प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी एवं तकनीकी सहायक के लिए संविदा पद पर नियमित एवं बैकलॉग नियुक्ति की सूचनाप्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी एवं तकनीकी सहायक के लिए संविदा पद पर नियमित एवं बैकलॉग नियुक्ति की सूचना
पंचायत, रोजगार सेवक नहीं सुनते बातउपायुक्तकार्यालय में सोमवार को आयोजित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में पोटका के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) प्रभात चंद्र दास ने डीसी के समक्ष हाथ जोड़ कर हुए कहा- पंचायत और रोजगार सेवक बात नहीं सुनते हैं। वे किसी किसी राजनीतिक दलों से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। इस कारण वे चाह कर भी मनरेगा की योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। निर्धारित लक्ष्य के तहत काम नहीं हो पा रहा है। काम का दबाव बनाने पर रोजगार सेवक और पंचायत सेवक प्रखंड कार्यालय में राजनीतिक दलों द्वारा व्यवधान भी अपने उत्पन्न कराते हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपनी यह लाचारी उस वक्त बयान की जब डीसी ने मनरेगा योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पर बैठक के दौरान नजर डाला। डीसी ने पाया कि चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा की 277 योजनाएं स्वीकृत की गईं। पूर्व से लंबित योजनाओं को मिलाने पर मनरेगा की 574 योजनाएं प्रगति की स्थिति में हैं। इन योजनाओं पर केवल एक मजदूर ही आज के दिन में काम कर रहा है। जबकि हर योजना में कम से कम 10 मजदूर को काम करना चाहिए। पोटका में मनरेगा के करीब 12 हजार क्रियाशील मजदूर हैं। इसके बाद डीसी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को फटकारते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। बीडीओ ने डीसी को भरोसा दिया कि आने वाले दिनों में बेहतर परिणाम देंगे। उपायुक्त कार्यालय में आयोजित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में उपस्थित डीसी अिमत कुमार अन्य पदाधिकारी। मनरेगा के तहत 20 हजार डोभा खुदाई की मिलेगी स्वीकृति मनरेगाके तहत स्वीकृत डोभा की संख्या पर नाराजगी जताते हुए डीसी ने कहा- दो दिसंबर तक सभी की एमआईएस दर्ज की जाए। जिले में मनरेगा और समाज कल्याण के कन्वरजेंस से 22 स्थानों पर आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण होना है। उन्हें मार्च 2017 तक पूर्ण करने का आदेश दिया। जिले के 11 प्रखंडों में 4842 डोभा निर्माण की स्वीकृति दी गई है। बैठक में तय हुआ- 20 हजार डोभा निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति दी जाएगी, ताकि किसी स्थान पर निर्माण कार्य नहीं हो पाया तो भी लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। 31दिसंबर तक इंदिरा आवास का निर्माण करने का निर्देश जिलेमें इंदिरा आवास योजना के तहत 16080 आवास स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 11318 आवास पूर्ण हो गए हैं, जबकि 4360 लंबित हैं। डीसी ने सभी बीडीओ को आदेश दिया- लंबित आवास का निर्माण 31 दिसंबर तक पूरा कर लें। आधार सीडिंग का कार्य 98 प्रतिशत सत्यापन कार्य को 31 दिसंबर तक पूरा कर लें। बैठक में डीडीसी बिनोद कुमार, एसडीओ सूरज कुमार, एनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा, डीआरडीए की निदेशक उमा महतो, एसओआर बिन्देश्वरी ततमा, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता विनय सिन्हा, डीपीओ बी अबरार आदि उपस्थित थे। डीसी ने मनरेगा मजदूरों को काम देने के मामले में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को फटकारा और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों (बीपीओ) को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश डीडीसी बिनोद कुमार को दिया। बैठक के दौरान गुड़ाबांदा के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा- उनके प्रखंड में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (बीपीओ) नहीं हैं, इस कारण काम बाधित होता है। बहरागोड़ा के बीपीओ अजय कुमार को गुड़ाबांदा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था, पर वे नहीं आते हैं। इस पर डीसी अजय कुमार को फटकारा और मनमाना रवैया नहीं अपनाने अन्यथा चयन मुक्त करने की चेतावनी दी। जमशेदपुर के बीपीओ बंधुकुशल महतो, पटमदा बोड़ाम के सुनील कुमार, घाटशिला के अमित कुमार, बहरागोड़ा के अजय कुमार, चाकुलिया के लीला सोलंकी और जमशेदपुर की मंजू कुमारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। खंड/ प्रखंड विकास अधिकारी के कार्य – DUTY OF BDO निबंध प्रखंड विकास अधिकारी: भारत वर्ष में कुल 7198 ब्लॉक/ प्रखंड एवं अंचल हैं। प्रत्येक ब्लॉक/ प्रखंड के प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी होते हैं एवं प्रत्येक अंचल के प्रभारी अंचल अधिकारी होते हैं। खंड विकास पदाधिकारी का दायित्व ब्लॉक अंतर्गत विधि व्यवस्था का संधारण एवं विकास सम्बंधित कार्यों का संपादन करना होता है। अंचल अधिकारी का कार्य राजस्व एवं अतिक्रमण सम्बंधित कार्यों का निष्पादन करना होता है। बीडीओ ब्लॉक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य करता है। Khand Vikas Adhikari ke Karya ब्लॉक ग्रामीण और शहरी विकास के अभिन्न अंग: मुख्य विकास अधिकारी (CDO) द्वारा जनपद के प्रत्येक ब्लॉक् में योजनाओं के विकास और कार्यान्वयन का तालमेल खंड विकास अधिकारी से मिल जुल कर किया जाता हैं। खंड विकास अधिकारी कार्यालय अपने क्षेत्र के विकास के साथ-साथ नियामक प्रशासन के लिए सरकार का मुख्य अभिन्न अंग होता है। एक तहसील में एक या एक से अधिक संख्या में ब्लॉक हो सकते हैं। ब्लॉक सामान्यतः तहसीलों के अतिरिक्त जिले की योजना एवं विकास इकाइयाँ हैं। ब्लॉक एक सुगठित क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है जिसके लिए ग्राम पंचायतों के माध्यम से प्रभावी योजनाएँ तैयार और कार्यान्वित की जाती हैं। सरकारी विकास सम्बन्धी योजनाओं को सुचारु रूप से चलाने के उद्देश्य से जिले को चार स्तरों में बांटा गया है:-
उद्देश्य: ब्लॉक/ खंड एक जिला का उप-मंडल होता है जिसका उद्देश्य पंचायती राज संस्था के अंतर्गत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सरकारी योजनाओं के कार्य-क्रमों को गावों तक जमीनी स्तर पर सुचारु रूप से चलाना है। शहरों में भी शहरी विकास विभाग के अंतर्गत समान शहरी विकास की व्यवस्था उपलब्ध है। खंड विकास अधिकारी के कार्य-Duty of Block Development Officer in Hindi मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में BDO के कर्तब्य प्रभारी अधिकारी: खंड विकास पदाधिकारी ब्लॉक का प्रभारी अधिकारी होता है। खंड विकास अधिकारी ब्लॉक के विकास सम्बंधित योजना और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की निगरानी की जिम्मेदारी बीडीओ की होती है। जिले के सभी प्रखंडों में योजनाओं के विकास एवं क्रियान्वयन का समन्वय मुख्य विकास अधिकारी (CDO) द्वारा किया जाता है। बीडीओ कार्यालय विकास प्रशासन के साथ-साथ नियामक प्रशासन के लिए सरकार का मुख्य संचालन विंग है। खंड विकास अधिकारी के कार्य/ जिम्मेदारी निम्नलिखित हैं:-
प्रखंड कार्यालय के प्रमुख के रूप में प्रखंड विकास अधिकारी की भूमिका: बीडीओ पंचायत समिति के विस्तार अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों और स्थानांतरित योजनाओं पर वहन करने वाले कर्मचारियों पर पर्यवेक्षण और नियंत्रण रखता है। वह अपने अधीन पंचायत समिति के किसी कर्मचारी को कर-निर्धारण सम्बन्धी, वित्त और प्रशासन पर स्थायी समिति के समक्ष अपील करने के अधिकार के अधीन, अनुशासनात्मक कार्यवाही कर सकता है।
प्रखंड विकास अधिकारी सचिव के रूप में बीडीओ की भूमिका
प्रखंड विकास अधिकारी के आपातकालीन कार्य
खंड विकास अधिकारी प्रबंधन उत्तरदायित्व 1. कृषि, शिक्षा, भण्डारण वितरण तथा कृषक सम्बन्धी आपूर्ति खंड विकास अधिकारी का कर्तब्य है कि शिविरों, व्यक्तिगत वार्ताओं, समूह बैठकों और प्रदर्शनों के माध्यम से किसानो को कृषि सम्बन्धी शिक्षा के महत्व का प्रचार प्रसार करना जिसमे ग्राम वासी कृषकों को उर्वरक, उन्नतशील, बीज और कीटनाशकों के उपयोग के बारे में जागरूक करना जिससे कृषि फसल का उत्पादन बेहतर हो सके। प्रारंभिक अवस्था में यह एक महत्वपूर्ण कार्य था। लेकिन सहकारी भंडारों के उदय के साथ, वितरण समारोह उससे दूर हो गया है। 2. सामाजिक शिक्षा: बी डी ओ द्वारा ग्रामीण जनता को सामुदायिक विकास कार्यक्रम के दर्शन और इसके तहत उपलब्ध अवसरों एवं लाभ के बारे में जागरूक करना आवश्यक होता है। लेकिन अब यह जिम्मेदारी ज्यादातर ग्राम सभा और समितियों पर भी निर्भर है। 3. उत्पादन योजना और संबद्ध सेवाएं: 1957 से, V.L.W. ने ग्राम पंचायतों को उनके उत्पादन कार्यक्रम तैयार करने और उन्हें क्रियान्वित करने और उनकी समीक्षा करने में मदद करना शुरू कर दिया है। ब्लॉक डेवेलपमेंट अफसर अपने ऊपर के अधिकारीयों के निर्देशों के अनुसार योजना तैयार करता है, ग्राम सभा की बैठक बुलाता है, ग्राम सभा को योजना की व्याख्या करता है और ग्राम सभा द्वारा योजना के सुधार के बाद इसे ग्राम योजना के रूप में क्रियान्वित करता है। प्रखंड विकास अधिकारी अन्य विकास अधिकारी की मदद से और ऋण या सब्सिडी के लिए आवेदनों में तेजी लाकर तकनीकी और वित्तीय सहायता प्राप्त करता है। 4. कार्यों में भाग लेना: खंड विकास अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को कार्य एवं कार्यक्रमों में योगदान करने के लिए राजी करके ‘श्रम दान’ का आयोजन करना, पर्यवेक्षक की सहायता प्राप्त करना, कार्यों का रिकॉर्ड रखना और कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए सरकार से अनुदान प्राप्त करना है। किन्तु पहले की तुलना में श्रम दान का महत्त्व वर्तमान में बिलकुल नहीं के बराबर रह गया है। 5. सहकारी समितियों और अन्य सहायक एजेंसियों का आयोजन: ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता सहकारी समितियों, युवा क्लबों, बाल मंदिर और महिला मंडलों का आयोजन करता है। ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर प्रायः इस सन्दर्भ में बैठकें करता है। 6. हाउस कीपिंग: रिपोर्ट और रिटर्न भेजने एवं उनके रिकॉर्ड मेनटेन का दायित्व प्रखंड विकास अधिकारी की होती है। बी डी ओ ब्लॉक मुख्यालय में कर्मचारियों की बैठकों में भाग लेता है तथा आधिकारिक दौरे पर आये पर्यवेक्षक और आगंतुक के लिए उचित व्यवस्था करता है। 7. पंचायत समिति और ग्राम सभा की बैठकों में भाग लेना: खंड विकास अधिकारी अपने सर्कल में पंचायत और ग्राम सभा की बैठकों में भाग लेना होता है। ये बैठकें औसतन लगभग पाँच प्रति माह बुलाई जाती हैं और इसमें लगभग साढ़े पाँच दिन लगते हैं। 8. विविध मैनेजमेंट गतिविधियां उपरोक्त कार्यों की जिम्मेदारी के आलावा ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर्स को चिकित्सा प्राथमिक चिकित्सा की आपूर्ति, सर्वेक्षण लेने, लघु बचत अभियानों में भागीदारी और आकस्मिक प्रकृति के अन्य कार्यों जैसे कुछ विविध कार्य भी सौंपे गए हैं। खंड विकास अधिकारी द्वारा किए गए कार्यों के सापेक्ष महत्व को ध्यान में रखते हुए, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता (वी.एल.डब्ल्यू.) अपना 80 प्रतिशत समय कृषि पर लगाते हैं। प्रखंड विकास अधिकारी के मुख्य कार्य Main Work and Responsibility of Block Development Officer
Sarkari Service/ Jobs Jankari 2022 Q. What is full form of BDO? Ans. Full form of BDO is Block Development Officer Q. What is full form of VLW? Ans. Full form of V.L.W. is Village Level Worker What is duty of BDO? What are the duties and responsibility of BDO? Main Pints: Duty of BDO in Hindi. Responsibility of BDO. What is BDO. Work of BDO. Khand/ Prakhand Vikas Adhikari ke karya. BDO Helpline Numbers. How I contact BDO. Block se labh. Prakhand Vikas Adhikari ki Bhumika. BDO Nibandh prarup. Essay on BDO in Hindi. BDO ki Jimmedari. BDO ke kartabya. BDO ka uttardayitva. Latest State wise/ All India Govt & Civil Jobs Vacancy 2022 Indian Army Rally Bharti Program 2022 |