शाल के वृक्ष क्यों भयभीत हैं - shaal ke vrksh kyon bhayabheet hain

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Asked on      2021-01-16 04:54:12 by Guest | Votes 0 | Views: 93 | Tags: 10th class     | hindi     | chapter 5 parwat pradesh mein pawas     | Add Bounty

Question 6:

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए

शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में क्यों धँस गए?


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Answered by Guest on 2021-01-16 04:59:29 | Votes 0 | #

Answer:

आसमान में अचानक बादलों के छाने से मूसलाधार वर्षा होने लगी। वर्षा की भयानकता और धुंध से शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में धँस गए प्रतीत होते हैं।

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विषयसूची

  • 1 शाल के वृक्ष धरती मे क्यों धंस गये 1 Point A धरती के हिलने से B धरती के घूमने से c भयानक रूप से D वर्षा के भयानक रूप से डर कर?
  • 2 शाहेरूम की क्या दशा हुई MCQ?
  • 3 लेखिका को जूही की लता को देख कर किसकी याद आई?
  • 4 शाल के वृक्ष धरती में क्यों धंस गए *?
  • 5 अब कहाँ दूसरों के दुख में दुखी होने वाले MCQ?
  • 6 शाहेरूम कौन था?
  • 7 पर्वत प्रदेश में पावस कविता में पर्वत के चरणों में क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकवि के अनुसार वर्षा इतनी तेज और मूसलाधार थी कि ऐसा लगता था मानो आकाश टूटकर धरती पर गिर गया हो। कोहरे के फैलने से ऐसा लगता था मानो सरोवर जल गया हो और उसमें से धुआं उठ रहा हो। वर्षा के ऐसे भयंकर रूप को देखकर प्रतीत होता था कि शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में धँस गए हो।

शाहेरूम की क्या दशा हुई MCQ?

इसे सुनेंरोकेंशाहेरूम की क्या दशा हुई? लेखक को कौन-सा काम बहुत कठिन और असंभव जान पड़ता था? लेखक और उसके बड़े भाई कहाँ रहते थे? बड़े भाई साहब ने छोटे भाई पर रौब जमाने के लिए किस बात की दुहाई दी?

लेखिका को जूही की लता को देख कर किसकी याद आई?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: सोन जूही में लगी पीली कली को देखकर लेखिका के मन में उस छोटे से जीव को याद आ गई, जिसे वे गिल्लू कहते थे। गिल्लू इसी बेल (लता) की हरियाली में छुपकर बैठ जाता था।

पर्वत प्रदेश में पावस में कवि ने किसका सजीव चित्रण किया है?

We have provided पर्वत प्रदेश में पावस Class 10 Hindi Sparsh MCQs Questions with Answers to help students understand the concept very well….Primary Sidebar.

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शाल के वृक्ष धरती में क्यों धंस गए हैं?

इसे सुनेंरोकेंशाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में इसलिए धंस गए, क्योंकि जो धुआँ बादलों के रूप में उठ रहा था उससे उन्हें तालाब जलता हुआ नज़र आ रहा था और ऐसा लग रहा है जैसे आकाश धरती पर टूट पड़ा हो। वे जलने से बचने के लिए धरती में धंस गए थे।

शाल के वृक्ष धरती में क्यों धंस गए *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer : कवि ने अनुसार वर्षा इतनी तेज और मूसलाधार थी कि घने कोहरे में शाल के वृक्ष दिखाई देना बंद हो गए हैं। ऐसा लगता है कि वे उस घने कोहरे से डरकर धरती में समा गए हैं और मानो आकाश धरती पर टूट पड़ा हो। चारों तरफ धुआँ-सा उठता प्रतीत होता है।

अब कहाँ दूसरों के दुख में दुखी होने वाले MCQ?

अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले Class 10 MCQs Questions with Answers

  • पशु पक्षी कहाँ मंडराते रहते हैं?
  • बस्तिओ को बसाने के लिए मनुष्य ने क्या किया?
  • लेखक के अनुसार संसार में सब कुछ कैसा है?
  • प्रकृति में आये असंतुलन के क्या परिणाम है?
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  • समुद्र धीरे धीरे क्यों सिकुड़ रहे हैं?

शाहेरूम कौन था?

इसे सुनेंरोकेंबड़े भाई साहब ने शैतान और शाहेरूम के विषय में छोटे भाई को बताया कि शैतान को यह अनुमान हुआ था कि ईश्‍वर का उससे बढकर सच्‍चा भक्‍त कोई है ही नहीं। अन्‍त में यह हुआ कि स्‍वर्ग से नरक में ढकेल दिया गया। शाहेरूम ने भी एक बार अहंकार किया था। भीख मांग-मांगकर मर गया।

सोनजुही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन से विचार उमड़ने लगे?

इसे सुनेंरोकेंसोनजुही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन से विचार उमड़ने लगे? उत्तर:- सोनजुही की पीली कली मनमोहक होती है। लेखिका को विचार आया कि वह छोटा जीव लता की सघन हरीतिमा में छिपकर बैठ जाता था। उसका नाम गिल्लू था।

लेखिका को चौंकाने के लिए गिल्लू क्या करता था?

इसे सुनेंरोकेंजब लेखिका लिखने बैठती तो गिल्लू लेखिका का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करता। इसके लिए वह लेखिका के पैर तक आकर तेजी से पर्दे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता। गिल्लूह क्रिया तब तक करता रहता जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न दौड़ती। इस प्रकार गिल्लू लेखिका का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हो जाता।

पर्वत प्रदेश में पावस कविता में पर्वत के चरणों में क्या है?

इसे सुनेंरोकें’पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता पर्वतीय सौंदर्य को व्यक्त करने वाली कविता है। प्रकृति का यह सौंदर्य वर्षा में और भी बढ़ जाता है। वर्षा काल में प्रकृति में क्षण-क्षण होने वाला परिवर्तन देखकर लगता है कि प्रकृति सजने-धजने के क्रम में पल-पल अपना वेश बदल रही है। विशाल आकार वाला मेखलाकार पर्वत है जिस पर फूल खिले हैं।

शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में क्यों?

Solution : शाल के वृक्ष भयभीत होकर धरती में इसलिए धंस गए, क्योंकि जो धुआँ बादलों के रूप में उठ रहा था उससे उन्हें तालाब जलता हुआ नज़र आ रहा था और ऐसा लग रहा है जैसे आकाश धरती पर टूट पड़ा हो। वे जलने से बचने के लिए धरती में धंस गए थे।

शाल के वृक्ष धरती में क्यों धंस गए * 1 Point भय के कारण वे डर गए कि तालाब में आग लग गई उन्हें लगा पर्वत कहीं उड़ गया?

ऐसे में जब अचानक वर्षा होने लगती है बादल और कोहरा इतना घनीभूत हो जाता है कि आसपास का दृश्य दिखना बंद-सा हो जाता है। ऐसे में शाल के वृक्ष भी बादलों में बँक से जाते हैं। ऐसा लगता है कि इस मूसलाधार वर्षा से ही डरकर शाल के पेड़ धरती में धंस गए हैं।

शाल के पेड़ कहाँ चले गए *?

शाल या सखुआ अथवा साखू (Shorea robusta) एक द्विबीजपत्री बहुवर्षीय वृक्ष है। इसकी लकड़ी इमारती कामों में प्रयोग की जाती है। इसकी लकड़ी बहुत ही कठोर, भारी, मजबूत तथा भूरे रंग की होती है।