जीवन में भाषा और लिपि का महत्व समझाते हुए बहन को पत्र इस प्रकार होगा :दिनाँक : 6 अक्टूबर 2022 Show
प्यारी छोटी बहन गरिमा, ढेर सारा स्नेह तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। तुम्हारा पत्र में बहुत अच्छी अच्छी बातें लिखी थी, पढ़कर मेरा मन बहुत प्रसन्न हुआ। लेकिन इसके साथ ही पत्र में कुछ भाषा और लिपि की दृष्टि से गलतियां भीं। मुझे पता है कि तुम भाषा पर विशेष ध्यान नहीं देती हो। इसीलिए तुम्हारी भाषा और लिपि खराब होती जा रही है। हमारी आज की पीढ़ी मोबाइल शार्टकट में टाइप करने की इतनी आदी हो गयी है कि वो भाषा को सही रूप में लिखने को भूलती जा रही है। गरिमा, हमारी भाषा हमारी माँ के समान होती है। जिस भाषा को हम जन्म से अपनाती हैं। वह हमारी माता के समान है उसका सम्मान करना और उस भाषा लिपि का सम्मान करना हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जीवन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भाषा और लिपि का बेहद महत्व होता है। यदि हम सही भाषा और सही लिपि का उपयोग करेंगे तो अपनी बात को सही ढंग से लोगों को समझा सकते हैं। गलत भाषा और गलत लिपि का प्रयोग करने से लोग उसका गलत अर्थ निकाल सकते हैं और इसके साथ ही हमारी शिक्षा पर भी प्रश्न उठा सकते हैं। जो शिक्षा की दृष्टि से पूर्ण रूप से शिक्षित होगा वह भाषा में त्रुटि नहीं कर सकता, इसलिए हमें अपनी भाषा एवं लिपि पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हमें हमेशा शालीनतापूर्ण और व्याकरण की दृष्टि से गलती रहित भाषा लिखनी चाहिए और लिपि बेहद सुंदर होनी चाहिए, जिसे पढ़कर पढ़ने वाला प्रसन्न हो जाये और प्रशंसा किए बिना नही रह सके। लिपि में किसी भी तरह गलती नहीं होनी चाहिए। हमें लिखते समय जल्दी नहीं करना चाहिए और हर शब्द को सही रूप में ही लिखना चाहिए। जल्दी करने के चक्कर में उल्टे सीधे शब्द नही लिखना चाहिए। भाषाई दृष्टि से हम यह सब बातें ध्यान में रखेंगे तो यह बातें हमारे आगे की काम आयेंगी। आशा है तुम मेरी बात पर पूरा ध्यान देगी और अपनी भाषा में सुधार लाने की प्रयत्न करोगी। शेष सभी कुशल है और अपना ध्यान रखना अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना। माँ और पिताजी को मेरी तरफ से प्रणाम कहना। तुम्हारे दीदी, अनुपमा ये पत्र भी देखें…अपनी बहन आई.एए.स की तैयारी शुरू कर रही है। शुभकामनाएं देते हुए पत्र लिखें। पिताजी को पत्र लिखकर पर्यटन में सम्मिलित होने की अनुमति मांगिए इस लेख में हम भाषा लिपि और व्याकरण के बारे में विस्तारपूर्वक जानेंगे। भाषा किसे कहते हैं? भाषा के कितने भेद हैं? भाषा और बोली में क्या अंतर है? लिपि क्या होती है? व्याकरण क्या होता है? भाषा और व्याकरण का क्या सम्बन्ध है? व्याकरण के कितने अंग हैं? Top इन सभी प्रश्नों को हम इस लेख में विस्तारपूर्वक जानेंगे। इन प्रश्नों के द्वारा हम आपकी
भाषा, लिपि और व्याकरण से सम्बंधित सभी समस्याओं का समाधान करने की पूर्ण कोशिश करेंगे। Related – Learn Hindi Grammar मनुष्य एक समाज में रहने वाला प्राणी है। वह अपने विचारों, भावनाओं को बोलकर ही व्यक्त करता है। भाषा को ध्वनि संकेतों की व्यवस्था माना जाता है। यह मनुष्य के मुंह से निकली हुई
अभिव्यक्ति होती है। इसे विचारों के आदान प्रदान का एक आसान साधन माना जाता हैं। इसके शब्द प्राय: रूढ़ होते हैं। संस्कृत भाषा को हिंदी भाषा की जननी माना जाता है। हमें पता है कि भाषा का लिखित आज भी संस्कृत में पाया जा सकता है। लेकिन मौखिक रूप मुख से घिस-घिसकर अपना स्वरूप खो चुके हैं, आज हम उन्हें तद्भव शब्दों के रूप में जानते हैं। हिंदी भाषा को अपने अस्तित्व में आने के लिए बहुत समय लग गया है। पहले संस्कृत से पालि, पालि से प्राकृत, प्राकृत से अपभ्रंश, तब अपभ्रंश से हिंदी भाषा का विकास हुआ
है। Top भाषा शब्द को संस्कृत की ‘भाष‘ धातु से लिया गया है, जिसका अर्थ है- ‘बोलना’। हमारे भावों और विचारों की अभिव्यक्ति के लिए रूढ़ अर्थों में जो ध्वनि संकेतों की व्यवस्था प्रयोग में लायी जाती है, उसे भाषा कहते हैं। दूसरे शब्दों में – भाषा वह साधन है, जिसके
माध्यम से हम सोचते हैं तथा अपने विचारों को व्यक्त करते हैं। साधारण शब्दों में – जब हम अपने विचारों को लिखकर या बोलकर प्रकट करते हैं और दूसरों के विचारों को सुनकर या पढकर ग्रहण करते हैं, उसे भाषा कहते हैं। मनुष्य कभी शब्दों, कभी सिर हिलाने या संकेत द्वारा भी अपने विचारों को अभिव्यक्त करता है। किन्तु भाषा केवल उसी को कहा जाता है, जो बोली जाती हो या सुनी जाती हो। यहाँ पर भी बोलने का अभिप्राय गूँगे मनुष्यों या पशु-पक्षियों की बोली से नहीं बल्कि बोल सकने वाले मनुष्यों के अर्थ में
लिया जाता है। Top भाषा के भेद1. लिखित भाषा – 2. मौखिक भाषा – जैसे – नाटक, फिल्म, समाचार सुनना, संवाद, भाषण आदि। भाषा के कुछ अन्य भेद भी होते हैं- 1. मातृभाषा – 2. राजभाषा – 3. राष्ट्रभाषा – 4. मानक भाषा – Top Definition, Examples and Differences भाषा और बोलीसीमित क्षेत्रों में बोली जाने वाली भाषा के रूप को बोली कहा जाता है अर्थात स्थानीय व्यवहार में अल्पविकसित रूप में प्रयुक्त होने वाली भाषा बोली कहलाती है। बोली का कोई लिखित रूप नहीं होता। जब कोई भाषा बहुत बड़े भाग में बोली जाती है, तो वह क्षेत्र में बंट जाता है और ‘बोली’ बोली जाने लगती है। कोई भी बोली हो वो विकसित होकर भाषा का रूप ही लेती है। हिंदी को भी एक समय में बोली माना जाता था। क्योकि इसका विकास खड़ी बोली से हुआ था। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग बोलियाँ बोली जाती हैं – जैसे – पूर्वी उत्तर प्रदेश की बोली अवधी है, बिहार की भोजपुरी और मैथिलि, हरियाणा में हरियाणवी और बांगड़ू, राजस्थान में राजस्थानी, मारवाड़ी और गुजरात में गुजराती बोली बोली जाती है। Related – Anusvaar लिपिकिसी भाषा को लिखने के लिए जिन चिन्हों की जरूरत होती है, उन चिन्हों को लिपि कहते है। लिपि भाषा का लिखित रूप होता है। इसके माध्यम से मौखिक रूप की ध्वनियों को लिखकर प्रकट किया जाता है। सारी भाषाओँ के लिखने की लिपि अलग होती है।
हिंदी व संस्कृत भाषा की लिपि देवनागरी है। देवनागरी लिपि की विशेषताएं – Top Related – Notice writing in Hindi व्याकरण – Hindi Grammarमनुष्य मौखिक एवं लिखित भाषा में अपने विचार प्रकट कर सकता है और करता रहा है किन्तु इससे भाषा का कोई निश्चित एवं शुद्ध स्वरूप स्थिर नहीं हो सकता। भाषा के शुद्ध और स्थायी रूप को निश्चित करने के लिए नियमबद्ध योजना की आवश्यकता होती है और उस नियमबद्ध योजना को हम व्याकरण कहते हैं। साधारण शब्दों में – व्याकरण वह शास्त्र है, जिससे भाषा को शुद्ध लिखने, बोलने और पढने का ज्ञान सीखा जाता है। शुद्ध लिखने के लिए व्याकरण को जानने की बहुत जरूरत होती है। व्याकरण से भाषा को बोलना और लिखना आसान होता है। व्याकरण से हमें भाषा की शुद्धता का ज्ञान होता है। भाषा को प्रयोग करने के लिए हमें भाषा के नियमों को जानने की जरूरत है। इन्ही नियमों की जानकारी हमें व्याकरण से मिलती है। Top व्याकरण और भाषा का संबंधकोई भी व्यक्ति व्याकरण को जाने बिना भाषा के शुद्ध रूप को नहीं सीख सकता है। इसी वजह से भाषा और व्याकरण का बहुत गहरा संबंध है। व्याकरण, भाषा को उच्चारण, प्रयोग, अर्थों के प्रयोग के रूप को निश्चित करता है। Top Related – Arth vichaar in Hindi व्याकरण के अंग1. वर्ण विचार Related – Tenses in Hindi 1. वर्ण विचार – 2. शब्द विचार – 3. पद विचार – 4. वाक्य विचार – Top Important Questions of भाषा लिपि और व्याकरणप्रश्न 1 – भाषा किसे कहते हैं ? उत्तर : भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान – प्रदान करता है। प्रश्न 2 – भाषा के कितने प्रकार हैं? विस्तार पूर्वक लिखिए। उत्तर : हम भाषा का प्रयोग दो प्रकार से करते हैं – 1 – मौखिक भाषा 2 – लिखित भाषा मौखिक भाषा : जब दो या दो से अधिक व्यक्ति अपने मन के भावों या विचारों को बोलकर एक दूसरे के सामने प्रकट करते हैं, तो वह भाषा का मौखिक रूप कहलाता है। जैसे : अध्यापिका बोल कर बच्चों को पढ़ा रही हैं। लिखित भाषा : जब व्यक्ति अपने मन के भावों या विचारों को दूसरे के सामने लिखकर व्यक्त करता है, तो वह भाषा का लिखित रूप कहलाता है। जैसे : श्याम विदेश में रहने के कारण अपने पिता को पत्र लिखकर अपनी बात बताता है। प्रश्न 3 – लिपि किसी कहते हैं ? उत्तर : किसी भी भाषा के लिखने की विधि को लिपि कहा जाता है। प्रत्येक भाषा के लिपि – चिह्न अलग – अलग होते हैं तथा उन्हें अलग – अलग नामों से जाना जाता है। जैसे : हिंदी व संस्कृत भाषा की लिपि देवनागरी है। प्रश्न 4 – बोली किसे कहा जाता है ? उत्तर : किसी क्षेत्र विशेष या सीमित क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा के रूप को बोली कहा जाता है। बोली का कोई लिखित रूप नहीं होता। प्रश्न 5 – व्याकरण किसे कहते हैं ? उत्तर : भाषा को शुद्ध रूप में लिखना, पढ़ना और बोलना सिखाने वाला शास्त्र व्याकरण कहलाता है। व्याकरण द्वारा भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान होता है। इसमें भाषा के सम्बन्ध में नियम होते हैं। इन नियमों के ज्ञान से ही व्यक्ति भाषा को सही रूप में बोलना, पढ़ना और लिखना जान सकता है। बहुविकल्पात्मक प्रश्न ( MCQs of भाषा लिपि और व्याकरण )प्रश्न 1 – भाषा कहते हैं – (क) भावों के आदान – प्रदान के साधन को (ख) लिखने के ढंग को (ग) भाषण देने की कला को (घ) इन सभी को उत्तर : (क) भावों के आदान – प्रदान के साधन को प्रश्न 2 – लिपि कहते हैं – (क) भाषा के शुद्ध प्रयोग को (ख) मौखिक भाषा को (ग) भाषा के लिखने की विधि को (घ) लिखित भाषा को उत्तर : (ग) भाषा के लिखने की विधि को प्रश्न 3 – बोलकर भाव एवं विचार व्यक्त करने वाली भाषा को ____ कहते हैं ? (क) सांकेतिक भाषा (ख) लिखित भाषा (ग) मौखिक भाषा (घ) वैदिक भाषा उत्तर : (ग) मौखिक भाषा प्रश्न 4 – लिखित भाषा का अर्थ है (क) लिपि को समझना (ख) विचारों का लिखित रूप (ग) विचारों का मौखिक रूप (घ) विचारों को बोलकर समझाना उत्तर : (ख) विचारों का लिखित रूप प्रश्न 5 – हिंदी भाषा की उत्पत्ति किस भाषा से हुई? (क) अंग्रेजी (ख) फ्रेंच (ग) उर्दू (घ) संस्कृत उत्तर : (घ) संस्कृत प्रश्न 6 – भारतीय संविधान में कितनी भाषाओं को मान्यता प्राप्त है – (क) बीस (ख) इक्कीस (ग) बाईस (घ) पच्चीस उत्तर : (ग) बाईस प्रश्न 7 – मौखिक ध्वनियों को जिन चिह्नों द्वारा लिखकर प्रकट किया जाता है उन्हें ——— कहते हैं। (क) लिपि (ख) व्याकरण (ग) बोली (घ) भाषा उत्तर : (क) लिपि प्रश्न 8 – भाषा के क्षेत्रीय रूप को कहते हैं – (क) लिपि (ख) उपभाषा (ग) बोली (घ) मौखिक भाषा उत्तर : (ग) बोली प्रश्न 9 – भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान होता है – (क) लिखित भाषा द्वारा (ख) मौखिक भाषा द्वारा (ग) व्याकरण द्वारा (घ) बोली द्वारा उत्तर : (ग) व्याकरण द्वारा प्रश्न 10 – भाषा को शुद्ध रूप में लिखना, पढ़ना और बोलना सिखाने वाला शास्त्र ———— कहलाता है (क) लिपि (ख) व्याकरण (ग) नियम (घ) लिखित भाषा Hindi Grammar Videos on SuccessCDs:
पत्र कौन सी भाषा का शब्द है?इन शब्दों से संबंधित भाषाओं के नाम बताइए। पत्र को खत उर्दू भाषा में, कागद कन्नड़ में, उत्तरम, जाबू और लेख तेलगू में और तमिल में कडिद कहा जाता है। पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता?
उर्दू में पत्र को क्या कहते हैं class 8?उर्दू में पत्र को 'खत' कहते है।
पत्र को पाती कौन सी भाषा में कहा जाता है?इन शब्दों से सम्बन्धित भाषाओं के नाम लिखिए। Solution : पत्र को खत उर्दू भाषा में, कागद कन्नड भाषा में, उत्तरम, जाब और लेख तेलग भाषा में: कडिद तमिल भाषा में, पाती, चिट्ठी हिन्दी भाषा में कहा जाता है।
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