संक्रमण धातु कौन सा तत्व है? - sankraman dhaatu kaun sa tatv hai?

संक्रमण धातुओं के सामान्य अभिलक्षण (General Characteristics of Transition Elements) – संक्रमण धातुओं (d-ब्लॉक के तत्वों) के सामान्य अभिलक्षण निम्नलिखित हैं – 

1. लगभग सभी संक्रमण तत्व अभिधात्विक गुण जैसे उच्च तनन सामर्थ्य (tensile strength), तन्यता (ductility), वर्धनीयता (malleability), उच्च तापीय तथा विद्युत चालकता तथा धात्विक चमक दर्शाते हैं। 

2. मर्करी को छोड़कर, जो कमरे के ताप पर द्रव है, अन्य संक्रमण तत्वों की अभिधात्विक संरचनाएँ होती हैं। 

3. इनके गलनांक तथा क्वथनांक उच्च होते हैं तथा असंक्रमण तत्वों की तुलना में इनकी वाष्पन ऊष्मा उच्च होती है। 

4. s- ब्लॉक तत्वों की तुलना में संक्रमण तत्वों के घनत्व उच्च होते हैं। 

5. d- ब्लॉक के तत्वों की प्रथम आयनन ऊर्जाएँ 5-ब्लॉक के तत्वों से अधिक, परन्तु p-ब्लॉक के तत्वों से कम होती हैं। 

6. इनकी प्रवृत्ति विद्युत धनात्मक होती है। 

7. इनमें से अधिकांश तत्व रंगीन यौगिक बनाते हैं। 

8. इनमें संकुल बनाने की प्रवृत्ति अत्यधिक होती है।

9. ये अनेक ऑक्सीकरण अवस्थाएँ प्रदर्शित करते हैं। 

10. इनके यौगिक सामान्यतया अनुचुम्बकीय प्रवृत्ति के होते हैं। 

11. ये अन्य धातुओं के साथ मिश्रधातु (alloy) बनाते हैं। 

12. ये कुछ तत्वों; जैसे हाइड्रोजन, बोरॉन, कार्बन, नाइट्रोजन आदि के साथ अन्तराकाशी यौगिक बनाते हैं। 

13. अधिकांश संक्रमण धातुएँ जैसे Mn, Ni, Co, Cr, V, Pt आदि तथा इनके यौगिक उत्प्रेरकों के रूप में प्रयुक्त किए जाते हैं। 

d- ब्लॉक के तत्व संक्रमण धातुएँ कहलाते हैं क्योंकि ये तत्व अधिक विद्युत-धनात्मक 5-ब्लॉक के तत्वों तथा कम विद्युत-धनात्मक s- ब्लॉक के तत्वों से मध्यवर्ती गुण प्रदर्शित करते हैं तथा आवर्त सारणी में इनका स्थान s- तथा p- ब्लॉक के तत्वों के मध्य में है।

Zn, Cd तथा Hg का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास सामान्य सूत्र (n – 1)d10 ns2 से प्रदर्शित किया जाता है। इन तत्वों में कक्षक तलस्थ (सामान्य) अवस्था में तथा साधारण ऑक्सीकरण अवस्थाओं में भी पूर्णपूरित होते हैं अर्थात् इनकी परमाण्विक अवस्था अथवा किसी भी एक आयनिक अवस्था में उपकोश अपूर्ण नहीं होते हैं, इसलिए इन्हें संक्रमण तत्व नहीं कहा जा सकता।

संक्रमण तत्व की यहां पर आपको बहुत ही सरल परिभाषा देखने को मिलेगी यह सभी परीक्षाओं के लिए मानी जाती है यहां पर संक्रमण तत्व की पूरी विशेषताएं बताई गई है


संक्रमण धातु कौन सा तत्व है? - sankraman dhaatu kaun sa tatv hai?



उत्तर   संक्रमण तत्त्व (Transition Elements)-


आवर्त सारणी में । तथा d-ब्लॉक के तत्वों को जोड़ने वाले तत्व, संक्रमण तत्व कहलाते हैं। आधुनिक परिभाषा के अनुसार वे तत्व जिनमें परमाण्वीय अवस्था में या उस तत्व की किसी सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था में d-या F-उपकोश आंशिक रूप से भरे जाएँ, संक्रमण तत्व कहलाते हैं।

            इलेक्ट्रॉनीय विन्यासों के आधार पर इन तत्वों को दो मुख्य भागों में विभाजित किया गया है

1. मुख्य संक्रमण तत्व-      इनका सामान्य इलैक्ट्रॉनीय विन्यास (n-1)d¹–⁹ns¹–² होता है। आवर्त सारणी के d- ब्लॉक के तत्वों में Zn, Cd तथा Hg को छोडकर शेष सभी तत्व मुख्य संक्रमण श्रेणी में आते हैं। इन तत्वों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है

(i) प्रथम या 3d संक्रमण श्रेणी--Sc से Cu तक


(ii) द्वितीय या 4d संक्रमण श्रेणी-Y से Ag तक 


(iii) तृतीय या 5d संक्रमण श्रेणी-La से Hf से Au तक


 (iv) चतुर्थ या 6d संक्रमण श्रेणी-A, Rf, Ha


2. आन्तरिक संक्रमण तत्व    


इन तत्वों का सामान्य इलैक्ट्रॉनीय विन्यास (n-2)f¹–¹⁴(n-1)s² (n-1)p⁶(n-1)d⁰–¹ ns² bहोता है। इन तत्वों में अन्तिम इलैक्ट्रॉन, अन्तिम दो कोश से पूर्व कोश में उपकोश में भरे जाते हैं।

आवर्त सारणी के छठे आवर्त में La (57) के पश्चात् चौदह तत्व Ce से Lu तक इलैक्ट्रॉन 4f- उपकोश में भरे जाते हैं। इस श्रेणी को लैन्थेनाइड श्रेणी कहते हैं। इसी प्रकार सातवें आवसे में Ac(89) के बाद चौदह तत्व Th से La तक 5f-उपकोश में भरे जाते हैं । तत्वों की इस श्रेणी को एक्टिनाइड श्रेणी कहते हैं।

इसे सुनेंरोकेंपरमाणु संख्या 21 से 30, 39 से 48, 57,72 से 80 और 89,104 से 112 वाले रासायनिक तत्त्व संक्रमण तत्व (transition elements/ट्राँज़िशन एलिमेंट्स) कहलाते हैं। चूँकि ये सभी तत्त्व धातुएँ हैं, इसलिये इनको संक्रमण धातु भी कहते हैं।

निम्नलिखित में से कौन संक्रमण तत्वों का एक युग्म है?

इसे सुनेंरोकेंd- ब्लॉक रासायनिक तत्वों को ”संक्रमण रासायनिक तत्व” कहा जाता है क्योंकि ये तत्व एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं। तत्वों का ब्लॉक वर्गीकरण: s-ब्लॉक तत्व में समूह 2 (क्षारीय मृदा धातु) और समूह 1 (क्षार धातु) p-ब्लॉक तत्व में समूह 13-18 (क्षारीय धातु, उपधातु, अधातु, हेलोजन, और उत्कृष्ट गैसें) हैं।

कौन सा तत्व संक्रमण तत्व नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंसंक्रमण तत्व किसे कहते हैं?, Zn,Cd व Hg को संक्रमण तत्व नहीं माना जाता

पढ़ना:   दिवालिया खाते से आप क्या समझते हैं?

संक्रमण तत्व क्या है इनकी मुख्य विशेषताओं को लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंसंक्रमण तत्त्वों की विशेषताएँ संक्रमण तत्त्वों में (n – 1)d और ns ऊर्जा स्तरों की ऊर्जा में थोड़ा अन्तर होने के कारण ये इलेक्ट्रॉन रासायनिक बन्ध बनाने में भाग ले सकते हैं। इसलिए संक्रमण तत्त्व परिवर्ती ऑक्सीकरण संख्या प्रदर्शित करते हैं। 3. उत्प्रेरक गुण – संक्रमण धातु और उनके यौगिकों में उत्प्रेरकीय गुण होते हैं।

संक्रमण तत्व कौन कौन से हैं?

परमाणु संख्या 21 से 30, 39 से 48, 57,72 से 80 और 89,104 से 112 वाले रासायनिक तत्त्व संक्रमण तत्व (transition elements/ट्राँज़िशन एलिमेंट्स) कहलाते हैं। चूँकि ये सभी तत्त्व धातुएँ हैं, इसलिये इनको संक्रमण धातु भी कहते हैं।

संक्रमण तत्व क्या है उदाहरण दे?

संक्रमण तत्व वे तत्व हैं जिनका d उपकोश या तो परमाणु अवस्था में या आयोनिक अवस्था में आंशिक रूप से भरा हुआ होता है। तत्वों के साथ यशद कैडमियम और पारद पर विचार किया जाता है।

संक्रमण तत्व में 10 तत्व ही क्यों होते हैं?

Solution : प्रत्येक संक्रमण श्रेणी दस तत्वों वाली होती है क्योंकि d- उपकोश अधिकतम 10 इलेक्ट्रॉनों वाला हो सकता है।