If you're seeing this message, it means we're having trouble loading external resources on our website. Show यदि आप एक वेब फ़िल्टर पर हैं, तो कृपया सुनिश्चित कीजिए कि डोमेन *.kastatic.org और *.kasandbox.org अनब्लॉक हैं इसे सुनेंरोकेंऐसी रेखाएँ जिन्हें कितना भी बढ़ाया जाए, आपस में नहीं मिलती, समांतर रेखाएँ कहलाती हैं। जब दो रेखाएँ प्रतिच्छेद करती हैं (सामान्यतः, अक्षर की भाँति दिखाई देती हैं) तो हमें सम्मुख कोणों के दो युग्म प्राप्त होते हैं। इन्हें उर्ध्वाधर सम्मुख कोण कहा जाता है। इनका माप समान होता है। ऊर्ध्वाधर सम्मुख कोण क्या है? इसे सुनेंरोकेंइसे सुनेंरोकेंयदि दो रेखाएँ एक-दूसरे को एक बिंदु पर प्रतिच्छेद करती हैं तो उर्ध्वाधर सम्मुख कोण हमेशा होते हैं। यदि दो रेखाएँ एक-दूसरे को एक बिंदु पर प्रतिच्छेद करती है और यदि उर्ध्वाधर सम्मुख कोणों का एक युग्म न्यून कोण है, तो उर्ध्वाधर सम्मुख कोणों का दूसरा युग्म है। पढ़ना: नवरात्रि के व्रत कब खत्म होगा? 90 के कोण को क्या कहते हैं? इसे सुनेंरोकेंन्यून कोण का माप 90 डिग्री से कम होता है। समकोण का माप 90 डिग्री होता है। अधिक कोण का माप 90 डिग्री से ज़्यादा होता है। जोकॉन 90 डिग्री से कम हो उसे क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकें90 डिग्री से कम के कोण को न्यून कोण (Acute Angel) कहते है। समकोण कैसे बनाते हैं?इस त्रिभुज के भुजाओं को आधार, कर्ण और ऊँचाई से सूचित किया जाता है जोआधार के साथ 90° का कोण बनाता है. कर्ण: 90° के सामने वाली भुजा को समकोण कहा जाता है. लम्ब: वैसी भुजा जो आधार के साथ 90 डिग्री का कोण बनाती हैं, उसे लम्ब कहा जाता है….विषमबाहु समकोण त्रिभुज
त्रिभुज के कितने भाग होते हैं? इसे सुनेंरोकेंत्रिभुज के तीन शीर्ष, तीन भुजाएँ और तीन कोण होता है. सामान्यतः त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 180 डिग्री π रेडियन होता है. Tribhuj के दो भुजाओं का योग तीसरी भुजा से अधिक होती है. पढ़ना: मिलिंद किसका नाम है? त्रिभुज का सूत्र क्या है? इसे सुनेंरोकेंत्रिभुज के क्षेत्रफल के लिए साधारण फार्मूला 1/2 x आधार x लंबवत दिया गया है। त्रिभुज के तीनों कोणों का माप कितना होता है?इसे सुनेंरोकेंकथन त्रिभुज के तीनों कोणों की मापों का योग 180° होता है। 270 डिग्री के कोण को क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकेंउसे ऋजुरेखीय कोण कहते हैं। कौन 45 का संपूरक होगा? इसे सुनेंरोकेंत्रिकोणमिति उदाहरण 45° का पूरक कोण वह कोण है जो 45° में जोड़ने से एक समकोण (90° ) बनाता है। इसे सुनेंरोकेंवृहत कोण या प्रतिवर्ती कोण – वृहत कोण की परिभाषा – 180 डिग्री (180°) से बड़े परन्तु 360 डिग्री (360°) से छोटे कोण को वृहत कोण या प्रतिवर्ती कोण कहते है। अर्थात वृहत कोण मान 180 डिग्री (90°-180°) से 360 डिग्री के मध्य होता है। एक सरल कोण में कितने समकोण होते हैं? इसे सुनेंरोकेंसरल कोण किसे कहते हैं? – Quora. सरल कोण किसे कहते हैं? 180° के कोण को सरल कोण कहते है। या ऐसा कोण जिसको बनाने वाली दोनों किरणे एक दूसरे के विपरीत हो । वृहद कोड क्या है?इसे सुनेंरोकेंवह कोण, जिसका मान 180° से अधिक और 360° से कम होता है। वृहत कोण की श्रेणी में आता है। जैसा की उपरोक्त चित्र में दर्शाया गया है। 0° से 90° के बीच के कोण न्यून कोण, 90° से 180° के बीच के कोण अधिक कोण, 180° से 270 और 270° से 360° के मध्य बृहद कोण आते है। पढ़ना: मस्तिष्क ज्वर कितने दिन में ठीक होता है? सरल कोण का दूसरा नाम क्या है? इसे सुनेंरोकें2–सम कोण-जो90 का होता है। 3-अधिककोण-जो 90 से अधिक किन्तु 180 से कम होता है। 4-सरल कोण-जो180 का होता है। 5-प्रत्यावर्तीकोण-जो180 से अधिक किन्तु 360 से कम होता है। कक्षा सात रेखा और कौन? इसे सुनेंरोकेंकिसी समतल पृष्ठ पर दो बिन्दुओ के बीच में जो आकृति बनती हैं. उसे रेखा कहा जाता हैं। रेखा का कोई प्राम्भिक और अंतिम बिंदु नहीं होता हैं। रेखा को दोनों बिन्दुओ से अनंत दुरी तक बढ़ा सकते हैं। शीर्षाभिमुख कोण कैसे होते हैं?इसे सुनेंरोकेंप्रमेय 6.1 : यदि दो रेखाएँ परस्पर प्रतिच्छेद करती हैं, तो शीर्षाभिमुख कोण बराबर होते हैं। (i) Z AOC BİR Z BOD (ii) Z AOD BİR Z BOC हमें सिद्ध करना है कि Z AOC = Z BOD है और Z AOD = Z BOC है। 180 डिग्री कोण को क्या कहते हैं? इसे सुनेंरोकें180° का कोण सरल कोण या ऋजु कोण कहलाता है। रेखा एवं कोण क्या है? इसे सुनेंरोकेंदो सरल रेखाएँ एक ही बिन्दु पर जहाँ मिलती हैं, वहाँ कोण बनता है। समकोण :- दो किरणों के बीच 90 अंश के कोण को समकोण कहते हैं। न्यूनकोण :- वह कोण जो एक समकोण से छोटा होता है उसे न्यूनकोण कहते हैं। अधिक कोण :- वह कोण जो एक समकोण (90 अंश) से बड़ा एवं 180 अंश से छोटा होता है, अधिक कोण कहलाता है। 1. शून्य कोण (Zero Angle) :- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव शून्य हो तो ऐसे कोण को शून्यकोण कहते हैं। 2. न्यून कोण (Acute Angle) :- ऐसा कोण जो शून्य से बड़ा परन्तु 90° से छोटा हो न्यूनकोण कहलाता है। 3. समकोण (Right Angle) :- 90° का कोण समकोण कहलाता हैं। समकोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 90° हो समकोण कहलाता है। 4. अधिक कोण (Obtuse Angle) :- ऐसा कोण जो 90° से बड़ा परन्तु 180° से छोटा हो अधिककोण कहलाता है। 5. ऋजु कोण (Straight Angle) :- 180° का कोण ऋजुकोण कहलाता हैं। ऋजु कोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणें एक दूसरे की विपरीत दिशा में हो, ऋजुकोण कहलाता है। 6. वृहत कोण (Reflex Angle) :- ऐसा कोण जो 180° से बड़ा परन्तु 360° से छोटा हो वृहत कोण कहलाता है। 7. सम्पूर्ण कोण (Complete angle) :- 360° का कोण सम्पूर्ण कोण कहलाता हैं। सम्पूर्ण कोण की परिभाषा- यदि कोण बनाने वाली दोनों किरणों के मध्य का झुकाव 360° हो तो ऐसे कोण को सम्पूर्णकोण कहते हैं। 8. संपूरक कोण (supplymentary angle) :- यदि किन्ही दो कोणों का योग 180° हो तो उसे संपूरक कोण कहते हैं 9. पूरक कोण (complementary Angle) :- दो कोणों का योग समकोण के बराबर हो तो ऐसे कोणों को “पूरक कोण” कहते है रिजु कोण का दूसरा नाम क्या है?5. ऋजु कोण (Straight Angle) :- 180° का कोण ऋजुकोण कहलाता हैं।
रिजु कोण की परिभाषा क्या है?90° से अधिक परन्तु 180° से कम माप वाला कोण अधिक कोण कहलाता है। साथ ही, याद कीजिए कि एक ऋजु कोण 180° के बराबर होता है । वह कोण जो 180° से अधिक, परन्तु 360° से कम माप का होता है एक प्रतिवर्ती कोण कहलाता है।
ऋजु कोण का मान कितना होता है?ऋजु कोण (Straight Angle) :- 180 अंश का कोण ऋजुकोण कहलाता हैं। ऋजु कोण की परिभाषा- ऐसा कोण जिसे बनाने वाली दोनों किरणें एक दूसरे की विपरीत दिशा में हो, ऋजुकोण कहलाता है। 6. बृहत कोण (Reflex Angle) :- ऐसा कोण जो 180 अंश से बड़ा परन्तु 360 अंश से छोटा हो बृहत कोण कहलाता है।
Angle कितने प्रकार के होते हैं?इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, माप के आधार पर कोणों के प्रकार न्यून कोण, अधिक कोण, समकोण, सीधा कोण, पूर्ण घूर्णन कोण, प्रतिवर्त कोण हैं। रोटेशन के आधार पर, कोणों के प्रकार को सकारात्मक और नकारात्मक कोणों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
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