पंचांग मई 8 2022, रविवार Show
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, शुक्ल पक्ष सप्तमी दिन है. सूर्य मेष और चन्द्रमा कर्क राशि में संचरण करेगा. आज का पंचांग शुक्ल पक्ष सप्तमी नक्षत्र: पुष्य आज का दिशाशूल: पश्चिम दिशा आज का राहुकाल: 5:16 PM – 6:53 PM सूर्य और चंद्रमा का समय
शुभ काल
योग
गण्डमूल नक्षत्र
खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं? खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं? खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं? खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है? राष्ट्रीय मिति वैशाख 11, शक संवत 1944, वैशाख, शुक्ल, प्रतिपदा, रविवार, विक्रम संवत 2079। सौर वैशाख मास प्रविष्टे 18, रमजान 29, हिजरी 1443 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 01 मई सन् 2022 ई॰। सूर्य उत्तरायण उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु। राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। प्रतिपदा तिथि अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 26 मिनट तक उपरांत द्वितीया तिथि का आरंभ, भरणी नक्षत्र रात्रि 10 बजकर 11 मिनट तक उपरांत कृतिका नक्षत्र का आरंभ। आयुष्मान योग अपराह्न 03 बजकर 17 मिनट तक उपरांत सौभाग्य योग का आरंभ, किंस्तुघ्न करण अपराह्न 02 बजकर 42 मिनट तक उपरांत बालव करण का आरंभ। चंद्रमा अगले दिन तड़के 04 बजकर 44 मिनट तक मेष उपरांत वृष राशि पर संचार करेगा। आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang): आज 01 मई दिन रविवार है. आज वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. आज से वैशाख शुक्ल पक्ष का प्रारंभ हुआ है. शुक्ल पक्ष में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार आएंगे. आज से अंग्रेजी कैलेंडर के 5वे माह मई का भी प्रारंभ हुआ है. आज रविवार को सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए और गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए. सूर्य देव को अक्षत्, लाल चंदन, शक्कर एवं लाल फूल मिला जल अर्पित करना चाहिए. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं. सूर्य देव के आशीर्वाद से कभी भी धन, धान्य की कमी नहीं रहती है. पद एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है, करियर में तरक्की मिलती है. सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना श्रेष्ठ रहता है. रविवार के दिन गेहूं, घी, गुड़, तांबा, लाल वस्त्र आदि का दान करना शुभ होता है. इससे कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. रविवार का व्रत करने से भी सूर्य प्रबल होता है. जिनता सूर्य मजबूत होता है, उनको कार्यों में सफलता प्राप्त होती है, राजनीति में किस्मत के सितारे चमकते हैं. अच्छा पद मिलता है. रविवार को सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद गायत्री मंत्र का जाप करना कल्याणकारी होता है. गायत्री मंत्र के जाप से मन शांत रहता है, तानव दूर होता है. आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी होगी आज ग्रहों की चाल. 01 मई 2022 का पंचांग सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय हिन्दू मास एवं वर्ष अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त) Tags: Astrology, Dharma Aastha Ekadashi 2023: एकादशी का व्रत हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर 11 तारीख को मनाया जाता है. एक महीने में दो एकादशी व्रत होते हैं, एक शुक्ल पक्ष में और दूसरा कृष्ण पक्ष में. भगवान विष्णु के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए एकादशी का व्रत रखते हैं. एकादशी का व्रत तीन दिनों तक चलता है. भक्त उपवास के दिन से एक दिन पहले दोपहर में एक बार भोजन करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अगले दिन पेट में कोई भोजन शेष न रहे. भक्त एकादशी के दिन कड़ा उपवास रखते हैं और अगले दिन सूर्योदय के बाद ही व्रत खोलते हैं. एकादशी के व्रत में सभी प्रकार के अनाज और अनाज का सेवन वर्जित है. निर्जला और फलहाल व्रतभक्त अपनी इच्छा और शरीर शक्ति के अनुसार बिना पानी के, केवल पानी के साथ, केवल फलों के साथ, एक समय के लेटेक्स भोजन के साथ उपवास का पालन करना चुन सकते हैं, हालांकि व्रत शुरू करने से पहले इसका फैसला कर लेना चाहिए. एकादशी व्रतकभी-कभी लगातार दो दिनों तक एकादशी का व्रत रखने की सलाह दी जाती है. यह सलाह दी जाती है कि परिवार सहित समर्थ को पहले दिन ही उपवास करना चाहिए. वैकल्पिक एकादशी व्रत, जो दूसरा है, सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष चाहने वालों के लिए सुझाया गया है. जब समर्थ के लिए वैकल्पिक एकादशी उपवास का सुझाव दिया जाता है तो यह वैष्णव एकादशी उपवास के दिन के साथ मेल खाता है. भगवान विष्णु के प्यार और स्नेह की तलाश करने वाले भक्तों के लिए दोनों दिनों में एकादशी उपवास करने का सुझाव दिया जाता है. यह पृष्ठ समर्थों के लिए एकादशी उपवास के दिनों की सूची देता है. वैष्णवों को वैष्णव उपवास के दिनों को जानने के लिए वैष्णव एकादशी व्रत की जांच करनी चाहिए. वैष्णव उपवास दिवस स्मार्त उपवास दिवस के एक दिन बाद हो सकता है. मई 2022 में शुक्ल पक्ष कब से कब तक है?आइए जानते हैं, आज का पंचांग. आज की तिथि (Aaj Ki Tithi) : 31 मई 2022 को जेठ यानि ज्येष्ठ मास की शुक्ल की प्रतिपदा की तिथि है. जिसका समापन शाम 7 बजकर 19 मिनट पर होने जा रहा है.
शुक्ल पक्ष कब से कब तक है June 2022?आज आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि है. आज विष्णु जी की पूजा विशेष संयोग बना है. आइए जानते हैं, आज का पंचांग. आज की तिथि (Aaj Ki Tithi) : 30 जून 2022 को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि प्रात: 10 बजकर 50 मिनट पर समाप्त हो रही है.
मई में शुक्ल पक्ष कब से शुरू है?Vaishakh Mass 2022 Shubh Vivah Muhurt: वैशाख मास 2022 शुक्ल पक्ष आज 1 मई से शुरू हो गया है.
मई में शुक्ल पक्ष कब से कब तक है?Aaj Ka Panchang 11 May 2022: हिंदी पंचांग (Panchang Today) के अनुसार आज यानी 11 मई, वैशाख शुक्ल पक्ष (Vaishakh Shukla Paksha) की दशमी तिथि है. दशमी तिथि शाम 7 बजकर 31 मिनट तक है. इसके बाद एकादशी तिथि लग जाएगी. सूर्योदय 5 बजकर 33 मिनट पर है.
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