Solution : .आत्मत्राण. कविता से हमें प्रेरणा मिलती है कि हम अपने काम एवं दायित्वों को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ पूर्ण करें। हम अपने कार्यों के लिए ईश्वर पर निर्भर न रहें, बल्कि स्वयं के अन्दर ऐसी शक्ति एवं क्षमता विकसित कर लें, जिससे विषम परिस्थितियों एवं कठिनाइयों से जूझने की शक्ति हमारे अन्दर मौजूद हो। हमारा आत्मबल एवं पराक्रम डगमगाए नहीं। हम ईश्वर पर कभी भी संशय न करें। उनकी क्षमता असीमित है, लेकिन अपने प्रभु से हमें अपने दुःखों को हरने की या समाप्त करने की प्रार्थना नहीं करनी चाहिए। हमें ईश्वर की क्षमता पर संशय न करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करने तथा शक्ति एवं साहस प्रदान करने की प्रार्थना करनी चाहिए, ताकि हम अपनी मुसीबतों से स्वयं ही संघर्ष कर सकें। Show 1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? अतिलघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2. आत्मत्राण कविता के आधार पर कवि निर्भय होकर
क्या वहन करना चाहता है? प्रश्न 3. सुख के दिनों में कवि को क्या अपेक्षा है? प्रश्न 4. दुःख आने पर कवि क्या नहीं करना चाहता? लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2. ‘विपदाओं से मुझे बचाओ, यह मेरी प्रार्थना नहीं’-कवि इस पंक्ति के द्वारा क्या कहना चाहता है ? प्रश्न 3. कवि कोई सहायक न मिलने पर क्या
प्रार्थना करता है ? प्रश्न 4. ‘आत्मत्राण’ कविता के आधार पर बताइए कि दुःख और कष्टों के आने पर कवि ईश्वर से क्या चाहता है ? प्रश्न 5. ‘आत्मत्राण’ कविता की पंक्ति ‘तव मुख पहचानूँ छिन:छिन में’ का भाव अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए। प्रश्न
6. ‘आत्मत्राण’ कविता में कवि अंत में क्या अनुनय/प्रार्थना करता है? प्रश्न 7. ‘आत्मत्राण’ शीर्षक की सार्थकता कविता के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 8. ‘आत्मत्राण’ कविता से आपको क्या प्रेरणा मिलती है ? प्रश्न 9. ‘आत्मत्राण’ कविता का मुख्य संदेश क्या है ? प्रश्न 10. क्या कवि की यह प्रार्थना आपको अन्य प्रार्थना गीतों से अलग लगती है ? यदि हाँ, तो कैसे
? प्रश्न 11. अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए आप प्रार्थना के अतिरिक्त और
क्या-क्या प्रयास करते हैं ? लिखिए। The document Short Question Answer: आत्मत्राण Notes | Study Hindi Class 10 - Class 10 is a part of the Class 10 Course Hindi Class 10. All you need of Class 10 at this link: Class 10 आत्मत्राण कविता हमें क्या संदेश देती है?Solution : आत्मत्राण. कविता में कवि की प्रार्थना से यह संदेश मिलता है कि मनुष्य के सामने कितनी भी कठिन परिस्थितियाँ आएँ उसे ईश्वर पर से अपना विश्वास नहीं खोना चाहिए। उसे संसार के सभी लोगों से वंचना मिले पर प्रभु पर से उसका विश्वास डगमगाए नहीं।
आत्म परिचय कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?आत्म-परिचय' कविता हमें अपने मन के अनुकूल जीवन जीने की प्रेरणा देती है। हमें सांसारिक जीवन की समस्याओं से जूझते हुए भी सभी से स्नेह करना चाहिए। जीवन के सुख-दुःख को समभाव से सहन करना चाहिए। परछिद्रान्वेषण तथा चाटुकारिता से दूर रहना चाहिए।
आत्मत्राण कविता में कवि ने क्या प्रेरणा दी है?आत्मत्राण. कविता से हमें प्रेरणा मिलती है कि हम अपने काम एवं दायित्वों को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ पूर्ण करें। हम अपने कार्यों के लिए ईश्वर पर निर्भर न रहें, बल्कि स्वयं के अन्दर ऐसी शक्ति एवं क्षमता विकसित कर लें, जिससे विषम परिस्थितियों एवं कठिनाइयों से जूझने की शक्ति हमारे अन्दर मौजूद हो।
आत्मत्राण कविता का मूल उद्देश्य क्या है?उत्तर : 'आत्मत्राण' कविता के कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर ईश्वर से अपनी जीवन नैया पार लग की शक्ति को बनाए रखने की प्रार्थना कर रहा है।
|