Kismat Shayari in Hindi Images :- Kismat Shayari in Hindiजरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो ज़िन्दगी है कट जाएगी, मुक़द्दर की लिखावट का किस्मतवालों को ही बात मुकद्दर पे आ के रुकी है किस्मत पर रोना मैंने छोड़ दिया, लेके अपनी-अपनी क़िस्मत, “हुनर” सड़कों पर तमाशा करता है क्या खूब मैनें किस्मत पाई है जब भी रब दुनिया की मेरा कसूर नहीं जे मेरी किस्मत का कसूर है जैसे बिछड़ने की जल्दबाजी हो, ‘मेरी चाहत को मेरे हालात तक़दीर लिखने वाले एक Read Also: आँसू शायरी अपने हाथों अपनी किस्मत बिगाड़ा हूँ, कभी किस्मत, कभी वक़्त पर इल्ज़ाम, क्यूं हथेली की लकीरों से हैं किस्मत भी उनका साथ देती है, चल आ तेरे पैरों पर मरहम लगा दूॅ ए मुक़द्दर, दिल टुटा इस कदर की ***** कितने सच कितने अफ़साने, जब भी खुदा दुनियां की चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली Kismat Shayari in Hindi किस्मत कि लकीरों में रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को किस्मत जाग
गयी मैं सोता रहा, लिखा है मेरी तक़दीर में तेरा नाम अगर इश्क़ है तो फिक्र भी बेहद होगी, किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है सच देखना भी हर Read Also: नफरत शायरी ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल ए यार होता मोहब्बत की आजमाइश दे दे ज़माने से ना डर जरा किस्मत पे भरोसा कर जो क़िस्मत में होगा वो अहंकार में ही इंसान सब कुछ खोता है किसी को प्यार करना कहर हो बला हो जो कुछ हो जिनकी किस्मत में लिखा हो रोना, ख़राब हम नहीं हमारी
किस्मत है तकलीफ ये नहीं की ****** तकदीर त छे मगर किस्मत नि खुलती अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब, रिश्ते नाते झूठे हैं सब स्वार्थ का झमेला है मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, मेरे लिखने से अगर बदल जाती किस्मत तो Kismat Shayari in Hindi मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी, कल भी मन अकेला थाएआज भी अकेला है किस्मत की बात है, सारा इल्जाम अपने सर ले कर भाग्य बदलने चला जिंदगी और किस्मत से ज्यादा सवाल किस्मत की कश्ती का मेरी किस्मत से खेलने वाले कुछ तो लिखा होगा किस्मत में, वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करे किस्मत की लकीरों से चुराया था जिसे, फिर शान इस शहर को नई आप से मिली तुझको मस्ज़िद है मुझको मयखाना जो शतरंज की बिसात होती जिंदगी तो ये दिन भी देखना लिखा था मेरी क़िस्मत में Read Also: लम्हा शायरी किस्मत तेरी दासी हैं लोग सच ही कहते हैं कितना बेबस है इंसानए किस्मत के आगे! किस्मत को बेकार बोलने वालों आपको याद करना मेरी आदत बन गई है ***** एक ही ख्वाब देखा है कई बार मैंने हमें उनसे कोई शिकायत नहीं माना कि किस्मत पे मेरा कोई जोर नहीं दूर होना किस्मत में था मैं शिकायत भी करूं तो क्यों करूं Kismat Shayari in Hindi हर तरफ़ छा गए पैग़ाम.ए.मोहब्बत बन कर एक बात तो पक्की है बाज़ी.ए.इश्क़ में हमारी किस्मत तो देखिये कुछ तेरी फ़ितरत में नहीं थी छत कहाँ थी नसीब में बड़ी गहराई से चाहा है तुझे रुलाया ना कर हर बात पर यह जिंदगी किस्मत और लड़की भले ही धोके देती है किसी कशमकश में रहा होगा खुदा भी इसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थी हँस हँस के जवां
दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे मेरी किस्मत तो सिर्फ यादें है किसके मुकद्दर जिस दिन अपनी किस्मत जिनके दिल बहुत अच्छे होते हैं मां को देखकर मुस्कुरा लिया करो लेके अपनी अपनी जो मिल गया उसे तक़दीर का लिखा कहिये Read Also
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