सफेद आंकड़े को हिंदी में क्या कहते हैं? - saphed aankade ko hindee mein kya kahate hain?

सफेद आक (मदार) का पौधा घर में लगाना चाहिए क्योंकि इसे बहुत शुभ माना जाता है। सफेद आक को सफेद आकड़ा, अकौआ, मदार भी कहा जाता है। सफेद आक का पौधा लगाने की दिशा, दिन और तरीका की जानकारी आगे पढ़ें।

आक के पौधे 2 तरह के होते हैं

  1. सफेद फूल वाला
  2. हल्के बैगनी रंग के फूल वाला

Q: सफेद आंकड़े का पौधा कैसा होता है

A: सफेद आकड़े के पौधे के फूल खिलने पर सफेद रंग के होते हैं जबकि आमतौर पर मिलने वाले आक (मदार) के पौधे में हल्के बैगनी रंग के फूल निकलते हैं बाकी देखने में दोनों पौधे एक जैसे ही होते हैं।

Table of Contents

  • 1 सफेद आक (आकड़े) का पौधा या मदार का पौधा कहाँ, किस दिशा में लगाना चाहिए
    • 1.1 आक (मदार) का पौधा लगाने के फायदे | Aak plant benefits in hindi
    • 1.2 आक का पत्ता के फायदे | Calotropis gigantea or Milkweeds in hindi
    • 1.3 आंकड़े या आक का पौधा कैसे लगाए और देखभाल कैसे करे | Madar ka paudha kaise lagaye
    • 1.4 आक के बीज से पौधा तैयार करना
    • 1.5 आक के पौधे की कटिंग लेकर नया पौधा लगाना

सफेद आक (आकड़े) का पौधा या मदार का पौधा कहाँ, किस दिशा में लगाना चाहिए

  • आक का पौधा घर के अग्नि कोण की दिशा (दक्षिण पूर्व के बीच), दक्षिण या उत्तर दिशा में भी लगाया जा सकता है।
  • घर में सफेद आक का पौधा मुख्य गेट के पास या सामने लगाना चाहिए या फिर घर के बाहर गेट के पास रख सकते हैं।
  • घर से बाहर आक का पौधा ऐसे लगाएं कि जब आप घर से निकलें तो आक का पौधा आपके दाहिने तरफ (right side) होना चाहिए।

Q: सफेद आंकड़े का पौधा किस दिन लगाना चाहिए

A: आक के पौधे को गुरु पुष्य नक्षत्र (गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र), रवि पुष्य नक्षत्र (रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र), अमृत योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के दिन लगा सकते हैं या किसी शुभ दिन जैसे दिवाली, धनतेरस, होली, नवरात्र आदि के दिन लगाना चाहिए।

सफेद आंकड़े को हिंदी में क्या कहते हैं? - saphed aankade ko hindee mein kya kahate hain?
मदार (सफेद आक या आकड़ा) का पौधा , मदार (आकड़े ) के फूल

आक (मदार) का पौधा लगाने के फायदे | Aak plant benefits in hindi

  • आक का पौधा लगाने से घर में लक्ष्मी आती है और घर को बुरी नजर नहीं लगती।
  • आक के पौधे में फल आता है जिससे रुई जैसे रेशे निकलते हैं। आक की रुई से बत्ती बनाकर शिव मंदिर में देसी घी का दिया जलाने से शिव जी प्रसन्न होते हैं।
  • आक की रुई का दिया जलाकर लक्ष्मी मंत्र साधना करने से धन प्राप्ति होती है।
  • आक के पौधे में भगवान गणेश जी का वास माना जाता है। सफेद आंकड़े के पुराने पौधे की जड़ से गणेश जी की मूर्ति बनाकर पूजा करने से गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।

आक का पत्ता के फायदे | Calotropis gigantea or Milkweeds in hindi

आक का पत्ता पेट की समस्याएं जैसे डायरिया, पेट का अल्सर, कब्ज, दांत के दर्द, ऐंठन, जोड़ों का दर्द, जकड़न, फोड़े, सूजन, फीवर, गाउट आदि रोगों में करते हैं। आक का पौधा बहुत से रोगों के इलाज, आयुर्वेदिक उपचार, देसी इलाज में प्रयोग किया जाता है। इस पौधे के तने या डाल को तोड़ने पर सफेद दूध सा (Latex) निकलता है जोकि कुछ विषाक्त (Poisonous) होता है इसलिए मदार के दूध को रोग के इलाज में प्रयोग करने में सावधानी बरतें।

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आंकड़े या आक का पौधा कैसे लगाए और देखभाल कैसे करे | Madar ka paudha kaise lagaye

आक का पौधा लगाना आसान है क्योंकि यह बहुत ही मजबूत पौधा है। यह रूखे मौसम, कम पानी, कठोर वातावरण को भी झेल लेता है। आक का पौधा बीज बोकर या कटिंग (कलम) लगाकर तैयार किया जा सकता है।

आक के बीज से पौधा तैयार करना

आक के पुराने पौधों पर अर्धचंद्राकार (गुझिया जैसे) आकार के 2.5-4 इंच लंबे हरे रंग के फल निकलते हैं। इस फल के अंदर सफेद रुई और रेशेदार बीज (Milkweed seeds) होते हैं। इन बीज को बोकर आक का पौधा उगाया जा सकता है। इसके लिए मिट्टी में 20% गोबर खाद, 30% बालू या कोकोपीट, बाकी 50% साधारण मिट्टी होनी चाहिए।

सफेद आंकड़े को हिंदी में क्या कहते हैं? - saphed aankade ko hindee mein kya kahate hain?
सफेद आंकड़े का फूल ,आक के बीज , आक का फल

गर्मी का मौसम आक का पौधा लगाने के लिए सही है। बीज को 5-6 घंटे पानी में भिगोकर रख दें। इसके बाद 1.5-2 इंच गहरे गड्ढे में डालकर मिट्टी से हल्के से ढक दें और पानी डाल दें। 7-10 दिन में आक का बीज अंकुरित होकर मिट्टी से बाहर निकल आएगा। 1 दिन छोड़कर गमले में थोड़ा पानी डालते रहें। जब तक ये पौधा 6-7 इंच का न हो जाए, इसे छाँव में रखें उसके बाद धूप में रख सकते हैं।

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आक के पौधे की कटिंग लेकर नया पौधा लगाना

आक (आकड़ा) के पौधा से करीब 1 फुट (30 सेन्टीमीटर) लंबी कटिंग काटें। आक की कटिंग में 2-3 से ज्यादा पत्ती न हों। कटिंग से निकलने वाले दूध को बह जाने दें। जब दूध निकलना बंद हो जाए तो इसके कटे सिरे को किसी खाद या एप्सम साल्ट के घोल में डाल दें। 10 मिनट बाद आक की कलम निकालकर मिट्टी में करीब 4 इंच दबाकर लगा दें और पानी डाल दें। इसे किसी छाँव वाली जगह रखें और थोड़ा पानी रोज देते रहें। करीब 10 दिन में इस कलम से नई पत्तियां निकलने लगेंगी।

धूप – आक या मदार का पौधा खुली धूप में अच्छे से बढ़ता है, इसलिए इसे ऐसी जगह रखें जहां सीधी धूप आती हो।

पानी – एक बार बढ़ जाने के बाद आंकड़ा का पेड़ को बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है, गर्मी के मौसम में हफ्ते में 2-3 बार और जाड़ों में सप्ताह में 1 बार पानी दें।

आक के पौधे के फायदे, लगाने का तरीके के बारे में जानकारी से जुड़े अपने सवाल, कमेन्ट नीचे लिखें। इस लेख को अपने मित्र, परिचितों के साथ शेयर जरूर करें जिससे कि अन्य लोग भी इस जानकारी का लाभ ले सकें।

सफेद आंकड़े की पहचान क्या है?

कैसा होता है सफेद आक का फूल सफेद आक का पौधा करीब 5 फुट चौड़ा और 7 फुट ऊंचा होता है। इसके पत्ते बरगद के पत्तों के समान मोटे होते हैं। सामान्य आक के पत्ते हरे रंग के होते हैं, लेकिन सफेद आक के पत्ते सफेद रंग के ही होते है। तंत्र शास्त्र में सफेद फूल वाले मदार का ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है।

सफेद आंकड़ा का दूसरा नाम क्या है?

सफेद आक को 'मंदार', आक, 'अर्क' और अकौआ भी कहते हैं। इसका पौधा छोटा और छत्तादार होता है।

सफेद आंकड़े से क्या होता है?

सफ़ेद आक की जड़ को पीसकर दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा मुलायम और कोमल बनता हैं. तथा चेहरे पर अच्छा निखार आता हैं. इसके अलावा दांत दर्द में भी सफ़ेद आक काम में आती हैं. सफेद आक के दूध में रुई को भिगोकर दर्द वाली जगह पर लगाने से दांत का दर्द खत्म हो जाता हैं.

सफेद आंकड़े का पेड़ कौन सा होता है?

कैसा होता है आक का पौधा सफेद आक के पौधेकी पत्ती बरगद के पत्तों की तरह ही मोटी होती है। पत्तियां जब पक जाती हैं और झड़ने के लिए तैयार हो जाती हैं तो वे पीली हो जाती हैं। इसके फूल छोटे होते हैं और गुच्छों में दिखाई देते हैं। फूलों पर रंगीन रेखाएं हो सकती हैं लेकिन मूल रूप से ये सफेद रंग के होते हैं।