जीवन में आ रही समस्याओं को दूर करने और पुण्य अर्जित करने के लिए आप भी नियमित कबूतरों को दाना डालें और इसके शुभ फल जानें। Show
हिंदू धर्म में पशु-पक्षियों को भी बहुत महत्व दिया गया है। कई पशु-पक्षियों की तो हिंदू धर्म में पूजा भी की जाती है, तो बहुत सारे पशु-पक्षियों को पितरों का दर्जा दिया गया है। इनमें से एक है कबूतर। कबूतर एक ऐसा पक्षी है, जिसे हर दिन आप एक बार जरूर देखते होंगे या फिर आपके घर, आंगन या बालकनी में कबूतर जरूर आता होगा। शास्त्रों में पानी पिलाने और भोजन कराने को सबसे बड़ा पुण्य माना गया है। ऐसे में केवल मनुष्य को ही नहीं बल्कि आपको पशु-पक्षियों को भी भोजन और पानी जरूर देना चाहिए। कई घरों में लोग नियमित कबूतरों को दाना डालते हैं और उन्हें पानी भी पिलाते हैं। ऐसे में धार्मिक लिहाज से उन्हें ऐसा करने का क्या फायदा मिलता है, यह जानने के लिए हमने भोपाल के ज्योतिषाचार्य विनोद सोनी से बात की। पंडित जी कहते हैं , 'कबूतर को शांति का प्रतीक माना गया है। खासतौर पर सफेद कबूतरों को हिंदू धर्म में बहुत ही शुभ माना गया है। एक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने अमरनाथ की जिस गुफा में पार्वती जी को अजर-अमर होने के वचन सुनाए थे, वह वचन गुफा में मौजूद 2 कबूतरों ने भी सुन लिए थे और वह आज भी अजर-अमर हैं और जिन्हें भी वह दिख जाते हैं, कहा जाता है कि उसे भगवान शिव-पार्वती के दर्शन हो जाते हैं।' इस कथा के परिणाम स्वरूप कबूतरों को एक खास दर्जा ही प्राप्त हो गया है। आज हम आपको कबूतरों से जुड़े कुछ धार्मिक तथ्यों के बारे में बताएंगे। इसे जरूर पढ़ें: घर में बिल्ली का आना, क्या देता है संकेत हिंदू धर्म में कबूतर का महत्वशास्त्रों के मुताबिक कबूतर को देवी रति का वाहन माना गया है। देवी रति को सौंदर्य की देवी एवं गंधर्व कन्या के रूप में उल्लेखित किया गया है। देवी रति प्रेम के देवता कहे जाने वाले कामदेव की पत्नी थीं। कबूतरों को भी हमेशा शांति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। ग्रहों के अनुसार कबूतर को क्या खिलाएं?
इसे जरूर पढ़ें: गाय को नियमित गुड़-रोटी खिलाएं, होंगे ये फायदे घर में सफेद कबूतर का आना शुभ या अशुभ?घर में अगर सफेद कबूतर पला हुआ है या फिर कहीं से उड़ कर आ जाए या फिर अपना घोंसला बना ले, तो इसे शुभ संकेत ही समझें क्योंकि सफेद कबूतर को देवी लक्ष्मी का भक्त समझा जाता है। अगर कबूतर का जोड़ा आपके घर में रहने लगे तो यह भी शुभ होता है, इससे आपके दांपत्य जीवन में मधुरता आने लग जाती है। Recommended Video
कबूतर को पानी पिलाने से लाभपानी पिलाने को हिंदू धर्म में पुण्य का काम बताया गया है। यदि आप गर्मियों के मौसम में पुश-पक्षियों के लिए अलग से एक बर्तन में पानी भर कर रखते हैं, तो इससे आपको बहुत ही शुभ फल प्राप्त होंगे। उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा, इसे शेयर और लाइक करें। इसी तरह और भी आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। Image Credit: Shutterstock क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें। विषयसूची कबूतर को कैसे खिलाएं?कबूतर को अपना सिर कप में डुबाने दें और भोजन को ऊपर खींच लें।…पानी के साथ फार्मूला मिलाएं, एक मलाई रहित दूध की स्थिरता से शुरू करें।
कबूतर कितने साल तक जिंदा रहते हैं?इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः जंगलों में रहने वाले कबूतर की उम्र 3 से 5 साल तक होती है। पालतू कबूतर का जीवनकाल 15-20 वर्ष तक हो सकता है। कबूतर को पानी पिलाने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंइसके काफी हद तक जिम्मेदार हमारी पुण्य कमाने की लालसा है। गौरतलब है कि गर्मी के मौसम में जानवरों व पक्षियों को पानी पिलाना पुण्य का का काम माना जाता है। इसी कथित पुण्य को कमाने के चलते कई छोटे से लेकर दिल्ली मुबंई जैसे महानगरों मे भी लोग अपनी बालकनी में कबूतरों को के लिए खाना और पानी रख देते है। कबूतर का मनपसंद खाना क्या है? इसे सुनेंरोकेंकबूतर का भोजन छोटा होना चाहिये जैसे, गेहूं, चना, साबुत अनाज या फिर भुट्टे का दाना आदि। इन्हें अगर फल आदि खिलाना हो तो उसे टुकड़ों में काट कर खिलाएं। कबूतर को खाना चाहिए कि नहीं?इसे सुनेंरोकेंविशेषकर जंगली कबूतर के मांस को शरीर के लिए अत्यंत ही गर्म तासीर का माना जाता है। कुछ लोग लकवे की बीमारी से ग्रस्त लोगों को जंगली कबूतर का मांस खाने की सलाह देते हैं। शायद इसकी गर्म तासीर के कारण ही मांसाहारी लोग कबूतर का मांस नहीं खाते होंगे। कबूतर को सबसे ज्यादा क्या पसंद है?इसे सुनेंरोकेंकबूतरों को सबसे ज्यादा खाने में क्या पसंद होता है? ज्वार , बाजरा , गेहूँ । कबूतर के शगुन? इसे सुनेंरोकेंकुछ मान्यताओं की बात करें तो कबूतर को मां लक्ष्मी का भक्त माना जाता है. जिसे देखते हुए कई लोग कबूतर का घर में आना शुभ मानते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर कबूतर घर में घोंसला बना ले तो इससे परिवार में सुख समृद्धि आने लगती है. हालांकि कुछ का मानना है कि कबूतरों का आना अशुभ संकेत होते हैं. कबूतर कितने घंटे सोता है? इसे सुनेंरोकेंकबूतर को लगातार ७ से ८ घंटे तक उडऩा होता है। कबूतरों को बाजरा डालने के फायदे?इसे सुनेंरोकेंkabootar ko bajra dalne ke fayde कबूतर को बाजरा खिलाने से फायदा होता है । उन लोगों को जिनके जीवन मे राहु केतु का अशुभ प्रभाव पड़ रहा है । उनको विशेष रूप से कुंडली मे राहु केतु के कारण अशुभ प्रभाव हो । कबूतर को दाना देने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंकबूतर को छत पर दाना डालने से क्या होता है क्योंकि कबुतर बुध है और छत राहु है । बुध और राहु का मिलान होता है और छत गंदी हो जाती है , तो राहु अशुभ फल देंगी । इसलिए दाना खिलाने के बाद अच्छे से साफ सुथरा जरूर कर दे । कबूतर को दाना खिलाने के लाभ? इसे सुनेंरोकेंशास्त्रों में बताया गया है कि दाना डालने से पुण्य की प्राप्ति होती है। क्योंकि शास्त्रों में कबूतरों को शांति का प्रतीक माना गया है और साथ ही बताया है कि कबूतर अपने जीवनसाथी के लिए बहुत ही ईमानदार होते हैं। लेकिन ऐसा माना गया है कि कबूतरों को दाना खिलाने के लिए अपनी छत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कबूतर खाने के नुकसान? कबूतर के बच्चे कितने दिन में उड़ने लगते हैं?इसे सुनेंरोकेंकबूतर के बच्चे 30 से 32 दिन बाद उड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। कबूतर को बाजरा डालने के फायदे?इसे सुनेंरोकेंकबूतर का भोजन छोटा होना चाहिये जैसे, गेहूं, चना, साबुत अनाज या फिर भुट्टे का दाना आदि। इन्हें अगर फल आदि खिलाना हो तो उसे टुकड़ों में काट कर खिलाएं। 2. कबूतर का घर- इन पक्षियों को घर में अकेला घूमने के लिये छोड़ देना ही अच्छा होता है। कबूतर का पसंदीदा खाना? कबूतर का मनपसंद खाना? इसे सुनेंरोकेंसाकिब का कहना है कि कबूतर की उम्र 20 से 21 साल होती है और उनका मनपसंद भोजन अकरी और बाजरा होता है। कबूतर को गेहूं खिलाने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंकहते हैं कि कबूतरों को दाना खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है। सभी परिंदे बहुत ही चंचल और मासूम होते हैं। लेकिन कबूतर चंचल कम और मासूम ज्यादा होते हैं। कबूतरों को दाना खिलाना लोगों को बहुत ही अच्छा लगता है। कबूतर को सबसे ज्यादा क्या पसंद है खाने में?कबूतरों को सबसे ज्यादा खाने में क्या पसंद होता है ? ज्वार , बाजरा , गेहूँ ।
कबूतर का प्रिय भोजन क्या है?मक्का भी कबूतरों का सबसे पसंदिदा भोजन होता है।
कबूतर को कौन सा दाना खिलाना चाहिए?आपको कम से कम 41 दिनों तक कबूतर को चने का दाल या भुट्टे के दाने खिलाना चाहिए । सनातन धर्म में यैसा माना जाता है कि हर जीव ने ईश्वर का वास होता है ।
क्या कबूतरों को दाना डालना चाहिए?कबूतरों को जब आप अपने घर के अंदर दाना खिलाते हैं, तो घर के अंदर सुख और शांति आती है. घर के अंदर कबूतर दाने चुगने आते हैं तो आप पर धन की वर्षा होती है. ऐसा भी माना जाता है कि कबूतरों को दाना खिलाने से घर के अंदर सकारात्मक उर्जा आती है और घर के अंदर की नकारात्मक उर्जा दूर होती है.
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