कई बार ऐसा होता है कि चलते-फिरते, उठते-बैठते या फिर सीढ़ियां चढ़ते-उतरते समय घुटने में चोट लग जाती है। खासकर, खिलाड़ियों को घुटने की चोट से ज्यादा जूझना पड़ता है। हालांकि, घुटने में चोट लगना कोई गंभीर विषय नहीं है, लेकिन कई बार चोट इतनी गहरी होती है कि उसके लिए घुटनों के दर्द की दवा लेनी पड़ती है। वहीं, कुछ लोगों को अर्थराइटिस के कारण भी घुटने का दर्द होता है। वहीं, इससे बचने के लिए घरेलू उपचार प्रभावी हो सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम कुछ ऐसे ही घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं। साथ ही आपको इसके इलाज से जुड़ी अन्य जानकारी भी यहां मिलेगी। Show
स्क्रॉल करें आइए, सबसे पहले जानते हैं कि घुटनों में दर्द होने के पीछे मुख्य वजह क्या है। विषय सूची
घुटनों में दर्द के कारण – Causes of Knee Pain in Hindiघुटनों के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ के लिए डॉक्टरी इलाज की जरूरत होती है, तो कुछ थोड़ी देखभाल और आराम करने से ठीक हो जाते हैं। जानते हैं घुटनों के दर्द के पीछे छुपे कुछ महत्वपूर्ण कारणों के बारे में (1) (2)। इसके बाद घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानकारी दी गयी है।
अंत तक पढ़ें आइए, अब जानते हैं कि घुटने में दर्द के लक्षण क्या-क्या हो सकते हैं। घुटने के दर्द के लक्षण – Symptoms of Knee Pain in Hindiघुटने में दर्द कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह ऊपर बताए गए घुटनों में दर्द के कारणों का एक लक्षण हो सकता है। हालांकि, इसके होने पर निम्नलिखित स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, जो कुछ इस प्रकार हो सकती हैं (1) –
अधिक जानकारी आगे है आर्टिकल के इस अहम हिस्से में जानिए कि घुटने के दर्द का इलाज कैसे किया जाए? घुटने के दर्द (जोड़ों का दर्द) का घरेलू इलाज – Home Remedies for Knee Pain in Hindi1. सेब का सिरकासामग्री :
प्रयोग की विधि :
कितनी बार करें :
कैसे है फायदेमंद : सेब के सिरके एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरा होता है, इसलिए इसे मांसपेशियों के दर्द और अर्थराइटिस से राहत देने में सहायक माना जा सकता है। इस गुण के कारण ही यह जोड़ों में दर्द व घुटने की सूजन को कम कर सकता है । घुटने के दर्द का इलाज करने के लिए इस विधि को अपना सकते हैं। 2. हल्दीसामग्री :
प्रयोग की विधि :
कितनी बार करें :
कैसे है फायदेमंद : घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज हल्दी की मदद से किया जा सकता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक प्रमुख तत्व पाया जाता है। यह एंटीइंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है। कुछ वैज्ञानिक शोधों में पाया गया है कि हल्दी के प्रयोग से जोड़ों के दर्द व घुटने की सूजन को कम किया जा सकता है (5) (6)। इसलिए, हल्दी के जरिए घुटने के दर्द और घुटने पर सूजन का इलाज किया जा सकता है। 3. अदरकसामग्री :
प्रयोग की विधि :
कितनी बार करें :
कैसे है फायदेमंद : अगर किसी को ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण घुटने में दर्द हो रहा है, तो इससे निपटने के लिए अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं (7)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) के अनुसार, अदरक में जिंजेरॉल पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम कर सकता है। यह घुटने के दर्द का उपाय हो सकता है। साथ ही इसे एनाल्जेसिक यानी दर्द को कम करने वाली जड़ी-बूटी भी माना गया है (8)। इसलिए, ऐसा कहा जाता है कि घुटने के दर्द का इलाज करने के लिए अदरक का प्रयोग कर सकते हैं। 4. लाल मिर्चसामग्री :
प्रयोग की विधि :
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कैसे है फायदेमंद : घुटने के दर्द का उपाय के रूप में लाल मिर्च भी कारगर हो सकती है। लाल मिर्च में कैप्साइसिन पाया जाता है, जो घुटनों के दर्द को ठीक करने का काम कर सकता है। कैप्साइसिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी व एनाल्जेसिक (दर्द कम करने वाले) गुण पाए जाते हैं, जो प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक यानी घुटनों के दर्द की दवा का काम कर सकते हैं (9)। इसलिए, घुटने के दर्द का इलाज लाल मिर्च से किया जा सकता है। 5. मेथी दानेसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : घुटने के दर्द का उपचार मेथी से संभव हो सकता है। मेथी दानों में लिनोलेनिक और लिनोलिक एसिड पाए जाते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी अर्थराइटिक प्रभाव डाल सकते हैं और घुटने के दर्द से राहत दे सकते हैं। इसके इस्तेमाल से घुटने की सूजन को कम किया जा सकता है (10)। मेथी दाने के इस्तेमाल से घुटने के दर्द का इलाज किया जा सकता है। 6. सेंधा नमकसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : सेंधा नमक में मैग्नीशियम और सल्फेट होता है, जो दर्द निवारक की तरह काम कर सकता है। खासकर, मैग्नीशियम सूजन को कम कर सकता है। यही कारण है कि घुटनों में दर्द होने पर सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह तरीका न सिर्फ सस्ता है, बल्कि आसान भी है (11)। सेंधा नमक से घुटने के दर्द का इलाज किया जा सकता है। 7. नींबूसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : नींबू में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो घुटनों की सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं (12)। वहीं, शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ जाने पर घुटनों में दर्द का कारण माने जाने वाले रोग पैदा हो सकते हैं, जैसे गाउट (13)। वहीं, नींबू पानी का सेवन करने से सीरम यूरिक एसिड में कमी आ सकती हैं। इसलिए, कहा जा सकता हैं नींबू यूरिक एसिड घटाकर, घुटने के दर्द में राहत दे सकता है (14)। 8. सरसों का तेलसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : घुटने पर सरसों का तेल लगाने से दर्द व सूजन से राहत मिल सकती है (15)। अगर घुटनों के दर्द का इलाज घर बैठे करना चाहते हैं, तो सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सरसों का तेल जोड़ों के दर्द में हल्की फुल्की राहत दे सकता है और साथ ही यह प्रभावित त्वचा को मुलायम भी बना सकता है (16)। 9. लहसुनसामग्री :
प्रयोग की विधि :
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कैसे है फायदेमंद : लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो घुटने के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है (17)। वहीं, एक शोध में जिक्र मिलता है कि लहसुन ऑस्टियोआर्थराइटिस से लक्षणों (जैसे जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन) में सुधार का काम कर सकता है (18)। अगर घुटने के दर्द का उपाय खोज रहे हैं, तो लहसुन का इस्तेमाल किया जा सकता है। 10. जैतून का तेलसामग्री :
प्रयोग की विधि :
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कैसे है फायदेमंद : जैतून के तेल में पॉलीफेनॉल्स जैसे हाइड्रॉक्सीटेरोसोल, टायरोसोल, ओलेओकैंथल और ओलेयूरोपिन जैसे कई बायोलॉजिकल तत्व होते हैं। ये सभी तत्व एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह घुटनों के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं (19)। इसलिए, घुटने के दर्द का उपाय व घुटने में दर्द का इलाज जैतून के तेल से किया जा सकता है। 11. नारियल तेलसामग्री :
प्रयोग की विधि :
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कैसे है फायदेमंद : नारियल तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। यही कारण है कि इसे लगाने से घुटनों में आई सूजन व दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है (20)। नारियल तेल के जरिए घुटने के दर्द का उपाय कर सकते हैं। साथ ही जोड़ों के दर्द का इलाज कर सकते हैं। 12. एसेंशियल ऑयल(क) पुदीने का तेलसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : पुदीने के तेल में मुख्य रूप से मेंथॉल पाया जाता है। मेंथॉल में प्राकृतिक रूप से एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसलिए, पुदीने का तेल घुटनों में होने वाले दर्द व सूजन से राहत दिला सकता है (21)। घुटनों के दर्द की दवा की जगह पुदीने के तेल का उपयोग कर सकते हैं। (ख) लोबान का तेलसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : लोबान के तेल में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है। इस लिहाज से यह घुटनों के दर्द में कारगर साबित हो सकता है। वैज्ञानिक अध्ययनों की मानें, तो लोबान ल्यूकोसाइट इलास्टेज (एक प्रकार का एंजाइम) को बाधित करके और ग्लाइकोसामिनोग्लाइकेन्स (खराब पॉलीसैकराइड तत्व) को कम करके जोड़ों में दर्द और सूजन की स्थिति को कम कर सकता है (22)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि लोबान का तेल घुटनों के दर्द की दवा के रूप में काम कर सकता है। 13. डंडेलियन की पत्तियांसामग्री :
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कैसे है फायदेमंद : घुटने के दर्द का उपचार में डंडेलियन पत्तियां मदद कर सकती हैं, क्योंकि यह एंटी-इंफ्लेमेटरी का प्रमुख स्रोत हैं। इसे उबाल कर पानी पीने से घुटनों के दर्द से आराम मिल सकता है (23)। घुटनों के दर्द की दवा के रूप में डंडेलियन की पत्तियां कारगर हो सकती हैं। इन्हें घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज माना जाता है। नोट : इसके साथ ही पारिजात / हरसिंगार की पत्तियां और फूल की चाय घुटने के दर्द को ठीक करने और नियंत्रित करने के लिए बहुत प्रभावी हो सकते है। 14. गर्म व ठंडी सिकाईसामग्री :
प्रयोग की विधि :
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कैसे है फायदेमंद : हॉट और कोल्ड पैक को एक के बाद एक प्रभावित जगह पर रखने से दर्द व सूजन से आराम मिल सकता है। जहां कोल्ड पैक दर्द वाली जगह को सुन्न कर देता है, वहीं हॉट पैक घुटनों में रक्त के प्रवाह को बढ़ा देता है (24)। इसे भी घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज माना जाता है। 15. विटामिन्सअगर घुटनों के दर्द से परेशान हो चुके हैं, तो अपनी डाइट में विटामिन-डी और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इससे दर्द से काफी हद तक राहत मिल सकता है। विटामिन-डी से हड्डियां मजबूत होती हैं, जबकि विटामिन-सी से शरीर में कोलेजन का निर्माण होता है (25) (26)। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन होता है, जो कार्टिलेज में पाया जाता है (27)। शरीर में विटामिन की पूर्ति के लिए दूध, पनीर, अंडे, सिट्रस फल, ब्रोकली व हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन किया जा सकता है। अधिक जानकारी आगे है घरेलू उपचार के बाद आइए जानते हैं कि घुटने के दर्द का इलाज क्या हो सकता है? घुटने के दर्द का इलाज – Treatments for Knee Pain in Hindiकई बार घुटने के दर्द की समस्या गंभीर हो जाती है और घरेलू नुस्खों से स्थिति में कोई सुधार नहीं आता। ऐसे में डॉक्टर को दिखाना जरूरी है। घुटने के दर्द का इलाज करते समय डॉक्टर नीचे लिखी प्रकिया अपना सकते हैं (1)।
घुटने के दर्द का इलाज, घुटने में दर्द के कारण पर निर्भर करता है। एक बार कारण मालूम होने पर डॉक्टर नीचे लिखे ट्रीटमेंट शुरू कर सकते हैं (28) – दवाएं : घुटने के दर्द के लिए डॉक्टर दर्द निवारक व संक्रमण के लिए एंटी बायोटिक जैसी दवाएं दे सकते हैं। घुटने में दर्द की समस्या अगर किसी पोषक तत्व की कमी के कारण हो, तो उस तत्व की पूर्ति के लिए संबंधित सप्लीमेंट भी दिए जा सकते हैं। थेरेपी : घुटनों के दर्द के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी कराने की सलाह भी डॉक्टर दे सकते हैं। इस थेरेपी का उद्देश्य घुटने की हड्डी और मांसपेशियों को मजबूत बनाना हो सकता है। इंजेक्शन : घुटनों के दर्द की समस्या से निपटने के लिए दो तरह के इंजेक्शन लगाए जा सकते हैं –
घुटने की सर्जरी : बहुत गंभीर मामलों में डॉक्टर सर्जरी की राह सुझाते हैं। घुटनों के दर्द से निजात देने के लिए नीचे लिखी सर्जरी अपनाई जाती हैं।
पढ़ते रहें लेख के अगले हिस्से में जानते हैं घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए कौन-कौन से योगासन अपनाए जा सकते हैं। घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए योगासनघुटने के दर्द से राहत पाने में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आइए जानते हैं दो प्रमुख आसनों के बारे में जो घुटनों के दर्द से निजात दिला सकते हैं, लेकिन हम सलाह देते हैं कि इनका अभ्यास विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें। अगर घुटनों की समस्या गंभीर है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही योगाभ्यास अपनाएं। 1. भुजंगासन :Shutterstock भुजंगासन करने के बहुत से लाभ हो सकते हैं, जिसमें से एक है घुटने के दर्द से राहत देना। वैज्ञानिक शोध भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि भुजंगासन का नियमित अभ्यास घुटने के दर्द से राहत दे सकता है (33)। भुजंगासन कैसे करें? भुजंगासन को नीचे बताए गए तरीके से किया जा सकता है :
2. पश्चिमोत्तानासन :Shutterstock पश्चिमोत्तानासन उन आसनों में शामिल है, जो घुटनों के दर्द से राहत दे सकते हैं। यह फिजियोथेरेपी के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है और दर्द से राहत देने में मदद कर सकता है। साथ ही यह घुटने की सर्जरी के बाद की स्थिति में भी सुधार कर सकता है, लेकिन ऑपरेशन के बाद इसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है (34)। पश्चिमोत्तानासन कैसे करें? पश्चिमोत्तानासन को नीचे बताए गए तरीके से किया जा सकता है :
पढ़ते रहें आइए, अब जानते हैं कि घुटने के दर्द में डॉक्टर से सलाह कब लेनी चाहिए? डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?अगर लगातार घुटनों में दर्द बना हुआ है और नीचे लिखे लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से सलाह लेना सही रहेगा (1) –
अंत तक पढे़ें अब जानते हैं घुटने के दर्द के लिए कुछ और उपाय। घुटने के दर्द के लिए कुछ और उपाय – Other Tips for Knee Pain in Hindiएक्सरसाइज : नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। ध्यान रहे कि एक्सरसाइज करने से पहले वॉर्मअप जरूर करें, वरना दर्द कम होने की जगह बढ़ सकता है। साथ ही गलत एक्सरसाइज करने से भी दर्द बढ़ सकता है। इसलिए, बेहतर यही होगा कि किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही एक्सरसाइज करें। प्रतिदिन व्यायाम करने से घुटने के दर्द का उपाय किया जा सकता है। मालिश : अरोमाथेरेपी (खुशबूदार तेल) की मालिश से घुटने के दर्द, सुबह-सुबह होने वाली कठोरता और शारीरिक कामकाज की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। इससे घुटनों में आई सूजन धीरे-धीरे कम होने लगती है और दर्द से भी आराम मिल सकता है (35)। सही मुद्रा : गलत तरीके से उठने-बैठने या फिर चलने-फिरने से भी घुटनों में दर्द हो सकता है। इसलिए, अपने शरीर की सही मुद्रा का ध्यान रखें। अधिक आराम : दिनभर में जरूरत से ज्यादा आराम करने से मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। इससे घुटनों व अन्य जोड़ों में दर्द शुरू हो सकता है। RICE का रखें ध्यान : घुटनों या जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को R-रेस्ट, I-आईस, C-कंप्रेशन व E-एलिवेशन का पालन करने की सलाह दी जाती है। पहले कुछ देर रेस्ट करें, ताकि घुटने को आराम मिल सके। फिर उस पर कुछ देर आईस रखें, ताकि दर्द व सूजन कम हो। इसके बाद कंप्रेशन बैंडेज घुटनों पर लपेटें और घुटने को थोड़ा ऊपर रखें। यह लिगामेंट चोट को आराम पहुंचा सकता है (36)। एक्यूपंक्चर : यह चाइनीज पद्धति कारगर साबित हो सकती है। इसमें शरीर के कुछ निश्चित पॉइंट्स पर सुइयां चुभाई जाती हैं, जिससे दर्द से आराम मिल सकता है। क्या खाएं : घुटनों के दर्द या फिर गठिया रोग से परेशान लोगों के लिए कोई निश्चित डाइट चार्ट नहीं है। फिर भी कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिनके सेवन से दर्द व सूजन कम हो सकती है। इनके बारे में हम यहां बता रहे हैं (37):
क्या न खाएं : अधिक नमक, तली-भूनी व मिर्च-मसाले वाली चीजें, अधिक मीठा व सोडा आदि का सेवन न करें। साथ ही शराब व धूम्रपान से भी दूरी बनाए रखें। पढ़ते रहें आगे जानिए घुटनों में दर्द से बचाव कैसे किया जा सकता है। घुटनों में दर्द से बचाव – Prevention Tips for Knee Pain in Hindiघुटनों में दर्द से बचाव के लिए नीचे लिखे टिप्स अपनाने चाहिए, इन्हें अपनाने से घुटनों में दर्द का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है। संतुलित वजन : वजन जरूरत से ज्यादा होने पर मांसपेशियों व हड्डियों पर असर पड़ता है। इस कारण से भी घुटनों व अन्य जोड़ों में दर्द हो सकता है। इसलिए, अपने वजन को संतुलित रखें। पानी : दिनभर में कम से कम आठ-दस गिलास पानी जरूर पिएं। इससे शरीर में जमे विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल जाएंगे। पौष्टिक आहार : पोषक तत्वों से युक्त आहार का सेवन करें, ताकि मांसपेशियों व हड्डियों को जरूरी कैल्शियम, विटामिन्स व प्रोटीन मिलते रहें। जूते व चप्पल : हमेशा आरामदायक जूते व चप्पल पहनें। इन्हें पहनकर अहसास होना चाहिए कि पैरों के नीचे कुशन हैं। इससे घुटनों के जोड़ों पर किसी तरह का अतिरिक्त जोर नहीं पड़ता है। एक्टिव रहें : पर्याप्त आराम के साथ-साथ काम करते रहना भी जरूरी है। शरीर के गतिशील रहने से हड्डियां व मांसपेशियां बेहतर तरीके से काम कर पाती हैं। घुटनों व जोड़ों का दर्द आपके जीवन की रुकावट नहीं बन सकता। इससे बचने के लिए आप न सिर्फ स्वस्थ दिनचर्या का पालन करें, बल्कि पौष्टिक आहार का भी सेवन करें। वहीं, अगर आपको किसी भी तरह की तकलीफ महसूस होती भी है, तो इस आर्टिकल में बताए गए उपचारों से उसे दूर कर सकते हैं। अगर समस्या गंभीर है, तो आप बिना देरी के अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें। हमें उम्मीद है कि इन घरेलू उपचारों से आपको जरूर फायदा होगा। अक्सर पूछे जाने वाले सवालक्या साइकिलिंग करना घुटनों के दर्द के लिए अच्छा होता है? हां, साइकिलिंग करना घुटने के दर्द के लिए एक अच्छा व्यायाम है। शोध ये कहते हैं कि स्टेशनरी साइकिलिंग करने से घुटने के दर्द को कम किया जा सकता है। यह व्यायाम करने की क्षमता भी बढ़ाता है (39)। क्या काइनेसियोलॉजी टेप घुटने के दर्द में कारगर है? हां, दर्द को कम करने और घुटने की कार्यक्षमता को बढ़ाने में काइनेसियोलॉजी टेप कारगर हो सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों को दर्द से राहत देने के लिए काइनेसियोलॉजी टेप थेरेपी लाभदायक हो सकती है (40)। घुटने का दर्द ठीक होने में कितना समय लगता है? यह घुटने के दर्द के कारण यानी दर्द के पीछे छिपी बीमारियों पर निर्भर करता है। हल्की फुल्की चोट के कारण दर्द हो तो वो 1 हफ्ते में ठीक हो जाता है, जबकि गठिया, फ्रैक्चर और ऑपरेशन के बाद कई महीने तक दर्द बना रह सकता है। कई बार इलाज के अभाव में घुटनों का दर्द जीवन भर परेशानी का कारण भी बन सकता है। गर्भावस्था के दौरान घुटनों में दर्द क्यों होता है? वैज्ञानिक शोध के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में घुटने के दर्द की समस्या शरीर के वजन में वृद्धि के कारण हो सकती है। शरीर का बढ़ता वजन घुटने के दर्द के लिए एक जोखिम कारक माना जा सकता है (41)। घुटनों के दर्द से छुटाकारा कैसे मिल सकता है? घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए उचित खान-पान और व्यायाम करना बहुत जरूरी है। ऊपर लिखे नुस्खे भी दर्द से निजात दिला सकते हैं। आराम न होने की स्थिति में किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। क्या घूमना, घुटनों के दर्द में लाभ देता है? 30 मिनट या उससे अधिक घूमना, दर्द से पीड़ित व्यक्ति के घुटनों पर जोर डाल सकता है, जबकि मिले जुले व्यायाम अच्छे परिणाम दे सकते हैं। इसलिए, केवल टहलने से अच्छा है कि मिली जुली एक्सरसाइज की जाए (42)। क्या घुटनों का दर्द अपने आप चला जाता है? छोटी मोटी चोट लगने पर दर्द अपने आप ठीक हो सकता है, लेकिन अगर लगातार दर्द बना रहे, तो यह अंदरूनी क्षति की ओर इशारा करता है। शोध कहते हैं कि घुटने में पाए जाने वाले खास ऊतक (कार्टिलेज) अन्य शारीरिक उतकों की तरह अपने आप ठीक नहीं होते हैं, इसलिए घुटनों में दर्द लगातार बना रह सकता है(43)। क्या सीढ़ियां चढ़ना घुटनों के लिए हानिकारक है? एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सीढ़ियां चढ़ना हानिकारक नहीं है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति घुटने की किसी समस्या से जूझ रहा है, तो उसे थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। शोध ये कहते हैं की सीढ़िया चढ़ना, टिबोफेमोरल जॉइंट (घुटने के जोड़) पर भार बढ़ाता है। यह ऑस्टियोआर्थराइटिस का जोखिम पैदा कर सकता है, इसलिए अगर किसी के घुटने में तकलीफ है, तो उसे डॉक्टर से सलाह लेकर ही सीढ़ियों का उपयोग करना चाहिए (44)। क्या मुझे घुटनों के दर्द के लिए ग्लुकोसेमाइन सप्लिमेंट लेना चाहिए? शोध के अनुसार, ग्लूकोसामाइन सप्लिमेंट, एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) या नॉनस्टेरॉइडल एंटी इन्फ्लामेट्री दवा के रूप में परिणाम दे सकता है और इसका कोई दुर्लभ या प्रतिकूल प्रभाव नहीं है। फिर भी इसका सेवन अपने आप न करें, डॉक्टर ही ये बता सकते हैं कि ग्लुकोसेमाइन सप्लिमेंट लेने की जरूरत है या नहीं (45)। मैं ये कैसे पता करूं कि मेरे घुटनों का दर्द गंभीर हैं या नहीं? अगर किसी व्यक्ति के घुटनों में एक हफ्ते से ज्यादा दर्द बना रहता है, तो उसे डॉक्टर की दिखाना चाहिए। डॉक्टर एक्स-रे और खून की जांच करके यह बता सकते हैं कि घुटनों का दर्द गंभीर है या नहीं। घुटनों के दर्द में आराम पाने के लिए मैं क्या कर सकता हूं? घुटनों के दर्द से तुरंत आराम पाने के लिए सिकाई करें। इसके अलावा, घुटनों के दर्द से आराम पाने के लिए अन्य क्या प्रक्रिया अपनाई जा सकती, वह लेख में विस्तार से बताई गयी है। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.
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