पेशाब न उतरना, पेशाब रुक रुक कर आना की समस्या अधिकतर लोगों में देखी जा सकती है, इसके वजह से खुलकर बाथरूम नहीं आती, पेशाब बंद हो जाना या बून्द-बून्द पेशाब आने लगता है. अगर इस समस्या से जल्द छुटकारा नहीं पाया जाये तो urine infection होने के खतरे और बढ़ जाते है. इसके लिए हम पेशाब में रुकावट का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय बताएंगे जिनके जरिये आप बड़ी आसानी से इस समस्या से घर पर ही
छुटकारा पा सकते है. हम जो घरेलु नुस्खे बताने वाले है वह किसी भी यूरिन की दवा से बेहतर है आप उनका प्रयोग जरूर कर के देखे आइये आगे पड़ते है पेशाब रुक रुक के आने की दवा और उपाय urine blockage treatment in Hindi. मूत्र रुक रुक कर आने से पेशाब की जो थैली होती है वह पूरी भर जाती है, जिससे शरीर में कई समस्याए पैदा होने लगती है. Urine blockage होने के कारन यूरिन इन्फेक्शन होने के खतरे बढ़ जाते है. इसलिए जरुरी है की पेशाब खुलकर आने के उपाय सही इलाज करके
इस समस्या से छुटकारा पाया जाए.
रुक रुक कर पेशाब आने का कारण
लक्षण : बून्द बून्द करके बाथरूम रुक रुक कर, थोड़ा थोड़ा आना ही इसका लक्षण होता है. इसमें रोगी को खुलकर पेशाब नहीं आती, ऐसे में पेशाब अंदर ही इकट्ठी होती जाती है जिससे और भी कई शारीरिक समस्याए पैदा हो सकती है. अब हम आपको पेशाब में रुकावट का इलाज के लिए उपाय बता रहे है जो की कम से कम समय में आपकी समस्या का छुटकारा कर देंगे. पेशाब रुक रुक कर आना का इलाजUrine Ruk Ruk Kar aana Ka ilaj in Hindi#1.रुका हुआ पेशाब खुलकर आने के उपाय वह भी सिर्फ 15-20 मिनट के अंदर इसके लिए यह उपाय करे, इसके लिए एक गिलास गर्म पानी, एक चम्मच अरंड का तैल लें. अब एक गिलास गर्म पानी में यह एक चम्मच अरंड का तैल मिलकर अच्छे से घोल लें और पि जाए, इसको पिने के 15-20 मिनट बाद में पेशाब पूरी तरह से खुलकर आ जायेगा. पेशाब का न आना इससे ठीक हो जाता है. #2. करीबन 60-70 ग्राम प्याज लीजिये और इसे 1 लीटर पानी में डालकर उबाले, अच्छा उबाल जाने के बाद ठन्डे होने का इंतजार करे और और फिर इसे छानकर रख ले. स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा शहद मिला ले फिर इसे सुबह, दुपहर और शाम एक दिन में तीन बार पीना है. ऐसा करने से पेशाब न उतरना की समस्या ख़त्म होती है और इस उपाय से बाथरूम खुलकर आने लगता है.
पेशाब न उतरना (Peshab Band Hona)
अगर पेशाब ज्यादा बन ही नहीं रहा तो इसके लिए आप खरबूजा, ककड़ी, संतरे का रस, मूली का रस, प्याज का रस आदि ज्यादा से ज्यादा पिए तो इससे पेशाब ज्यादा बनने लगेगी.
यूरिन से जुडी समस्याए आज कल आम होती जा रही है किसी को ज्यादा बाथरूम आती है, किसी को बार बार यूरिन आती है तो किसी की पेशाब में रुकावट आती है इस तरह आज की युवा पीढ़ी इन रोगों से बहुत परेशान है. इन सब से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिए, और जब भी बाथरूम आये तो उसे जान बचकर रोके नहीं बल्कि खुलकर आने दें. तो दोस्तों इस तरह आप पेशाब रुक रुक कर आना का इलाज bathroom ruk ruk kar urine ana in Hindiके बारे में अच्छे से समझ गए होंगे, आप इन बताई गई बातो का खास ध्यान रखे और नियमित रूप से इन्हे करते रहे तो जल्द ही आपको असर दिखने लगेगा और आपकी समस्या हल हो जाएगी. इन घरेलु उपाय के मदद से आप पेशाब बंद हो जाना या पेशाब न उतरना को ठीक कर सकते है. इसके अलावा हमने यूरिन से सम्बंधित और भी पोस्ट्स किये है आप उन्हें भी एक बारे जरूर पड़ें. आयुर्वेद एक असरकारी तरीका है, जिससे आप बिना किसी नुकसान के बीमारी को ख़त्म कर सकते है। इसके लिए बस जरुरी है की आप आयुर्वेदिक नुस्खे का सही से उपयोग करे। हम ऐसे ही नुस्खों को लेकर आप तक पहुंचाने का प्रयास करते है - धन्यवाद. Post navigationपेशाब खुलकर नहीं आ रहा क्या करें?अगर आपको रुक-रुक कर पेशाब आने की समस्या है या आपके पेशाब से बदबू आती है तो इस स्थिति में आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। - लहसुन का सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है ये आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढाता है। इसके अलावा ये एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होने के कारण यूरिन इंफेक्शन से भी बचाता है।
क्या खाने से पेशाब खुलकर आता है?अश्वगंधा की जड़ों का रस और आंवला के फलों का रस समान मात्रा में (आधा-आधा कप) लिया जाए तो मूत्राशय और मूत्र मार्ग में पेशाब करते समय जलन की शिकायत खत्म हो जाती है और माना जाता है कि यह पथरी को गलाकर पेशाब मार्ग से बाहर भी निकाल फेंकता है।
पेशाब कम आने का कारण क्या है?अटकना मूत्रावधारण का अर्थ है बाहर जानेवाली जगह या मूत्रमार्ग में अवरोध के कारण मूत्राशय में पेशाब का इकट्ठा हो जाना। परन्तु गुर्दों द्वारा कम पेशाब बनना या बिलकुल न बनाना गुर्दों के खराब होने की निशानी है। पहली समस्या की प्रक्रिया मूत्राशय सम्बन्धित है परन्तु दूसरी का अर्थ है गुर्दों का फेल होना।
यूरिन का प्रेशर कैसे बढ़ाये?फ़ूड और लिक्विड का इस्तेमाल करें विशेष फल खाएं: कुछ फलों में मूत्रल (डाइयुरेटिक) गुण पाए जाते हैं | डाइयुरेटिक एक ऐसा पदार्थ है जो किडनी में यूरिन के फार्मेशन को प्रेरित करता है जिससे व्यक्ति को बार-बार मूत्रत्याग के लिए जाना पड़ता है | [३] X रिसर्च सोर्स कई तरह के फल नेचुरल डाइयुरेटिक की तरह काम करते हैं।
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