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आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में समामेलन
आंध्रा बैंक, कॉरपोरेशन बैंक के खुद में विलय के बाद यूनियन बैंक पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनाडिसक्लेमर:यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है। इसे नवभारतटाइम्स.कॉम की टीम ने एडिट नहीं किया है।
| Updated: 1 Apr 2020, 8:30 pm नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) यूनियन बैंक आफ इंडिया देश का सार्वजनिक क्षेत्र का पांचवां सबसे बड़ा बैंक बन गया है। नया वित्त वर्ष शुरू होने के साथ आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक में हो गया है। यूनियन बैंक ने बुधवार को बयान में कहा, ‘‘आज की तारीख से आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के सभी कर्मचारी, ग्राहक और शाखाएं यूनियन बैंक के परिवार का हिस्सा बन गये हैं।’’ मुंबई मुख्यालय वाले बैंक ने कहा कि इस विलय के बाद उसे दक्षिण भारत में भी अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस विलय से अगले तीन सालNavbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें आंध्रा बैंक कौन से बैंक में कन्वर्ट हुआ?आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में समामेलन
आंध्रा बैंक का मालिक कौन है?आन्ध्रा बैंक के मालिक Bhogaraju Pattabhi Sitaramayya थे लेकिन बाद में यह बैंक पब्लिक बैंक बन गया और इस बैंक कुछ परसेंट शेयर सरकार के पास आ गया जिसके बाद यह एक पब्लिक सेक्टर बैंक बन गया जिसके बाद इसका मालिकाना हक़ सरकार के पास आ गया और पिछले साल 1 अप्रैल 2020 को यूनियन बैंक के साथ विलयन होने के बाद यह यूनियन बैंक का ...
यूनियन बैंक का क्या नाम है?यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भूतपूर्व आंध्रा बैंक और भूतपूर्व कॉर्पोरेशन बैंक अब एक बैंक बन गए हैं। आज से आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के सभी कर्मचारी, ग्राहक और शाखाएं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया परिवार का हिस्सा बन जाएंगे।
आंध्र बैंक कितना पुराना है?इसकी स्थापना १९२३ में डॉ भोगराजु पट्टाभि सीतरमैया ने की थी। भारत सरकार की इसमे हिस्सेदारी ५१.५५% है।
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