चौथी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया? - chauthee raajakumaaree ne gehoon ke daanon ka kya kiya?

QUESTION AND ANSWERS

शब्दार्थ -

राजपाट राजगद्दी 

तनिक – थोडा 

सूझना – ध्यान में आना

मखमल – एक प्रकार का बढ़िया रेशमी कपडा

यकींन  – विश्वास

मकसद – उद्देश्य

सहेजकर – संभालकर

अंकुर – बीज से फूटकर उगने की पौधे की प्रारंभिक अवस्था

कड़ककर – कठोर शब्दों में

संदूकची – छोटा बक्सा

खोल – आवरण

मुहावरे –

चक्कर में पड़ जाना – दुविधा में पड़ना

गले लगाना – प्यार से मिलना

*स्वाध्याय –

प्रश्न.१. सुचना के अनुसार कृतियाँ करो:

(१) उत्तर लिखो

चौथी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया? - chauthee raajakumaaree ne gehoon ke daanon ka kya kiya?

(२) उचित घटनाक्रम लगाकर वाक्य फिर से लिखिए।

१. सभी के उत्तर से राजा को बड़ी निराशा हुई।

२. रथ एक बड़े-से हरे-भरे खेत के सामने रुक गया।

३. राजा ने हैरानी से राजकुमारी की ओर देखा।

४. अंत में उसे एक उपाय सूझ गया

उत्तर : अंत में उसे एक उपाय सूझ गया।

सभी के उत्तर से राजा को बड़ी निराशा हुई।

रथ एक बड़े-से हरे-भरे खेत के सामने रुक गया।

राजा ने हैरानी से राजकुमारी की ओर देखा।

(३) सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।

१. जरूर इसके पीछे कोई मकसद होगा।

२. सो मैं उन्हें भुनवाकर खा गई।

३. तुम ही मेरे राज्य की सच्ची उत्तरधिकारी हो।

४. इसे तुम अपने पास रखो पाँच साल बाद मैं उन्हें माँगूंगा।

(४) परिणाम लिखिए।

१. गेहूँ के दानों को बोने का परिणाम

उत्तर : समय पर अंकुर फुटना। पौधे तयार होना। दाने निकलना।

२. सभी के उत्तर सुनकर राजा पर हुआ परिणाम

उत्तर : राजा को बड़ी निराशा हुई।

३. दूसरी राजकुमारी का संदूकची में दाने रखने का परिणाम

उत्तर : दाने सड़ गए थे।

४. पहली राजकुमारी को कड़ककर पूछने का परिणाम

उत्तर : उसने सच्ची बात बता दी कि उसने दाने भंडार घर से लाए हैं। 

भाषाबिंदु

रचना के आधार पर विभिन्न प्रकार के तीन-तीन वाक्य पाठों से ढूँढकर लिखिए।
उत्तर :
(१) सरल वाक्य -
(i)वह सोचने लगा।
(ii) उसके चार बेटियाँ थीं।
(iii) इसे तुम अपने पास रखो।
(२) संयुक्त वाक्य -
(i) उसने दानों को भुनवाकर खा डाला और खेल में मग्न हो गई।
(ii) बड़ी राजकुमारी भंडार घर जाकर गेहूँ के दाने ले आई और राजा को दे दिए।
(iii) सभी को गेहूँ के सौ-सौ दाने दिए और का, “इसे तुम अपने पास रखो।”
मिश्र वाक्य :
(i) पाँच साल बाद जब मैं इन्हें मालूंगा; तब सब मुझे वापस कर देना।
(ii) राजा ने सोचा कि इन चारों में से जो सबसे बुद्धिमती होगी, उसे ही अपना राजपाट सौंपेगा।
(iii) पाँच साल बाद जब पिता जी ये दाने माँगेंगे; तब उन्हें वापस कर दूंगी।

चौथी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया? - chauthee raajakumaaree ne gehoon ke daanon ka kya kiya?

अपने आस-पास घटित चतुराई से सम्बंधित घटना लिखो ।

उत्तर : हमारे पड़ोस में आकाश नाम का लड़का रहता था। उसके माता-पिता दोनों ही सुबह अपने काम पर जाते थे। पाठशाला से आने के बाद आकाश दोपहर के समय अकेला ही रहता था । एक दिन दोपहर के समय आकाश अपने कमरे में बैठा पढाई कर रहा था । घर में अकेला होने के कारण घर में सन्नाटा था । अचानक उसे दुसरे कमरे से कुछ ख़ट –पट की आवाज सुनाई दी ।  आकाश चौकन्ना हो गया । कॉलोनी में चोरी की कई घटनाएँ वह सुन चुका था । वह धीरे से उठा और उसने अपने हाथ में बैट ले लिया । दरवाजा खोलकर चुपके से उसने दुसरे कमरे में देखा तो उसे दो लोगो की छाया दिखी । उसने बिना कोई आहट किए उस कमरे का दरवाजा बंद कर दिया । अब दोनों ही चोर कमरे में बंद हो गए । उसने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया और इसकी खबर दी । उसने अपने माता-पिता को भी इस बारे में फोन करके बताया। 

थोड़ी ही देर में पुलिस की गाड़ी आकाश के घर के सामने आकर रुकी । उसके माता – पिता भी घर आ गए थे । पुलिस ने दोनों चोरो को पकड़ लिया । इस तरह आकाश ने अपनी समझदारी और चतुराई से न केवल अपने घर को बचा लिया बल्कि उसने दो शातिर चोरो को भी पकड़वा दिया ।

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‘उत्तर भारत की नदियों में बारहो मास पानी रहता है’ इसके कारणों की जानकारी प्राप्त करके कक्षा में बताओ ।

उत्तर : उत्तर भारत की नदियों में बारहों मास पानी इसीलिए रहता है , क्योंकि वह सारी नदियां हिमालय से निकलती हैं । हिमालय पूरी तरह बर्फ का बना है। इसका यह सरल अर्थ है कि बर्फ हमेशा पिघलते जाएगा , और वह पानी के रूप में नदियों में बढ़ता जाएगा।

चौथी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया? - chauthee raajakumaaree ne gehoon ke daanon ka kya kiya?

भाषा की भिन्नता का आदर करते हुए कोई लोकगीत अपने सहपाठियों को सुनाओ :

उत्तर : लोकगीत 

            झिम्मा

रुणझूण पाखरा जा माझ्या माहिरा ।। हू हू ।।

तिथ घराचा दरवाजा । चंदनी लाकडाचा

पेशवाई थाटाचा । त्यावरी बैस जा ।। हू हू ।।

माझ्या माहिरा अंगणी । बघ फुलली निंबोणी

गोडी दारात पुरवणी । त्यावरी बैस जा ।। हू हू ।।

माझ्या माहिरीचा । त्यावरी बैस जा ।। हू हू ।।

माझ्या माहिरीचा । झोपाळा आल्याड बांधियला

फुलांनी गुंफियला । त्यावरी बैस जा ।। हू हू ।।

माझ्या माहिरी मायबाई । डोळे लावुनी वाट पाही

तिला खुशाली सांगाया जा । माझ्या माहिरी पाखरा जा ।। हू हू ।।

चौथी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया? - chauthee raajakumaaree ne gehoon ke daanon ka kya kiya?

अपने मित्र / सहेली को दीपावली की छुट्टियों में अपने घर निमंत्रित करने वाला पत्र लिखो

उत्तर :
गाँधी नगर
पुणे
दिनांक: १० सितंबर २०२२
प्रिय मित्र आकाश 
नमस्कार!
मैं यहाँ स्वस्थ और सानंद हूँ। आशा करता हूँ तुम भी स्वस्थ होंगे। पत्र लिखने का कारण यह है की दीपावली आनेवाली है और मै चाहता हु की तुम इस बार दीपावली हमारे साथ मनाओ
हमारी दीपावली की सारी तैयारिया हो चुकी है । कोरोना के इस महा संकट के ख़त्म होने के बाद इस साल मेरा परिवार यह त्यौहार धूम-धाम से मनाना चाहता है इस ख़ुशी के अवसर पर मेरे प्रिय मित्र तुम अगर मेरे साथ होंगे तो मेरी ख़ुशी दुगनी होगी । इसलिए मै तुम्हे इस बार दीपावली के इस सुनहरे अवसर पर यह त्यौहार मनाने के लिए अपने घर पर आमंत्रित करना चाहताहूँ।  ख़ुशी के इस अवसर पर तुमसे मिलना तो होगा ही साथ ही दोनों दोस्त पहली बार एक साथ त्योहार मनाएंगे।
आशा है तुम्हें मेरा सुझाव पसंद आएगा और तुम मेरा निमंत्रण जरूर स्वीकार करोगे। घर में सभी बड़ों को मेरा प्रणाम कहना और छोटों को प्यार।
तुम्हारा मित्र
अभिषेक

Extra questions :

प्रश्न १.एक वाक्य में उत्तर लिखो :
(१) राजा की कितनी बेटियाँ थी?
उत्तर : राजा की चार बेटियाँ थी
(२) एक दिन राजा ने क्या सोचा?
उत्तर : एक दिन राजा ने सोचा की चारो बेटियों में से जो सबसे बुद्धिमान होगी उसे ही राजपाठ सौपेगा
(३) राजा ने अपनी चारो बेटियों को क्या दिया?
उत्तर : राजा ने अपनी चारो बेटियों को गेहू के सौ – सौ दाने दिए
(४) पहली बेटी ने गेहू के दानो का क्या किया?
उत्तर : पहली बेटीने गेहू के दानो को खिड़की के बाहर फेक दिया
(५) दूसरी बेटी ने गेहू के दानो का क्या किया?
उत्तर : दूसरी बेटी ने दानो को चाँदी की एक डिब्बी में डालकर उसे मखमल के थैले में बंद करके सुरक्षा से अपनी संदूकची में डाल दिया
(६) तीसरी बेटी ने गेहू के दानो का क्या किया?
उत्तर : तीसरी बेटी ने अपने कमरे की खिड़की के पीछेवाली जमीन में गेहू के दाने बो दिए
(७) चौथी बेटी ने गेहू के दानो का क्या किया?
उत्तर : चौथी बेटी ने गेहू के दानो को भुनकर खा डाला


प्रश्न २. क्या राजा का निर्णय सही था? यदि हाँ, तो क्यों? – अपने विचार लिखिए।
उत्तर : हाँ, राजा का निर्णय सही था। उसने अपने राज्य के उत्तराधिकारी के तौर पर अपनी तीसरी बेटी का चयन किया, यह राजा का सही निर्णय था। राजा की तीसरी बेटी ने सौ गेहूँ के दानों को मिट्टी मे बो दिए थे। अब वे सौ दाने लाख-लाख दानों के रूप में खेत में झूम रहे थे। राजा की तीसरी बेटी चीजों का सही उपयोग करना जानती थी। उसके पास अक्लमंदी व समझदारी थी। उसके इस गुणों को राजा ने परखा। इसलिए वह भलीभांति जानते थे कि भविष्य में वह राज्य को ठीक से चला सकती है। इसी कारण उसने अपनी तीसरी बेटी को राज्य के उत्तराधिकारी के तौर पर चयनित किया।


प्रश्न ३. समानार्थी शब्द लिखिए।
(१) राजा - नृप
(२) हवा – वायु


प्रश्न ४. विलोम शब्द लिखिए।
(१) नगर xगाँव
(२) पास xदूर
(३) समय xअसमय
(४) बहुत x कम


प्रश्न ५. वचन बदलिए।
(१) डिब्बी - डिब्बियाँ
(२) दाना – दाने

प्रश्न ६. लिंग बदलिए।
राजकुमारी - राजकुमार
राजा - रानी

उत्तर लिखिए गेहूँ के दानों का चारों बहनों ने क्या किया?

बड़ी बहन ने उन दानों को खिड़की से बाहर फेंक दिया। दूसरी बहन ने दानों को चाँदी की एक डिब्बी में डालकर उसे मखमल के थैले में बंद करके सुरक्षा से अपनी संदूकची में डाल दिया। तीसरी बहन ने अपने कमरे की खिड़की के पीछेवाली जमीन में दाने बो दिए। चौथी बहन दानों को भुनवाकर खा गई।

राजा ने राजकुमारियों को गेहूं के कितने दाने दिए?

उसने दानों को भुनवाकर खा डाला और खेल में मग्न हो गई। बड़ी राजकुमारी भंडार घर जाकर गेहूँ के दाने ले आई और राजा को दे दिए। सभी को गेहूँ के सौ-सौ दाने दिए और का, “इसे तुम अपने पास रखो।”

तीसरी बेटी ने गेहूं के दानों का क्या किया?

3] तीसरी बहन ने गेहूं के दानों को खेत डाल दिया उससे समय पर अंकुर फूटे और अच्छी फसल निकल गयी।

दूसरी राजकुमारी ने गेहूँ के दानों का क्या किया?

राजा ने दूसरी राजकुमारी से पूछा - "तुम्हारे दाने कहाँ हैं ?" दूसरी राजकुमारी अपनी संदूकची में से मखमल के खोलवाली डिब्बी उठा लाई, जिसमें उसने गेहूँ के दाने सहेजकर रखे थे । राजा ने उसे खोलकर देखा - दाने सड़ गए थे । दाने बहुत अच्छे लगते हैं, सो मैं उन्हें भुनवाकर खा गई ।