Tulsi Vivah Puja Vidhi: तुलसी विवाह के दिन कैसा होना चाहिए तुलसी के पौधे का श्रृंगार, जानने के लिए पढ़ें ये आर्टिकल। Show हिंदू धर्म के बड़े तीज-त्यौहार में से एक तुलसी विवाह का बहुत अधिक महत्व शास्त्रों में बताया गया है। इसलिए इस दिन को पर्व की तरह मनाया जाता है। इस वर्ष 5 नवंबर यानि कि आज तुलसी विवाह है और इस बार भी लोगों ने इस त्यौहार को धूमधाम से मनाने की तैयारी कर ली है। यह दिन देवी लक्ष्मी स्वरूप तुलसी के पौधे और श्री कृष्ण के स्वरूप शालिग्राम के विवाह के रूप में मनाया जाता है। यह विवाह बिल्कुल वैसा ही होता है जैसे असल जीवन में लोगों को विवाह होता है। इस विवाह में तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप भी अपने घर में यदि तुलसी विवाह का आयोजन कर रहे हैं, तो तुलसी के पौधे को आप दुल्हन की तरह कैसे सजा सकती हैं। इसे जरूर पढ़ें-Tulsi Vivah 2022: तुलसी विवाह पर बनने जा रहा है ये शुभ योग, साथ ही जानें मुहूर्त तुलसी की पत्ते छाटेंतुलसी की जो पत्तियां सूख गई हैं या काली पड़ गई हैं, उन्हें छांट लें मगर उन्हें फेंकने के स्थान पर उन्हें साफ करके उनका सेवन कर लें। तुलसी के पौधे ( तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें) में लगी मिट्टी को साफ कर लें। यदि उसमें पुराने फूल या फिर प्रसाद चढ़ा है तो उसे हटा लें। तुलसी को जल चढ़ाएंतुलसी विवाह के दिन आपको को वल तुलसी को जल ही नहीं चढ़ाना है, बल्कि आपको तुलसी के पौधे के हर पत्ते को जल से साफ करना है और किसी एक पत्ते पर हल्दी और तेल भी चढ़ाना है। इस बात का ध्यान रखें कि तेल और हल्दी तुलसी के पौधे की जड़ों मे न जाए। ऐसा होने से पौधे को नुकसान भी पहुंच सकता है। तुलसी को वस्त्र पहनाएंतुलसी के पौधे को इस दिन नए वस्त्र पहनाएं। वैसे तो बहुत से घरों में मिट्टी और गेरू के इस्तेमाल से तुलसी के पौधे का मुंह, हाथ और पैर भी बनाए जाते हैं। वैसे तो तुलसी को लाल रंग नहीं पहनाया जाता है, इसलिए आप गुलाबी रंग के वस्त्र तुलसी को अर्पित करें। आप लहंगा और चोली भी तुलसी को पहना सकती हैं और वस्त्रों के साथ-साथ आपको उन्हें पूरे गहने भी पहनने चाहिए। इसमें कमरबंद, नथ, गले का हार और पायल प्रमुख है। इसे जरूर पढ़ें-November Festivals 2022: इस माह आने वाले बड़े त्यौहारों की तिथि और शुभ मुहूर्त जानें तुलसी को पर चढ़ाएं ये सामानतुलसी के पौधे पर कांची चूड़ी, आलता, मेहंदी, मोगरे का गजरा और कमल का पुष्प भी इस दिन जरूर अर्पित करें। इतना ही नहीं, आपको तुलसी के श्रृंगार में पक्के सिंदूर का प्रयोग भी करना चाहिए। इसके अलावा पीले रंग का एक कपड़ा गठबंधन के लिए जरूर रखें। वहीं शालिग्राम को पीले रंग के वस्त्र पहनाएं। इन बातों का रखें ध्यान
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तुलसी माता को क्या चढ़ाएं?पूजा में मूली, शकरकंद, सिंघाड़ा, आंवला, बेर, मूली, सीताफल, अमरुद और अन्य ऋतु फल चढ़ाएं जाते हैं. श्रृंगार के सामान, चुनरी, सिंदूर से तुलसी माता का श्रृंगार किया जाता है.
तुलसी में दीपक कैसे जलाएं?- प्रातःकाल तुलसी के पौधे में जल डालकर, इसकी परिक्रमा करनी चाहिए. - नियमित रूप से सायंकाल इसके नीचे घी का दीपक जलाना सर्वोत्तम होता है. -शाम के वक्त तुलसी के पास दिया जलाने से लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है. -रविवार के दिन तुलसी को जल तो चढ़ा सकते हैं, लेकिन उसके नीचे दीपक नहीं जला सकते.
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