नस पर नस चढ़ जाने पर क्या करना चाहिए? - nas par nas chadh jaane par kya karana chaahie?

नस पर नस चढ़ना एक आम समस्या है। मांसपेशियों के सिकुड़ने से यह स्थिति बनती है। तंतुओं में खराबी के कारण मांसपेशियों की गांठ बन जाती है, जिससे तेज दर्द होता है। यह स्थिति खतरनाक नहीं होती, ना ही कोई...

नस पर नस चढ़ जाने पर क्या करना चाहिए? - nas par nas chadh jaane par kya karana chaahie?

Alakha

नस पर नस चढ़ जाने पर क्या करना चाहिए? - nas par nas chadh jaane par kya karana chaahie?
Tue, 28 Jan 2020 01:55 PM

हमें फॉलो करें

ऐप पर पढ़ें

नस पर नस चढ़ना एक आम समस्या है। मांसपेशियों के सिकुड़ने से यह स्थिति बनती है। तंतुओं में खराबी के कारण मांसपेशियों की गांठ बन जाती है, जिससे तेज दर्द होता है। यह स्थिति खतरनाक नहीं होती, ना ही कोई बड़ी समस्या है और अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कई बार दर्द तेज होता है। यदि ऐसा बार-बार हो रहा है तो बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। www.myupchar.com से जुड़े ऐम्स के डॉ. केएम नाधीर के अनुसार, मांसपेशियों पर दबाव पड़ने के कारण नस पर नस चढ़ती है। दिनभर की थकान के कारण पैरों की नस पर नस चढ़ती है। इससे मांसपेशियों में चोट पहुंच सकती है या ऐंठन आ सकती है। सामान्य सावधानियां बरतने से इससे बचा जा सकता है।  नियमित व्यायाम और सामान्य मलहम से आराम मिल जाता है। वहीं दर्द बढ़ने पर बोटॉक्स के इंजेक्शन लगाने पड़ सकते हैं।

 

नस पर नस चढ़ें तो आजमाएं ये उपाय-

शरीर में पोटेशियम की मात्रा घटने से नस पर नस चढ़ती है। केला इसका कारगर इलाज है। इसके अलावा शकरकंद, संतरे का ज्यूस, चुकंदर, आलू, खजूर, दही, टमाटर का नियमित सेवन नस पर नस चढ़ने की समस्या से निजात दिलाता है। सर्दी के दिनों में रात को सोते समय सरसों के तेल की मालिश करें। इससे गर्मी आएगी और कई फायदे होंगे। मांसपेशियां भी मजबूत होंगी। इसी तर्ज पर नारियल तेल से मालिश की जा सकती है। गर्दन, हाथ और पैरों की मसाज करें। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशियों को बल मिलता है।

 

जिस जगह नस पर नस चढ़ी है, उस पर बर्फ से सिकाई करें। चंद मिनट में आराम मिल जाएगा। नमक की पोटली बनाकर गर्म सिकाई भी कारगर है। कई लोगों को रात में सोते समय नस पर नस चढ़ती है। ऐसे लोग सोते समय स्ट्रेचिंग करें यानी हाथ और पैरों की मांसपेशियों की खिंचाई करें। जिस पैर की नस पर नस चढ़ गई है, उस तरफ के हाथ के बीच वाली अंगुली की नाखुन और त्वचा के बीच वाले भाग को दबाएं। तत्काल आराम मिलेगा।

 

पुदीने का सेवन फायदेमंद है। इसका तेल तैयार कर मालिश करने पर भी आराम मिलता है। हल्दी वाले दूध का सेवन नस पर नस चढ़ने की समस्या को दूर करता है। लाल मिर्च में कैप्साइसिन पाया जाता है जो इसका रामबाण इलाज है।

 

डॉक्टर को कब दिखाएं

नस पर नस चढ़ने का असर कुछ सेकंड से लेकर 15 मिनट तक रह सकता है। कई बार नस पर नस चढ़ने का दर्द इतना बढ़ जाता है कि रात में नींद नहीं आती है। यदि ऐसा बार-बार होता है तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बुजुर्ग लोगों में ऐसा अधिक होता है। नस पर नस चढ़ने के कारण पैर में सूजन आ जाए तो तत्काल इलाज करना चाहिए। नस पर नस चढ़ने के दौरान पैरों में झटके लगते हैं। इस स्थिति  में गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि हाथ और पैरों में लगातार दर्द रहता है या झुनझनी आती है तो भी इलाज करवाना चाहिए।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बिना इलाज के छोटी सी परेशानी भी बड़ी मुसीबत का सबब बन जाती है। नस पर नस का चढ़ना एक छोटी सी परेशानी है लेकिन अगर इसे नजरअंदरा कर दिया जाए तो ये आपको लंबे समय तक बीमार कर सकती है। कई बार काम करते समय या फिर मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से आपकी नस पर नस चढ़ जाती है। नस पर नस चढ़ने की स्थिति दो तरह की हो सकती है। पहली स्थिति में आपको तत्काल दर्द होग और ठीक हो जाएगा। जबकि दूसरी स्थिति गंभीर और दर्दनाक हो सकती है जो आपको लाचार भी बना सकती है।

अक्सर जांघ, पैर, हाथ, गर्दन, बाजू, पेट, पस्लियों के आस-पास की नस पर नस चढ़ती है। जब भी बॉडी के जिस अंग की नस पर नस चढ़ती है तो प्रभावित मांसपेशियों का हिस्सा 15 मिनट तक के लिए सख्त हो जाता है। उस हिस्से पर कुछ दर्द की दवाई लगाने से राहत भी मिल जाती है। आइए जानते है कि नस पर नस चढ़ने का क्या कारण है और इसका उपचार कैसे किया जाए।

नस पर नस चढ़ने का कारण:

  • ये बीमारी कई कारणों से होती है जैसे बॉडी में पानी की कमी होना
  • खून में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम की कमी होना
  • मैग्नीशियम की मात्रा का कम होना
  • अधिक शराब पीना
  • शुगर या पौष्टिक आहार की कमी के कारण
  • अधिक तनाव लेना
  • गलत पॉश्चर में बैठना
  • कई बार नसों के कमजोर होने से भी नस पर नस चढ़ जाती है।

इस बीमारी से कैसे बचा जाए:

  • अगर पैर की नस पर नस चढ़ती है तो सोते समय पैरों के नीचे तकिया रख कर सोए।
  • जिस जगह ये परेशानी हुई है वहां दिन में तीन बार कम से कम 15 मिनट तक बर्फ की सिकाई करें।
  • तनाव वाली मासपेशियों पर आहिस्ता से मालिश करें आपको जल्द राहत मिलेगी।
  • जिस तरफ खिंचाव है उसी तरफ की हाथ की उंगुली के नाखून और स्किन के बीच के भाग को दबाएं। उसे तब तक दबा कर रखें जब तक आपकी नस उतर ना जाए।
  • नस चढ़ने पर उस हिस्से को स्ट्रेच करें। जब आप स्ट्रेचिंग करते हैं, तब आपकी मांसपेशी जिस तरफ खिंची होती है, उससे उल्टी तरफ खिंचने लगती है। ध्यान रखें कि ज्यादा तेज से स्ट्रेचिंग नहीं करें।
  • नस पर नस चढ़ने पर थोड़ा सा नमक मुंह में रखे, कुछ देर तक नमक को चाटने से आप खुद फर्क महसूस करेंगे।
  • बॉडी में पोटाशियम की मात्रा में कमी होने पर ही नस पर नस चढ़ती है। ऐसे में आप दर्द से छुटकारा पाने के लिए केले का सेवन करें।
  • नस में खिंचाव वाली जगह की तेल से मसाज करे। इससे खून का दौरा बढ़ जाता है और दर्द से राहत मिलती है।
  • आमतौर पर नस पर से नस खुद उतर जाती है लेकिन आपके साथ ये परेशानी अक्सर रहती है तो डॉक्टर से संपर्क करें। 

                          Written By Shahina Noor

Edited By: Shilpa Srivastava

जागरण फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट

  • Facebook
  • Twitter
  • YouTube
  • Google News
  • Download App

नस पर नस चढ़ने का क्या इलाज है?

ज्यादा थकान होने पर सोते वक्त पैरों की गरम तेल से मालिश करें..
नस चढ़ने पर उस जगह की बर्फ से सिकाई करें. इससे आराम मिलेगा..
तेज दर्द हो तो नमक की पोटली बनाकर गर्म सिकाई करें..
नस चढ़ने पर पोस्चर को बदलें और सीधे खड़े हो जाएं..
गर्म हल्दी वाली दूध पिएं..

नस लग जाए तो क्या करना चाहिए?

नस चढ़ने पर अपनाएं ये घरेलू उपाय बर्फ की सिकाई- नस चढ़ने पर उस जगह पर कम से कम 3 से 15 मिनट तक प्रभावित जगह पर बर्फ की सिकाई करें. तेल की मालिश- नस चढ़ने पर किसी भी तेल को हल्का गुनगुना कर लें और उससे हल्के हाथों से प्रभानित जगह की मालिश करें. नमक का करें सेवन- सोडियन की कमी से भी नस चढ़ने की परेशानी हो सकती है.

पैर का नस दब जाए तो क्या करें?

इसके लिए मेथी के बीजों को पानी में भिगो दें। इसके बाद इसे ब्लैंड करके पेस्ट बनाएं और फिर प्रभावित हिस्से पर लगाएं। दबी हुई नस को खोलने के लिए दूसरा सबसे आसान उपाय है हार सिंगार का पौधा, जिसके पत्ते को पारिजात भी कहा जाता है। इन पत्तों को पानी में उबाल कर कुछ दिनों तक सेवन करने से दबी हुई नस को खोलने में मदद मिलती है।

नसों में खिंचाव क्यों आता है?

व्यक्ति को अकसर नसों में खिंचाव ज्यादा एक्सरसाइज के कारण भी हो सकता है. ये स्थिति तब पैदा होती है जब शुरुआत में हम लोग एक्सरसाइज ज्यादा कर लेते हैं ऐसे में नसों में खिंचाव महसूस होता है.