सर्वाइकल की सबसे अच्छी दवा कौन सी है? - sarvaikal kee sabase achchhee dava kaun see hai?

अक्सर गर्दन का दर्द (Neck Pain) गलत तरीकों से सोने या किसी झटके के कारण मांसपेशियों (Muscles) में खिंचाव के कारण होता है. myUpchar के अनुसार गर्दन में दर्द की समस्या गर्दन पर अत्यधिक जोर पड़ने या झटके के कारण भी हो सकती है. अगर ध्यान नहीं दिया गया तो इस तरह का दर्द भविष्य में और अधिक बढ़ सकता है. गर्दन की इस समस्या को ठीक करने में होम्योपैथिक दवा (Homeopathic Medicine) किस तरह असरदार होती है, आइए जानते हैं -

कॉस्टिकम जोड़ों और हड्डियों के दर्द में सहायक दवा
जिन लोगों को हड्डियों और जोड़ों में अत्यधिक दर्द होने की समस्या बनी रहती है, इसके लिए कॉस्टिकम जैसी दवा काफी कारगर होती है. इसके अतिरिक्त जिन्हें गर्दन की हड्डी में अकड़न या चोट जैसा महसूस हो, उनके लिए भी यह बेहद लाभदायक दवा है.

चेलिडोनियम मेजस गर्दन और कंधे के दर्द में सहायक
जिन लोगों की गर्दन में अकड़न या गर्दन घुमाने पर समस्या होती है और साथ ही कंधों में दर्द की शिकायत होती है. इन सभी परेशानियों के इलाज में चेलिडोनियम मेजस एक बेहतर होम्योपैथिक दवा का कार्य करती है.

सिमिसिफुगा मांसपेशियों के लिए कारगर
जिन्हें रीढ़ की हड्डियों से संबंधित परेशानी होती है या जिन्हें मांसपेशियों से संबंधित समस्याएं होती हैं. इसके अतिरिक्त जिनकी मांसपेशियों में ऐंठन और चुभने जैसा दर्द हो और गर्दन में भी अकड़न महसूस हो तो इसमें यह दवा लाभप्रद होती है.

ये भी पढ़ें - कोरोना काल में रेकी हीलिंग है फायदेमंद, जानिए क्‍या है ये

जेल्सीमियम दूर करे मांसपेशियों की कमजोरी
जिन लोगों को मांसपेशियों में कमजोरी बनी रहती है, इसके साथ ही पीठ और गर्दन में अत्यधिक दर्द होता है. इन सभी प्रकार के दर्द को दूर करने में यह सहायक होती है. शरीर में अधिक थकान महसूस होने जैसी समस्याओं में भी जैलिसीमियम कारगर होम्योपैथिक दवा है.

ब्रोयोनिया मांसपेशियों के दर्द में उपयोगी होम्योपैथिक दवा
जिन्हें हल्का सा भी हिलने या कोई कार्य करने पर मांसपेशियों में दर्द होने लगता है या गर्दन में अकड़न के साथ गर्दन हिलाने पर भी दर्द या खिंचाव होता है तो इन सभी समस्याओं के लिए ब्रायोनिया काफी फायदेमंद होती है.

कॉस्टिकम भी गर्दन की समस्याओं में कारगर
जिन्हें गर्दन में किसी भी तरह के दर्द की समस्या होती है तो इसमें कॉस्टिकम जैसी होम्योपैथिक दवा काफी असरदार होती है. यही नहीं इस दवा का इस्तेमाल अन्य समस्याओं जैसे याददाश्त कमजोर होना, बोलने में समस्या होना, त्वचा में जलन के लिए भी किया जा सकता है.

हाइपेरिकम परफोरेटम नसों के दर्द को दूर करने में सहायक
नसों के दर्द को ठीक करने में यह काफी कारगर दवा है. गर्दन में सोने के गलत तरीके के कारण नसों में अत्यधिक दर्द होने लगता है, जिसके कारण गर्दन हिलाना भी मुश्किल हो जाता है. नसों में दर्द होने पर यह दवा राहत का कार्य करती है. इसके अतिरिक्त रीढ़ की हड्डियों से संबंधित सभी दिक्कतों में भी यह दवा बेहतर उपचार करती है.

ये भी पढ़ें - नहीं बढ़ रही है बच्चे की हाइट, तो हो सकते हैं ग्रोथ हार्मोन की कमी के शिकार

सरकोलैक्टिकम एसिडम पीठ, गर्दन और कंधों की मांसपेशियों के दर्द में कारगर
जिन्हें पीठ, गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की समस्या बनी रहती है, उनके लिए यह दवा राहत पहुंचाने का काम करती है. इस दवा का इस्तेमाल अन्य समस्याओं जैसे अधिक थकान और लगातार नींद आने जैसी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है.

अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, सर्वाइकल दर्द की आयुर्वेदिक दवा और इलाज पढ़ें।

न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

FIRST PUBLISHED : October 21, 2020, 06:51 IST

Last Updated: Dec 06, 2022

इन दिनों कई ऐसी बीमारियाँ हैं जो कुछ साल पहले तक किसी बीमारी की श्रेणी में गिनी ही नहीं जाती थी, जो अब बड़ी तकलीफ बनकर खड़ी हो जाती हैं, जी हां जॉइंट पेन, बैक पेन, सर्वाइकल पेन जैसी शरीरिक समस्या ऐसी दर्दनाक होती हैं, जिसे देखने वाला समझ नहीं पाता और झेलने वाला इसके दर्द को बयान नहीं कर पाता। ये समस्याएं आम तो है पर सिर्फ उनके लिए जिनसे अब तक इसका पाला नहीं पड़ा पर जो इस दर्द के साथ जीते हैं उनके लिए हर एक पल काटना भारी हो जाता है। तो दोस्तों आइए आज हम इन्हीं बीमारियों में से एक सर्वाइकल पेन की बात करते हैं।

यह समस्या हड्डियों से जुड़ी है, जिसके होने पर कंधों, गर्दन आदि में गंभीर दर्द होता है जिसे हम सर्वाइकल का दर्द कहते हैं। यह समस्या किसी को भी हो सकती है। आज के दौर में अनियमित दिनचर्या के कारण लगभग हर तीसरे व्यक्ति को सर्वाइकल की परेशानी सहनी पडती हैं। घंटों बैठे रहना, खराब मुद्रा, झुक कर बैठना और कई अन्य गलत आदतों की वजह से इस परेशानी का सामना बड़ी तादाद में लोगों को करना पड़ता है पर हमें अपनी आदतों या इससे बचने के उपाय नहीं मालूम होते इसलिए हम सभी को सर्वाइकल दर्द की वजह, लक्षण और इसके आसान घरेलू उपचार की जानकारी होनी बहुत जरूरी है ।

सर्वाइकल पेन के कारण - Causes of Cervical Pain in Hindi

  • गलत पोजीशन में सोने से आपको सर्वाइकल पेन होने लगता है।

  • ज्यादातर लोगों को भारी वजन को सिर पर उठाने से सर्वाइकल पेन होता है।

  • गर्दन को बहुत देर तक झुकाये रखने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है।

  • बहुत देर तक एक ही पोजीशन में बैठने से सर्वाइकल पेन शुरू हो जाता है।

  • ऊंचे और बड़े तकिये का प्रयोग करने से सर्वाइकल पेन होता है।

  • भारी वजन के हेलमेट डालकर बाइक राइडिंग करने से भी सर्वाइकल हो सकता है।

  • गलत उठने, बैठने और सोने के तरीकों के कारण भी सर्वाइकल हो सकता है।

सर्वाइकल पेन के लक्षण - Symptoms of Cervical Pain in Hindi

  • सिर का दर्द

  • गर्दन को हिलाने पर गर्दन में से हड्डियों के टिडक्ने के जैसी आवाज़ का आना।

  • हाथ, बाजू और उंगलियों में कमजोरी महसूस होना या उनका सुन्न हो जाना

  • व्यक्ति को हाथ और पैरों में कमजोरी के कारण चलने में समस्या होना और अपना संतुलन खो देना

  • गर्दन और कंधों पर अकड़न होना

दोस्तों वैसे तो चिकित्सा विभाग के पास हर बीमारी का इलाज उपलब्ध होता है, पर अक्सर ये दवाएं हमें साइड इफ़ेक्ट के तौर पर दूसरी बीमारियों से मिलवा देती हैं और साथ ही जेब पर भी पड़ता है भारी, तो क्यों ना आप देशी घरेलू नुस्खों की आजमाइश करें जिसके सहारे हमारे बड़े बुजुर्ग डॉक्टर्स से हमेशा दूर रहकर भी हेल्दी रहा करते थे।

गर्दन में दर्द के घरेलू उपाय - Home Remedies for Cervical Pain in Hindi

  1. सही ढंग से सोएं  - अक्सर मुलायम ऊंचे गद्दे और तकिए पर हम सोना पसंद करते हैं । पर यह सर्वाइकल पेन का कारण हो सकता है इसलिए सख्त गद्दे का ही हमेशा प्रयोग करें । ऊंची तकिया से दुश्मनी कर लें तो बेहतर है । अपना सिर जमीन के तल पर रखकर सोने की आदत डाल लें। या ज्यादा से ज्यादा पीठ को 15 डिग्री तक मोड़ने वाले तकिये का प्रयोग करें। पेट के बल ना सोएँ। ये गर्दन को फैलाता है। पीठ के बल या करवट लेकर सोएँ। इससे आपको दर्द से राहत पाने में मदद करेगा और जिन्हें नहीं है वह बचे रहेंगे।
  2. गर्म और ठंडा सेख - दर्द कम करने के लिए गर्दन पर ठंडा या गर्म पदार्थ लेकर सिंकाई करें। किसी एक से ही करते रहने के मुकाबले बारी-बारी से गर्म और ठन्डे का प्रयोग करना फायदेमंद होगा ।
  3. मसाज - मसाज करवाना तो वैसे भी कई लोगों को पसंद होता है और यह तुरन्त रिलीफ पहुंचाता है पर सिर्फ बॉडी पेन में ही नहीं बल्कि सर्वाइकल पेन के दर्द से राहत के लिए आप मसाज का सहारा भी ले सकते है।
  4. खूब पानी पियें - हम यूँही नहीं कहते कि जल ही जीवन है । हमारे शरीर का अधिकतम वजन पानी की वजह से होता है क्योंकि शरीर में होने वाले अधिकांश कामो के लिए पानी बहुत महत्वपूर्ण पदार्थ है। साथ ही हमारे रीढ़ की हड्डी के जोड़ो के बीच में डिस्क और जॉइंट होते है उनमे अधिकतर हिस्सा पानी का बना होता है और ऐसे में शरीर में पानी की कमी होने से उनकी कार्यक्षमता में कमी हो जाती है इसलिए जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पियें |
  5. स्ट्रेस से बचें - आपको ये सुनकर थोडा अजीब लगेगा कि सर्वाइकल पेन की वजह स्ट्रेस यानी तनाव भी हो सकता है और यह कम से कम 60 फीसदी मामलों में देखा गया है इसलिए अगर आपको पेन है तो आपको इसपर और भी ध्यान देना चाहिए और तनाव को कम करने के लिए उपयोगी कदम उठाने चाहिए।
  6. राइट डे शेड्यूल अपनाएं - एक अच्छी दिनचर्या आपके लिए चीजें आसान कर सकती हैं, इसलिए अपनी दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम और सही भोजन को शामिल करें और अगर आप  मेहनत वाला काम करते हों तो बिना लापरवाही किए अपने शरीर को भरपुर आराम दें।
  7. स्ट्रेच एक्सरसाइज की आदत डालें - अपने शरीर को कुछ छोटे छोटे एक्सरसाइज के साथ आप अपने दर्द से प्रभावित हिस्सों को आराम दे सकते है इनमे कुछ स्ट्रेच एक्सरसाइज भी शामिल है। स्ट्रेच एक्सरसाइज करने से शरीर एवं गर्दन की मास पेशियां खुल जाती है और सर्वाइकल पेन से राहत मिलने लगती है।

जरूरी आदतें 

  • दोस्तों सर्वाइकल पेन के कारण,लक्षण और इलाज जानने के साथ ही आपको कुछ आदतें छोड़नी और कुछ आदतें जरूरी तौर पर अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करनी होंगी  जैसे कि

  • ज्यादा वजन वाले सामान उठाने की आदत छोड़ दें।

  • वज्रासन, चक्रासन और मत्स्यासन के अलावा गर्दन को गोल गोल घुमाने का अभ्यास करे

  • प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठकर कम से कम 3 किलोमीटर तेज़ रफ्तार से पैदल चलें

  • अपने ऑफिस में ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में न बैठकर हर एक घंटे के बाद थोड़ी थोड़ी देर के लिए ब्रेक लेकर थोडा वाक करने की आदत डालें।

  • अगर आप घरेलू महिला है तो ज्यादा देर न सोये और घरेलू कार्यों के बीच थोडा थोडा ब्रेक ले कर आराम करें।

  • बैठ कर फर्श पर पोछा लगाने का शौख पालें इससे काफी आराम मिलेगा।

  • ध्यान रहे यह शुरुआती तकलीफ के लिए बेहतर उपाय हैं लेकिन अगर तकलीफ से राहत ना मिले तो तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें।

43 people found this helpful

सर्वाइकल का परमानेंट इलाज क्या है?

सर्वाइकल पैन से छुटकारा पाने के लिए ध्यान रखें ये बातें.
बैठते समय अपनी गर्दन को सीधा रखें।.
मुलायम गद्दे की बजाय तख्त में लेटे।.
विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर चीजों को अपना डाइट में करें शामिल।.
स्मोकिंग, कैफीन युक्त चीजों से दूरी बनाएं।.
रोजाना गर्दन से संबंधित एक्सरसाइज जरूर करें।.

सर्वाइकल का रामबाण इलाज क्या है?

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस के दर्द से छुटकारा पाने के लिए हर दिन कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी जैसे प्राणायाम करने चाहिए। इसके अलावा शरीर में मौजूद कुछ एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को 1 मिनट तक दबाने से दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है।

सर्वाइकल पेन में कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

चेलिडोनियम मेजस गर्दन और कंधे के दर्द में सहायक जिन लोगों की गर्दन में अकड़न या गर्दन घुमाने पर समस्या होती है और साथ ही कंधों में दर्द की शिकायत होती है. इन सभी परेशानियों के इलाज में चेलिडोनियम मेजस एक बेहतर होम्योपैथिक दवा का कार्य करती है.

सर्वाइकल के मरीज को कैसे सोना चाहिए?

सर्वाइकल से पीड़ित हैं तो गर्दन तकिया (नेक पिलो) लें या तकिये की जगह टॉवल को मोड़कर गर्दन के नीचे रखकर सोएं। मैमोरी फोम पिलो जो कि सर्वाइकल स्पाइन और सर्वाइकल लॉर्डोसिस से राहत देता है, उसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं। हाथ में दर्द की शिकायत है, तो बांह के बाजू में सपोर्ट के लिए तकिया लगाना चाहिए