पर्यावरण को कैसे साफ रख सकते हैं? - paryaavaran ko kaise saaph rakh sakate hain?

दुनियाभर में प्रदूषण का स्तर इस कद्र बढ़ चुका है सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। अगर इसी तरह चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब कुछ दिनों के लिए मुंह पर लगाकर मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर हमारी जिंदगी का जरूरी हिस्सा बन जाएगा। देखा जाए तो पर्यावरण प्रदूषण के लिए जिम्मेदारी भी काफी हद तक हम खुद ही हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में हम जानते-बूझते कुछ ऐसे काम कर बैठते हैं, जो प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं।

पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) भी मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको 5 ऐसे काम बताएंगे, जिनसे ना सिर्फ पर्यावरण को बचाने में मदद का हाथ बटां सकते हैं बल्कि इससे आने वाली पीढ़ि का भविष्य भी बेहतर हो सकता है।

1. पहले तो ज्यादा पेड़ लगाएं

लगातार कम हो रही पेड़ों की संख्या प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में पर्यावरण को बचाने के लिये पेड़-पौधों लगाएं और लोगों को प्रदूषण ना फैलाने के लिए जागरूकता करें।

2. प्लास्टिक को कहें 'ना'

प्लास्टिक का अधिक इस्तेमाल भी प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। प्लास्टिक जलते समय ना सिर्फ वायु प्रदूषण फैलाता है बल्कि इसे विघटित होने में भी 450 साल से अधिक लग जाते है। ऐसे में जरूरी है कि आप प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें। सब्जियां लेने के लिए अपने साथ कपड़े या जूटबैग लेकर जाएं।

3. वाहनों का स्विच ऑफ

गाड़ी, बाइक, स्कूटर आदि का धुआं भी प्रदूषण का सबसे अहम कारण है इसलिए जितना हो सके इनका कम से कम यूज करें। अगर किसी काम के लिए थोड़ी दूर जा रहे हैं तो पैदल जाएं या साइकिल यूज करें। इसके अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें और रैड लाइट पर वाहन को बंद कर दें।

4. कचरा हो कम से कम

दुनियाभर में कचरा इतना ज्यादा हो गया है कि उसे विघटित होने में 2 महीने से भी ज्यादा लग जाते हैं।कचरा कम होगा तो उसे आसानी से रिसाइकिल किया जा सकेगा। ऐसे में कोशिश करें कि आप कम से कम गंदगी फैलाए। साथ ही सड़कों पर इधर-उधर कूड़ा ना फेंके।

5. रीसायकल में दें सहयोग

किचन की गीले कचरे को आप घर के बगीचे या किसी गार्डन में रिसाइकल कर सकते हैं। वहीं, सिंगल यूज प्लास्टिक को जमा करके नगर निगम या स्वच्छता कर्मचारी के पास जमा करवाएं। देश में कई जगह प्लास्टिक की सड़के बनाई जा रही हैं। ऐसे में यह उनके काम आ सकती है।

World Environment Day 2020 पर्यावरण को साफ और स्वच्छ बनाए रखने में हम काफी हद तक योगदान कर सकते हैं। ये छोटे-छोटे उपाय ला सकते हैं बहुत बड़ा बदलाव। जानिए इनके बारे में।

पूरी दुनिया इस वक्त कोरोनावायरस से जूझ रही है। ऐसे समय में एक्सपर्ट्स भी सलाह देते हैं कि अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें, जिससे बाकी बीमारियों समेत कोरोना भी आपसे दूर ही रहे। आस-पास कचरे के सड़ने से घातक बीमारियां हो सकती हैं। सिर्फ आपका ही स्वास्थ्य नहीं, बल्कि कूड़ा हमारे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है। आइए, इस पर्यावरण दिवस पर जानते हैं कि कैसे छोटे-छोटे उपायों से हम कचरे को ठिकाने लगाकर खुद को और पर्यावरण को भी स्वस्थ रख सकते हैं।

हम कैसे कर सकते हैं योगदान?

1. सूती कपड़े का या कागज से बना झोला इस्तेमाल करना

2. रोजाना फर्श साफ करने के बाद पोंछे का पानी (फिनाइल रहित) गमलों व पौधों में डालें।

3. दाल, सब्जी, चावल धोने के बाद इकट्ठा पानी गमलों व क्यारियों में डालें। बाहर न फेंके।

4. कचरे को जलाने की बजाय रिसाइकिल किया जाए।

5. खुले में कचरा फैलाने वालों पर उचित कार्रवाई हो।

6. कचरा प्रबंधन विषय पर रिसर्च प्रोग्राम्स को बढ़ावा मिले।

7. प्लास्टिक, कांच, धातु और कागज जैसे फिर से उपयोग में लाए जा सकने वाले पदार्थों को शुरू में ही कूड़े से अलग कर लेना चाहिए।

8. घर का कचरा (सब्जी, फल, अनाज) पशुओं को खिलाएं।

9. अन्न का दुरुपयोग न करें। बचा खाना गरीबों में बांटें।

10. यहां-वहां थूककर गंदगी न फैलाएं। पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करें।

11. शहरी ठोस कचरे को ठिकाने लगाने में नागरिकों, उद्योगों, अस्पतालों और एनजीओ को नगरपालिका अधिकारियों से पूरा सहयोग करना चाहिए।

4 R का करें इस्तेमाल

आर (रियूज)- किसी भी चीज को बेकार समझकर न फेंकें। हर चीज़ का दोबारा प्रयोग हो सकता है। दिमाग लगाने के जरूर है।

आर (रिड्यूस)- बेहतर होगा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल धीरे-धीरे बंद कर दें और इसके विकल्पों जैसे जूट या कपड़े का थैला, कागज के लिफाफे का इस्तेमाल करें।

आर (रीफ्यूज)- जिसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता, उसके इस्तेमाल से बचें। साथ ही ऐसी रीसाइकिल होने लायक प्लास्टिक को भी न कहें जिसकी जरूरत न हो।

आर (रीसाइकिल)- ऐसी चीज़ें जिन्हें रीसाइकिल किया जा सकता है, उन्हें एक जगह इकट्ठा कर कबाड़ी वाले को बचे दें। इन चीज़ों में लोहा, एल्युमिनियम, प्लास्टिक, कांच शामिल हैं।

Source- recyclingmagazine.com

Pic credit- Freepik

Edited By: Priyanka Singh

Solution : प्रस्तावना-हमारी धरती और आकाश में मौजूद पानी, हवा, धूप, मिट्टी, पेड़-पौधे आदि सभी को पर्यावरण कहा जाता है। शरीर के स्वच्छ रहने पर जैसे उसे रोग का संक्रमण नहीं होता है, वैसे ही पर्यावरण के स्वच्छ रहने से समस्त प्राणियों एवं प्राकृतिक परिवेश का जीवन स्वस्थ रहता है। लेकिन वर्तमान में सारे विश्व का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, यह सभी के लिए चिन्ता का विषय है <br>पर्यावरण प्रदूषण की समस्या-वर्तमान में जनसंख्या की अत्यधिक वृद्धि, बड़े उद्योगों की स्थापना तथा नगरों कस्बों के विस्तार के कारण हरे-भरे वन एवं चरागाह उजड़ रहे हैं। यातायात के लिए सड़कें बनाई जा रही हैं। उद्योगों का गन्दा पदार्थ और पेट्रोल-डीजन का धुआँ सब ओर फैल रहा है। इस कारण नदी-तालाब, हवा, मिट्टी आदि में प्रदूषण बढ़ने से पर्यावरण की समस्या बढ़ रही पर्यावरण स्वच्छता की जरूरत-पर्यावरण प्रदूषण के कारण मानव जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसके कारण अनेक तरह के असाध्य रोग फैल रहे हैं। हरे-भरे वनों एवं वृक्षों को काट देने से मौसम पर असर पड़ रहा है और अब संसार का तापमान लगातार बढ़ने लगा है। इन सब कुप्रभावों से बचने के लिए <br> पर्यावरण की स्वच्छता की जरूरत है। पर्यावरण स्वच्छता के उपाय-पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिए वनों की कटाई रोकी जाए, जगह-जगह वृक्षों को रोपा जाए और हरियाली बढ़ाई जाए। कारखानों एवं गन्दे नालों से निकलने वाले दूषित पानी को स्वच्छ करने के उपाय किये जाएँ। जलाशयों एवं नदियों को स्वच्छ रखा जावे और जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाकर पर्यावरण की स्वच्छता के लिए जन-जागरण किया जाए। <br> उपसंहार-मानव-सभ्यता की भलाई के लिए पर्यावरण स्वच्छता जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रतिवर्ष पाँच जून को .पर्यावरण संरक्षण दिवस. मनाया जाता है । हम सब को पर्यावरण की रक्षा के लिए हर सम्भव प्रयास करना चाहिए।

पर्यावरण को कैसे साफ कर सकते हैं?

हम कैसे कर सकते हैं योगदान?.
सूती कपड़े का या कागज से बना झोला इस्तेमाल करना.
रोजाना फर्श साफ करने के बाद पोंछे का पानी (फिनाइल रहित) गमलों व पौधों में डालें।.
दाल, सब्जी, चावल धोने के बाद इकट्ठा पानी गमलों व क्यारियों में डालें। ... .
कचरे को जलाने की बजाय रिसाइकिल किया जाए।.
खुले में कचरा फैलाने वालों पर उचित कार्रवाई हो।.

पर्यावरण बचाने के लिए आप क्या करेंगे?

पर्यावरण को बचाने के उपाय पेपर और लकड़ी का कम उपयोग करना जितना ज्यादे हो सके ई-बुक और ई-पेपर का इस्तेमाल करना। जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम से कम करना कही आने-जाने के लिए पैदल, कार पूल या सार्वजनिक परिवाहन जैसे उपायो का उपयोग करना। प्लास्टिक बैग के जगह जूट या कपड़े के बैग का इस्तेमाल करना।

पर्यावरण को शुद्ध सुरक्षित रखने के लिए हम क्या कर सकते हैं?

कचरे को फैलने से रोकें और दूसरों को भी इसे रोकने के लिए प्रोत्साहित करें। रासायनिक उर्वरकों और किटनाशकों के उपयोग से बचे और जैविक पदार्थों का उपयोग करें। वाहनों से निकलने वाले घुएं को कम करे, ये हमारे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुचाते है। जंगलों को बचाएं और पेड़ लगाएं क्योंकि ये पर्यावरण के लिए फेफड़ों जैसा काम करते है।

अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में आप क्या योगदान दे सकते है?

1 हमें दिवाली पर पटाखों के प्रयोग से बचना चाहिये। 2 हमे पालीथिन के प्रयोग से बचना चाहिए । 3 हमे पौधे लगाना चाहिए और अपने मित्रों और परिजनों को उपहार स्वरूप देना चाहिए। 4 वाहन का प्रयोग समझदारी से करना चाहिए जिससे कम वायु प्रदूषण हो।