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Left Navigation विश्व व्यापार संगठनअंतर्राष्ट्रीय संस्थान/संगठन
Last Updated: July 2022
विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organisation- WTO) एकमात्र वैश्विक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो राष्ट्रों के मध्य व्यापार नियमों से संबंधित है। WTO समझौते इसके मूल तत्त्व हैं जिन पर कई व्यापारिक देशों द्वारा बातचीत एवं हस्ताक्षर किये गए हैं और उन देशों की संसद में जिनकी पुष्टि की गई है। विश्व व्यापार संगठन में 164 सदस्य (यूरोपीय संघ सहित) एवं 23 पर्यवेक्षक सरकारें (जैसे ईरान, इराक, भूटान, लीबिया आदि) हैं। WTO के लक्ष्य
पृष्ठभूमिसिल्क रोड की शुरुआत से लेकर प्रशुल्क एवं व्यापार पर सामान्य समझौते (General Agreement on Tariffs and Trade (General Agreement on Tariffs and Trade-GATT) के निर्माण तथा WTO के उद्भव के समय से व्यापार ने आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने और राष्ट्रों के मध्य शांतिपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
WTO ने GATT का स्थान क्यों लिया?
विश्व व्यापार संगठन एवं संयुक्त राष्ट्र
संचालनमंत्रालयिक सम्मेलन
महापरिषद
व्यापार नीति समीक्षा निकाय
विवाद समाधान निकाय
अपीलीय निकाय
वस्तु व्यापार महापरिषद (वस्तु परिषद)
सेवा व्यापार महापरिषद (सेवा परिषद)
बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार-संबंधित पहलुओं के लिये परिषद (ट्रिप्स परिषद)
WTO मंत्रालयिक सम्मेलनप्रथम मंत्रालयिक सम्मेलन (अर्थात् MC1) वर्ष 1996 में सिंगापुर में आयोजित किया गया था और आखिरी सम्मेलन (MC11) वर्ष 2017 में ब्यूनस आयर्स में आयोजित किया गया था। इन सभी मंत्रालयिक सम्मेलनों में मौजूदा वैश्विक व्यापार प्रणाली विकसित हुई है। सिंगापुर, 9-13 दिसंबर 1996 (MC1)
जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड 18-20 मई 1998 (MC2)
सीएटल (Seattle), संयुक्त राज्य अमेरिका 30 नवंबर-3 दिसंबर, 1999 (MC3)
दोहा, कतर 9-13 नवंबर 2001 (MC4)
कान्कुन, मेक्सिको 10-14 सितंबर 2003 (MC5)
होंगकोंग, 13-18 दिसंबर 2005 (MC6)
जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड 30 नवंबर - 2 दिसंबर 2009 (MC7)
जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड 15-17 दिसंबर 2011 (MC8)
बाली, इंडोनेशिया 3-6 दिसंबर 2013 (MC9)
नैरोबी, केन्या 15-19 दिसंबर 2015 (MC10)
अल्प विकसित देशों के मुद्दे
ब्यूनस आयर्स, अर्जेंटीना 10-13 दिसंबर 2017 (MC11)
जिनेवा, स्विट्रज़लैंड 12-17 जून 2022 (MC12)
नूर-सुल्तान, कजाकिस्तान, 8-11 जून 2020 (MC12)
दोहा राउंड
WTO का विश्व के लिये योगदान
विश्व व्यापार संगठन एवं भारत
विश्व व्यापार संगठन की चुनौतियाँ
WTO का भविष्यचूँकि WTO सर्वसम्मति आधारित है, इसलिये सभी 164 सदस्यों के मध्य सुधारों पर एक समझौता करना बेहद मुश्किल होता है। इसके लिये एक संभावित तरीका नियमों के एक नए संग्रह पर समान विचार वाले देशों के समूह के साथ एक बहुपक्षीय समझौता करना हो सकता है जो व्यापक WTO के लिये एक परिशिष्ट (पूरक) के रूप में कार्य करता है। निष्कर्षआज विश्व संरक्षणवाद, व्यापार युद्ध (जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन) से गुजर रहा है, ब्रेक्जिट वैश्विक अर्थव्यवस्था को संकुचित कर रहा है। भविष्य में विश्व व्यापार संगठन की भूमिका द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के बाद विकसित वैश्विक उदारीकृत आर्थिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह वह समय है जब संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश WTO से अलग होने की धमकी दे रहे हैं जो WTO को निष्क्रिय बना रहा है जिससे भारत और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाएँ जैसे ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका आदि विकासशील देशों के हितों की रक्षा कर मज़बूत WTO के लिये एक मज़बूत आधार प्रदान कर सकते हैं। × विश्व व्यापार संगठन क्या है और इसके कार्य?विश्व व्यापार संगठन (WTO) 164 सदस्य देशों से बना एक अंतर सरकारी संगठन है जो राष्ट्रों के बीच व्यापार के वैश्विक नियमों से संबंधित है। विश्व व्यापार संगठन का मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना है कि वैश्विक व्यापार राष्ट्रों के बीच स्वतंत्र, व्यवस्थित और सुचारू रूप से हो।
व्यापार संगठन के उद्देश्य क्या है?विश्व व्यापार संगठन का उद्देश्य विश्व भर में व्यापार के लिए उचित परिवेश बनाना और सदस्य देशों के बीच सामंजस बिठाना है। विश्व व्यापार संगठन यानि World Trade Organization दुनिया की एक मात्र ऐसी संस्था है जो वैश्विक कई देशों के बीच होने वाले व्यापार कानूनों और उनके नियमों से सम्बंधित काम करती हैं।
विश्व व्यापार संगठन की क्या क्या विशेषता है?World trade organization का मुख्य उद्देश्य विश्व में मुक्त, अधिक पारदर्शी तथा अधिक अनुमन्य व्यापार व्यवस्था को स्थापित करना है. विश्व व्यापार संगठन ठोस कानूनी तंत्र पर आधारित है. इसके समझौतों की सदस्य देशों के सांसदों द्वारा पुष्टि की गई है. विश्व व्यापार संगठन पर किसी एक देश का अधिकार नहीं है.
व्यापार संगठन से आप क्या समझते हैं?एक व्यापार संगठन व्यापार गतिविधियों, धर्मार्थ कार्य, या अन्य गतिविधियों में संलग्न होने के लिये गठन किया है। व्यापार संस्थाओं एक उत्पाद या सेवा को बेचने के लिए बनते हैं। वहाँ विभिन्न देशों की कानूनी व्यवस्था में परिभाषित व्यावसायिक संस्थाओं के कई प्रकार हैं।
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