पुस्तक अंश अन्य विषयों की तरह गणित को भी कक्षा में बेहतर ढंग से कैसे पढ़ाया जा सकता है जिससे बच्चों को गणित की पढ़ाई में मज़ा आए, कई शिक्षक यह जानना चाहते हैं। कई बार उनका सवाल होता है कि क्या विज्ञान की तरह गणित में भी कुछ ठोस गतिविधियां हो सकती हैं जिनकी मदद से गणितीय अवधारणाओं को बच्चे आसानी से समझ सकें? इस अंश में ऐसी ही कुछ गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिन्हें आपके आसपास मौजूद सामग्री से करवाया जा सकता है। Show ➔ शायद गणित पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों के सामने एक सवाल खड़ा होता है मेरे छात्र गणित की परीक्षा में बेहतर कर सकें। इसके लिए मैं क्या कर सकता हूँ? किन साधनों का उपयोग किया जा सकता है? साधन तैयार करना आपको कितनी संख्या में हरेक संसाधन चाहिए इसके बारे में भी सोचें। क्या आप इस मात्रा को कम कर सकते हैं? उदाहरण के लिए क्या आप, अपनी कक्षा का ढांचा बदल सकते हैं जिससे कि छात्रों का एक छोटा समूह ही एक बार में संसाधनों का प्रयोग करे? बाकी छात्र, सप्ताह के अन्य दिनों में उस उपकरण या शैक्षिक साधन को इस्तेमाल करें। बोतल के ढक्कनों का उपयोग विषय - प्रतिबिम्बदर्पण के एक ओर स्थित, हरेक बिन्दु का, दर्पण-रेखा के दूसरी ओर, उतनी ही दूरी पर प्रतिबिम्ब बनेगा। आवश्यक सामानः बोतल के ढक्कन, छोटे दर्पण, कार्ड की पट्टी गतिविधि चित्र के अनुसार कार्ड की पट्टी पर बोतल के 5 ढक्कन रखें। दर्पण को टूटी रेखा पर रखें। उसके दोनों ओर एक-एक छात्र बैठे। एक छात्र दूसरे से पूछे कि उसे क्या दिखाई दे रहा है? आपकी राय में, दूसरे छात्र को क्या दिखाई दे रहा होगा? अब दर्पण-रेखा को सरकाएं। अब आपको क्या दिख रहा है? दूसरे छात्र को क्या दिख रहा होगा? ढक्कनों की दो कतारें बनाएं या भिन्न रंगों के ढक्कनों को, अलगअलग पैटर्न में सजाकर प्रयोग करके देखें। विषय - अनुमान नाप की किन्हीं भी दो इकाइयों की आपस में तुलना की जा सकती है। उदाहरण के लिए मीटर की तुलना सेंटीमीटर, इंच, हाथ के बालिश्त आदि से की जा सकती है। गतिविधि अनुमान के बारे में पूछताछ करने के लिए कक्षा में छात्रों की दो टीमें बनाएं। हरेक टीम, अनुमान से संबंधित प्रश्नों की एक सूची बनाए। उदाहरण के लिए: बोतल के कितने ढक्कनों से एक कप भरेगा? एक भगोना? एक बाल्टी? एक ट्रक? एक ट्रक बोतलों का भार कितना होगा? बोतल के कितने ढक्कनों को सटाकर रखने से एक मीटर बनेगा? एक किलोमीटर? कक्षा की लंबाई? हरेक टीम अपने प्रश्नों के उत्तरों के सही अंदाज़ की एक मान्य सीमा तय करे। जो टीम सबसे सही अनुमान लगाएगी, वही जीतेगी। विषय - निर्देशांकों की जोड़ियां और रूपांतरण एक बड़े कागज पर या जमीन पर दो अक्षों को बनाएं। उन पर X और Y अक्ष लिखें। चौखाने जाल पर बोतल के चार ढक्कनों को इस तरह रखें जिससे वे किसी चतुर्भुज के चार कोनों को निरूपित करें। उनके निर्देशांक नोट करें। इसी प्रकार कुछ अन्य चतुर्भुज बनाएं और उनके भी निर्देशांक नोट करें। रूपांतरण के लिए गतिविधियां घूमना: सभी बिन्दु केन्द्र के चारों ओर, एक-समान कोण से घूमेंगे। बड़ा करना: कोई भी आकार किसी पैमाने के अनुसार ही बड़ा होता है। यह पैमाना ही निश्चित करेगा कि नए आकार की हरेक भुजा, कितनी बड़ी होगी। स्थानांतरण: आकृति पर स्थित सभी बिन्दु एक ही दिशा में एक-समान दूरी तक ही सरकेंगे। सभी संभावित परिणामों की सूची बनाएं और उन्हें एक व्यवस्थित तरीके से गिनें। गतिविधि विषयः विकास के पैटर्न, अंकगणितीय श्रेणियां और ज्यामितीय श्रेणियां बोतल के ढक्कनों से पैटर्न 1 बनाएं। हरेक पैटर्न में कितने ढक्कन लगे? हर बार कितने और ढक्कन जोड़े गए? प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षण क्यों महत्वपूर्ण है?गणित की कक्षा में प्राथमिक स्तर पर छात्रों को सीखने, समस्याओं को हल करने, गणितीय जिज्ञासा को विकसित करने और समस्याओं का विश्लेषण करने और हल करने के लिए गणित का उपयोग करने में आश्वस्त होने का आनंद मिलता है। गाने, चित्र अध्ययन, खेल, पहेलियाँ, प्रश्नोत्तरी और घटनाओं का वर्णन करना चाहिए।
प्राथमिक कक्षा में गणित शिक्षण का उद्देश्य क्या है?एन. सी. एफ. – 2005 के अनुसार, उच्च प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षण का मुख्य उद्देश्य दैनिक जीवन की कई समस्याओं को समझने तथा उन्हें हल करने करने के लिए तरीके प्रदान करना है। अंकगणित से बीजगणित की ओर संक्रमण इसका एक उदहारण है। प्राथमिक स्तर पर प्राप्त की गई दक्षताओं तथा अवधारणाओं का दृढ़ीकरण भी इस स्तर पर होना आवश्यक है।
प्राथमिक कक्षाओं में बच्चे गणित में क्या सीखते हैं?Detailed Solution. गणित संख्याओं, आकार, मात्रा और पैटर्न का अध्ययन है। गणित की प्रकृति तार्किक है और यह तर्क पर निर्भर करता है और बच्चों के साथ दिन-प्रतिदिन के जीवन में सीखने को जोड़ता है।
प्राथमिक स्तर पर बच्चे गणित कैसे सीखते हैं उल्लेख करें?गणित सीखने का एक निश्चित क्रम है। पहले ठोस वस्तुओं के साथ काम, चित्रों के साथ काम और बाद में संकोश तथा प्रतीकों के साथ काम करना आवश्यक है। प्रारम्भिक कक्षाओं में छोटे बच्चों के सन्दर्भ में यह क्रम विशेष उपयोगी है ठोस वस्तुओं से अवधारणाओं को समझने में मदद मिलती है। बच्चा स्वयं कुछ करते हुए अनुभव करता है।
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