Ma में सबसे अच्छा सब्जेक्ट कौन सा होता है? - ma mein sabase achchha sabjekt kaun sa hota hai?

इसे सुनेंरोकेंएम ए का पूरा नाम (Master of Arts) होता है ये एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री (post graduation degree) होता है जिसके अंदर आर्ट्स के रीलेटड सारा सब्जेक्ट को पढ़ाया जाता है जैसे की मानविकी, भूगोल, नृविज्ञान समाजिक विज्ञान, संचार, और भाषा विज्ञान, इत्यादि सब्जेक्ट पढ़ाये जाते है. इसमें हर स्टूडेंट इंट्रेस्ट हो कर पढता है.

Ma कब किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंएमए यानि मास्टर ऑफ़ आर्ट्स पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल का एक कोर्स है जिसे graduation करने के बाद किया जाता है। इसकी अवधि दो साल की होती है। किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स एमए कोर्स में एडमिशन ले सकते है।

Ma के कितने पेपर होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंMA का पूरा नाम (Master of Arts) होता है। ये एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री (post-graduation degree) है। इसके अंदर मानविकी, भूगोल, नृविज्ञान समाजिक विज्ञान, संचार, और भाषा विज्ञान, इत्यादि सब्जेक्ट पढ़ाये जाते है।

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Ma Hindi के बाद क्या करे?

एमए(M.A.) के बाद Courses/ Study

  • बैचलर ऑफ एजुकेशन (B. Ed.) B. Ed.
  • मास्टर ऑफ फिलासफी (M. Phil.) एम. फिल का कोर्स 2 साल का होता है, जिसमें विद्यार्थी को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह का ज्ञान मिलता है।
  • डॉक्टर ऑफ फिलासफी (PhD) PhD, एमफिल से ऊंचे लेवल की पढ़ाई होती है।
  • बैचलर ऑफ सोशल वर्क (B.S.W)

Ma में एडमिशन लेने के लिए क्या करना पड़ेगा?

इसे सुनेंरोकेंMA में प्रवेश पाने के लिए कॉलेजों या विश्वविद्यालयों द्वारा कुछ प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, और आपको उस प्रवेश परीक्षा को पास करके ma मे admission लेनी होती है । हालांकि बहुत से कॉलेज या विश्वविद्यालय आपको ma ने direct admission दे देते है । अगर आपने 50-55% से under graduate paas किया हो तो ।

अगर आप एमए कोर्स करने की सोच रहे है या इस बारे में जानना चाहते है कि MA क्या है और कैसे करें तो इस आर्टिकल में हमने आपके लिए MA Course Details in Hindi से इसके बारे में सबकुछ बताया है। इसे पढ़ने के बाद आपको Master of Arts (MA in Hindi) से रिलेटेड पूरी जानकारी मिल जाएगी।

आर्ट्स में बेचलर की डिग्री हासिल करने के बाद अधिकतर स्टूडेंट्स एमए करते है। इसके अलावा जो स्टूडेंट्स आर्ट्स फील्ड के नहीं है, वो भी भारत की हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज में कराए जाने वाले इस कोर्स में admission लेते है। ऐसे में सभी स्टूडेंट्स को ma me admission kaise le, किस सब्जेक्ट से एमए करें और एमए की फीस कितनी है, से जुड़ी सभी जानकारी का होना आवश्यक है।

किसी एक विषय (subject) में specialization हासिल कराने वाला MA degree course न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के हर देश में पॉपुलर कोर्स है लेकिन प्रत्येक स्टूडेंट को एमए में प्रवेश लेने से पहले एमए डिग्री के बारे में पूरी जानकारी का होना बहुत जरूरी है।

Contents

  • 1 एमए क्या है – What is MA in Hindi
    • 1.1 MA कैसे करें – एमए में एडमिशन कैसे लें
  • 2 MA Course Details in Hindi
    • 2.1 MA Subject List in Hindi
    • 2.2 एमए की फीस कितनी है
    • 2.3 एमए करने के लिए कितने प्रतिशत (Percentage) चाहिए
    • 2.4 डबल M.A. क्या होता है
    • 2.5 एमए करने के बाद कौनसी जॉब मिलती है
  • 3 Frequently Asked Questions about MA Course

एमए क्या है – What is MA in Hindi

Ma में सबसे अच्छा सब्जेक्ट कौन सा होता है? - ma mein sabase achchha sabjekt kaun sa hota hai?

एमए यानि मास्टर ऑफ़ आर्ट्स पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल का एक कोर्स है जिसे graduation करने के बाद किया जाता है। इसकी अवधि दो साल की होती है। किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स एमए कोर्स में एडमिशन ले सकते है।

अगर आप एमए का फुल फॉर्म जानना चाहते है तो बता दें कि एमए की full form मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (master of arts) होती है।

Post Graduation Level Course को हिंदी में स्नातकोत्तर या परास्नातक कहा जाता है तो हिंदी में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स यानि MA in Hindi कला वर्ग के सब्जेक्ट्स से स्नातकोत्तर या परास्नातक कहलाता है।

MA कैसे करें – एमए में एडमिशन कैसे लें

जिन स्टूडेंट्स ने Bachelor of Arts (BA) degree कर ली है या अन्य किसी भी स्ट्रीम से बैचलर डिग्री कर ली है तो वो जान लें कि एमए में एडमिशन Entrance Exams या Merit List के आधार पर होता है।

ग्रेजुएशन करने के बाद या ग्रेजुएशन के लास्ट ईयर में स्टूडेंट्स जिस यूनिवर्सिटी से एमए करना चाहते है, उसका फॉर्म भरते है और यूनिवर्सिटी/ कॉलेज का एडमिशन सेशन शुरू होने पर एमए में प्रवेश ले लेते है.

जिन यूनिवर्सिटी में Entrance Exam का सिस्टम होता है, उसमें Entrance Exam पास करने के बाद admission मिल जाता है और जिसमें मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रवेश मिलता है, उसमें graduation के मार्क्स के base पर प्रवेश हो जाता है।

ध्यान दें कि कई यूनिवर्सिटी में एमए में प्रवेश के लिए न्यूनतम मार्क्स अनिवार्य होते है। यह सभी यूनिवर्सिटी में अलग-अलग होते है लेकिन अधिकतर यूनिवर्सिटी एमए कोर्स में प्रवेश के लिए graduation में 50% का होना अनिवार्य है।

MA Course Details in Hindi

मास्टर ऑफ़ आर्ट्स, नाम से ही स्पष्ट है कि यह कोर्स आर्ट्स के सब्जेक्ट्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के लिए किया जाता है। इसे रेगुलर या प्राइवेट दोनों तरीके से किया जा सकता है।

सामान्यत: Bachelor of Arts करने के बाद Master of Arts (MA) किया जाता है लेकिन स्टूडेंट्स B.Sc या BCom करने के बाद भी एमए करते है तो इसकी न्यूनतम योग्यता undergraduate degree का होना है।

एमए दो वर्षीय कोर्स होता है। इसमें 4 सेमेस्टर होते है. इसके अतिरिक्त कई यूनिवर्सिटी/कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम नहीं होता बल्कि उनमें सिर्फ annual exam (वार्षिक परीक्षाएं) होती है।

एमए कोर्स को रेगुलर और प्राइवेट दोनों तरीके से किया जा सकता है। लगभग हर यूनिवर्सिटी रेगुलर एमए के साथ-साथ प्राइवेट एमए भी करवाती है। Regular MA में students को कॉलेज को अटेन्ड करना जरूरी होता है जबकि Private MA में सिर्फ exam & practical देने होते है, कॉलेज नहीं जाना होता है।

अगर कोई स्टूडेंट Hindi Subject से MA कर रहा है तो उसे MA in Hindi कहा जाता है। MA English, MA Hindi, MA Political Science, MA History कुछ प्रमुख एमए प्रोग्राम है जो स्टूडेंट्स द्वारा किए जाते है।

Note: स्टूडेंट्स Distance education के माध्यम से भी एमए कर सकते है. Indira Gandhi National Open University (IGNOU), NALANDA OPEN UNIVERSITY (NOU), VARDHMAN MAHAVEER OPEN UNIVERSITY (VMOU) ओपन यूनिवर्सिटी से MA करने के लिए प्रमुख संस्थान है.

MA Subject List in Hindi

देश की विभिन्न यूनिवर्सिटी और महाविद्यालयों द्वारा आर्ट्स के कई सब्जेक्ट्स में एमए कराई जाती है. इन सभी सब्जेक्ट में ये कुछ प्रमुख subject है जिन्हें अधिकतर स्टूडेंट्स के द्वारा MA में primary subject के रूप में चुना जाता है.

  • हिंदी
  • राजनीति विज्ञान
  • भूगोल
  • हिंदी साहित्य
  • इतिहास
  • अर्थशास्त्र
  • English
  • Psychology
  • Home Science
  • Urdu
  • Sanskrit
  • Public Administration
  • Philosophy
  • Sociology

इसके अलावा जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी सहित कई प्रमुख यूनिवर्सिटीज में कई विदेशी भाषाओं जैसे चाईनीज, फ्रेंच, अरबी में भी एमए कोर्स करवाया जाता है। विदेशी भाषाओं में एमए एडमिशन के लिए entrance exam आयोजित होते है।

MA ke liye best subject कौनसा है या एमए किस विषय से करें, यह वो सवाल है जो एमए करने की चाहत रखने वाले हर स्टूडेंट को तंग करता है। इसका निर्णय स्टूडेंट को अपनी रूचि, करियर ऑप्शन और future plan को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए।

एमए की फीस कितनी है

m.a करने में कितना पैसा लगता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस कॉलेज और यूनिवर्सिटी से एमए कर रहे है। जैसे अगर आप किसी बड़े प्राइवेट कॉलेज या यूनिवर्सिटी से MA कर रहे है तो इसकी फीस ₹15,000 से लेकर ₹50,000 तक हो सकती है।

वहीं अगर बात की जाए किसी सरकारी कॉलेज से एमए की तो इन कॉलेजों में एमए की फीस ₹10,000 के आसपास ही होती है। इसके अलावा लोकल प्राइवेट कॉलेज या संस्थान भी 15 हजार की फीस में एमए कोर्स करवाते है।

इसके अलावा कुछ विशेष वर्गों को सरकार के नियमानुसार एमए फीस में छूट भी प्रदान की जाती है।

एमए करने के लिए कितने प्रतिशत (Percentage) चाहिए

अधिकतर विश्वविद्यालयों में एमए करने के लिए मिनिमम 50% चाहिए होते है। यह 55%, 60% तक भी हो सकते है। इसके अलावा ओपन यूनिवर्सिटी और डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले कुछ संस्थानों में एमए कोर्स में प्रवेश के लिए बैचलर डिग्री में कम से कम 45% का होना आवश्यक है।

MA ke liye kitne marks chahiye, इसकी विस्तृत जानकारी के लिए स्टूडेंट जिस भी संस्थान या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते है, उसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर सारी जानकारी ले सकते है।

भारत के कुछ IIT Colleges जैसे IIT Gandhinagar, IIT Guwahati और IIT Madras के द्वारा भी एमए करवाया जाता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इन आईआईटी संस्थानों के आधिकारिक वेबपेज से information ले सकते है।

डबल M.A. क्या होता है

Double MA का अर्थ होता है दो-दो अलग विषयों में एमए की डिग्री हासिल करना। इसे आर्ट्स के किन्ही two subjects में Post Graduation degree करना कहा जाता है।

एमए करने के बाद कौनसी जॉब मिलती है

जो candidate एमए करता है, कहीं न कहीं उसके मन में यह सवाल होता है कि ma pass ke liye job क्या-क्या होती है तो बता दें कि एमए करने के बाद जॉब करने के कई नए अवसर पैदा हो जाते है। यह निम्नलिखित है:

  • अध्यापन (teaching)
  • व्याख्याता
  • कंटेंट राइटिंग
  • Private Tutor
  • School Teacher
  • प्रोफेसर
  • Education Consultant
  • पीएचडी (कर सकता है आगे)

Frequently Asked Questions about MA Course

MA का फुल फॉर्म क्या है

MA की फुल फॉर्म Master of Arts है। हिंदी में इसे कला वर्ग में परास्नातक या स्नातकोत्तर कहते है।

एमए कोर्स कितने साल का होता है

Master of Arts यानि MA दो साल का कोर्स होता है

MA में कितने सेमेस्टर होते है

एमए में हर साल दो सेमेस्टर होते है। दो साल में टोटल चार सेमेस्टर होते है।

क्या BCom या BSc के बाद MA कर सकते है

हाँ, किसी भी stream से graduation करने के बाद एमए कोर्स किया जा सकता है।

MA में कौन सी पढ़ाई होती है?

MA में पोस्ट graduation की पढ़ाई होती है यानि graduation करने के बाद किसी एक सब्जेक्ट की स्पेशल पढ़ाई होती है।

संक्षिप्त में कहा जाए तो MA एक Postgraduate Degree है जिसकी duration दो साल होती है और इसमें admission एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट लिस्ट के आधार पर मिलता है। अगर अभी भी आपका मास्टर ऑफ आर्ट्स एमए क्या है (MA in Hindi) या इससे जुड़ा अन्य कोई भी प्रश्न है तो कमेंट करके जरूर पूछें।

Ma करने के लिए सबसे अच्छा सब्जेक्ट कौन सा है?

इन सभी सब्जेक्ट में ये कुछ प्रमुख subject है जिन्हें अधिकतर स्टूडेंट्स के द्वारा MA में primary subject के रूप में चुना जाता है..
राजनीति विज्ञान.
हिंदी साहित्य.
इतिहास.
अर्थशास्त्र.
English..
Psychology..

Ma करने से क्या फायदा होता है?

अगर आप भविष्य में अच्छी सैलरी और पोस्ट वाली जॉब करना चाहते हैं तो एमए की डिग्री (MA Degree) हासिल करने के बाद भी आपके पास करियर ऑप्शंस की भरमार है. आप टीचिंग फील्ड (Teaching Jobs) के अलावा जर्नलिज्म, एडवर्टाइजिंग जैसे कई क्षेत्रों में अपनी जगह बना सकते हैं.

Ma करने के बाद क्या करें?

एमए(M.A.) के बाद Courses/ Study.
बैचलर ऑफ एजुकेशन (B. Ed.) B. Ed. ... .
मास्टर ऑफ फिलासफी (M. Phil.) एम. फिल का कोर्स 2 साल का होता है, जिसमें विद्यार्थी को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह का ज्ञान मिलता है। ... .
डॉक्टर ऑफ फिलासफी (PhD) PhD, एमफिल से ऊंचे लेवल की पढ़ाई होती है। ... .
बैचलर ऑफ सोशल वर्क (B.S.W).

Ma करना जरूरी है क्या?

जैसे ही आप अपना MA डिग्री कोर्स पूरा कर लेते है इसके बाद अपना करियर बनाने के तैयारी में लग जाते है चाहे गोवेर्मेंट जॉब हो या फिर प्राइवेट जॉब वैसे तो आप किसी में भी जॉब कर सकते है जैसे की मेडिकल क्लिनिक में करियर बना सकते है यूनिवर्सिटी / कॉलेज या फिर ह्यूमन रिसोर्स, मार्केटिंग मैनेजर, म्यूजिक फील्ड , या फिर सोशल वर्कर ...