भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

Pooja tips: फूल प्रकृति की सबसे सुंदर देन है जिसका उपयोग देवी-देवता के पूजा के लिए करना उत्तम बताया गया है। सनातन धर्म के अनुसार, कोई भी पूजा बिना फूलों के अधूरी मानी गाई है। फूल सादगी और पवित्रता का प्रतीक हैं जिनका उपयोग करने से देवता प्रसन्न होते हैं। जानकार बताते हैं कि सनातन धर्म के देवी-देवताओं की पूजा के दौरान उनके प्रिय फूलों का उपयोग करना चाहिए। ऐसा इसीलिए क्योंकि वह प्रसन्न होकर अपने भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करते हैं। इसके साथ फूलों से आने वाली खुशबू घर में सकारात्मकता और शांती लाती है। लेकिन, भक्तों को पूजा के दौरान कुछ फूलों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, पूजा में वर्जित माने गए फूलों के प्रयोग से देवी-देवता नाराज या क्रोधित हो सकते हैं। 

यहां जानिए, पूजा के दौरान किन फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 


भगवान राम को ना करें यह फूल अर्पित 

भगवान राम की पूजा में कभी-भी कनेर के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए इससे वह नाराज होते हैं। मगर मां दुर्गा की पूजा में आप कनेर के फूलों को उपयोग कर सकते हैं। 

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

भगवान विष्णु को ना करें यह फूल अर्पित 

भगवान विष्णु के भक्तों को श्रीहरि पूजन के दौरान अगस्त्य के फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ माधवी और लोध के फूलों का भी उपयोग नहीं करना चाहिए।

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

मां पार्वती को ना चढ़ाएं यह फूल

मां पार्वती यानी आदिशक्ति को कभी भी आंवला या मदार के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए। इससे मां पार्वती नाराज होती हैं और भक्तों के ऊपर से उनकी कृपा हट जाती है।

शिव पूजन में ना करें इन फूलों का उपयोग

भगवान शिव के भक्तों को कभी भी उनकी पूजा आराधना के दौरान केतकी या केवड़ा के फूल का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान शिव क्रोधित होते हैं।

भगवान सूर्य को ना अर्पित करें बिलवा या बेलपत्र

भगवान सूर्य की पूजा आराधना के दौरान कभी भी बेलपत्र या बिलवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान सूर्य नाराज होते हैं तथा उनकी कृपा भक्तों के ऊपर से हट जाती है

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

शिवजी पर कौन सा फूल चढाने से क्या फल मिलेगा सोमवार शिव जी का सबसे प्रिय दिन होता इस दिन शिव भक्त अपनी मनोकामना को पूर्ण...

Posted by Koti Devi Devta on Saturday, July 20, 2019

things you should never offer to lord shiva आपने कभी सोचा है क‍ि जब सभी देवी-देवताओं को स‍िंदूर चढ़ाते हैं तो श‍िवजी को क्‍यों नहीं चढ़ाते। या फ‍िर आप ये जानना चाहते हैं क‍ि ऐसी कौन सी चीजें हैं जो श‍िवजी को नहीं चढ़ानी चाह‍िए? तो हमारे इस लेख में आपको ये सारी जानकार‍ियां म‍िल जाएंगी। आइए जानते हैं…

सबसे पहले जानें स‍िंदूर क्‍यों नहीं चढ़ाते

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

श‍िवजी की पूजा करते समय ध्‍यान रखें क‍ि कभी भी स‍िंदूर न चढ़ाएं। हालांक‍ि स‍िंदूर अन्‍य देवी-देवताओं को अत्‍यंत प्र‍िय है। स‍िंदूर को लेकर कहा जाता है क‍ि हिंदू महिलाएं इसे अपने पति की लंबी उम्र के लिए लगाती हैं। वहीं, भगवान शिव संहारक के रूप में जाने जाते हैं इसलिए शिवलिंग पर स‍िंदूर नहीं चढ़ाया जाता है। धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार श‍िवजी को स‍िंदूर चढ़ाना अशुभ होता है।

हल्‍दी भी नहीं चढ़ाते हैं श‍िवजी को

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

हल्‍दी को सनातन धर्म में अत्‍यंत ही शुद्ध और पव‍ित्र मानते हैं। लेक‍िन यह हैरानी की ही बात है क‍ि इसे कभी भी भोलेनाथ पर नहीं चढ़ाते। शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है और हल्दी स्त्रियों से संबंधित है। यही वजह है क‍ि भोलेनाथ को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है। कहा जाता है क‍ि अगर आप शिवजी की पूजा में हल्दी का प्रयोग करते हैं तो इससे आपकी पूजा बेकार हो जाती है और आपकी पूजा का फल नहीं मिल पाता है। इसलिए भूलकर भी शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए।

sawan somvar ke totke सावन सोमवार को आजमाएं ये टोटके, बन सकती है आपकी ब‍िगड़ी हर बात

शंख से जल चढ़ाना भी है वर्जित

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

श‍िवल‍िंग पर भूलकर भी शंख से जल न चढ़ाएं। हालांक‍ि प्रत्‍येक पूजा में इसका प्रयोग क‍िया जाता है। देवी-देवताओं को इससे जल भी चढ़ाया जाता है। लेक‍िन भोलेनाथ की पूजा में शंख का प्रयोग नहीं क‍िया जाता है। श‍िवपुराण के अनुसार शंखचूड़ एक महापराक्रमी दैत्‍य था। उसका वध श‍िवजी ने किया था तो इसल‍िए शंख का जल शिव पूजा में न‍िषेध है। यही वजह है क‍ि भोलेनाथ को शंख से जल नहीं चढ़ाया जाता है।

सावन में अबकी 4 या 5 सोमवार जानें सावन शिवरात्रि व्रत कब

श‍िवलिंग पर न चढ़ाएं तुलसी

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

श‍िवलिंग पर कभी भी तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जालंधर नाम के असुर को अपनी पत्नी की पवित्रता और विष्णु जी के कवच की वजह से अमर होने का वरदान मिला हुआ था। अमर होने की वजह से वह पूरी दुनिया में आतंक मचा रहा था। ऐसे में उसके वध के लिए भगवान विष्णु और भगवान शिव ने उसे मारने की योजना बनाई। जब वृंदा को अपने पति जालंधर की मृत्यु का पता चला तो वह बहुत दुखी और क्रोध‍ित हो गई। इसी क्रोध में उसने भगवान शिव को शाप दिया कि उनके पूजन में तुलसी की पत्‍त‍ियां हमेशा वर्जित रहेंगी।

श‍िवल‍िंग पर कभी न चढ़ाएं नार‍ियल पानी

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

श‍िवल‍िंग पर कभी भी नार‍ियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। हालांक‍ि यहां यह स्‍पष्‍ट कर दें क‍ि शिवजी की पूजा तो नारियल से होती है लेकिन नारियल वर्जित है। शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली सारी चीज़ें निर्मल होनी चाह‍िए। यानी क‍ि जिसका सेवन ना किया जाए। नारियल पानी देवताओं को चढ़ाने के बाद ग्रहण किया जाता है इसीलिए शिवलिंग पर नारियल पानी चढ़ाना वर्जित है। लेकिन श‍िवजी की प्रत‍िमा पर नारियल चढ़ाया जा सकता है।

Sawan Somvar Vrat Katha 2021 सावन सोमवार व्रत कथा : सावन सोमवार की यह है व्रत कथा, पूरी होगी मनचाही मुराद

श‍िवल‍िंग पर कभी न चढ़ाएं लाल रंग के फूल

भगवान शिव को कौन कौन से फूल नहीं चढ़ाना चाहिए? - bhagavaan shiv ko kaun kaun se phool nahin chadhaana chaahie?

श‍िवल‍िंग पर कभी भी लाल रंग के फूल, केतकी और केवड़े के फूल नहीं चढ़ाए जाते। मान्‍यता है क‍ि इन वस्‍तुओं को चढ़ाने से पूजा का फल नहीं म‍िलता है। ध्‍यान रखें क‍ि श‍िवजी को केवल सफेद रंग के फूल चढ़ाने चाहिए। इससे वे जल्दी प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा अपराज‍िता का नीला या फ‍िर सफेद जो भी पुष्‍प हो उसे जरूर चढ़ाएं। मान्‍यता है क‍ि यह अपराज‍िता श‍िवजी को अत्‍यंत प्र‍िय है। इसे चढ़ाने से वह अत‍िशीघ्र प्रसन्‍न होते हैं।

शिव जी को कौन सा फूल पसंद नहीं है?

श‍िवल‍िंग पर कभी न चढ़ाएं लाल रंग के फूल श‍िवल‍िंग पर कभी भी लाल रंग के फूल, केतकी और केवड़े के फूल नहीं चढ़ाए जाते। मान्‍यता है क‍ि इन वस्‍तुओं को चढ़ाने से पूजा का फल नहीं म‍िलता है। ध्‍यान रखें क‍ि श‍िवजी को केवल सफेद रंग के फूल चढ़ाने चाहिए।

शंकर भगवान को कौन सा फूल प्रिय है?

माना जाता है कि शिव जी को शमी के फूल, बेला का फूल प्रिय हैं. भगवान शिव की साधना में अलसी के फूल का विशेष महत्व है. लाल व सफेद आंकड़े के फूल भगवान शिव की पूजा में विशेष रूप से चढ़ाए जाते हैं.

शिव जी को कौन सा फल पसंद है?

1. धतूरे का फल : शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर धतूरे का फल और फूल चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिलता और संतान प्राप्ति और भी अन्य प्रकार की की मनोकामना पूर्ण होती है। 3. बेर फल : बेर का फल शिवजी को बहुत पसंद है।

भोले बाबा को कौन सा रंग पसंद है?

धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।