उपसरपंच का क्या पावर है mp - upasarapanch ka kya paavar hai mp

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ग्राम उप सरपंच के क्या कार्य होते सरपंच के द्वारा समय-समय पर जो मीटिंग रखी जाती है उसमें जो उपसरपंच का भाग लेना महत्वपूर्ण हो जाता है और अपने सरपंच के बाद उसी का बड़ा होता है वार्ड पंचों की सुनवाई से संबंधित आने कार्य करता है

gram up sarpanch ke kya karya hote sarpanch ke dwara samay samay par jo meeting rakhi jaati hai usme jo upasarapanch ka bhag lena mahatvapurna ho jata hai aur apne sarpanch ke baad usi ka bada hota hai ward panchon ki sunvai se sambandhit aane karya karta hai

डही (नईदुनिया न्यूज)। आदिवासी बहुल अंचल डही में पंचायत चुनाव में प्रमुख पदों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व अधिक रहने के बाद अब दूसरे नंबर के पद यानी उप सरपंच के लिए पुरुषों में होड़ मची हुई है। इस पद के लिए पूरी तरह से पुरुषों को अपनी बढ़-चढ़कर भागीदारी स्थापित करने का पूर्ण अधिकार मिल गया है। डही विकासखंड की 45 ग्राम पंचायतों में उप सरपंच के लिए निर्वाचन 24 जुलाई को होगा। ऐसे में अब केवल छह दिन शेष रह गए हैं। इसको देखते हुए उप सरपंच पद के दावेदार सक्रिय हो गए हैं।

उप सरपंच पद पर आसीन होने वाले पंचों ने अन्य पंचों में अपनी गहरी पैठ बनानी शुरू कर दी है। गांव के प्रभावशाली पंचों में उप सरपंच बनने की होड़ ज्यादा दिखाई दे रही है। ऐसे में कई पंचायतों में सरंपच से ज्यादा उप सरपंच को लेकर खींचतान रहेंगी। जनपद पंचायत डही क्षेत्र में पहले की तुलना में इस बार युवा प्रत्याशी सरपंच की तरह ही उप सरपंच के लिए ज्यादा संख्या में चुनाव मैदान में नजर आ रहे है। इधर, हर गांव का मतदाता चाहता है कि उसके गांव का विकास हो। गांवों में योजनाओं का विस्तार हो, जिसके लिए योग्य व शिक्षित नेतृत्व का होना आवश्यक है।

उप सरपंच का दायित्व

ग्राम पंचायत में उप सरपंच, सरपंच के सहायक के रूप में कार्य करता है। सरपंच की अनुपस्थिति या किसी आकस्मिक कारणों से सरपंच का पद खाली रहने पर उप सरपंच ही सरपंच के कार्यों का निर्वहन करता है। पंचायत में सरपंच की अनुपस्थिति या पद खाली होने पर उप सरपंच की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं।

उप सरपंच का चुनाव कैसे होता है

उप सरपंच का चुनाव सामान्य पंचायत चुनाव से अलग होता है। इस चुनाव में केवल चुने हुए वार्ड पंच हिस्सा लेते हैं। यह चुनाव भी राज्य चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी द्वारा संपन्ना कराए जाते हैं। जिस पंच को सबसे ज्यादा वोट मिलता है। उसे उप सरपंच घोषित कर दिया जाता है।

टिठिया में पानी नहीं, लेकिन लगा रहे हैंडपंप- ग्रामीणों ने बताया पंचायत के ही गांव टिठिया की जमीन में पानी नहीं निकल रहा है। फिर भी यहां 15 हैंडपंप लगाए गए हैं। कालज्याखेड़ी में पानी होने के बाद भी सिर्फ तीन ही हैंडपंप हैं। इनमें से भी एक हैंडपंप स्कूल में हैं। गांव के कुछ लोगों द्वारा अपने कुएं से हमें पानी नहीं लेने दिया जा रहा है। गांव में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। लोगों को आवास तक नहीं मिल रहे हैं। जब तक हमारी समस्याओं का निराकरण नहीं होता हम कलेक्टोरेट आते रहेंगे।

करंट लगने से कटा पैर चार साल से कोई मदद नहीं
कालपाट से आए मनोज गोकुल ने बताया चार साल पहले घर के ऊपर से गुजरी 11 केवी लाइन से करंट लगने के कारण बायां पैर काटना पड़ा था। तबसे आज तक कोई सरकारी मदद नहीं मिली है। बिजली कंपनी से भी कोई राहत नहीं मिली। एक पैर नहीं होने के कारण काम भी नहीं कर पा रहा हूं। इस कारण परिवार तंगहाली झेल रहा है। परिवार में चार बच्चे हैं। प|ी अनिताबाई मजदूरी कर जैसे-तैसे घर चला रही है। परिवार का बीपीएल कार्ड भी नहीं है। तीन बार जनसुनवाई में आ चुका हूं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

बुधवारा मंडी में महिलाओं से हो रहा दुर्व्यवहार, पसरा अतिक्रमण

बुधवारा की सब्जी मंडी में फिर अतिक्रमण पसरने से लोग परेशान हैं। शाम को यहां असामाजिक तत्वों द्वारा महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है। महिलाओं सहित नागरिकों ने इसकी शिकायत मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से की है। उन्होंने यहां से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। शिकायत में महिलाओं सहित लोगों ने कहा सब्जी मंडी में हमारे साथ अभद्र व्यवहार और धक्का-मुक्की के साथ फब्तियां कसी जाती हैं। यहां दुकान के पास रास्ता संकरा है। यहां अतिक्रमण पसरा है। इस कारण यहां सबसे अधिक परेशानी हो रही है। कार्रवाई के नाम पर नगर निगम सिर्फ औपचारिकता निभा रहा है। शिवसेना अध्यक्ष गणेश भावसार ने भी यहां व्यवस्था सुधारने की मांग की है। इसके साथ ही लोगों ने सब्जी मंडी में कैमरे लगाने की मांग की है।

उप सरपंच को नियम विरुद्ध दिया प्रभार, कर रहे मनमानी

जसवाड़ी से आए ग्रामीणों ने पंचायत में अनियमितता संबंधी शिकायत जिला पंचायत सीईओ से की। उन्होंने कहा उप सरपंच की नियुक्त नियम विरुद्ध की गई है। सचिव, सहायक सचिव के साथ मिलकर वह मनमानी कर रहा है। बिना विकास कार्य कराए ही इसके लिए आई राशि का आहरण कर लिया है। गांव के भानुप्रताप सिंह माैर्य, हेमेंद्र सिंह मौर्य सहित अन्य ग्रामीणों ने अनियमितता पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।

परदेशीपुरा के केशव रामलाल मंडलोई ने ग्राम मूंदी में शासकीय भूमि पर किए जा रहे अवैध निर्माण को तोड़ने की शिकायत की। भकराड़ा के कैलाश सिंह पंवार ने ग्राम पंचायत में आय-व्यय में अनियमितता और अतिक्रमण संबंधी शिकायत की। शांति नगर के किशोर पिता जालम ने आबकारी अधिकारी विजय सोलंकी द्वारा बगीचे में माली का काम करवाने के बाद भी भुगतान नहीं करने और अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की।

शनि मंदिर क्षेत्र के वीरेंद्र नानकराम ने कई बार आवेदन देने के बाद भी बीपीएल कार्ड नहीं बनने की समस्या बताई। व्यस्तता के कारण कलेक्टर मीणा लोगों से नहीं मिल सकीं। जिंप सीईओ सहित अन्य अफसरों ने ग्रामीणों की समस्या सुनी।

उपसरपंच को कौन चुनता है MP?

मध्यप्रदेश पंचायत ( उपसरपंच, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ) निर्वाचन नियम, 1995 के तहत् ग्राम पंचायत के उपसरपंच के निर्वाचन के लिए उपखण्ड अधिकारी, राजस्व, सक्षम प्राधिकारी घोषित किया गया है. सक्षम प्राधिकारी उपसरपंच का निर्वाचन करने के लिए ग्राम पंचायत का सम्मिलन बुलायेगा.

सरपंच के पास क्या पावर होता है?

सरपंच ग्राम पंचायत का प्रमुख होता है। सरपंच भारत में स्थानीय स्वशासन के लिए गांव स्तर पर विधिक संस्था ग्राम पंचायत का प्रधान होता है। पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के गॉवों में भी यह प्रसाशन प्रणाली पायी जाती है। सरपंच चुने गए पंचों की मदद से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेता है।

ग्राम पंचायत में क्या क्या काम होता है?

ग्राम पंचायतें ग्राम की स्वच्छता, प्रकाश, सड़कों, औषधालयों, कुओं की सफाई और मरम्मत, सार्वजनिक भूमि, पैठ, बाजार तथा मेलों और चरागाहों की व्यवस्था करती हैं, जन्म मृत्यु का लेखा रखती हैं और खेती, उद्योग धंधों एवं व्यवसायों की उन्नति, बीमारियों की रोकथाम, श्मशानों और कब्रिस्तानों की देखभाल भी करती हैं।

वार्ड पंच क्या होता है?

प्रत्येक वार्ड से एक जन प्रतिनिधि चुना जाता है जो वार्ड पंच कहलाता है । वह पंचायत का सदस्य होता है। इस प्रकार, वार्ड पंच सबसे छोटे निर्वाचन क्षेत्र यानि वार्ड से चुना गया जनप्रतिनिधि हे ।