इसके निम्नलिखित नियम हैं जैसे कि दैनिक पंचांग की बेहतर समझ के लिए इससे अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए। यह विभिन्न ज्योतिषीय घटनाओं के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से आपको कुछ भी नया शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय खोजने में मदद करता है। Show
सूर्योदय और सूर्यास्त - हिंदू कैलेंडर में सूर्योदय से अगले सूर्यादय तक की अवधि को एक दिन माना जाता है। अतः, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है। सभी प्रमुख निर्णय सूर्य और चंद्रमा की स्थिति पर विचार करने के बाद ही लिए जाते हैं। चंद्रोदय और चन्द्रास्त - अनुकूल समय का निर्धारण करने के लिए चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय हिंदू कैलेंडर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शक संवत - शक संवत भारतीय आधिकारिक नागरिक कैलेंडर है, जिसे 78 ईस्वी में स्थापित किया गया था। अमांत माह - हिंदू कैलेंडर, में जो चंद्र महीना अमावस्या के दिन समाप्त होता है, उसे अमांत माह के रूप में जाना जाता है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा कुछ ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं। पूर्णिमांत माह - हिंदू कैलेंडर में चंद्र महीना पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है उसे पूर्णिमांत माह के रूप में जाना जाता है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं। सूर्य राशि और चंद्र राशि - सूर्य चिह्न, राशि के आधार पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है और यह उसके जन्म के समय एक मूल राशि के राशि चक्र में सूर्य की स्थिति से निर्धारित होता है। चंद्र चिन्ह से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के भावनात्मक पहलू का पता चलता है, और यह उसके जन्म के समय मूल राशि के चार्ट में राशि चक्र की स्थिति से निर्धारित होता है। पक्ष - तिथि को दो हिस्सों में बांटा गया है। प्रत्येक ‘आधे’ भाग को एक पक्ष के रूप में जाना जाता है। इसके दो पक्ष हैं, जैसेः शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। शुभ समय / अच्छा समयअभिजीत नक्षत्र - जब भगवान ब्रह्मा मकर राशि में स्थित होते हैं, तो इसे अभिजीत नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। नए कार्यों को करने और नई खरीदारी करने के लिए यह सबसे शुभ अवधियों में से एक माना जाता है। अमृत कालम् - यह अन्नप्राशन संस्कार और अन्य हिंदू अनुष्ठानों को करने का समय है। यह बहुत ही शुभ समय माना जाता है। गुलिकई कालम् - गुलिका मंडा के बेटे उर्फ शनि थे। इस समय को गुलिकई कालम् के नाम से जाना जाता है। इस अवधि के दौरान किसी भी कार्य की शुरुआत करना शुभ नहीं माना जाता है अतः इससे बचना चाहिए। यमगंडा - यह एक अशुभ अवधि है, और किसी भी सफल और समृद्ध उद्यम के कार्य के लिए यह समयावधि वर्जित है। दुर मुहूर्तम - यह दिन में एक बार सूर्यास्त से पहले एक बार आता है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले इस समय से बचना चाहिए व्रज्याम कालम् - व्रज्याम या विशघटिका वह समय है जो वर्तमान दिन से शुरू होता है और आने वाले दिन से पहले समाप्त होता है। इसे सौम्य काल नहीं माना जाता है। राहु कालम् - राहु की अवधि किसी भी कार्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है। किसी भी नई पहल के लिए राहु के प्रभाव से पूरी तरह बचा जाना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। आज वैशाख (vaishakh) की शुक्ल पक्ष द्वादशी 05:27 PM तक उसके बाद त्रयोदशी है। सूर्य मेष राशि पर योग-सिद्धि , करण-बालव और कौलव वैशाख मास है, आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। मोहिनी एकादशी व्रत पारण (Mohini Ekadashi 2022 Parana Time) आज 13 मई का पंचांगहिन्दू मास एवं वर्ष शक सम्वत: 1944 शुभकृत् लोकप्रिय खबरें Complaint To CM Yogi: सीएम योगी के पास शिकायत लेकर पहुंचा परिवार तो पुलिस ने कर दिया बुरा हाल, जानें पूरा किस्सा JNU में ब्राम्हण विरोधी नारे, भड़कीं बॉलीवुड एक्ट्रेस बोलीं- भारत किसी की जागीर नहीं, केंद्र सरकार… Radish Side Effect: इन 4 बीमारियों में मूली का सेवन सेहत पर ज़हर की तरह करता है असर, एक्सपर्ट से जानिए Piles Cure: बवासीर मरीजों के लिए रामबाण की तरह है सर्दी का ये फल, पाइल्स के दर्द में भी मिलती है राहत आज सूर्योदय- सूर्यास्त का समय (Sun Time)सूर्योदय: 5:50 AM आज चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय ( Moon Time)चन्द्रोदय: 4:12 PM, 13 मई आज चन्द्रमा की राशि (Moonचन्द्रमा: चन्द्रमा कन्या राशि पर संचार करेगा। आज का शुभ मुहूर्त (Today Auspicious Time)अभिजीत मुहूर्त: 11:57 AM से 12:49 PM Also Read Lunar Eclipse 2022: साल का पहला चंद्र ग्रहण इन राशियों के लिए बेहद शुभ, नौकरी के साथ प्रमोशन के बन रहे हैं योग! आज का शुभ योग (Aaj Ka Shubh Yoga)सर्वार्थ सिद्धि योग: नहीं है आज का अशुभ समय( Today Bad Time)राहु काल: 10:45 AM से 12:23 PM तक Also Read Budh Ast 2022: 24 घंटे बाद वृषभ राशि में बुध होंगे अस्त; इन 6 राशियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें आज का चौघड़िया (Today Choghadiya) दिन का चौघड़ियाचर 05:50 AM 07:28 AM रात का चौघड़ियारोग 18:55 PM 20:17 PM ऐसे बन रहा ग्रहों का शुभ संयोग: वैदिक पंचांग के अनुसार 12 मई को चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेगा, शनि कुंभ राशि में और बृहस्पति मीन राशि में रहेंगे। साथ ही दो और ग्रह अपनी स्वराशि में रहेंगे. जिसके कारण यह एक उत्तम संयोग बन रहा है। यह संयोग राजयोग के समान फल प्रदान करेंगे। 13 मई को शुक्रवार होने के कारण माता लक्ष्मी का प्रिय दिन भी है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। 13 मई 2022 को कौन सा दिन पड़ेगा?Panchang 13 May 2022 Friday: 13 मई 2022, दिन शुक्रवार , वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि 17.27 बजे तक फिर त्रयोदशी तिथि लग जाएगी.
12 मई 2022 को कौन सी तिथि पड़ेगी?Panchang 12 May 2022 Thursday: 12 मई 2022, दिन गुरुवार, वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, एकादशी तिथि 18.51 बजे तक फिर द्वादशी तिथि लग जाएगी. उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 19.30 तक फिर हस्त नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा कन्या राशि में और भगवान सूर्य मेष राशि में विराजमान हैं.
14 मई 2022 को कौन सा दिन पड़ेगा?Panchang 14 May 2022 Day Saturday: 14 मई 2022, दिन शनिवार, वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, त्रयोदशी तिथि 15.22 बजे तक फिर चतुर्दशी तिथि लग जाएगी. चित्रा नक्षत्र 17.28 तक फिर स्वाति नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा कन्या राशि में 6.13 बजे तक रहेंगे फिर तुला राशि में गमन कर जाएंगे और भगवान सूर्य मेष राशि में विराजमान हैं.
11 मई 2022 को कौन सी तिथि पड़ेगी?Panchang 11 May 2022 Wednesday: 11 मई 2022, दिन बुधवार , वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि 19.31 बजे तक फिर एकादशी तिथि, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 19.28 तक फिर उत्ररा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा. चंद्रमा सिंह राशि में रहेगा और भगवान सूर्य मेष राशि में विराजमान हैं. विजय मुहूर्त 14.33 से 15.27 बजे तक रहेगा.
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