सतलुज नदी का उद्गम कहां से होता है - sataluj nadee ka udgam kahaan se hota hai

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इतनी सेक्सी लाइज नदी का उद्गम स्थल कौन सा है उसका सॉफ्टवेयर नदी का उद्गम स्थल कैलाश पर्वत है धन्यवाद

itni sexy lies nadi ka udgam sthal kaun sa hai uska software nadi ka udgam sthal kailash parvat hai dhanyavad

इतनी सेक्सी लाइज नदी का उद्गम स्थल कौन सा है उसका सॉफ्टवेयर नदी का उद्गम स्थल कैलाश पर्वत

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सतलुज नदी का उद्गम कहां से होता है - sataluj nadee ka udgam kahaan se hota hai
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सतलुज नदी का उद्गम कहां से होता है - sataluj nadee ka udgam kahaan se hota hai

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सतलुज नदी का कई ऐतिहासिक साहित्यों में वर्णन मिलता है । भारत की सबसे प्राचीन नगरीय सभ्यता (सिधु घाटी सभ्यता ) के पुरातात्विक साक्ष्य सतलुज नदी के किनारे बसे कई शहरों से मिलते हैं ।

सतलुज नदी का उद्गम कहां से होता है - sataluj nadee ka udgam kahaan se hota hai
SUTLEJ RIVER HIMACHAL GK

  • ऋग्वेद में भी सतलुज नदी का वर्णन है । यहाँ पर इसे “शुतुद्रि” कह कर संबोधित किया गया है । इस आधार पर हम यह भी कह सकते हैं कि सतलुज नदी का प्राचीन नाम “शुतुद्रि” था ।


  • इसके अतिरिक्त सतलुज को ‘शतद्रु या शतद्रू’ भी कहा गया है ।


  • वाल्मिकी द्वारा लिखी रामायण में भी “शतद्रु” का उल्लेख है तथा महाभारत में भी इस नदी का उल्लेख किया गया है ।


  • सतलुज नदी को इतिहास में कई अन्य नामों से भी इंगित किया गया है । सम्पू , सुतुद्रा , मुकसंग , सुमुद्रंग , जुंगटी आदि नाम भी सतलुज के लिए प्रयोग किये गये हैं ।


  • प्राचीन इतिहास में सतलुज के अतिरिक्त एक अन्य नदी सरस्वती नदी का भी वर्णन मिलता है ,जिसका वर्तमान में कोई साक्ष्य नहीं है ।


  • सतलुज नदी के मार्ग में परिवर्तन की भी जानकारी मिलती है । यह माना जाता है, कि सतलुज नदी सदा से यहीं से होकर ही नहीं बहती थी । 18 वीं सदी के एक लेखक रेबर्टी की मानें, तो सतलुज नदी का ब्यास नदी के साथ संगम नहीं होता था । 18 वीं सदी में प्राकृतिक कारणों से इनका मार्ग परिवर्तित होने से सतलुज और ब्यास नदी का संगम हुआ ।


निम्नलिखित में से कौन सा शहर सतलुज नदी के किनारे बसा है :


1. रामपुर
2. नालागढ़
3. ऊना
4. रेणुका

कौन सी नदी हिमाचल प्रदेश में बहने के बाद जम्मू-कश्मीर में जाती है:


1. चिनाब नदी
2. झेलम नदी
3. रावी नदी
4. सतलुज नदी

निम्नलिखित में से कौन सा बाँध सतलुज नदी पर नहीं बना है :


1. भाखड़ा बाँध
2. हीराकुंड बाँध
3. कोल डैम
4. उपरोक्त सभी


सतलुज नदी का उद्गम : तिब्बत में सतलुज


सतलुज नदी हिमालय से निकलने वाली नदियों में से है । हिमालय से निकलने वाली नदियों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इन नदियों में पानी 12 महीने रहता है । ग्लेशियरों से पिघलने वाली बर्फ इन नदियों के जल का मुख्य स्त्रोत होता है ।


  • सतलुज नदी का उद्गम तिब्बत से होता है । तथा इसका जल अरब सागर में जाकर गिरता है । तिब्बत में सतलुज नदी मानसरोवर के पास राक्षसताल नामक झील से निकलती है । इस तरह राक्षसताल झील को सतलुज नदी का उद्गम स्थल माना जाता है ।


  • यहाँ पर यह बात ध्यान देने योग्य है कि इस नदी को सतलुज के नाम से भारत में प्रवेश करने के बात ही पुकारा जाता है । भारत में प्रवेश करने से पहले सतलुज नदी लगभग 450 किलोमीटर का सफर तय करती है । तथा इस सफर में इसे Langchen Zangbo के नाम से पुकारा जाता है,तथा भारत में प्रवेश के बाद यह सतलुज नदी कहलाती है ।

निम्नलिखित में से कौन सी नदी सतलुज की सहायक नदी नहीं है ?


1. बसपा नदी
2. स्पीति नदी
3. सरस्वती नदी
4. उपरोक्त सभी

सतलुज नदी बहती है :


1.हिमाचल के पश्चिम से
2. हिमाचल के पूर्व से
3. हिमाचल के उत्तर से
4.हिमाचल के दक्षिण से



भारत में सतलुज नदी


भारत में सतलुज नदी 2 राज्यों से होकर बहती है : हिमाचल प्रदेश और पंजाब ।


  • हिमाचल में सतलुज नदी किन्नौर, शिमला,कुल्लू , सोलन और बिलासपुर जिलों से होकर बहती है ।


  • भारत में सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से प्रवेश करती है ।


  • किनौर के पूर्वी भाग में शिपकी दर्रे से होते हुए सतलुज नदी किन्नौर को 2 भागों में बांटते हुए बहती है ।


  • किन्नौर में ही सतलुज नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी स्पीति नदी मिलती है । यह नदी लाहौल स्पीति की ओर से आती है, तथा जिस स्थान पर यह सतलुज से मिलती है, उस स्थान को खाब कहा जाता है ।


  • हिमाचल के किन्नौर जिले में सतलुज की अन्य सहायक नदियाँ व खड्ड़ें निम्नलिखित हैं : बास्पा,रोपा,तिरंग ज्ञांथिंग, दुलिंग, सोलडंग, पेजुर, काशंग मुलगून, युला, वांगर, शोरंग ।


  • किन्नौर में सतलुज नदी लगभग 130 किलोमीटर बहने के बाद शिमला जिले में प्रवेश करती है


  • किनौर जिले से विभिन्न अन्य नदियों व खड्डों को अपने में समाती हुई सतलुज,शिमला जिले में ज्यूरी नामक स्थान से प्रवेश करती है । शिमला में सतलुज में कई अन्य खड्डें मिलती हैं, तथा इसका आकार को बड़ा करती हैं ।


  • इनमें प्रमुख खड्डें मुगंलद , पशाद , नोगली , भैरां , बछ्दा , किंगल,शोवान,सबरी, पन्दोआ , माल्गी , सैंज हैं ।


  • शिमला के बाद सतलुज नदी सोलन और कुल्लू के सीमावर्ती इलाकों में प्रवेश करती है । यहाँ पर कूपन नदी सतलुज में मिलती है, और इसके बाद यह मंडी से होते हुए बिलासपुर में पहुंच जाती है ।


  • बिलासपुर जिले में अली, गम्भरोल, ग्म्भर , मोनी, शीर आदि खड्डें भी सतलुज में मिल जाती हैं ।


  • बिलासपुर जिले में सतलुज नदी पर कन्दौर पुल भी बनाया गया है, जो की किब्बर-चिच्चम पुल से पहले एशिया का सबसे बड़ा पुल था ।


  • इसके बाद बिलासपुर में सतलुज नदी पर हिमाचल की सबसे बड़ी कृतिम झील गोबिंद सागर झील का निर्माण किया गया है । यह झील भाखड़ा बाँध की वजह से बनाई गयी है ।


  • भाखड़ा – नांगल बाँध पनविद्युत परियोजना का निर्माण सतलुज नदी पर हुआ है । इसमें भाखड़ा बांध हिमाचल के बिलासपुर जिले में है, तथा नांगल बांध पंजाब में है । नांगल बाँध को भाखड़ा बाँध के सहायक बाँध के रूप में बनाया गया है, तथा इन दोनों के बीच करीब 10 किलोमीटर की दूरी है ।


  • भाखड़ा के बाद सतलुज पंजाब में बहती है, तथा यहाँ पर ब्यास नदी सतलुज नदी से मिलती है । क्योंकि ब्यास नदी सतलुज से छोटी है, इसलिए इन दोनों के संगम से बनने वाली धारा भी सतलुज ही कहलाती है ।


सतलुज नदी भारत में कहाँ से प्रवेश करती है ?


1. खैबर दर्रे से
2. शिपकी दर्रे से
3. रोहतांग दर्रे से
4. कुल्लू घाटी से

हिमाचल में सतलुज की प्रथम सहायक नदी है :


1. स्पीति नदी
2. ब्यास नदी
3. सोन नदी
4. बसपा नदी


सतलुज की मुख्य सहायक नदियाँ

सतलुज नदी की मुख्य सहायक नदियाँ निम्नलिखित हैं :


स्पीति नदी

स्पीति नदी लाहौल-स्पीति में सोनापोनी ग्लेशियर से निकलती है । स्पीति नदी, लाहौल-स्पीति में कुल 130 किलोमीटर की दुरी तय करती है, तथा उसके बाद किनौर में प्रवेश करती है । किनौर में खाब नामक स्थान पर स्पीति नदी सतलुज में मिलती है । ताबो , पोह, कराती , ठुम्पा लुम्पा, उलह , सुरह्ल, गिम्दो आदि इसकी सहायक हैं । स्पीति नदी पर कई हाइड्रो पॉवर प्लांट लगे हुए हैं ।



बसपा नदी

बसपा नदी , बसपा की पहाड़ियों से निकलती है, व बसपा घाटी का निर्माण करती है । इसे सांगला घाटी भी कहा जाता है । यह नदी 95 किलोमीटर की दुरी तय करने के बाद करचम में सतलुज नदी में मिलती है ।


नोगली नदी

नोगली नदी सतलुज की अन्य सहायक नदी है । यह रामपुर बुशहर के पास सतलुज में मिलती है ।



स्वां नदी

स्वां नदी मुख्यतः हिमाचल के ऊना में बहती है । इसके बाद यह नदी हिमाचल को छोड़ कर पंजाब में प्रवेश करती है, जहाँ पर यह सतलुज की सहायक नदी बनती है । स्वां नदी भाखड़ा नांगल परियोजना के बाद सतलुज में मिलती है ।



ब्यास नदी

ब्यास नदी ब्यास कुण्ड से ४७० किलोमीटर की दुरी तय करके पंजाब में सतलुज में मिलती है ।



खड्डें

सतलुज की हिमाचल में मुख्य सहायक खड्डें है :


  • Tileng khad
  • Chaso khad

  • Nesaag khad

  • Kerang khad

  • Tidong khad
  • Kashang khad

  • Hangi khad

  • Choling khad

  • Duling khad

  • Sorang khad

  • Behna khad

  • Sainj khad



खाब स्थान पर किस नदी का संगम सतलुज से होता है :


1. बसपा नदी
2. सोन नदी
3. ब्यास नदी 4. स्पीति नदी

9सतलुज नदी की सम्पूर्ण लम्बाई निम्नलिखित में से है:


1. 1200 किलोमीटर
2. 1320 किलोमीटर
3. 1450 किलोमीटर
4. 1570 किलोमीटर


सतलुज नदी पर प्रमुख परियोजनाएं


सतलुज नदी पर बनी मुख्य पनविद्युत परियोजनाएं इस प्रकार हैं :


  • भाखड़ा – नांगल हाइड्रो पॉवर परियोजना ( बिलासपुर – पंजाब )

  • नाथपा – झाकरी हाइड्रो पॉवर परियोजना (किन्नौर – शिमला )

  • रामपुर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट (शिमला)

  • लुहरी डैम हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट (शिमला - कुल्लू )

  • कोल डैम हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट ( मंडी – बिलासपुर )

  • करचम वांगतू हाइड्रो पॉवर परियोजना (किन्नौर )

  • खाब हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट (किन्नौर)


सतलुज नदी के किनारे बसे शहर

सतलुज नदी के किनारे निम्नलिखित शहर बसे हैं :

1. अमृतसर,

2. लुधियाना, 

3. रामपुर 

4. बिलासपुर ,

5. तत्तापानी



सतलुज नदी बेसिन


सतलुज नदी बेसिन हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा नदी बेसिन है । इसमें लाहौल- स्पीति , किन्नौर, शिमला, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर , मंडी , हमीरपुर और ऊना जिला शामिल हैं ।




सतलुज नदी के लिए चुनौतियाँ:


सतलुज नदी के लिए प्रमुख चुनौतियाँ निम्नलिखित है :


  • बाढ़ और जलवायु परिवर्तन,

  • हाइड्रो पॉवर डेवलपमेंट ,

  • पर्यटन ,

  • Sand Mining,

  • औद्योगिक प्रदूषण ,


उपरोक्त कारणों से सतलुज नदी के बहाव में परिवर्तन आते रहते हैं । बांधों के निर्माण से आस पास की बस्तियों का पलायन होता है, तथा जमीन की उपजाऊ क्षमता भी कम होती है ।


हिमाचल प्रदेश का इलाका हिमालय का ही भाग है । इस क्षेत्र में अत्यधिक बाँध निर्माण भूकम्प जैसे समस्याओं का भी कारण बनता है ।




FAQ  


सतलुज नदी कहाँ से निकलती है ?

सतलुज नदी का उद्गम तिब्बत में मानसरोवर के पास राक्षसताल से निकलने वाली एक धारा से होता है ।


क्या भाखड़ा बांध और नांगल बाँध एक ही हैं ?

नहीं, भाखड़ा और नांगल बांध एक नहीं हैं । भाखड़ा बाँध हिमाचल के बिलासपुर में है, तथा नांगल बंद पंजाब में है । इन दोनों में 10 किलोमीटर का फर्क है । मुख्य बाँध भाखड़ा बाँध ही है, तथा इसकी सहायता के लिए नांगल बांध को बनाया गया है, ताकि नांगल बाँध भाखड़ा से निकलने वाले पानी को नियंत्रित कर सके ।


सतलुज  की सहायक नदियाँ कौन कौन हैं ?

सतलुज नदी की सहायक नदियाँ निम्नलिखित हैं : स्पीति नदी,बसपा नदी, नोगली नदी, स्वां नदी, ब्यास नदी ।


सतलुज नदी पर कौन-कौन बाँध बनाये गये हैं ?

सतलुज नदी पर कोल डैम, भाखड़ा व नांगल डैम, लुहरी डैम , नाथपा-झाकरी आदि बाँध बनाये गये हैं ।


सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश के किन किन जिलों से होकर गुजरती है ?

सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में सर्वप्रथम प्रवेश करती है, उसके बाद शिमला, कुल्लू, सोलन, मंडी, बिलासपुर से होते हुए पंजाब में प्रवेश कर लेती है ।


सतलुज नदी के किनारे कौन-कौन शहर बसे हैं ?

सतलुज नदी के किनारे मुख्यतः बसे प्रमुख शहर हैं : तत्तापानी, रामपुर, बिलासपुर ।

11. निम्नलिखित में से कौन सा बाँध सतलुज नदी पर नहीं बना है :


1. 200 किलोमीटर
2. 320 किलोमीटर
3. 380 किलोमीटर
4. 280 किलोमीटर




अंतिम शब्द


ये थी सतलुज नदी के बारे में प्रमुख जानकारी । यह लेख हिमाचल प्रदेश की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नदियों पर पूछे जाने वाले सवालों के आधार पर तैयार किया गया है । उम्मीद है की यह जानकारी हिमाचल प्रदेश की आगामी विभिन्न परिक्षाओं जैसे : HAS, HPPSC, HP Allied Services, Sub-Inspector, HP TET, HP TGT, JBT, Patwari, Police Constable, क्लर्क व बैंकिंग EXAMS की दृष्टी से उपयोगी होगी । हिमाचल प्रदेश से सम्बधित इसी तरह की जानकारी इस वेबसाइट पर आप हिंदी में पढ़ सकते हैं । धन्यवाद ।

सतलुज नदी कौन से दर्रे से निकलती है?

सही उत्तर शिपकी ला है। शिपकी ला भारत-तिब्बत सीमा पर एक पहाड़ी दर्रा और सीमा चौकी है। सतलज नदी इस दर्रे से होकर भारत में प्रवेश करती है। यह हिमाचल प्रदेश, भारत और तिब्बत राज्य में किन्नौर जिले में स्थित है।

सतलुज नदी क्यों प्रसिद्ध है?

सतलुज नदी को 'सतद्री' के नाम से भी जाना जाता है। यह सिंधु नदी की सबसे पूर्वी सहायक नदी है। सतलुज नदी उन पाँच नदियों में से सबसे लंबी है जो उत्तरी भारत एवं पाकिस्तान के पंजाब के ऐतिहासिक क्षेत्र से होकर बहती हैं। झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज सिंधु की मुख्य सहायक नदियाँ हैं।

सतलुज नदी का उपनाम क्या है?

➧तिब्बत में सतलुज नदी को लोंग चैन ख्वाब नदी के नाम से जाना जाता है। ➧भारत में सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश के शिपकीला दर्रा में प्रवेश करती है। तथा पंजाब में से बहते हुए पाकिस्तान की मिठनकोट नामक जगह पर सिंधु नदी में मिल जाती है। ➧सतलुज नदी का वेदिक या ऋग्वेदिक नाम शुतुद्री नदी है।

और सतलुज नदी के बीच स्थित हिमालय का भाग क्या कहलाता है?

शिवालिक को पार करने के बाद यह अपना मार्ग दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर बनाती है और उत्तर प्रदेश में नजीबाबाद 2022-23 Page 7 अपवाह तंत्र के निकट मैदान में प्रवेश करती है।