नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Raw Rice Effects: चावल एक ऐसा अनाज है, जिसका इस्तेमाल दुनियाभर में सबसे ज़्यादा किया जाता है। खासतौर पर भारत में चावल काफी पसंद किए जाते हैं। फिर चाहे दाल-चावल हों, पुलाव या फिर खिचड़ी, चावल किसी न किसी तरह हम सबकी डाइट का हिस्सा बने रहते हैं। चावल भी कई तरह के होते हैं, सफेद के अलावा आपने ब्राउन राइस देखें होंगे, जिन्हें ज़्यादा सेहतमंद भी माना जाता है। इसकी वजह है कि सफेद चावलों में ब्राउन की तुलना पोषक तत्व कम होते हैं। Show
पोषण का ख़जाना चावल ऐसी धारणा है कि चावल से वज़न बढ़ता है, इसलिए लोग रोटी खाना ज़्यादा पसंद करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि चावल पोषक तत्वों का ख़ज़ाना होता है। इसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। साथ ही नियासिन, विटामिन-डी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, थायमीन और राइबोफ्लेविन की भी पर्याप्त मात्रा होती है। वहीं, ब्राउन राइस की बात करें, तो इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिंस पाए जाते हैं। Cholesterol Control Tips: क्रिस्मस और न्यू ईयर से पहले करें ये 5 काम, तो कंट्रोल में रहेगा कोलेस्ट्रॉल! यह भी पढ़ेंकच्चे चावल से नुकसान कई बार चावल पकाते वक्त वे हल्के से कच्चे रह जाते हैं। अगर कभी ऐसा हो तो सुनिश्चित करें कि चावल पूरी तरह से पक जाएं, क्योंकि इन्हें हल्का-सा भी कच्चा खाने से आपको कई तरह से नुकसान पहुंच सकता है। आइए जानें कच्चे चावल खाने के क्या नुकसान होते हैं? फूड पॉइज़निंग कई बार कच्चे चावल खाने से फूड पॉइज़निंग भी हो जाती है। कच्चे चावलों में बी सिरस यानी बैसिलस सिरस नाम का बैक्टीरिया पाया जाता है, जो शरीर में फूड पॉइज़निंग कर सकता है। Winter Care Tips: बढ़ती ठंड से बढ़ाई सेहत की चिंता, इन आसान तरीकों से शीतलहर में रखें खुद का ख्याल यह भी पढ़ेंगैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दिक्कतें कच्चे चावलों में कुछ ऐसे योगिक होते हैं, जो पेट की दिक्कतों को जन्म दे सकते हैं। इसमें लेक्टिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो प्राकृतिक कीटनाशक और एंटीन्यूट्रिएंट्स के रूप में भी काम करता है। पथरी आपको यह जानकर हैरानी होगी, लेकिन कच्चे चावल खाने से पथरी की समस्या का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही जिन लोगों को पहले से पथरी है, उनको नुकसान पहुंच सकता है। Health Tips: सर्दी-जुकाम की समस्या में इन 6 चीजों से बना लें दूरी यह भी पढ़ेंएनर्जी की कमी कच्चे चावलों को खाने से आपको आलस की समस्या भी शुरू हो सकती है। कच्चे चावलों का सेवन करने से शरीर में थकान, एनर्जी की कमी आदि जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। कच्चा चावल खाने की आदत है तो तुरंत इसे छोड़ दें। बता दें कि कच्चा चावल सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होता है, आइए जानते हैं कैसे- भारतीय घरों में चावल का सेवन भारी मात्रा में किया जाता है। दाल-चावल हो या फिर सब्जी चावल हर कोई इसे मन से खाता है। चावल को पका कर खाने के अलावा कई लोगों की आदत इसे कच्चा खाने की भी होती है। हालांकि, कच्चा चावल खाना सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता है। इससे स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियां शुरू हो सकती हैं। यही नहीं बड़ों के अलावा यह आदत बच्चों में भी होती है, जिसका नुकसान उन्हें झेलना भी पड़ता है। वैसे चावल में आयरन, फाइबर, विटामिन डी, नियासिन जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, लेकिन इसे कच्चा खाने से कई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती हैं। यही नहीं अगर आप इसका नियमित सेवन कर रही हैं तो पेट में दर्द भी हो सकता है। आइए जानते हैं कच्चा चावल सेहत को किस तरह से नुकसान पहुंचाता है। पाचन से जुड़ी समस्याएंखराब लाइफ स्टाइल का असर सबसे पहले हमारे पेट पर पड़ता है। जिसकी वजह से कई शारीरिक परेशानियां शुरू हो जाती हैं, लेकिन अगर आपको कच्चा चावल खाने की आदत है तो यह आपके लिए घातक साबित हो सकता है। दरअसल इसके अंदर लेक्टिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो नेचुरल कीटनाशक है और एंट्री न्यूट्रिएंट्स के तौर पर भी काम करता है। ऐसे में अगर आप कच्चा चावल खाती हैं तो पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कब्ज और एसिडिटी की समस्या अक्सर बनी रहती हैं तो अपनी इस आदत को तुरंत बदल दें। इसे भी पढ़ें: गर्मी की वजह से पैरों में होती है खुजली तो आजमाएं ये घरेलू उपाय फूड प्वाइजनिंग की समस्याकच्चा चावल खाने की आदत है तो फूड प्वाइजनिंग का खतरा पैदा हो सकता है। दरअसल इसमें Bacillus cereus नामक बैक्टीरिया होता है, जो पेट के अंदर जाने पर फूड प्वाइजनिंग की समस्या को पैदा कर सकता है। बता दें कि Bacillus cereus नामक बैक्टीरिया आमतौर पर मिट्टी में पाया जाता है और यह कच्चे चावल को भी दूषित कर सकता है। हालांकि, चावल को पकाने के बाद यह समस्या नहीं होती। वहीं कच्चे चावल को खाने से मितली, पेट में ऐंठन या फिर डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हो सकती है पथरी की समस्याकच्चा चावल खाने की आदत एक बार पड़ जाए तो इसे छुड़ाना मुश्किल हो जाता है। यह बिल्कुल एक नशा बन जाता है, जिससे बार-बार खाने का मन करता है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि इससे पथरी की समस्या होने का खतरा अधिक होता है। जिन लोगों को पहले से पथरी की समस्या है वह कच्चा चावल खाने की गलती भूलकर भी ना करें। इसे भी पढ़ें: मल्टीविटामिन लेने से पहले एक बार अवश्य पढ़ें यह लेख, दूर हो जाएंगे सारे मिथक कच्चा चावल खाने से हो सकते हैं पेट में कीड़ेबड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी कच्चा चावल खाने की आदत होती है। इसकी वजह से बच्चों को भूख नहीं लगती है। वहीं कच्चा चावल खाने की आदत पेट में कीड़े होने के भी संकेत देती है। ऐसे में अगर आपका बच्चा कच्चा चावल छुप-छुप के खा रहा है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। क्या पता बच्चे के पेट में कीड़े हों, यही नहीं सही समय पर इलाज नहीं किए जाने से बच्चा कमजोर होने लगता है और उसे भूख भी नहीं लगती है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें। कच्चे चावल खाने से कौन सी बीमारी होती है?Side Effects Of Raw Rice: कच्चे चावल का सेवन सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदेह होता है, बहुत से लोग इसे स्वादिष्ट समझ कर खाना पसंद करते हैं, लेकिन इसके सेवन से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे कि पेट में दर्द होना, किडनी में स्टोन कि वजह से दर्द का होना आदि।
कच्चे चावल खाने से क्या क्या फायदे होते हैं?1 प्रतिदिन के भोजन में शामिल चावल, शरीर में कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन- बी की आपूर्ति करता है। चावल को मांड के साथ खाना ज्यादा फायदेमंद होता है । 2 निश्चित तौर से चावल आसानी से पच जाता है, इसलिए डायरिया और अपच होने पर चावल का सेवन करने पेट को आराम मिलता है।
कच्चे चावल खाने के आदत को कैसे छुड़ाएं?ऐसे छुड़ाए ये आदत
कच्चे चावल खाने की आदत का मतलब है कि आप में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आप डॉक्टर द्वारा दी गई आयरन की दवाइयां सही समय पर खाएं ,आयरन की बढ़ोतरी करने के लिए गाजर-चुकंदर का जूस व सलाद खून की कमी को पूरा करते हैं। गाजर के मुरब्बे का सेवन भी करने से आयरन की कमी पूरी की जा सकती है।
भीगे हुए कच्चे चावल खाने से क्या होता है?कच्चे चावल के सेवन से फूड पॉइजनिंग की समस्या भी हो सकती है। दरअसल, कच्चे चावल में स्टैफिलोकॉकस ऑरियस नामक बैक्टीरिया होते हैं, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकते हैं। ऐसे में अगर चावल को बिना पकाए सेवन किया गया तो यह पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। साथ ही यह उल्टी और दस्त की परेशानी का कारण बन सकता है (3)।
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