घर पर कैसे गेहूं को कीड़ों से बचाएं, अनाज भंडारण के कुछ अचूक उपाय! Show
सही कहा है किसी ने खेती करना आसान नहीं होता। अगर आसान होता तो हर कोई किसान होता। फसल की बुवाई से लेकर कीटनाशकों के छिड़काव तक किसानों को अनेक समस्याओं से जूझना पड़ता है। लेकिन इसके बाद भी जो फसल पक जाती है,तब भी किसानों की समस्या खत्म नहीं होती। या यूं कहें कि तब तो उनकी असली परीक्षा शुरू होती है। अनाजकाभंडारण हैमुख्यसमस्या!फसल पकने के बाद भी किसानों के सामने अनेक समस्याएं रहती है। जैसे समय पर कटाई, उचित मशीनों का प्रयोग, सही जगह फसलों का भण्डारण तथा फसलों को कीटो से बचाना। लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या है- कटाई के बाद उनका प्रबंधन एव भंडारण की जानकारी की कमी का होना। गेहूंकासुरक्षितभंडारणकरनेकेलिएरामबाणउपाय!● सूखाकरकरेंगेंहूकाभंडारण भंडारण करने से पहले गेहूं को अच्छी तरह से सूखा लें। अनाज में नमी नहीं होनी चाहिए। यदि गेहूं में अधिक नमी होगी तो कीड़े और फंगस लग जाता है। आमतौर पर बरसात के मौसम में गेहूं में सुरसी, खपरा, डोरा व जाल वाले कीड़े लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि बारिश के मौसम में अधिक नमी होती है और इससे गेहूं नरम हो जाता है। जब गेहूं नरम होगा तो कीड़े उसको आसानी से काट लेते हैं। इसलिए बारिश में मौसम में अधिक कीड़े लगते हैं। ● जिसटंकीमेंगेहूंरख रहेहो,उसकोभीधूपमें 3-4 दिनरखे! गेहूं का भंडारण करने से पहले लोहे की टंकी को चार-पांच दिन तपती धूप में रखें। धूप में रखने से टंकी में मौजूद कीड़े नष्ट हो जाते हैं। जानकारों का कहना है कि जहां पर गेहूं का भंडारण किया जाना है कि उसके पास नमी न हो। यदि नमी होगी तो गेहूं खराब हो जाएगा। संभव हो सके तो गेंहू का भंडारण मकान से अलग करें। अगर ऐसा संभव न हो तो अनाज का स्टॉक एक कोने में करें। ● टंकीमेंडालेनीमकीपत्तियांया एल्यूमिनियमफॉस्फाइडकीगोलियां। एक किलो नीम की पत्तियों को छाया में सुखाकर भंडार करने से पहली टंकी की तली में बिछाना चाहिए। इससे गेहूं खराब नहीं होगा। यह तरीका कम मात्रा में गेहूं को भंडारित करने का है। अगर पहले ही गेहूं में कीड़ा लगा हो तो एल्यूमिनियम फॉस्फाइड की 3 गोली प्रति 10 कुंतल बीज पर उपयोग कर सकते हैं। ● पुरानीबोरियोंकाइस्तेमालनाकरेंऔरकरेंतोऐसेकरें! कभी भी पुरानी बोरियों या कुठला इत्यादि को बिना उपचारित किए भंडारण के लिए उपयोग न करें| यदि सम्भव हो तो नई बोरियों का इस्तेमाल करें| यदि भंडारण में पुराने बोरों का प्रयोग करना है तो इन्हें एक प्रतिशत मैलाथियान के घोल में 10 मिनट तक डुबो दें और सुखाकर प्रयोग करें। कुछ छोटीपरमोटीबातें!● पुराने गेहूं को नए भंडारित गेहूं के साथ कदापि न रखें। ● भंडारण के लिए प्रयोग किए जाने वाले गोदाम, लोहे की टंकी या वायु रोधी कवर में किसी भी प्रकार की दरार या छेद को भंडारण से पूर्व ही बंद कर लें ताकि संक्रमण से बचा जा सके। ● चूहों के नियंत्रण के लिए एल्युमिनियम फॉस्फाइड, चूहे दानी या एंटी कगुलेंट्स का प्रयोग करें। ● भंडारण के आसपास गंदगी ना रखें। खेती और ट्रैक्टर से जुड़ी इसी तरह की कीमती जानकारियों के लिए हमेशा जुड़े रहे ट्रैक्टर ज्ञान से। जानकारीसही,मिलेगीयही Read More
अनाज को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?अनाज स्टोर करने से पहले ये रखें सावधानियां. अनाज को भंडार गृह में स्टोर करने से पहले अनाजों को अच्छी तरह से साफ-सुथरा कर धूप में सुखा लेना चाहिए, जिससे कि दानों में 10 प्रतिशत से अधिक नमी न रहने पाए।. अनाज में ज्यादा नमी रहने से फफूंद एवं कीटों का आक्रमण अधिक होता है।. अनाज का भंडारण करते समय कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए?अनाज भंडारण से पहले भंडार घर की अच्छी तरह सफाई करें तथा कूड़े कचड़े को जला या दबा या नष्ट कर दें। साथ ही अनाज को अच्छी तरह से सुखा लें। भंडार घर की छत, दीवारों व फर्श पर एक भाग मैलाथियान 50 ईसी को सौ भाग पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
गेहूं को कीड़ों से बचाने के लिए क्या करना चाहिए?वहीं अगर गेहूं को घुन आदि से बचाए रखना है तो साबुत नमक को सूती कपड़े में बांध लें और फिर इसे गेहूं में रख दें. दालों को घुन से बचाने के लिए गर्मी के मौसम में आप दालों के कंटेनर या डिब्बों में नीम की कुछ पत्तियां डाल दें. इससे दालों में घुन नहीं लगेंगे.
अनाज का सुरक्षित भंडारण क्यों आवश्यक है?फसलों की कटाई के बाद सबसे जरूरी काम अनाज भंडारण का होता है। अनाज के सुरक्षित भंडारण के लिए वैज्ञानिक विधि अपनाने की जरूरत होती है, जिससे अनाज को लंबे समय तक चूहे, कीटों, नमी, फफूंद आदि से बचाया जा सके। भण्डारण की सही जानकारी न होने से 10 से 15 प्रतिशत तक अनाज नमी, दीमक, घुन, बैक्टीरिया द्वारा नष्ट हो जाता है।
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