1. बुनियादी स्तर पर बच्चों को आयु और विकास अनुरुप उपयुक्त खेल खिलौने देने से उन्हें कौन-से नए कौशल का अभ्यास करने का अवसर मिलता है? Show
सृजनात्मक सोच पूर्ण एवं हलन चलन गतिविधियाँ तथा पारस्परिक चर्चा । खेल एवं फिटनेस | गणित एवं अक्षर ज्ञान (साक्षरता) । संगीतमय लय एवं ताल के साथ थिरकना। 2. पालक शिक्षक संघ की बैठकों में नियमित रूप से सम्मिलित होने से अभिभावकों को बच्चों की किस क्षेत्र में प्रगति के बारे में पता चलता बुनियादी संख्याज्ञान | बुनियादी साक्षरता । पर्यावरण अध्ययन। सभी विकासात्मक क्षेत्रों में । 3. अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में सहयोग के लिए शिक्षित करने के लिए निम्नलिखित में से किस तरीके का उपयोग किया जाना चाहिए शिक्षकों को समुदाय के नेताओं से मार्गदर्शन लेने के लिए कहना। उन्हें रोज समाचार पत्र पढ़ने के लिए कहना अभिभावकों की सुविधा के अनुसार औपचारिक और अनौपचारिक संवाद खुला रखना। शिक्षकों को अभिभावकों के संपर्क में रहने के लिए कहना। 4. बुनियादी भाषा और साक्षरता कौशल किस से संबंधित है ? बच्चों का अंकगणित ज्ञान । बच्चों की त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता। बच्चों की भाषा, अभिव्यक्ति एवं संचार कौशल । बच्चों की ड्राइंग में रूचि 5. अभिभावक स्थानीय स्तर पर उपलब्ध ऐसे खिलौने और खेल सामग्री जो बच्चों के लिए हानिकारक नहीं है उनकी पहचान कर सकते हैं तथा उनका उपयोग कर सकते हैं. खिलौनों के माध्यम से जबरदस्ती सीखने के लिए। रटकर सीखने के लिए। स्वयं खोजपूर्ण तरीके से सीखने के लिए। केवल खिलौनों के माध्यम से सीखने के लिए। 6. समुदाय से सहयोग व समर्थन प्राप्त करने के क्या तरीके हैं? सामूहिक रूप से एकत्र होना। नृत्य। फिल्म प्रदर्शन। मीडिया-संसाधन, लोक गीत, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो 7. बुनियादी साक्षरता के लिए बच्चों को घर पर करवाई जाने वाली गतिविधि का चयन निम्नलिखित में से करें। चम्मच को गिनना तथा रखना। सामूहिक गपशप (स्वतंत्र वार्तालाप ) । कोलाज़ बनाना । साझा पठन । 8. बुनियादी स्तर पर अभिभावकों की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है! इस स्तर पर किस आयु वर्ग के बच्चे सम्मिलित हैं ? 4-8 वर्ष 3-6 वर्ष 5-9 वर्ष 3-8 वर्ष 9. अभिभावकों को नियमित अपडेट भेजने के लिये निम्न में से कौन सा विकल्प बेहतर है? डायरी पर नोट लिख कर देना। बच्चों को मौखिक रूप से बताना। बच्चे के बैग में लूज़ सर्कुलर रखना। बच्चे की यूनिफार्म पर पिन से नोट अटैच करना। 10. अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को प्री-स्कूलशिक्षा कार्यक्रम से कैसे संबंद्ध किया जाना चाहिए? विशेषज्ञों द्वारा कार्यविद्यालयओं के आयोजन के माध्यम से। पालक शिक्षक संघ की बैठकों के माध्यम से। केवल ई मेल और पत्रों के माध्यम से। नियमित संवाद कार्य विद्यालयओं तथा पालक शिक्षक संघ की बैठकों और अभिभावकों के सम्मेलनों के आयोजन 11. बुनियादी साक्षरता तथा संख्याज्ञान कौशल को कैसे बढ़ाया जा सकता है? विद्यालय संचालन की समयावधि बढ़ाकर बुनियादी साक्षरता तथा संख्याज्ञान गतिविधियों में अभिभावकों की शिक्षा तथा सहभागिता बढ़ाकर। अधिक शिक्षकों को नियुक्त करके । बच्चों को गृहकार्य (Homework) देकर। 12. एफएलएन संबंधित शिक्षा में सहयोग करने के लिए परिवारों का क्या जानना अति महत्वपूर्ण है? पाठ्य पुस्तकों की विषयवस्तु । बच्चों को दिया गया गृहकार्य वर्कशीट बनाना। प्रत्येक स्तर पर सीखने के प्रतिफल । 13. शिक्षक-शिक्षिका अच्छे संप्रेषण कौशल पालन कर रहा/रही है यदि वह माता-पिता के प्राप्त संदेश प्राप्त करता/करती है और संदेश पर अपनी टिप्पणी जोड़ कर उसे आगे बढ़ाता / बढ़ाती अभिभावकों के संदेश प्राप्त करता/करती है लेकिन आगे संवाद के लिए सुविधा नहीं देता / देती । अभिभावकों के संदेश प्राप्त करता/करती है लेकिन संवादको आगे नहीं बढ़ाता / बढ़ाती । कुछ खास अभिभावकों से बात और संवाद करता/करती 14. विकलांग बच्चों को घर में शिक्षण देने में अभिभावकों की मदद कैसे की जा सकती हैं? विशेष शिक्षक की नियुक्ति करके । होम स्कूलिंग के लिए विशेष शिक्षकों के साथ मिल कर काम करने वाले संसाधना केंद्रों द्वारा घर में शिक्षण में मार्गदर्शन देकर अभिभावक पहले से ही सक्षम हैं, इसलिए किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता नहीं है। विशेष शिक्षक के द्वारा घर में देखभाल करके । 15. एफएलएन मिशन के दिशानिर्देशों में अभिभावकों को संबंद्ध करने के लिए निम्न में से कौन-सा सुझाव दिया गया है? विद्यालय के बजट को साझा करना। आकलन के परिणामों को साझा करना। साझा करना शिक्षकों की उपस्थिति साझा करना । स्वास्थ्य रिकार्ड साझा करना। 16. बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के लक्ष्य कौन-से चार क्षेत्रों में निर्धारित किए गए हैं? मौखिक भाषा, सुनना, लेखन एवं संख्याज्ञान । मौखिक भाषा, पठन, लेखन एवं संख्याज्ञान। मौखिक भाषा, बोलना, लेखन एवं संख्याज्ञान। मौखिक भाषा, ड्राइंग, लेखन एवं संख्याज्ञान । 17. घर के वातावरण को प्रिंट से समृद्ध बनाना अभिभावकों तथा परिवारों द्वारा बच्चे के कौन-से कौशल को सुदृढ़ करता हैं ? लेखन कौशल । विकास शारीरिक और गत्यात्मक विकास कौशल। बुनियादी साक्षरता कौशल। अन्वेषण (खोजने की प्रवृति) कौशल । 18. सामुदायिक सहभागिता विद्यालय और बच्चों के लिए क्यों उपयोगी है। समुदाय अपने क्षेत्र में जो कुछ भी मौजूद है उस पर हॉवी रहता है समुदाय के पास ताकत (पॉवर) होती है। समुदाय के पास भौतिक, वित्तीय और मानवीय बहुत से संसाधन होते हैं जो विद्यालय और बच्चों के लिए लाभदायक हो सकते हैं। यदि समुदाय सहयोग करता है तो शिक्षक सुरक्षित महसूस करते हैं। 19. एफएलएन में अभिभावकों और समुदाय की कम सहभागिता का मुख्य कारण क्या हैं? एफएलएन के लिए उपयुक्त खिलौनों का अभाव। विद्यालय में बैठक हॉल का अभाव। अभिभावकों/समुदाय के द्वारा फंड एवं दान की कमी। अभिभावकों और विद्यालय में संवाद कौशल और तरीकों का अभाव। 20. निम्न में से कौन सी गतिविधि अभिभावकों के द्वारा घर पर बुनियादी संख्याज्ञान को बढ़ावा देने के लिए नहीं हो सकती ? चम्मच और कटोरों की गिनती । स्टेन्सिल की सहायता से नंबर लिखना। समाचार पत्र में अंको को गौर से देखना । अक्षरों के साथ अनुरेखण (Tracing along) 21. अभिभावकों द्वारा बच्चों की कहानी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कौन-सी गतिविधियां की जा सकती हैं ? बच्चों के साथ वार्तालाप। कहानियों का चयन। जोर से बोलकर पढ़ना। गाने गाना। 22. अभिभावक व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से प्रासंगिक उपयुक्त गतिविधियों को स्थापित करा सकते हैं, उचित प्रसंग क्या हो सकता हैं? बच्चे का परिवेश (वातावरण) तथा अनुभव आसपास का परिवेश व अनुभव। बच्चे और गाँव का परिवेश । विद्यालय का परिवेश व अनुभव । 23. बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों की अपेक्षाओं तथा उनके वास्तविक सहयोग के बीच खाई होने का मुख्य कारण क्या है? शिक्षक अभिभावकों से कोई सुझाव नहीं लेना चाहते । बच्चे विद्यालय और घर के बीच भ्रमित रहते हैं। अभिभावक इच्छुक नहीं होते। अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सार्थक सहभागिता का पर्याप्त उन्मुखीकरण नहीं है। 24. बुनियादी साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों को बच्चों के साथ गाना चाहिए तथा ऐसा करते हुए उन्हें क्या पहचानने के लिए पोत्साहित करें? गीत और कविता में तुकबंदी वाले शब्द । मुद्रित शब्द । एक कविता में पैराग्राफ की संख्या । पृष्ठों की संख्या । 25. विद्यालय और परिवारों के बीच सहयोग के समर्थन करने का महत्वपूर्ण कारण क्या है? बच्चों की उपस्थिति पर अभिभावकों द्वारा निगरानी रखना विद्यालय में भ्रष्टाचार को रोकना। इस तरह के सहयोग से बच्चों को विद्यालय और घर पर सीखने में सहयोग मिलना। अभिभावकों की निगरानी की वजह से शिक्षक द्वारा अपना काम अधिक ध्यान से करना। 26. विद्यालय में एफएलएन संसाधन केंद्र का निर्माण अभिभावकों के लिए कैसे उपयोगी होगा? बच्चों के शिक्षण में सहयोग के लिए आवश्यक सामग्री तथा पुस्तकों को विद्यालय से उधार लेना। नियमित रूप से विद्यालय जाना तथा शिक्षकों से मुलाकात करना। किताबों, पठन-पाठन सामग्री और संसाधनों में रुचि विकसित करना । विद्यालय के सतत संपर्क बनाये रखना। 27. अभिभावकों और समुदाय को बच्चों के सीखने के स्तर के बारे में जानकारी क्यों होनी चाहिए? शिक्षकों के कार्य का समालोचनात्मक विश्लेषण के लिए। विद्यालय के सहभागी बनने के लिए। विद्यालय में स्वयंसेवक के रुप में सहयोग देने के लिए। सीखने के प्रतिफलों को बेहतर सीखने के लिए। 28. पालक शिक्षक संघ की बैठकों में नियमित रूप से सम्मिलित होने से अभिभावकों को बच्चों की किस क्षेत्र में प्रगति के बारे में पता चलता है? पर्यावरण अध्ययन। बुनियादी साक्षरता। सभी विकासात्मक क्षेत्रों में । बुनियादी संख्याज्ञान। 29. अभिभावकों के साथ निरंतर संवाद और संचार उन्हें किस ओर प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण है? विद्यालय की सांस्कृतिक गतिविधियों में अभिभावकों और परिवार की सहभागिता कराना। विद्यालय के मेलों के आयोजन में अभिभावकों और परिवार की सहभागिता कराना । विद्यालय प्रबंधन समिति में अभिभावकों और परिवारों की सहभागिता कराना । एफएलएन गतिविधियों में अभिभावकों और परिवार को शामिल करना । 30. विद्यालय और परिवारों के बीच मजबूत संबंध बनाने के लिए बहुत से तरीके हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए निम्न में सबसे अधिक क्या आवश्यक है ? बच्चों के सीखने और विकास के सभी पहलुओं पर दोनों के बीच निंरतर संवाद हो । अभिभावकों को अच्छे व्यंजन शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ बांटे। शिक्षक के साथ अच्छे संबंध होने पर अभिभावकों को पुरस्कार दें। शिक्षक बच्चों की केवल अच्छी रिपोर्ट अभिभावकों को दें। 31. अभिभावकों को किस स्तर के सीखने के प्रतिफलों (LOs) के प्रति जागरूक होना चाहिए? कक्षा 2 और 31 बाल वाटिका । बाल वाटिका और कक्षा । विभिन्न कक्षाओं के स्तर पर । 32. स्थानीय रूप से उपलब्ध निःशुल्क सामग्री का कलात्मक गतिविधियों के साथ प्रयोग व प्रदर्शन करना किस प्रकार की गतिविधि हैं? घूमने वाली गतिविधियां (Rotating Activities) सृजनात्मक गतिविधि सहभागिता वाली गतिविधि। संलग्न रहने वाली गतिविधि। 33. अभिभावकों और समुदाय को अनुपयोगी तथा पुनर्नवीनीकरण सामग्री लाने के लिए कहने से किस में मदद मिलेगी? अनुपयोगी सामग्री की उपयोगिता समझने के लिए एफएलएन गतिविधियों से संबंधित बच्चों के लिए सुरक्षित खेल और खिलौनों का सृजन करने के लिए। बच्चों के सीखने में सहयोग के लिये एफएलएन गतिविधियों में बच्चों के सीखने को बढ़ावा देने के लिए। 34. बच्चों शिक्षा में अभिभावकों की संबद्धता की आवश्यकता का मुख्य कारण क्या है? शिक्षकों और प्रशासन के बीच में संचार की कमी को दूर करने के लिए। अपर्याप्त पठन कार्यक्रम की भरपाई करने के लिए। बच्चों के विकास और सीखने में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनने के लिए। निम्न गुणवत्ता शिक्षण की कमी को दूर करने के लिए। 35. जब अभिभावक बच्चों के साथ मिलकर सस्ते (कम कीमत वाले) खिलौने बनाते हैं तो किस प्रकार के विकास में सहयोगी होते हैं? सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों में पारिवारिक लगाव भी महसूस होता है। सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को स्थानिक तथा आकार अवधारणाओं पर अनुपात तथा पृष्ठभूमि की समझ मिलती है। सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को माता-पिता से वार्तालाप का अवसर प्राप्त होता है। सृजनात्मक विकास के साथ बच्चों को अभिभावकों के साथ गुणवत्ता युक्त समय बिताने का मौका मिलता है। 36. जब विद्यालयओं में मित्रवत् व्यवहार के साथ परिवार का सदस्यों का स्वागत होता है तो इनमें से कौन-सा काम करना आसान होता है। सफल साझेदारी बनाना बच्चों को काफ़ी ज़्यादा गृह कार्य देना । अभिभावकों के साथ एक मनोरंजक शाम की कार्य योजना बनाना। विद्यालय में दान के लिए अभिभावकों का सहयोग लेना। 37. बुनियादी स्तर पर एफएलएन कौशल बढ़ाने के लिए अभिभावकों का सहयोग क्यों आवश्यक है? क्योंकि बच्चे घर पर विद्यालय के अतिरिक्त सर्वाधिक समय व्यतीत करते हैं इसलिए घर से सहयोग अतिमहत्वपूर्ण हैं। महत्त्वपूर्ण है। बच्चे छोटे होते हैं और अभिभावकों की बात मानते हैं । यदि बच्चे घर पर पढ़ते हैं तो शिक्षकों में भी आत्मविश्वास रहता है। अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने में संतुष्टि महसूस करते हैं। 38. अभिभावक और विद्यालय के बीच दोनों तरफ से संवाद कौशल की कमी का निम्नलिखित में से कौन-सा बड़ा कारण है? महिला मंडलों की कम रुचि अभिभावकों और समुदाय की कम रूचि होना । सरपंच की कम सक्रियता । सपोर्ट स्टाफ की कम रुचि व प्रतिक्रिया | 39. अभिभावक घर के विभिन्न हिस्सों को लेबल करके मुद्रित और संख्यात्मक वातावरण निर्मित कर सकते हैं? ये घर के कौन से हिस्से हो सकते हैं ? कमरे, रसोई, टायलेट (शौचालय), शरीर के अंग, टिफिन बॉक्स । कमरे, रसोई, स्कूल बैग, टायलेट (शौचालय), दरवाज़े। कमरे, रसोई, शरीर के अंग, स्कूल बैग 40. घर पर उत्तेजक ( stimulating) वातावरण के निर्माण के लिए क्या उपलब्ध कराना चाहिए? जोड़-तोड़-मरोड़ की सामग्री के साथ कार्नर बनाकर । बच्चों का खेल तथा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का नियमित अवलोकन करके। पत्रिकाओं, कहानी की किताबों, खिलौनों, जोड़-तोड़ मरोड़ वाली सामग्री तथा पास्परिक बातचीत के माध्यम से। सोच विकसित करने के लिए बहुत सारे खिलौने बच्चे शिक्षा में अभिभावकों की संबद्धता की आवश्यकता का मुख्य कारण क्या है?बच्चों शिक्षा में अभिभावकों की संबद्धता की आवश्यकता का मुख्य कारण क्या है? शिक्षकों और प्रशासन के बीच में संचार की कमी को दूर करने के लिए। अपर्याप्त पठन कार्यक्रम की भरपाई करने के लिए। बच्चों के विकास और सीखने में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनने के लिए।
बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों की अपेक्षाओं तथा उनके वास्तविक सहयोग के बीच खाई होने का मुख्य कारण क्या?प्रश्न (18) : बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों की अपेक्षाओं तथा उनके वास्तविक सहयोग के बीच खाई होने का मुख्य कारण क्या है ?. अभिभावक इच्छुक नहीं होते. बच्चे विद्यालय और घर के बीच भ्रमित रहते हैं. शिक्षक अभिभावकों से कोई सुझाव नहीं लेना चाहते. अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सार्थक सहभागिता को पर्याप्त उन्मुखीकरण नहीं है. अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को प्री स्कूल शिक्षा कार्यक्रम से कैसे संबंध किया जाना चाहिए?प्रश्न (12) : अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को प्री-स्कूल शिक्षा कार्यक्रम से कैसे सम्बद्ध किया जाना चाहिए ?. केवल ई-मेल और पत्रों के माध्यम से. पालक शिक्षक संघ की बैठकों के माध्यम से. विशेषज्ञों द्वारा कार्य विद्यालयों के आयोजन के माध्यम से. विकलांग बच्चों को घर में शिक्षण देने में अभिभावकों की मदद कैसे की जा सकती?विकलांग बच्चों को घर में शिक्षण देने में अभिभावकों की मदद कैसे की जा सकती हैं? विशेष शिक्षक की नियुक्ति करके । मार्गदर्शन देकर अभिभावक पहले से ही सक्षम हैं, इसलिए किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता नहीं है। विशेष शिक्षक के द्वारा घर में देखभाल करके ।
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