मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?

एक मेढक पेड़ की चोटी पर चढ़ने का सोचता है और आगे बढ़ता है बाकी के सारे मेंढक शोर मचाने लगते हैं "ये असंभव है.. आज तक कोई...

Posted by आध्यात्मिक कहानियां on Monday, July 11, 2016

मेंढक उभयचर वर्ग का जंतु है जो पानी तथा जमीन पर दोनों जगह रह सकता है। यह एक शीतरक्ती प्राणी है अर्थात् इसके शरीर का तापमान वातावरण के ताप के अनुसार घटता या बढ़ता रहता है। शीतकाल में यह ठंडक से बचने के लिए पोखर आदि की निचली सतह की मिट्टी लगभग दो फुट की गहराई तक खोदकर उसी में पड़ा रहता है। यहाँ तक कि कुछ खाता भी नहीं है। इस क्रिया को शीतनिद्रा या शीतसुषुप्तावस्था कहते हैं। इसी तरह की क्रिया गर्मी के दिनों में होती है। ग्रीष्मकाल की इस निष्क्रिय अवस्था को ग्रीष्मसुषुप्तावस्था कहते हैं।

मेंढक के चार पैर होते हैं। पिछले दो पैर अगले पैरों से बड़े होतें हैं। जिसके कारण यह लम्बी उछाल लेता है। अगले पैरों में चार-चार तथा पिछले पैरों में पाँच-पाँच झिल्लीदार उँगलिया होतीं हैं, जो इसे तैरने में सहायता करती हैं। मेंढकों का आकार ९.८ मिलीमीटर (०.४ ईन्च) से लेकर ३० सेण्टीमीटर (१२ ईन्च) तक होता है। नर साधारणतः मादा से आकार में छोटे होते हैं। मेंढकों की त्वचा में विषग्रन्थियाँ होतीं हैं, परन्तु ये शिकारी स्तनपायी, पक्षी तथा साँपों से इनकी सुरक्षा नहीं कर पाती हैं।

भेक या दादुर (टोड) तथा मेंढक में कुछ अंतर है जैसे दादुर अधिकतर जमीन पर रहता है, इसकी त्वचा शुष्क एवं झुर्रीदार होती है जबकि मेंढक की त्वचा कोमल एवं चिकनी होती है। मेंढक का सिर तिकोना जबकि टोड का अर्द्ध-वृत्ताकार होता है। भेक के पिछले पैर की अंगुलियों के बीच झिल्ली भी नहीं मिलती है। परन्तु वैज्ञानिक वर्गीकरण की दृष्टि से दोनों बहुत हद तक समान जंतु हैं तथा उभयचर वर्ग के एनुरा गण के अन्तर्गत आते हैं। मेंढक प्रायः सभी जगहों पर पाए जाते हैं। इसकी ५००० से अधिक प्रजातियों की खोज हो चुकी है। वर्षा वनों में इनकी संख्या सर्वाधिक है। कुछ प्रजातियों की संख्या तेजी से कम हो रही है।

शुभ होती है मेंढक की आवाज

मेंढक से जुड़े तथ्य और मिथक

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?

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ऋग्वेद में मंडूक को मांगलिक तथा शुभ माना गया है। एक वर्ष का व्रत करने वाले साधकों की भांति सुप्त मेंढक बरखा के लिए प्रसन्नतादायक आवाज करते हैं।

सूखे चमड़े की भांति सरोवर में सुप्त मेंढक वृष्टि होने पर बछड़े वाली धेनु की भांति शब्द करता है।

मेंढक की ध्वनि को वर्षासूचक होने से धेनु के रम्भाने के समान मांगलिक माना गया है।

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?

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इसके अतिरिक्त अतिरात्र नामक सोम यज्ञ में ऋषियों की भांत‍ि सरोवर में मेंढक की मांगलिक ध्वनि स्वीकार की गई है, जो समृद्धि के प्रतीक के रूप में मानी गई है।

धेनु की भांति शब्द करने वाले मेंढकों, बकरे की भांति शब्द करने वाले मेंढकों, भूरे रंग वाले (धूम्र वर्ण) मेंढकों और हरे रंग के मेंढकों से धन देने की प्रार्थना की गई है।

वर्षा ऋतु में मेंढक गणों को असंख्य गौए देने वाला, सहस्र वनस्पतियों तथा आयुध को बढ़ाने वाला माना गया है अर्थात् मेंढक की ध्वनि वर्षासूचक, मांगलिक ध्वनि के रूप में हमेशा से मान्य रही है।

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धर्म डेस्क: वस्तुशास्त की मानें तो घर में मेंढक का आना शुभ होता हैं। क्यों की मेंढक सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता हैं। मेंढक की आबाज भी इंसान के लिए बहुत लाभकारी होता हैं। इससे जीवन में खुशहाली आती हैं और कष्टों से मुक्ति मिलती हैं।

घर में मेंढक आना होता है शुभ, साथ लाती है बरकत।

1 .घर में मेंढक की मौजूदगी धन-समृद्धि की भी वर्षा करती है। ये अपने साथ घर में बरकत ले कर आती हैं।

2 .ऋग्वेद में मेंढक को मांगलिक तथा शुभ माना गया है। इससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती हैं।

3 .घर में मेंढक का आना शांति का प्रतीक हैं।

Motivational Speech in Hindi : दोस्तों मनुष्य की जिंदगी में सुख और दुख हमेशा साथ साथ चलते हैं व्यक्ति, को सभी तरह के समय के लिए तैयार रहना चाहिए लेकिन दुख के समय में कई लोग बुरी तरह टूट जाते हैं, और आगे बढ़ने की उम्मीद छोड़ देते हैं।

दोस्तों जब आप संघर्ष कर रहे होते हैं तो रास्ते मे बहुत सारे उतार चढ़ाव आते हैं। लेकिन इन उतार से जो व्यक्ति डर जाता है वह कभी आगे नही बढ़ पाता और जो ऐसे समय में धैर्य बनाए रखते हुए आगे बढ़ता रहता है वह जीवन में कभी असफल नही हो सकता।

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?

अधिकांश लोग नए काम की शुरुआत बड़े उत्साह के साथ करते हैं। लेकिन अगर आपके द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर सफलता नहीं मिलती है, तो कुछ समय बाद सारा उत्साह खत्म होने लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण उदासीनता यानी अपने आप में प्रेरणा की कमी है।

काम चाहे छोटा हो या बड़ा उसे अच्छे से पूरा करने के लिए काफी मोटिवेशन की जरूरत होती है। आजकल की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए आज हम कुछ motivational speech in hindi, short motivational speech in hindi, motivational thoughts in hindi, प्रेरणादायक स्पीच लेकर आए हैं जिनके द्वारा आप किसी व्यक्ति अथवा छात्र के जीवन में उजाला ला सकते हैं।

Page Contents

  • Motivational speech in hindi प्रेरणादायक भाषण हिंदी में –
  • Motivational speech for students in hindi विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादयक भाषण –
  • Motivational speech in hindi for success – सफलता के लिए प्रेरणादायक भाषण
  • Best motivational speech in hindi मोटिवेशनल स्पीच – 
  • Conclusion निष्कर्ष –

Motivational speech in hindi प्रेरणादायक भाषण हिंदी में –

सभी आदरणीय अतिथियों, सम्मानीय शिक्षक गण और मेरे प्यारे मित्रों सभी को मेरा नमस्कार।

आप सभी ने इस मौके पर मुझे छात्रों के लिए प्रेरणादायक भाषण देने का मौका दिया, इसके लिए मै आप सभी का आभार प्रकट करती हूं । अपने भाषण की शुरुआत में भारत के पूर्व राष्ट्रपति माननीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी के द्वारा कहे गये शब्दों से करती हूँ-

इंतज़ार करने वालों को उतना ही मिलता है जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?
motivational speech in hindi for success

सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं। और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सच्चा दृढ़ संकल्प लेते हैं और इसके लिए वे लगातार प्रयास करते रहते है।

किसी भी सफलता की शुरुआत कोशिश करने से ही होती है। इसी बात पर एक बार चन्द्रगुप्त ने चाणक्य से पूछा “अगर किस्मत पहले लिखी जा चूकी है तो कोशिश करने से क्या मिलेगा” इस पर चाणक्य ने जवाब दिया “क्या पता किस्मत में लिखा हो कोशिश करने से ही मिलेगा” इसीलिए हम भी कहते है सफल होना है तो कोशिश तो करनी ही पड़ेगी।

अक्सर कोई भी काम शुरू करने से पहले लोग उसके फायदे, नुकसान, परिणाम, आदि के बारे में सोचने लगते हैं और जब वे ऐसा करते हैं तो हम एक कदम आगे बढ़ने से पहले ही खुद को पीछे धकेल देते हैं क्योंकि आपको कुछ नया मिलता है।

अगर आप काम पर जाते हैं तो आपको जरूर लगेगा कि आप यह नहीं कर सकते या ऐसा करना आपके बस की बात नहीं है और जब आप लोगों के सामने इस पर चर्चा करते हैं तो लोग आपका मजाक उड़ाने लगते हैं।

हमें इन सब बातों को नजरअंदाज कर अपनी मंजिल की ओर बढ़ना है। इसलिए सभी छात्रों को भी अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर होना चाहिए।

तभी वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जो छात्र पूरी साल मेहनत, लगन और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं। वो ही क्लास में टॉप करते हैं।

वहीं जिन छात्रों को पढ़ाई करने से डर लगता है अथवा यह सोचते हैं कि वे फेल हो जाएंगे और इसलिए मेहनत नहीं करते तो उनका ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्योंकि किसी काम को करने के लिए प्रयास करने और विश्वास रखने की जरूरत होती है।

इसलिए सभी छात्रों को एक ध्येय बनाना चाहिए और उसे पाने के लिए बिना रुके तब तक प्रयास करते रहना चाहिए जब तक की उसे पा नहीं लें।

हर व्यक्ति के अंदर पॉज़िटिव एनर्जी भरी होती है जैसे कोल्ड्रींक की बॉटल के अंदर कोल्डद्रिंक भरी होती है मगर आप जब तक ढक्कन खॉलोगे नही तब तक वो बहार नही आ पाती।

इसी तरह जब तक आप अपने अंदर की एनर्जी को बाहर नही आने दोगे तब तक सफल नही हो सकते ह्मे।

कुछ भी करने से पहले यही डर लगता है की लोग क्या कहेंगे या हम सफल होंगे या नही अगर व्यक्ति सफल और असफल होने का डर मन से निकाल दे तो उससे आगे बढ़ने से कोई रोक नही सकता।

Failure के बिना Success की कहानी अधूरी होती है किसी भी महान व्यक्ति की success journey को देखलो बिना failure कोई भी आगे नही बढ़ा है। इसीलिए कहा जाता है कि

“failure is not different from success, failure is a part of success journey”

इसीलिए बिना किसी परिणाम की परवाह किए हमे अपना कार्य करते रहने चाहिए और अपने लक्ष्य को दृढ़ रखान चाहिए। अंतः सफलता प्राप्त होके ही रहेगी| इसी के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूँ इन शब्दों के साथ।

कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों

Motivational speech for students in hindi विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादयक भाषण –

1. जीवन एक बहुत ही मूल्यवान उपहार है जो हमें ईश्वर द्वारा दिया गया है इसलिए हमें अपने जीवन का अच्छी तरह से निर्वहन करना है। और इस तरह का एक अनमोल उपहार देने के लिए ईश्वर को शुक्रिया कहना चाहिए।

2. हमारा जो जीवन है वो बहुत कठिनाइयों से बना है। जीवन में कठिनाइयां आती रहती है लेकिन अगर हम कठिनाइयों से डरने के बजाय सीखने लगे तो जीवन अपने आप ही आनंदमय हो जाएगा।

3. अपने जीवन में हमें किसी भी व्यक्ति को छोटा नहीं समझना चाहिए। हर व्यक्ति के अंदर एक काबिलियत होती है। फिर वह कोई छोटा हो या बड़ा हो बस देर है तो सिर्फ अपनी काबिलियत को पहचानने नहीं।

4 अपने आप से कंपटीशन करो। आप कुछ दिन बाद ही बेहतर से बेहतर रिजल्ट पाओगे।

5. हमारा हर एक सपना पूरा हो सकता है अगर हम पूरी मेहनत से को पाने में लग जाएं।

6. अपने आप पर भरोसा रखो दुनिया झुकाने की ताकत तुम में भरपूर है।

7. किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए के उसके छोटे-छोटे टारगेट बनाओ। और उसे पाने में दिन रात एक कर दो।सफलता 1 दिन आपके कदम जरूर चूमेगी।

8. मोटिवेशन किसी को देखने से नहीं अपने अंदर की शक्ति को पहचानने से मिलता है।

9. अगर आपके रास्ते की राह कठिन है तो समझ लेना आप सही रास्ते पर हो और आपकी मंजिल अब नजदीक है।

10 जिस दिन आपने बहाना मारना छोड़ दिया।उस दिन सफलता की पहली सीढ़ी पर आपने पैर रख दिया।

Motivational speech in hindi for success – सफलता के लिए प्रेरणादायक भाषण

सभी आदरणीय अतिथियों, सम्मानीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे मित्रों सभी को मेरा नमस्कार।

आप सभी ने इस मौके पर मुझे छात्रों के लिए प्रेरणादायक भाषण देने का मौका दियाए इसके लिए मै आप सभी का आभार प्रकट करती हूं आज के अपने भाषण की शुरुआत में इस पंक्ति से करूँगी की

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?
best motivational speech in hindi for students

▪ Motivational DP
▪ UPSC मोटिवेशनल कोट्स
▪ मोटिवेशनल कोट्स
▪ मोटिवेशनल शायरियां
▪ वाइफ बर्थडे विशेस
▪ मृत्यु के बाद शोक संदेश

ज़िन्दगी की कठनाइयों से भाग जाना आसान होता है,
जिंदगी में हर पहलू इम्तेहान होता है,
डरने वालो को नही मिलता कुछ ज़िन्दगी में,
लड़ने वालों के कदमो में जहांन होता है.

“मैदान से हारा हुआ इंसान तो फिर से जीत सकता है लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता इसलिए मन से कभी हार मत मानना”

इसी प्रकार स्वामी  विवेकानंद ने भी कहा था कि

“उठो, जागो और अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक मत रूको”

दोस्तों सफलता असफलता सोच और आपके जीवन जीने के तरीको पर भी निर्भर करता है क्योंकि जिंदगी तो हर कोई जीता है। लेकिन जिंदगी जीने का सबका अलग अलग तरीका होता है।

अगर परिणाम के डर से लोग कार्य करना ही बंद कर दें तो ये जीवन कैसे चलेगा। अगर नदी ये सोच के बहना बंद करदे की उसके रास्ते में बहुत सी रुकावटें आएँगी तो वह अपनी मंज़िल (सागर से मिलन) को कैसे प्राप्त करेगी।

यदि नदी बहना बंद कर दे तो रुक कर वह मात्र एक तालाब बन कर रह जाएगी और धीरे धीरे सुख जाएगी। दोस्तों हमारी लाइफ में भी सफलता के लिए एक लक्ष्य होना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति तक हमे बिना रुके परिश्र्म करते रहना चाहिए।

यदि तुम रुके तो असफलता निश्चित है। लक्ष्य की प्राप्ति की राह में बहुत सी रुकावटें आएँगी मगर हमे डरना नही है।

“हम तब तक नही हारते जब तक हम कोशिश करना नहीं छोड़ते” अल्बर्ट आइंस्टीन

कामयाब होना कोई असम्भव चीज नहीं है। हम तब तक नही हारते जब तक हम कोशिश करना नहीं छोड़ते “अल्बर्ट आइंस्टीन” बस ज़रूरत है तो सफलता के मूल मंत्रों को अपने भीतर विकसित करने की।

आपके व्यक्तिव मैं सच्चाई होना ज़रूरी है। दूसरों के प्रति ईमानदारी रखें साथ ही अपने लक्ष्य के प्रति भी। दूसरों की बात ध्यान से सुनना एक प्रकार की कला है। इसलिए जब भी आप किसी से बातें करे तो सिर्फ अपना ही पक्ष न रखें बल्कि दूसरों को भी बोलने का मौका दे उसकी बाते धैर्य से सुनें।

दार्शनिक जिद्दू कृष्णमूर्ति कहते है “हम जितना सुनते है उतना सीखते हैं ।

दोस्तों सफलता पाने के लिए हर किसी को कड़ी मेहनत संघर्ष और कई असफलताओं से गुजरना पड़ता है। ऐसे कम लोग होते हैं जिन्हें बिना मेहनत और संघर्ष के ही अपनी मंजिल मिल जाती है।

हर किसी के पास अपना अलग सामर्थ्य और काबिलियत होती है। कोई छात्र पढ़ाई में अव्वल होता है। तो कोई छात्र स्पोटर्स्, म्यूज़िक, डांस आदि क्षेत्रों में आगे होता है, जरूरी नहीं कि आप भी अपने क्लास में टॉपर की तरह 95 फीसदी अंक लाओ तभी आपका भविष्य संवर सकता है।

आप जिस field मैं अपना करियर बनाना चाहते हैं बस उस दिशा में 100% प्रयास करना चाहिए। जब तक कोई कार्य शुरू नही होता तब तक असंभव लगता है दोस्तों याद रखो संघर्ष की राह पर आपको अकेले ही चलना है सफलता प्राप्ति के बाद बहुत से साथी मिल जाते हैं।

साथियों सफलता की राह में हमे बहुत सी रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन इन सब से डर कर रुकना नही है। अर्जुन की तरह अपनी आँख निशाने पर रखो मतलब हमे अपने लक्ष्य के अलावा कुछ नही दिखना चाहिए। बहुत से लोग तुम्हे डरने का प्रयास करेंगे मगर हमे उन सब सब को भूल कर आगे बढ़ते रहना है।

पानी को बर्फ में बदलने में वक्त लगता है, ढ़ले हुए सूरज को निकलने में वक्त लगता है

थोड़ा धीरज रख, थोड़ा और जोर लगाता रह, किस्मत के जंग लगे दरवाजे को खोलने में थोड़ा वक्त लगता है ।

फिलहाल, हम सभी को हमने काम के प्रति ईमानदार रहना चाहिए और एक सच्चे दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए, तभी हम अपनी जिंदगी में सफल हो सकते हैं और सफलता की नई ऊंचाइयों को हासिल कर सकते हैं, वहीं इस भाषण को मैं डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के द्धारा कहे गए एक प्रेरक वाक्य के माध्यम से विराम देना चाहूंगी।

तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पर ना पहुँच जाओ, यही तुम अद्वितीय हो तो ज़िन्दगी में एक लक्ष्य रखो ,लगातार ज्ञान प्राप्त करो ,कड़ी मेहनत करो और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ़ रहो।

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Best motivational speech in hindi मोटिवेशनल स्पीच – 

मेंढक के चिल्लाने से क्या होता है? - mendhak ke chillaane se kya hota hai?
success motivational speech in hindi

सबसे पहले सभी को नमस्कार !

आदरणीय मुख्य अतिथि और यहां बैठे आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, मेरे छोटे और बड़े भाइयों और बहनों और मेरे प्यारे दोस्तों, मुझे बहुत खुशी है कि आज इस अवसर पर मेरे पास है। छात्रों में प्रगति की भावना भरने के लिए प्रेरक भाषण देने का सुनहरा अवसर।

इस अवसर पर मैं अपने भाषण की शुरुआत एक महान व्यक्ति के प्रेरक वाक्य के माध्यम से करना चाहता हूं।

जिंदगी मे अगर आगे बढ़ना है तो कभी निर्भर मत रहना गैरों पर
क्योंकि मंजिल उन्हीं को मिलती है जो खड़े होते हैं अपने पैरों पर

आज के इस व्यस्त एवं प्रतियोगिता से पूर्ण जीवन में यह एक बहुत बड़ा सवाल है कि सफल कैसे बने या फिर लोगों के दिलों पर राज कैसे करें। बहुत से लोगों को तो यह सवाल घोर निराशा , हताशा एवं मानसिक तनाव में जीवन व्यतीत करने के लिए विवश कर देता है।

लेकिन यह बात हम सब को समझने की जरुरत है कि किसी को भी सफलता अनायास ही नहीं मिलती बल्कि सफल व्यक्ति बनने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विशेष प्रयत्न करने होते है।

मान लीजिए यदि भाग्यवश सफलता आपके हाथ लग भी जाये तो भी उसे बनाये रखने के लिए आपको निरंतर प्रयास करना आवश्यक होता है। अगर आप बिना रुके लगातार आगे बढ़ते रहेंगे तो आपको सफलता मिलनी ही है।

“वक़्त आपका है चाहो तो सोना बना लो ,चाहे सोने में गुजार दो “

शिखर तक पहुंचने का कोई शॉर्टकट नहीं होता शिखर तक पहुंचने का रास्ता तेज या आसान नहीं होता और अच्छी चीजें जल्दी सीखी नहीं जाती हैं । यानी कोई भी काम तेज गति से नहीं होता है। क्योंकि सफलता सही समय पर मिलती है और सही स्थिति में हर चीज के लिए समय निश्चित होता है।

आइए इसके लिए समय के साथ चलें। यदि आप गति से आगे बढ़ते हैं तो आप समय से आगे निकल जाएंगे। काबिल बनो सफलता पलक झपकते ही आपके पास आएगी।

लेकिन बड़ी सफलता हासिल करने के लिए 3 इडियट्स के चतुर राम लिंगम की तरह नहीं आपको रैंचो की तरह काम करना होगा क्योंकि कड़ी मेहनत का कोई शॉर्टकट नहीं होता बल्कि जीवन में खुद को साबित करने के अवसर होते हैं।

उन मौकों को तलाशना होगा जो हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है। अगर एक बार हम पिछड़ गए तो यह न सोचें कि हम जीवन की दौड़ में पीछे रह गए हैं । बल्कि मुश्किलों से लड़ते रहें और आगे बढ़ते रहें क्योंकि जो जीत जाता है वही आगे बढ़ता है।

कठिनाइयों को विजेता कहा जाता है। परीक्षा आपके जीवन का एक हिस्सा है इसे जीवन न बनाएं अगर आप किसी परीक्षा में फेल हो जाते हैं, तो उस समय चिंता का कारण है अपनी गलतियों से सीख लेना और आगे बढ़ना ही वास्तविक सफलता है।

सफलता तब मिलती है जब आप सफल लोगों की तरह काम करते रहते हैं। मेहनत हमेशा रंग लाती है, लेकीन आपको विश्वास होना चाहिए कि मै किसी काम को कर सकता हूं इसलिए उस रहस्य को जानने कि कोशिश कीजिए जों आपको सफलता का रास्ता दिखाएं।

किसी मकसद को हासिल करने के लिए मेहनत करना जितना जरूरी है उससे कहीं ज्यादा जरूरी है कठिन परिस्थितियों में ख़ुद पर नियंत्रण रखना।

“असफलता का ये मतलब बिलकुल नहीं है कि आप असफल हैं बल्कि इसका बस इतना मतलब है कि आप अभी तक सफल नहीं हुए हैं। “- रोबेर्ट एच स्कूलर

दोस्तों इस कथन को एक कहानी के माध्यम से समझाती हूँ, एक मेंढकों की टोली जंगल के रास्ते से जा रही थीअचानक दो मेंढक एक गहरे गड्ढे में गिर गये जब दूसरे मेंढकों ने देखा कि गढ्ढा बहुत गहरा है तो ऊपर खड़े सभी मेढक चिल्लाने लगे तुम दोनों इस गढ्ढे से नहीं निकल सकते गढ्ढा बहुत गहरा है तुम दोनों इसमें से निकलने की उम्मीद छोड़ दो।

उन दोनों मेढकों ने शायद ऊपर खड़े मेंढकों की बात नहीं सुनी और गड्ढे से निकलने की लिए लगातार वो उछलते रहे बाहर खड़े मेंढक लगातार कहते रहे तुम दोनों बेकार में मेहनत कर रहे हो तुम्हें हार मान लेनी चाहियें तुम नहीं निकल सकते।

गड्ढे में गिरे दोनों मेढकों में से एक मेंढक ने ऊपर खड़े मेंढकों की बात सुन ली और उछलना छोड़ कर वो निराश होकर एक कोने में बैठ गया दूसरे मेंढक ने प्रयास जारी रखा वो उछलता रहा जितना वो उछल सकता था।

बहार खड़े सभी मेंढक लगातार कह रहे थे कि तुम्हें हार मान लेनी चाहियें पर वो मेंढक शायद उनकी बात नहीं सुन पा रहा था और उछलता रहा और काफी कोशिशों के बाद वो बाहर आ गया दूसरे मेंढकों ने कहा क्या तुमने हमारी बात नहीं सुनी।

उस मेंढक ने इशारा करके बताया की वो उनकी बात नहीं सुन सकता क्योंकि वो बहरा है सुन नहीं सकता। इसलिए वो किसी की भी बात नहीं सुन पाया वो तो यह सोच रहा था कि सभी उसका उत्साह बढ़ा रहे हैं।

कहानी से सीख –लोग चाहें जो भी कहें आप अपने आप पर पूरा विश्वाश रखें और सकरात्मक सोचें कड़ी मेहनत, अपने ऊपर विश्वाश और सकारात्मक सोच से ही हमें सफलता मिलती ।

आख़िर में अपनी वाणी को विराम इस कथन के साथ देती हूँ कि सफलता कभी अंतिम नहीं होती विफलता कभी घातक नहीं होती। जो मायने रखता है वह है साहस।” – जॉन वुडेन

आपके जीवन में भी कई उतार-चढ़ाव आएंगे लेकिन उनसे घबराने की जरूरत नहीं है। कठिन से कठिन समय में भी अपना साहस और आत्मविश्वास बनाए रखें।

मुश्किलों पर काबू पाने से ही सफलता मिलती है। अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना भी जरूरी है। विद्यार्थी जीवन का आनंद लें ताकि वे अपने उज्ज्वल भविष्य की नींव रख सकें।

अगर आप किसी अन्य समस्या से परेशान हैं तो बेझिझक हमें अपनी बात बता सकते हैं। हम हर संभव तरीके से आपकी समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश करेंगे।

(Source: Motivation A Need)

Conclusion निष्कर्ष –

दोस्तो आपको हमारी ये motivational speech in hindi अच्छी लगी हो तो इसे आगे भी शेयर करना, आज की पोस्ट का हमारा ये मकसद था की जीवन में असफलता से निराश ना हो क्यूकी असफलता एक चुनौती है, जो हमे सिखाती हैं की सफलता इतनी आसान नही हैं, इसके लिए मेहनत लगती है, और जब आप मेहनत करते हो तो सफलता आपके कदमो को छूती हैं।

मेरे कहने का मतलब ये है की सफलता पाने के लिए जितनी मेहनत लगे, मेहनत करनी चाहिए। क्यूकी लहरों से डर के नौका पार नही होती कोशिश ,करने वालों की कभी हार नही होती है” अगर ये पोस्ट पसंद आई हो तो लाइक ज़रूर करें और आगे भी ऐसी जानकारीओं के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए धन्यवाद।

मेंढक चिल्लाने से क्या होता है?

मेंढक की ध्वनि को वर्षासूचक होने से धेनु के रम्भाने के समान मांगलिक माना गया है। इसके अतिरिक्त अतिरात्र नामक सोम यज्ञ में ऋषियों की भांत‍ि सरोवर में मेंढक की मांगलिक ध्वनि स्वीकार की गई है, जो समृद्धि के प्रतीक के रूप में मानी गई है।

घर में मेंढक बोलने से क्या होता है?

दुनियाभर में मेंढक शुभता का प्रतीक माना जाता है। चीन में इसे समृद्धि और धन के प्रतीक चिह्न के रूप में मान्यता प्राप्त है। मेंढक के घर में आने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

मेंढक आवाज क्यों निकालते हैं?

आम तौर पर प्रजनन काल में नर मेंढक टर्राते हैं और ये आवाजें मादा को आकॢषत करने के लिए होती हैं

मेंढक इंसान को काट ले तो क्या होता है?

किसी भी प्रकार के डर की आशंका होते ही ये अपनी त्वचा से जहर निकालने लगते हैं। इस जहर में किसी के भी स्नायु तंत्र को बर्बाद करने की खतरनाक ताकत होती है। जहर का प्रभाव चढ़ते ही, नब्ज सिकुड़ने लगती है और पीड़ित का अपने मसल्स से नियंत्रण खत्म हो जाता है और अंत में दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो जाती है।