनेंरोकेंAnswer : प्रेम, भाईचारा और उदारता ही उदार व्यक्ति की पहचान है। वह स्वयं हानि उठाकर भी दूसरों का हित करता है।

उदार व्यक्ति की क्या पहचान होती है Class 10?

इसे सुनेंरोकेंउदार व्यक्ति परोपकारी होता है। अपना पूरा जीवन पुण्य व लोकहित कार्यो में बिता देता है। किसी से भेदभाव नहीं रखता, आत्मीय भाव रखता है। कवि और लेखक भी उसके गुणों की चर्चा अपने लेखों में करते हैं।

उदार और सच्चा का विरुद्धार्थी शब्द क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: उदार का विलोम शब्द कृपण होता है।

कलंदर शब्द का अर्थ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंक़लंदर के हिंदी अर्थ एक प्रकार के मुसलमान फकीर। मुसलमान मदारी जो बंदरों, भालुओं आदि के तमाशे दिखाते फिरते हैं।

उदारता का विलोम क्या है?

इसे सुनेंरोकें‌‌‌उदार का विलोम शब्द अनुदार होता है। उदार का दूसरा नाम दयालू होता है।

शत्रुता का समान कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंहेमन्त रिछारिया मनुष्य के जीवनकाल में उसके कुछ मित्र व शत्रु होते हैं। समान गुणधर्म एवं आचार-विचार वाले व्यक्तियों में अक्सर मित्रता होती है, वहीं विपरीत गुणधर्म एवं आचार-विचार वाले व्यक्तियों में मित्रता का अभाव होता है। इसी प्रकार ज्योतिष में ग्रहों की परस्पर मित्रता व शत्रुता होती है जिसे नैसर्गिक मैत्री कहते हैं।

उदार हृदय वाले लोगों का बखान चिरकाल तक कौन करता है Class 10?

इसे सुनेंरोकेंजो दूसरों की प्राणरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर रहता है। वह जाति, देश, रंग-रूप आदि का भेद किए बिना सभी को अपना मानता है। वह स्वयं हानि उठाकर भी दूसरों का हित करता है। इस प्रकार जो आदमी पूरे संसार में आत्मीयता और भाईचारा का संचार करता है उसी व्यक्ति को उदार माना जा सकता है।

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उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है MCQ?

Answer Key for CBSE Class 10 Hindi Chapter 4 Manushyta MCQs

Question No.Answer1A2D3B4A

2 उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है?

इसे सुनेंरोकेंउदार व्यक्ति दूसरों की सहायता के लिए अपने तन, मन और धन को किसी भी क्षण त्याग सकता है, जो दूसरों की प्राणरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तत्पर रहता है। वह जाति, देश, रंग-रूप आदि का भेद किए बिना सभी को अपना मानता है। वह स्वयं हानि उठाकर भी दूसरों का हित करता है। प्रेम, भाईचारा और उदारता ही उसकी पहचान है।

प्र 1 मनुष्यता कविता में किस व्यक्ति को उदार कहा गया है और उसका क्या प्रभाव बताया गया है?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने उदार व्यक्ति की क्या पहचान बताई है? उत्तर: मनुष्यता कविता में कवि ने उदार व्यक्ति की पहचान स्पष्ट करते हुए कहा है कि जो मनुष्य दूसरों के प्रति दया भाव, सहानुभूति, परोपकार की भावना, करुणा भाव, समानता, दानशीलता, विवेकशीलता, धैर्य, साहस, गुणों से परिपूर्ण होता है वह व्यक्ति उदार कहलाता है।

कवि के अनुसार सच्चा मनुष्य कौन है?

इसे सुनेंरोकेंऐसे महान लोगों के त्याग के कारण ही मनुष्य जाति का कल्याण संभव हो सकता है। कवि के अनुसार मनुष्य को इस नश्वर शरीर के लिए मोह का त्याग कर देना चाहिए। उसे केवल परोपकार करना चाहिए। वास्तव में सच्चा मनुष्य वही होता है, जो दूसरे मनुष्य के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दे।

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2 मनुष्यता कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?

इसे सुनेंरोकें’मनुष्यता’ कविता द्वारा कवि त्याग,बलिदान, मानवीय एकता, सहानुभूति, सद्भाव, उदारता और करुणा का संदेश देना चाहता है। कवि चाहता है कि समस्त मनुष्य एक-दूसरे के साथ अपनत्व की अनुभूति करें। वह दीन-दुखियों, जरुरतमंदों के लिए सहानुभूति का भाव रखते हुए त्याग करने के लिए सहर्ष तैयार रहे।

मनुष्यता कविता में कवि ने मनुष्य के किस कृत्य को अनर्थ कहा है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंवह उसके अपने कर्मों के कारण है परंतु एक ही ईश्वर या आत्मा का अंश उनमें समाए होने के कारण सभी एक हैं। इतना जानने के बाद भी कोई मनुष्य दूसरे मनुष्य की अर्थात् अपने भाई की मदद न करे और उसकी व्यथा दूर न करे तो वह सबसे बड़े अनर्थ हैं। इसका कारण यह है कि ऐसा न करके मनुष्य अपनी मनुष्यता को कलंकित करता है।

उशीनर शब्द का क्या अर्थ है मनुष्यता *?

इसे सुनेंरोकेंउशीनर शब्द का क्या अर्थ है? सहानुभूति चाहिए , महाविभूति है यही ” का क्या भाव है? कवि ने सब को एक होकर चलने को क्यों कहा है? “मनुष्य मात्र बंधू है” से कवि का क्या भाव है?

उदार व्यक्ति की कथा कौन कहती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: (d) जो दूसरों के लिए जीता है। जो दूसरों के लिए अपना जीवन लगा देता है। उदार व्यक्तियों की कथा कौन कहती है? सरस्वती अपने ग्रंथों के माध्यम से।

उदार व्यक्ति को कैसे पहचान सकती है?

उदार व्यक्ति परोपकारी होता है। अपना पूरा जीवन पुण्य व लोकहित कार्यो में बिता देता है। किसी से भेदभाव नहीं रखता, आत्मीय भाव रखता है। कवि और लेखक भी उसके गुणों की चर्चा अपने लेखों में करते हैं।

उदार व्यक्ति की पहचान कैसे होती है मनुष्यता कविता के आधार पर लिखिए?

कवि ने उदार व्यक्ति की क्या पहचान बताई है? उत्तर: मनुष्यता कविता में कवि ने उदार व्यक्ति की पहचान स्पष्ट करते हुए कहा है कि जो मनुष्य दूसरों के प्रति दया भाव, सहानुभूति, परोपकार की भावना, करुणा भाव, समानता, दानशीलता, विवेकशीलता, धैर्य, साहस, गुणों से परिपूर्ण होता है वह व्यक्ति उदार कहलाता है।

किसी भी व्यक्ति की पहचान कैसे होती है?

अच्छे इंसान की पहचान उसके काम से करिए….
वे ज्यादातर समय खुद से बात करते हैं। ... .
वे ऐसे अवसर देखते हैं जहाँ दूसरों को दोष दिखाई देते हैं।.
आप जितने अधिक बुद्धिमान होंगे आपमें अपनी क्षमताओं को कम करने की प्रवृत्ति होगी।.
वे अकेलेपन का शिकार होते हैं और वास्तव में स्वयं की महान भावना के कारण अकेले रहने का आनंद लेते हैं।.

उदार व्यक्तियों का गुणगान कौन करता है और क्यों?

Expert-verified answer पृथ्वी भी ऐसे उदार व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञ होती है। संसार भर में उनकी कीर्ति का यशोगान होता है। सब व्यक्ति उस उदार चेतना का सम्मान करते हैं। कवि का मानना है कि यही वह भाव है, जिससे वैश्विक एकता और अखंडता को एक नई दिशा मिलती है।