विषयसूची १२ भारत की सबसे बड़ी लाइब्रेरी कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंइतनी बड़ी संख्या में मौजूद पुस्तकालयों में से सबसे बड़े पुस्तकालय की बात करें तो, भारत का सबसे बड़ा पुस्तकालय पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में मौजूद है। इस पुस्तकालय का नाम नेश्नल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया ( National Library of India ) है। कोलकाता पब्लिक लाइब्रेरी की स्थापना कब हुई?इसे सुनेंरोकेंNational Library of India: a Journey कलकत्ता (कोलकाता) सार्वजनिक पुस्तकालय ने अपनी यात्रा 21 मार्च, 1836 को आरंभ की। इस पुस्तकालय की स्थापना संदर्भ और उधार देने के प्रयोजन से की गई तथा यह पुस्तकालय स्ववित्तापोषित सिद्धांत पर, श्रेणी, रंग या राष्ट्रीयता से परे, सभी के लिए खोला गया था। विश्व में सबसे अधिक पुस्तकालय कहाँ है? इसे सुनेंरोकेंसबसे ज्यादा पुस्तकालय भारत में है। जिसकी संख्या 57000 है। भारत में पब्लिक लाइब्रेरी एक्ट कब पारित हुआ?इसे सुनेंरोकेंभारत ने 1947 में आजादी प्राप्त की और 1950 में यह गणतंत्र बना। प्रशासन की सुविधा के लिए अब दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, 28 राज्य और 6 केन्द्र शासित प्रदेश हैं। स्वाधीनता से पहले भी, पश्चिमी भारत में कोल्हापुर राज घराने ने 1945 में सार्वजनिक पुस्तकालय अधिनियम पारित किया। भारतीय राष्ट्रीय पुस्तकालय के प्रथम लाइब्रेरियन कौन थे?इसे सुनेंरोकेंप्रश्न – कलकत्ता पब्लिक लाइब्रेरी के पहले मालिक कौन थे? द्वारकानाथ टैगोर कलकत्ता पब्लिक लाइब्रेरी के पहले मालिक थे। पुस्तकालय का आरंभ कब से हुआ? इसे सुनेंरोकेंExplanation: इसकी स्थापना वाशिंगटन में सन् 1800 में हुई थी। इसमें ग्रंथों की संख्या साढ़े तीन करोड़ है। पुस्तकालय वह स्थान है जहाँ विविध प्रकार के ज्ञान, सूचनाओं, स्रोतों, सेवाओं आदि का संग्रह रहता है। लाइब्रेरी कितने प्रकार की होती है?प्रकार
बुक लिफ्टर का क्या काम होता है?इसे सुनेंरोकेंपुस्तकालय अधीक्षक व बाबू भी किताबें बांटने का कार्य करते हैं। कर्मचारियों की मानें तो कम से कम दस बुक लिफ्टर और होने चाहिए। -पुस्तकालय को भले ही कंप्यूटरीकृत कर दिया गया हो, लेकिन अधिक दूरी तक केबिल जमीन में बिछी होने के कारण कंप्यूटर लगातार कार्य नहीं करते हैं। राजस्थान (Rajasthan) को राजा-महाराजों, एतिहासिक किले और दुर्गो तथा आलिशान बड़े-बड़े महलों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। लेकीन राजस्थान में सिर्फ यही नहीं वहां अन्य कई चीजें भी हैं जिसके बारें में जानने के बाद आप हैरत में पड़ जाएंगे। उन्हीं जगहों में से एक जगह राजस्थान के एक गाँव में ही जिसे एशिया का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड लाइब्रेरी (Asia’s Biggest Underground Library) कहा जाता है। भारत में स्थित है एशिया का सबसे बड़ा अंडर ग्राउंड लाइब्रेरी जी हाँ, राजस्थान (Rajasthan) में भारत-पाकिस्तान इन्टरनेशनल बॉर्डर पर स्थित जैसलमेर-पोखरण के बीच भदरिया गांव (Bhadariya Village) में स्थित है। भदरिया गांव के भदिया राय माता मंदिर के परिसर में इस लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है जहां 9 लाख से भी अधिक सन्ख्या में किताबें शामिल हैं। इतना जानने के बाद अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि सभी लाइब्रेरी में किताबें होते हैं और इसमें भी है तो इसकी विशेषता आखिर क्या है। इसी क्रम में चलिए जानते हैं इस लाइब्रेरी की विशेषताओं के बारें में- जमीन से 15 फीट नीचे बना है एशिया का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड पुस्तकालय अभी तक आप सभी ने सतर पर बने किसी बिल्डिंग में या हॉल या एक कमरे में बने लाइब्रेरी देखा है, लेकिन राजस्थान के भदरिया राय माता मंदिर में बने इस लाइब्रेरी का निर्माण जमीन के अंदर 16 फीट नीचे किया गया है। इसमें विश्व के सभी ग्रंथ, नोवल, पांडुलिपियां समेत राष्टपति और प्रधानमंत्री तक के भाषणों को भी संग्रहीत किया गया है और इसे एशिया का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड लाइब्रेरी का दर्जा दिया गया है जो पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। यह भी पढ़ें:- भारत में स्थित ऐसी 6 अद्भूत जगहें, जिनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हो चुका शामिल: आप भी जानेंकिसने किया था इस अंडरग्राउंड लाइब्रेरी का निर्माण दुनिया के हर कोने, हर ग्रंथ समेत अनेकों किताबों से सुसज्जित भदरिया लाइब्रेरी (Bhadariya Library) का निर्माण कई वर्ष पहले हरवंश सिंह निर्मल उर्फ भदरिया महाराज द्वारा किया गया था। वहां मौजूद स्थानीय लोगोंके अनुसार यह कहा जाता है कि भदरिया महाराज 9 वर्षों तक मंदिर के पास के एक कमरे थे और वहां की सभी किताबों को पढ़ डाली थी। उसके बाद ही इस लाइब्रेरी की स्थापना की गई। एक साथ बैठ सकते हैं 4 हजार से अधिक लोग यहां स्थित किताबों के बारें में ऐसा कहा जाता है कि उसे या तो भदरिया महाराज द्वारा लाया गया था या फिर उन्हें तोहफा में मिला था। भदरिया लाइब्रेरी (Bhadariya Library) की देखभाल का जिम्मा जगदंबा सेवा समिति द्वारा किया जाता है जिसे भदरिया महाराज ने ही बनाया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस लाइब्रेरी में 4 हजार से अधिक व्यक्ति एक साथ बैठकर किताबें पढ़ सकते हैं। कैसे किया जाता है किताबों का संरक्षण? एक समय के बाद जब किताबें काफी अधिक पुरानी हो जाती हैं तो वह खराब होने लगती है। ऐसे में उन्हें खराब होने से बचाव हेतु हर 5 से 6 महीने में एक विशेष प्रकार के लेप और पाउडर से उन्हें साफ किया जाता है और उस दौरान उन अलमारियों की भी साफ-सफाई की जाती है जिनमें किताबों को रखा जाता है। यदि यहां अलमारियों की बात करें तो 562 अलमारियां मौजूद हैं जहां किताबों को सजाया गया है। यह भी पढ़ें:- भारत में स्थित है एशिया का सबसे प्राचीनतम पुस्तकालय, मौजूद हैं विभिन्न भाषाओं में लिखी हस्तशिल्पियां और किताबेंअनेकों किताबों को किया गया है संरक्षित एशिया की सबसे बड़ी अंडरग्राउंड लाइब्रेरी भदरिया लाइब्रेरी (Bhadariya Library, Asia’s Biggest Underground Library) में 7 धर्मों के साहित्य के साथ-साथ भारत का संविधान, पुराण, वेदों की शृंखलाएं, आयुर्वेद, किताबें, इनसाइक्लोपीडिया की पुस्तकें, इतिहास, उपनिषद, देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के भाषण, स्मृतियां, भिन्न-भिन्न शोध की गई किताबें समेत अन्य कई प्रकार के किताबों को रखा गया है। किताब प्रेमियों के लिए है सर्वोत्तम स्थान आधुनिकीकरण के इस युग में वक्त के साथ सब कुछ धीरे-धीरे अपग्रेड होने लगा है और अब हर चीजों का नया-नया वर्जन आ रहा है। इसी क्रम में हार्डबुक का स्थान अब डिजिटल बुक्स ने ले लिया है और इसी तरह अब लाइब्रेरी का भी डिजिटलीकरण हो गया है। लेकिन अभी वैसे लोग हैं जिन्हें डिजिटल बुक्स के अपेक्षा लाइब्रेरी में बैठकर हार्डबुक्स पढ़ना अधिक पसंद होता है। ऐसे शौकीन लोगों के लिए एशिया की सबसे बड़ी अंडरग्राउंड लाइब्रेरी सर्वोत्तम जगह है। भारत का सबसे बड़ा पुस्तकालय कौन है?भारत का राष्ट्रीय पुस्तकालय कोलकाता में स्थित है। यह भारत का सबसे बड़ा पुस्तकालय है। राष्ट्रीय पुस्कालय की स्थापना 1948 में 'इंपीरियल लाइब्रेरी अधिनियम-1948' पारित करके की गई थी।
विश्व की सबसे बड़ी लाइब्रेरी कहाँ है?उस देश का नाम है अमेरिका. अमेरिका स्थित लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है और इस लाइब्रेरी में 16.2 करोड़ किताबें मौजूद हैं.
देश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी कौन सी है?लंदन स्थित 'ब्रिटिश लाइब्रेरी' दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी मानी जाती है, जहां लगभग 15 करोड़ किताबें और अन्य प्राचीन और नए दस्तावेज मौजूद हैं। इस लाइब्रेरी की स्थापना ब्रिटिश लाइब्रेरी अधिनियम 1972 के तहत, एक जुलाई 1973 को एक स्वतंत्र संस्था के रूप में की गई थी।
एशिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी कौन सी है?एशिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी जैसलमेर में:8 लाख किताब, कीमत 16 करोड़, 5 हजार लोग बैठ सकते हैं
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