Show 'मंज़िल' पर चुनिंदा हिंदी शायरी...हर इंसान को अपनी 'मंजिल' की तलाश है, मंजिल की जूस्तुजू के चलते ही वह अपना जीवन सफर में झोंक देता है। लेकिन कोई मंजिल आखिरी नहीं, मंजिलें जहां ख़त्म होंगी, वहां जीवन थम सा जाता है। और जीवन रुकने का नाम नहीं है, चलने का नाम है। पेश है 'मंजिल' पर शायरों के अल्फ़ाज़- 4 years ago Manzil Shayariके आर्टिकल आप पढ़ सकते है, Manzil Shayari In Hindi, Manzil Status In Hindi, Manzil Status 2 Line, Manzil Shayari 2 Line, के जबरजस्त कलेक्शन. जिस आप पढ़कर इस पोस्ट के लुफ्त उठा पायेंगे. आशा करता हूँ की आपको ये जानकारी अच्छी लगेगी जिसमे हमने Manzil Shayari in Hindi की पोस्ट को साझा किया है और उसके साथ ( Manzil ) पर बने शायरी के इमेजेज को भी साझा किया है. जिसको आप आसानी से डाउनलोड करके अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट या शेयर कर सकते है. तो चलिए शुरू करते है आर्टिकल को पढना. 1. अलग अलग थे रास्ते लेकिन मंज़िल एक है, सुकून है दिल को के हम मिलेंगे ज़रूर. Alag Alag Se Raste Lekin Manzil Ek Hai, 2. मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब, और हम औरो को रास्ता दिखाने में ही रह गये. Manzile Hamare Karib Se Gujarti Nahi Janaab, इन्हें भी पढ़े :- 50+ Mohabbat Status In Hindi Images 3. ये भी क्या मंज़र है बढ़ते हैं न रुकते हैं, क़दम तक रहा हूँ दूर से मंज़िल को मैं मंज़िल मुझे. Ye Bhi kya Manzar Hai Badhate Hai Rukte Hai, Manzil Shayari In Hindi 4. मंज़िल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते. Manzil To Mil Hi Jayegi Bhatak Kar Hi Sahi, 5. रास्तों पर निगाह रखने वाले, भला मंज़िल कहाँ देख पाते हैं. Rasto Par Nigaah Rakhane Vale, Best Manzil Shayari In Hindi 6. सामने मंज़िल थी और पीछे उस की आवाज़, रुकता तो सफर जाता ,चलता तो बिछड़ जाता. Samane Manzil Thi Aur Piche Us Ki Avaaj, 7. बढ़ते चले गए जो वो मंज़िल को पा गए, मैं पत्थरों से पाँव बचाने में रह गया. Badhate Chale Gaye Jo Vo Manzil Ko Pa Gaye, 8. मिलना किस काम का अगर दिल ना मिले, चलना बेकार हे जो चलके मंज़िल ना मिले. Milna Kis Kaam Ka Agar Dil Na Mile, 9. मंजिल तो मिल गई अब सफ़र कैसा, जब ख़ुदा तेरे साथ है फिर डर कैसा. Manzil To Mil Gayi Ab Safar Kaisa, Manzil Shayari 2 Line 10. कब मिल जाए किसी को मंजिल ये मालूम नहीं, इंसान के चेहरे पर उसका नसीब लिखा नहीं होता. Kab Mil Jaye Kisi Ko Manzil Ye Maalum Nahi, 11. ना जाने क्यों इंसान को इंसान होने पर गुमान है, जबकि सफर ताउम्र है और मंजिल दो गज मकान है. Na Jane Kyo Insaan Ko Insaan Hone Par Gumaan Hai, इन्हें भी पढ़े :- 30+ Muqaddar Status ( मुकद्दर शायरी ) 12. मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो, रास्ते हमेशा पैरो के नीचे होते है. Manzil Chahe Ktani Bhi Uchi Kyo Na Ho Dosto, Latest Manzil Shayari 13. चलता रहूँगा मै पथ पर, चलने में माहिर बन जाउंगा, या तो मंज़िल मिल जायेगी, या मुसाफिर बन जाउंगा. Chalta Rahunga Mai Path Par, Chalne Me Maahir Ban Jaunga, 14. जिस दिन से चला हूं मेरी मंज़िल पे नज़र है, आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा. बशीर बद्र Jis Din Se Chala Hu Meri Manzil Pe Najar, 15. मंजिल मेरे कदमों से अभी दूर बहुत है, मगर तसल्ली ये है कि कदम मेरे साथ हैं. Manzil Mere Kadamo Se Abhi Dur Bahut Hai, 16. मंजिल मिले या ना मिले, ये तो मुकद्दर की बात है, हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात हैं. Manzil Mile Ya Na Mile, Ye Muqaddar Ki Baat Hai, Manzil Status In Hindi 17. किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल, कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा-अहमद फ़राज़ Kisi Ko Ghar Se Nikalte Hi Mil Gayi Manzil, 18. मंजिलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग, हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता. Manzil Se Gumrah Bhi Kar Dete Hai Kuch Log, 19. मंज़िल मेरे कदमों से अभी दूर बहुत है, मगर तसल्ली ये है कि कदम मेरे साथ है. Manzil Mere Kadamo Se Abhi Bahut Dur Hai, 20. ना कोई मंज़िल ना कोई ठिकाना, हम तो मुसाफिर है पता नहीं कब कहा हो जाना. Na Koi Manzil Hai Na Koi Thikana, 21. मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए, शौक़ कहता है दो चार क़दम और सही. Manzile
Paav Pakadti Hai Thaharne Ke Liye, 22. कुछ मंजिले है जो दिखती ही नहीं, मगर ये ना समझों की वो मिलती ही नहीं. Kuch Manzil Hai Jo Dikhati Hi Nahi, इन्हें भी पढ़े :- Majhab Status In Hindi Images 23. ना किसी से ईर्ष्या ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी मंजीले मेरी अपनी दौड़. Na Kisi Se Irshya Na Kisi Se Koi Hod, Manzil Status 2 Line 24. एक न एक दिन हासिल कर ही लूँगा, ‘ठोकरें’ जहर तो नहीं जो खाकर मर जाऊँगा. Ek Na Ek Din Haasil Kar Hi Lunga, 25. कितना मुश्किल है बड़े होकर बड़े रहना भी, अपनी मंजिल पर पहुँचना भी खड़े रहना भी. Kitna Mushkil Hai Bade Hokar Bade Rahna Bhi, 26. पहुँचे जिस वक़्त मंज़िल पे तब ये जाना, ज़िन्दगी रास्तों में बसर हो गई. Pahuche Jis Wakt Pe Tab Se Jana, 27. मंज़िल का पता है न किसी राह गुज़र का, बस एक थकन है कि जो हासिल है सफ़र का. ManzilKa Pata Hai Na Kisi Raah Guhjar Ka, Shayari On Raaste Manzil 28. मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती हैं. Manzil Unhi Ko Milti Hai Jinake Sapano Me Jaan Hoti Hai, 29. मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए, शौक़ कहता है दो चार क़दम और सही. Manzile Paav Pahkadti Hai Thaharne Ke Liye, 30. सीढ़ी की आसानी तुम्हे मुबारक हो, मैंने अपनी दम पर मंज़िल पाई है. Seedhi Ki Aasani Tumhe Mubaarak Ho, 31. ज़िन्दगी ठहरती नहीं किसी मुश्किलात से, ज़रा मंज़िल को बताओ आ रहा हूं मैं शान से. Zindagi Thaharti Nahi Kisi Mushkilaal Se, Na Koi Manzil Na Thikana Shayari 32. सोचने से कहाँ मिलते है तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरूरी है मंजिल को पाने के लिए. Sochane Se Kaha Milte Hai Tamannao Ke Shahar, इन्हें भी पढ़े :- 40+ Muskaan Status ( मुस्कान शायरी ) 33. खत्म हो भी तो कैसे, ये मंजिलो की आरजू, ये रास्ते है के रुकते नहीं, और इक हम के झुकते नही. Khatm Ho Bhi To Kaise, Ye Manzilo Ki Aarzoo, 34. दिल बिन बताए मुझे ले चल कही, जहां तू मुस्कुराएं मेरी मंज़िल वही. Dil Bina Bataaye Mujhe Le Chal Kahi, 35. चलो दोस्तों चलकर मंजिले ढूँढ लाए, कुछ सपनें तो अक्सर पुरे नहीं होते. Chalo Dosto Chalkar Manzile Dhundh Laye, 36. गम में डूबी मेरी हर आहें है, मंजिल का पता नहीं और काँटों भरी राहें है. Gam Me Doobi Meri Har Aahe Hai, Manzil Shayari In Hindi 37. मंज़िल पा ली मैंने ठोकरें खा कर, लेकिन मरहम ना पा सका मंजिल पाकर. Manzil Paa L Maine Thokare Khaa Kar, 38. मोहब्बत में सहर ऐ दिल बराए नाम आती है, ये वो मंज़िल है जिस मंज़िल में अक्सर शाम आती है. Mohabbat Se Saha Ae Dil Bataaye Naam Aati Hai, 39. मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया -मजरूह सुल्तानपुरी Mai Akela Hi Chala Tha Jaanib-Ae-Manzil Magar, 40. थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफिर, तुझे मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा. Thak Kar Mat Baith, Ae Manzil Ke Musafir, 41. एक रास्ता यह भी है मंजिलों को पाने का, कि सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का. Ek Rasta Yah Bhi Hai Manzilo Ko Pane Ka, Manzil Shayari In Urdu 42. थका हु फिर भी बढ़ रहा हूँ मंजिल की और यही सोचकर, के जित गया तो हंगामा बहुत बड़ा होगा. Thaka Hu Fir Bhi Badh Raha Hu Manzil Ki Or Yahi
Sochkar, 43. मंज़िल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते. Manzil To Mil Hi Jayegi Bhatak Kar Hi Sahi, इन्हें भी पढ़े :- Kismat Status In Hindi With Images 44. बहुत गुरूर था, छत को छत होने पर, एक मंजिल और बनी और वो छत फर्श हो गई. Bahut Gurur Tha Chat Ko Chat Hone Par, Final Word :- आशा करता हु कि आपको हमारा Manzil Shayari का पोस्ट जरुर पसंद आया होगा, इसी तरह के और शायरियों को पढ़ने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को जरुर पढ़े. |