कुछ काम करो कविता, कुछ काम करो कविता का भावार्थ, कुछ काम करो कविता का शब्दार्थ, कुछ काम करो कविता के कवि कौन है ? कुछ काम करो कुछ काम करो का भाव क्या है ? जग में रहकर नाम कैसे किया जाता है ? राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की प्रसिद्ध कविता कुछ काम करोप्रिय पाठकों ! मैथिलीशरण गुप्त जी द्वारा रचित" कुछ काम करो "कविता बहुत पुरानी कविता है। हमारे शिक्षक , माता पिता इसे सुनाकर हमारे मन को उत्साहित करते थे। और आज भी यह कविता पढ़कर हमारा मन उत्साह से भर उठता है। यहां वही कविता' कुछ काम करो 'की पंक्तियां, भावार्थ और प्रश्न उत्तर के साथ आपके स्मृति को तरोताजा करने के लिए दिया गया है।नर हो न निराश करो मन को। |