कम से कम शब्दों में अधिकाधिक अर्थ प्रगट करने के लिए वाक्यांश या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द का प्रयोग किया जाता है। “भाषा की सुदृढ़ता, भावों की गंभीरता और चुस्त शैली के लिए यह आवश्यक है कि लेखक शब्दों (पदों) के प्रयोग में संयम से काम ले, ताकि वह विस्तृत विचारों या भावों को थोड़े-से-थोड़े शब्दों में व्यक्त कर सके।”[1] वाक्यांशों (vakyansh) की जगह एक शब्द प्रयोग करने से वाक्य रचना में संक्षिप्तता, सुंदरता और गंभीरता आ जाती है। अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द के प्रयोग से रचना में कसावट आती है और अभिव्यक्ति प्रभावशाली होती है। अच्छी रचना के लिए भी यह आवश्यक है की कम से कम शब्दों में अपने विचार प्रगट किए जाएँ। अनेक शब्दों के लिए एक शब्द को अंग्रेजी में ‘One Word Substitution’ कहते हैं। समास, उपसर्ग और प्रत्यय आदि की सहायता से वाक्य खंड को एक शब्द में बदला जाता है। जैसे— दशानन, अतिथि, अल्पज्ञ ये सारे पद समस्त पद हैं। ‘दशानन’ समस्त पद का अर्थ है- जिसके दस आनन (मुख) हैं अर्थात रावण। यहाँ समास की सहायता से वाक्य खंड के स्थान पर एक शब्द से काम चला लिया गया है। इसी तरह दूसरे ‘अतिथि’ समस्त पदका अर्थ है- (अ+तिथि) जिसके आने की तिथि निश्चित न हो। यहाँ उपसर्ग की सहायता से अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द बनाया गया है। तीसरे ‘अल्पज्ञ’ समस्त पद का अर्थ है- (अल्प+ज्ञ) जो अल्प (थोड़ा) जानता हो। यहाँ प्रत्यय की सहायता से vakyansh (वाक्यांश) के स्थान पर एक शब्द बनाया गया है। नीचे एक वाक्य, वाक्यांश, वाक्य खंड या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द दिए गये हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। अधिकतर anek shabdo ke liye ek shabd विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे हुए हैं। (अ)
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(इ, ई)
(उ, ऊ)
(ए, ऐ, ओ, औ)
(क)
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(ज, झ)
(त, थ)
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(ध)
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(श, ष)
(स)
(ह)
(क्ष)
[1] आधुनिक हिंदी व्याकरण और रचना- वासुदेवनंदन प्रसाद, पृष्ठ- 261 |