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खंडहर में तब्दील हुआ भारत की प्रथम महिला शासक रजिया का मकबरा
(लाल ईंटों से बना जर्जर हालत में रजिया सुल्तान का मकबरा।) कैथल। मध्यकालीन भारत की प्रथम महिला शासक रजिया सुल्तान का मकबरा खंडहर में तब्दील हो गया है। कई सालों से सरकार की उदासीनता झेल रहा यह मकबरा मिटने की स्थिति में पहुंच गया था, तब कहीं जाकर सरकार ने इसके जीर्णोद्धार के विषय में पहल की है। कैथल से बाबा लदाना जाने वाली सड़क पर बने मकबरे की इमारत ढह चुकी है। मकबरे के बीचोबीच लाल ईंटों से बनी है रजिया की मजार। हरियाणा सरकार लाखों रुपए खर्च करके अब फिर से इस मकबरे का जीर्णोद्धार करवा रही है। आइए जानते हैं रजिया के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें। कैसे मिला दिल्ली का ताज रजिया के पिता इल्तुतमिश ने रजिया को 1236 ई. में दिल्ली की गद्दी पर बैठाया था। इल्तुतमिश के इस कदम ने उसे पहला ऐसा शासक बना दिया था जिसने अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपनी बेटी को राज्यभार सौंपा। रजिया मध्यकालीन भारत की पहली और आखिरी महिला शासक रहीं। रजिया ने 1236-1240 तक राज किया। रजिया को बचपन से ही ऐसी तालीम दी गई थी कि वह एक शासक के रूप में कार्यभार संभाल सकती थी। सुल्ताना कहलाना पसंद नहीं था, इसलिए बनी सुल्तान रजिया को सुल्ताना कहलाना पसंद नहीं था क्योंकि सुल्ताना का मतलब होता है राजा की बेगम। वह खुद को राजा कहलवाना चाहती थी। इसलिए रजिया ने सुल्तान कहलवाना पसंद किया। रजिया में एक सक्षम शासक की सारी योग्यताएं थी। उसने एक प्रबल शासक के तौर पर राज को संभाला था, लेकिन एक महिला को शासक के रूप में राज चलाना उसके ही राज्य को लोगों को नहीं भाया। रजिया को इस विरोध को भी झेलना पड़ा। अपनों के विरोध का शिकार हुई रजिया इतिहासकारों के अनुसार दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाली प्रथम महिला शासिका को बठिंडा के शासक अल्तुनिया के विद्रोह का समना करना पड़ा। विद्रोह को दबाने के प्रयास में वह बुरी तरह पराजित हुई और कैद कर ली गई। इस घटना के बाद इल्तुतनिश के तीसरे बेटे बहराम खां को गद्दी पर बैठा दिया गया। बाद में, अल्तुनिया ने रजिया से शादी कर ली। अल्तुनिया ने अपनी पत्नी को दोबारा गद्दी पर बैठाना चाहा, लेकिन बहराम खां ने इसका जमकर विरोध किया। बहराम खां की उसके साथ लड़ाई में अल्तुनिया परास्त हुआ। वह रजिया के साथ वेष बदलकर भाग निकला। इस दौरान कैथल में पठानों का शासन था। दोनों को पठानों ने घेर लिया और मौत के घाट उतार दिया। भारतीय इतिहास कोष के अनुसार बहराम खां ने लड़ाई के बाद दोनों को बंदी बना लिया और अगले दिन 13 नवंबर 1240 ई. को दोनों की कैथल में हत्या कर दी। हत्या के स्थान पर ही ये मकबरा बनाया गया था। खंडहर के रूप में खड़े इस मकबरे की यादें अब किताबों के पन्नों में ही सिमटकर रह जाएंगी। आगे की स्लाइड में देखिए तस्वीरें... भारत की पहली हिंदू महिला शासक कौन थी?रजिया मध्यकालीन भारत की पहली और आखिरी महिला शासक रहीं। रजिया ने 1236-1240 तक राज किया। रजिया को बचपन से ही ऐसी तालीम दी गई थी कि वह एक शासक के रूप में कार्यभार संभाल सकती थी।
विश्व की पहली महिला शासक कौन थी?भारत के इतिहास में आज तक एक ही महिला शासिका रही है जो कि दिल्ली सल्तनत की गद्दी पर बैठी थी यह प्रथम महिला शासिका थी रजिया सुल्तान। रजिया सुल्तान के बारे में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न परीक्षा में अक्सर पूछे जाते रहे हैं जो आपको पता होने चाहिए ये प्रश्न उत्तर सहित नीचे दिए गए हैं।
अंतिम महिला शासक कौन थी?हम बात कर रहे हैं दिल्ली के शासक इल्तुतमिश की बेटी रजिया सुल्ताना की। रज़िया अल-दिन का जन्म 1205 में हुआ था।
भारत की प्रथम महिला संतान कौन थी?आनंदीबाई जोशी का जन्म पुणे में 31 मार्च 1865 को हुआ था. उनकी शादी महज 9 साल की उम्र में अपने से 20 साल बड़े युवक गोपालराव से हुई थी. 2. उन्होंने 14 साल की उम्र में मां बनकर अपनी पहली संतान को जन्म दिया,लेकिन 10 दिनों में ही उस बच्चे की मृत्यु हो गई.
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