तत्व यौगिक एवं मिश्रण भौतिक एवं रासायनिक अभिक्रियाएं धातु एवं अधातु-1 धातु एवं अधातु-2 प्रकाश लैंस विधुत धारा पारिस्थितिकी जन्तुओं का आर्थिक महत्त्व पोषक पदार्थ (विटामिन,प्रोटिन,वसा,खनिज,जल) पादपों का आर्थिक महत्त्व मानव तंत्रिका तंत्र(मस्तिष्क, मेरूरज्जु.......) अंतःस्त्रावी तंत्र(ग्रंथियां एवं हार्मोन्स) रक्त परिसंचरण तंत्र(हृदय, रक्त एवं रक्त वाहिनियां) मानव पाचन तंत्र उत्सर्जन तंत्र मानव रोग(कारक, कारण व निवारण) न्यूटन की गति के नियम अंतरिक्ष अनुसंधान कोशिका Show
विज्ञानतत्व यौगिक एवं मिश्रण भौतिक एवं रासायनिक अभिक्रियाएं धातु एवं अधातु-1 धातु एवं अधातु-2 प्रकाश लैंस विधुत धारा पारिस्थितिकी जन्तुओं का आर्थिक महत्त्व पोषक पदार्थ (विटामिन,प्रोटिन,वसा,खनिज,जल) पादपों का आर्थिक महत्त्व मानव तंत्रिका तंत्र(मस्तिष्क, मेरूरज्जु.......) अंतःस्त्रावी तंत्र(ग्रंथियां एवं हार्मोन्स) रक्त परिसंचरण तंत्र(हृदय, रक्त एवं रक्त वाहिनियां) मानव पाचन तंत्र उत्सर्जन तंत्र मानव रोग(कारक, कारण व निवारण) न्यूटन की गति के नियम अंतरिक्ष अनुसंधान कोशिकाPlease enable JavaScript सर आइजेक न्यूटन ने सबसे पहले 1687 में अपनी पुस्तक प्रिंसीपिया ( Principia ) में गति के नियमो ( Law of Motion ) को प्रतिपादित किया इसलिए इस वैज्ञानिक के सम्मान में गति के नियमों को न्यूटन के नियम कहा जाता है ! 1) गति का प्रथम नियम – ( जडत्व का नियम – Law of inertia )यदि कोई बस्तु विरामावस्था में है तो वह तब तक विराम की अवस्था में ही रहेगी जब तक उसपर बाहरी बल लगाकर गतिशील नहीं किया जायेगा और यदि कोई वस्तु गतिशील है तो उस पर बाहरी बल लगाकर ही विरामावस्था में पहुँचाया जा सकता है। न्यूटन के प्रथम नियम को जड़त्व का नियम (Law Of Inertia) भी कहा जाता है ! उदाहरण1. रूकी हुई गाड़ी के अचानक चलने पर उसमें बैठे यात्री पीछे की ओर झुक जाते है ! 2. पेड़ को हिलाने से उसके फल टूटकर नीचे गिर जाते है ! 2) गति का द्वितीय नियम – ( संवेग का नियम – Law of Momentum )वस्तु के संवेग (Momentum) में परिवर्तन की दर उस पर लगाये गये बल के अनुक्रमानुपाती (Directly Prepotional) होती है तथा संवेग परिवर्तन आरोपित बल की दिशा में ही होता है ! उदाहरण1. क्रिकेट खिलाड़ी तेजी से आती हुई गेंद को केंच करते समय अपने हाथों को गेंद के वेग को कम करने के लिए पीछे की ओर खीच लेता है। ताकि उसकेा चोट न लगे ! 3) गति का तीसरा नियम – ( क्रिया – प्रतिक्रिया का नियम Rule of Action and Reaction)इस नियम के अनुसार प्रत्येक क्रिया के बराबर तथा विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है ! इस नियम को क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम भी कहा जाता है ! उदाहरण1. बन्दूक से गोली छोड़ते समय पीछे की ओर झटका लगना ! 2. राँकेट का आगे बढ़ना! « Previous Next Chapter » ExamHere You can find previous year question paper and model test for practice. Current AffairsHere you can find current affairs, daily updates of educational news and notification about upcoming posts. चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। हाय स्टूडेंट्स न्यूटन की गति का प्रथम नियम के जड़त्व का नियम कहलाता है इस नियम के अनुसार प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिति में परिवर्तन का विरोध करते अर्थात जो वस्तु विराम अवस्था में है विराम अवस्था में रहना चाहती है और जो वस्तु गतिशील अवस्था में है वह गतिशील अवस्था में रहना चाहती है अर्थात उसकी भीड़ में या उसकी दिशा में परिवर्तन करने पर अपनी अवस्था में परिवर्तन का भी विरोध करती है और दिशा में परिवर्तन का भी विरोध करते हैं अर्थात हुए जरूरत रहना चाहती है और इसी नियम को न्यूटन के गति का प्रथम नियम या जड़त्व का नियम कहा जाता है जो कि बल्कि बल को परिभाषित करता है प्रताप गति का प्रथम नियम या जड़त्व का नियम बल को परिभाषित करता है hi students newton ki gati ka pratham niyam ke jadatva ka niyam kehlata hai is niyam ke anusaar pratyek vastu apni sthiti mein parivartan ka virodh karte arthat jo vastu viraam avastha mein hai viraam avastha mein rehna chahti hai aur jo vastu gatisheel avastha mein hai vaah gatisheel avastha mein rehna chahti hai arthat uski bheed mein ya uski disha mein parivartan karne par apni avastha mein parivartan ka bhi virodh karti hai aur disha mein parivartan ka bhi virodh karte hain arthat hue zarurat rehna chahti hai aur isi niyam ko newton ke gati ka pratham niyam ya jadatva ka niyam kaha jata hai jo ki balki bal ko paribhashit karta hai pratap gati ka pratham niyam ya jadatva ka niyam bal ko paribhashit karta hai हाय स्टूडेंट्स न्यूटन की गति का प्रथम नियम के जड़त्व का नियम कहलाता है इस नियम के अनुसार प 3 459This Question Also Answers: Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! गति का कौन सा नियम जड़त्व का नियम देता है?न्यूटन का प्रथम नियम पदार्थ के एक प्राकृतिक गुण जड़त्व को परिभाषित करता है जो गति में बदलाव का विरोध करता है। इसलिए प्रथम नियम को जड़त्व का नियम भी कहते है।
गति के द्वितीय नियम को क्या कहते हैं?2. गति का द्वितीय नियम (संवेग का नियम) न्यूटन के गति के द्वितीय नियम के अनुसार, किसी वस्तु के रेखीय संवेग में परिवर्तन की दर उस वस्तु पर लगाए गए बाह्य बल के अनुक्रमानुपाती होती है एवं संवेग परिवर्तन वस्तु पर लगाए गए बल की दिशा में ही होता है इसे गति का द्वितीय नियम कहते हैं एवं इस नियम को संवेग का नियम भी कहते हैं।
न्यूटन के द्वितीय नियम का उदाहरण क्या है?न्यूटन की गति के द्वितीय नियम के उदाहरण
जब खिलाड़ी अपने हाथ को पीछे की ओर ले जाकर गेंद को धीरे से पकड़े तब मंदन कम होगा अतः खिलाड़ी को गेंद पकड़ने में कम बल लाना पड़े और खिलाड़ी की हथेली में चोट लगने की सम्भावना नहीं रहेगी ।
जड़त्व के नियम का अन्य नाम क्या है?न्यूटन के प्रथम नियम को जड़त्व का नियम (Law Of Inertia) भी कहा जाता है ! 1. रूकी हुई गाड़ी के अचानक चलने पर उसमें बैठे यात्री पीछे की ओर झुक जाते है !
|