ग्रामीण क्षेत्रों में बत्तख पालन (Duck farming) की तरफ किसान तेजी से रुख कर रहे हैं, पहले घरों में अंडे के लिए पाले जाने वाले इस जीव के पालन को अब रोज़गार के रूप में देखा जा रहा है। पिछले दिनों से हमारे देश मे (duck farming india) बत्तखों को घरों में विशेष रूप से पाला जा रहा है, जो काफी फायदा भी देता है। Show
विशेषज्ञों के अनुसार बत्तख पालन, पोल्ट्री फार्मिंग (Duck Poultry Farming) कारोबार से ज्यादा किफायती और मुनाफे वाला है। सरकार भी सब्सिडी (government subsidy) देकर किसानों को इस व्यापार के लिए प्रोत्साहित कर रही है। बत्तखों को जल्द बीमारियां नहीं लगती हैं, साथ ही ये पक्षी अपने आपको किसी भी मौसम या जलवायु में ढाल सकते हैं, इन पर ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ता है। भोजन के तौर पर पानी में रहने वाले कीड़े-मकोड़े, छोटी मछलियाँ, मेढ़क आदि को भोजन के तौर पर उपयोग करते हैं। पढे – कड़कनाथ मुर्गे पालन के लिए सरकारी सहायता बत्तख पालन लाभकारी क्यो है ?
बत्तख पोल्ट्री फार्म पर कितनी सब्सिडीबत्तख पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए नाबार्ड की तरफ से 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी (duck farming Subsidy) भी दे जाती है। वहीं SC और ST वर्ग को 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी (duck farming loan) दी जाती है। इसके अलाव SBI भी बत्तख पालन को अपनाने पर लोन देता है। बत्तख की उन्नत नस्लें – Breeds of Ducksदेखा जाए तो बत्तख की कई नस्लें है, बत्तख की प्रमुख 3 नस्लें (Best Duck Brerds) नीचे दी गयी है …
बत्तख पालन के लिए उचित स्थानबत्तख पालन शुरू करने के लिए शांत स्थान सबसे उपयुक्त माना जाता है, तालाब के आसपास का स्थान इसके लिए बेहद उपयुक्त साबित होता है। बत्तख पालन करने वाले स्थान पर तालाब नहीं है, तो आप अपनी आवश्यकता के मुताबिक तालाब की खुदाई करा सकते है।
गहरी नाली मे भी बत्तख पालनतालाब के अलावा टीनशेड के चारों ओर दो से तीन फुट गहरी व चौड़ी नाली बनवा कर भी बत्तख पालन कर सकते है । जिसमें बतखें तैरकर अपना शारीरिक विकास कर सकें. बता दें कि बाजार में बत्तख के अंडे और मांस दोनों काफी अच्छे कीमतों पर बिकते हैं। बत्तख के लिए आवास प्रबंधन
बत्तख पालन में कमाई और लागतबत्तख पालन में बहुत अच्छी कमाई पालक को प्राप्त होती है, क्योकि एक बत्तख एक साल में लगभग 280 से 300 अंडे (Duck Egg) देती है, जो की मुर्गियों के मुकाबले मे दो गुने है। इसके एक अंडे की कीमत बाज़ार में 6 से 8 रुपये मिल जाती है। मार्केट मे इसके मांस की मांग भी बहुत अधिक है। बत्तख पालन में कितनी लागत है ?वही यदि हम लागत की बात करें तो बत्तख पालन व्यवसाय (duck farming business) में बहुत ही कम पूंजी खर्च होती है। 1,000 चूजों पर साल भर में 1-1.5 लाख रुपये की लागत (Total cost in duck farming) आती है। इससे पशुपालकों को प्रतिवर्ष 3-4 लाख रुपये की कमाई हो जाती है। पढे – किसान इस योजना के लिए करे रजिस्ट्रेशन मिलेंगे 10 हजार रुपये बदक कितने अंडे देते हैं?मलार्ड: 8 – 13बत्तख / क्लच का आकारnull
एक बत्तख 1 साल में कितने अंडे देती है?बत्तख पालने के निम्नलिखित लाभ हैं- उन्नत नस्ल की बत्तख 300 से अधिक अण्डे एक साल में देती हैं। बत्तख के अण्डा का वजन 65 से 70 ग्राम होता है। बत्तख अधिक रेशेदार आहार पचा सकती हैँ।
बदक के अंडे में से बच्चे कितने दिन में निकलते हैं?20-21 दिनों में पूरी होती है प्रॉसेस...
यही जर्दी आगे जाकर चूजे का रूप लेती है और फिर 21 वें दिन अंडे के अंदर से चूजे बाहर निकलते हैं। यहां हम आपको ये पूरी प्रॉसेस तस्वीरों के जरिए दिखाने जा रहे हैं।
साल में कितनी बार अंडे देते हैं?पोल्ट्री साइंटिस्ट डॉ एयू किदवई (Dr. AU Kidwai) के मुताबिक पोल्ट्री में मुर्गियां 1 साल में करीब 305 से 310 अंडे तक देती हैं. यानी एक महीने में कोई मुर्गी औसतन 25 से 26 अंडे देती है. हालांकि, जरूरी नहीं कि ये संख्या निश्चित हो.
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