धनायन का आकार संगत परमाणु से छोटा क्यों होता है? - dhanaayan ka aakaar sangat paramaanu se chhota kyon hota hai?

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विषयसूची

  • 1 आयन का आकार संगत परमाणु से बड़ा होता है क्यों?
  • 2 धनायन क्यों परमाणु से छोटा होता है?
  • 3 Na का आकार na से छोटा है क्यों?
  • 4 सोडियम आयन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास क्या है?
  • 5 सोडियम का चार्ज कितना होता है?
  • 6 सोडियम में इलेक्ट्रॉनों की संख्या कितनी होती है?

आयन का आकार संगत परमाणु से बड़ा होता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंचूंकि एक ऋणायन में इलेक्ट्रोन की संख्या, प्रोटॉन की संख्या से अधिक होती है इसलिए प्रभावी नाभिकीय आवेश कम हो जाता है तथा एंट्राएलेक्टनिक प्रतिकर्षण बढ़ जाता है। इस कारण आकार में फैलाव होता है।

एक धनायन अपने पितृ परमाणु की अपेक्षा छोटा होता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंजनक परमाणु से एक या अधिक एलेक्ट्रोनो के निकलने पर प्रभावित नाभिकीय आवेश बढ़ता है । इस प्रकार बचे हुए इलेक्ट्रान अधिक नाभिकीय आकर्षण का अनुभव करते है । परिणामस्वरूप त्रिज्या घटती है । इसी कारण धनायन की त्रिज्या उनके जनक परमाणु से छोटी होती है ।

धनायन क्यों परमाणु से छोटा होता है?

इसे सुनेंरोकें(i) धनायन उदासीन परमाणु से छोटा होता है क्योकि धनायन के निर्माण में इलेक्ट्रॉन के निकलने से बाह्रयतम कोश पूरी तरह समाप्त हो जाता है और शेष इलेक्ट्रॉनों पर प्रभावी नाभिकीय आवेश का मान बढ़ जाता है।

ख na (+) का आकार na से छोटा है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंक्योंकि एक इलेक्ट्रॉन त्याग करने से विद्युत बल थोड़ा कम होता है , लेकिन आवेश के बीच की दूरी घट जाती है जिससे विद्युत आकर्षण बल बढ जाता है। और shielding effect घट जाता है(इलेक्ट्रॉन—२ के बीच लगने वाला बल) । जिसके फलस्वरूप सोडियम का आकार (त्रिज्या ) कम हो जाता है।

Na का आकार na से छोटा है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंधनायन बनने में प्रायः बाहा इलेक्ट्रॉन कोश समाप्त हो जाता है तथा प्रभावी नाभिकीय आवेश अधिक हो जाता है। Na परमाणु और Na+ आयन में क्रमशः 3 व 2 कोश है।

सोडियम आयन में कितने इलेक्ट्रॉन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंयह आवर्त सारणी के प्रथम मुख्य समूह का दूसरा तत्व है। इस समूह में में धातुगण विद्यमान हैं। इसके एक स्थिर समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या २३) और चार रेडियोसक्रिय समस्थानिक (द्रव्यमन संख्या २१, २२, २४, २४) ज्ञात हैं। Sodium परमाणु पर कुल आवेश 23 है।

सोडियम आयन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास क्या है?

[Ne] 3s¹सोडियम / इलेक्ट्रॉन विन्यास

सोडियम के अंतिम S उपकोष में कितने इलेक्ट्रॉन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसमें कुल 6 इलेक्ट्रॉन है।

सोडियम का चार्ज कितना होता है?

इसे सुनेंरोकेंइसके एक स्थिर समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या २३) और चार रेडियोसक्रिय समस्थानिक (द्रव्यमन संख्या २१, २२, २४, २४) ज्ञात हैं। Sodium परमाणु पर कुल आवेश 23 है।

सोडियम में कितने इलेक्ट्रॉन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसोडियम आयन (Na+) में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 10 है।

सोडियम में इलेक्ट्रॉनों की संख्या कितनी होती है?

इसे सुनेंरोकेंA sodium atom contains 11 electrons.

किसी परमाणु के द्वारा इलेक्ट्रॉन त्यागने पर धनायन बनता है जिससे उसकी बाहा कक्षा से इलेक्ट्रॉन निकल जाने पर वह परमाणु छोटा हो जाता है, क्योकि उसके बाह्यतम कक्षक के इलेक्ट्रॉनों का नाभिक के प्रति आकर्षण बढ़ जाता है। फलस्वरूप उसकी आयनिक त्रिज्या घट जाती है। जबकि किसी परमाणु के द्वारा इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने पर ऋणायन बनता है। क्योकि उस अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन के ग्रहण करने के कारण उसका बाह्यतम कक्षक के इलेक्ट्रॉनों से नाभिक का आकर्षण घटने के कारण आकार बढ़ जाता है। इसलिये ऋणायनों की त्रिज्या उनके जनक परमाणु से अधिक होती है।

धनायन का आकार अपने संगत परमाणु के छोटा होता है समझाइए?...


धनायन का आकार संगत परमाणु से छोटा क्यों होता है? - dhanaayan ka aakaar sangat paramaanu se chhota kyon hota hai?

1 जवाब

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धनायन अपने जनक परमाणु से आकार में छोटा होता है क्यों?

Solution : किसी परमाणु के द्वारा इलेक्ट्रॉन त्यागने पर धनायन बनता है जिससे उसकी बाहा कक्षा से इलेक्ट्रॉन निकल जाने पर वह परमाणु छोटा हो जाता है, क्योकि उसके बाह्यतम कक्षक के इलेक्ट्रॉनों का नाभिक के प्रति आकर्षण बढ़ जाता है। फलस्वरूप उसकी आयनिक त्रिज्या घट जाती है।

Na आयन का आकार na परमाणु से छोटा होता है क्यों कारण?

सोडियम आयन में प्रभावी नाभिकीय आवेश बढ़ जाने से परमाणु आकार छोटा होता है जबकि क्लोराइड आयन में एक कक्षा बढ़ जाने से प्रभावी नाभिकीय आवेश घट जाता है जिसके कारण आयन का आकार बढ़ जाता है ।

आयन का आकार संगत परमाणु से बड़ा होता है क्यों?

Solution : ऋणायन का आकार हमेशा उसके संगत परमाणु से बड़ा होता है क्योंकि ऋणायन बनने पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ती है लेकिन प्रोटॉनों की संख्या उतनी ही रहती है | अतः प्रभावी नाभिकीय आवेश का मान कम हो जाता है, जिससे नाभिकीय आकर्षण बल बढ़ जाता है।

परमाणु कब धनायन होता है?

Solution : जब परमाणु इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है या त्यागता है तो आयन बनते हैं। इन आयनों की त्रिज्या को ही आयनिक त्रिज्या कहा जाता है किसी परमाणु द्वारा इलेक्ट्रॉन त्यागने से धनायन बनता है तथा परमाणु द्वारा इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने से ऋणायन बनता है।