मेघ कहाँ आए हैं मेघ को देखकर कवि को क्या प्रतीत हो रहा है? - megh kahaan aae hain megh ko dekhakar kavi ko kya prateet ho raha hai?

विषयसूची

  • 1 मेघ आए किवता के किव कौन है पीपल को बढ़ा क् यो ू कहा गया ह ं ै ग्रामीण संस् कृित में इसका क् या महत्त्व है?
  • 2 बादलों को कवि ने शहर का पाहुन क्यों कहा है?
  • 3 मेघों के लिए बन उन के सेंवर के आने की बात क्यों कही गई है?
  • 4 मेघों के आने पर गाँव में क्या क्या परिवर्तन दिखाई देने लगे?
  • 5 मेघों के आने पर गांव में क्या क्या परिवर्तन दिखाई देने लगे?
  • 6 बादलों से पर्वत छिप जाने पर कवि ने क्या कल्पना की है अपने शब्दों में लिखिए?
  • 7 मेघ कहाँ आए हुए हैं कवि को मेघ देखकर क्या प्रतीत हो रहा है?
  • 8 तालाब परात में पानी भरकर क्यों लाया?
  • 9 मेहमान रूपी बादल कहाँ जाकर ठहर गए हैं?

मेघ आए किवता के किव कौन है पीपल को बढ़ा क् यो ू कहा गया ह ं ै ग्रामीण संस् कृित में इसका क् या महत्त्व है?

इसे सुनेंरोकेंइसमें कवि ने बादलों के आने को एक मेहमान के रूप में पेश किया है। कवि ने आकाश में मेघों के आने का वर्णन की तुलना गांव में सज सवंरकर आने वाले दमाद के साथ की है। जिस प्रकार दमाद के आने पर गांव में प्रसन्नता का वातावरण उत्पन्न हो जाता है उसी प्रकार मेघा के आने पर धरती के प्राकृतिक उपादान उमंग में झूम उठते हैं।

पाहुन के आने से गांव में क्या हलचल हुई?

इसे सुनेंरोकेंपाहुन ज्यों आए हों गाँव में शहर के। मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के। भावार्थ- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने वर्षा-ऋतू के आने पर गाँव में दिखाई देने वाले उत्साह का चित्रण किया है। कवि ने यहाँ बादल का मानवीकरण करके उसे एक दामाद (शहर से आये अतिथि) के रूप में दिखाया है।

बादलों को कवि ने शहर का पाहुन क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: जिस प्रकार मेहमान (दामाद) बहुत दिनों बाद आते हैं, उसी प्रकार मेघ भी बहुत समय बाद आए हैं। अतिथि जब घर आते हैं तो सम्भवत: उनके देर होने का कारण उनका बन-ठन कर आना ही होता है। कवि ने मेघों में सजीवता डालने के लिए मेघों के ‘बन-ठन के, सँवर के’ आने की बात कही है।

मेघ रूपी पाहुन के आने से किसका घूँघट सरकता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : पेड़ वर्षा के साथ-साथ हवा के चलने से झुकने उत्तर : इस काव्यांश में मेघ को पाहुन (मेहमान) अर्थात् गाँव के लगे हैं। दामाद के रूप में चित्रित किया गया है। में चित्रित किया गया है। बादलों के आने पर हवा ठंडी हो उत्तर : ‘घूघट सरके’ का आशय यह है कि मनमोहक एवं आनंद बहने लगी तथा मेघों के आगे नाचती-गाती चलने लगी।

मेघों के लिए बन उन के सेंवर के आने की बात क्यों कही गई है?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने मेघों में सजीवता लाने के लिए बन ठन की बात की है। बहुत दिनों तक न आने के कारण गाँव में मेघ की प्रतीक्षा की जाती है। जिस प्रकार मेहमान (दामाद) बहुत दिनों बाद आते हैं, उसी प्रकार मेघ भी बहुत समय बाद आए हैं। अतिथि जब घर आते हैं तो सम्भवत: उनके देर होने का कारण उनका बन-ठन कर आना ही होता है।

मेघो के आने पर गांव में क्या क्या परिवर्तन दिखाई देने लगे?

उत्तर:

  • हवा बहने लगी।
  • पेड़ झुकने और उठने लगे।
  • आँधी चलने से गलियों में धूल उड़ने लगी।
  • बहती नदी अचानक ठिठक गई।
  • पीपल का पेड़ झुकने लगा।
  • लता पेड़ के पीछे छिपने लगी।
  • क्षितिज पर बिजली चमकने लगी।
  • जोरदार बरसात होने लगी।

मेघों के आने पर गाँव में क्या क्या परिवर्तन दिखाई देने लगे?

इसे सुनेंरोकें(1) बादल मेहमान की तरह बन-ठन कर, सज-धज कर आते हैं। (2) उसके आगमन की सूचना देते हुए आगे-आगे बयार चलती है। (3) उनके आगमन की सूचना पाते ही लोग अतिथि सत्कार के लिए घर के दरवाज़े तथा खिड़कियाँ खोल देते हैं। (4) वृक्ष कभी गर्दन झुकाकर तो कभी उठाकर उनको देखने का प्रयत्न कर रहे हैं।

गाँव में पाहुन कहाँ से आए थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – गली-गली। 5. गांव में पाहुन कहां से आए थे? (D) गांव से ही।

मेघों के आने पर गांव में क्या क्या परिवर्तन दिखाई देने लगे?

कवि को मेघ देखकर क्या प्रतीत हो रहा है?

इसे सुनेंरोकेंव्याख्या – कवि कहते है की आकाश में बादल घिर आये है . बादलों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई मेहमान बन -संवर कर ,सज धजकर ग्राम आताहै . शहर से आने वालेमेहमान को देखकर लोगों में प्रसन्नता की लहर दौड़ जाती है . मेघ के आने से हवा अत्यंत प्रसन्न हो गयी है और प्रकृति में उत्साह का वातावरण है .

बादलों से पर्वत छिप जाने पर कवि ने क्या कल्पना की है अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंमित्र! कवि कल्पना करता है कि पहाड़ बादलों रूपी पंख लगाकर कहीं उड़ गए हैं।

परात में पानी भरकर कौन लाया?

इसे सुनेंरोकेंमेघ आए कविता में तलाब ने अपनी प्रसन्नता इस प्रकार पकड़ती है कि उसने मेहमान के लिए परात में पानी भरकर उनके लिए पानी लाया है.

मेघ कहाँ आए हुए हैं कवि को मेघ देखकर क्या प्रतीत हो रहा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के। भावार्थ- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने वर्षा-ऋतू के आने पर गाँव में दिखाई देने वाले उत्साह का चित्रण किया है। कवि ने यहाँ बादल का मानवीकरण करके उसे एक दामाद (शहर से आये अतिथि) के रूप में दिखाया है।

बादलों से पर्वत के छिप जाने पर कवि ने क्या कल्पना की है 60 70 शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकें’पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि ने जब बादल पर्वतों से टकराते हैं और उन्हीं बादलों में पर्वत व पेड़ पल भर में छिप जाते तथा ऊँचे-ऊँचे का आकाश की ओर निरंतर ताकते रहना फिर बादलों के बीच पर्वत दिखाई ना पड़ने से ऐसा लगता है, कि मानो बादल किसी पंछी की भाँति पंख लगाकर उड़ गए हो और यह सब ऐसा लगता है कि जैसे इंद्र का ही …

तालाब परात में पानी भरकर क्यों लाया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तरः तालाब मेघ मेहमान के आने से इतना प्रसन्ना हुआ कि मेघ रूपी पाहुन के पैर धुलाने के लिए परात में पानी भरकर ले आया।

ताल पानी परात भरकर क्यों लाया *?

इसे सुनेंरोकेंताल पानी की परात क्यों लेकर आया? Answer: गाँवों में परंपरा है कि जब पाहुना आता है तो उसके पैर टूकर उसका स्वागत किया जाता है। पाहुने के पैर भुलवाने के लिए ही तालाब से पानी की परात लेकर आया।

मेहमान रूपी बादल कहाँ जाकर ठहर गए हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: लता ने बादल रुपी मेहमान को किवाड़ की ओट से देखा क्योंकि वह मेघ के देर से आने के कारण व्याकुल हो रही थी तथा संकोचवश उसके सामने नहीं आ सकती थी।

मेघ कहां आए हुए हैं कवि को मेघ देखकर क्या प्रतीत हो रहा है?

Answer: मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के। भावार्थ- प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने वर्षा-ऋतू के आने पर गाँव में दिखाई देने वाले उत्साह का चित्रण किया है। कवि ने यहाँ बादल का मानवीकरण करके उसे एक दामाद (शहर से आये अतिथि) के रूप में दिखाया है।

मेघों के आगमन से वातावरण में क्या परिवर्तन आए?

मेघ के आगमन से दरवाज़े-खिड़कियाँ खुलने लगे। हवा के तेज़ बहाव के कारण आँधी चलने लगती है जिससे पेड़ अपना संतुलन खो बैठते हैं, कभी उठते हैं तो कभी झुक जाते हैं। धूल रुपी आँधी चलने लगती है।

मेघ आए कविता में किसका प्रतीक है?

'मेघ आए' कविता में नदी गाँव की उस विवाहिता स्त्री का प्रतीक है जो अभी भी परदा करती है। वह किसी अजनबी या रिश्तेदार के सामने घूघट करती है। वह गाँव आ रहे बादल रूपी मेहमान को पूँघट सरकाकर देख रही है।

मेघ के बारे में कवि ने क्या कहा है?

कविता में कवि ने आकाश में बादल और गाँव में मेहमान (दामाद) के आने का जो रोचक वर्णन किया है, उसे लिखिए। उत्तर: गाँव में मेघ रूपी शहरी मेहमान आने से गाँव में उल्लास-सा छा गया। बादलों के आने की सूचना देती शीतल बयार चलने लगी।