पूर्णिमा के दिन घर में क्या करना चाहिए? - poornima ke din ghar mein kya karana chaahie?

इस वर्ष श्रावण महीने की पूर्णिमा यानी श्रावण पूर्णिमा 22 अगस्त 2021, दिन रविवार को मनाई जा रही है। इस दिन रक्षाबंधन का पर्व भी मनाया जाएगा। पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपाय आजमा कर जीवन में अपार खुशियां, धन-दौलत, वैभव पाया जा सकता है।


यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं 20 खास उपाय-

1. पूर्णिमा के दिन पानी में गंगाजल मिलाकर कुश हाथ में लेकर स्नान करना चाहिए।

2. श्रावण पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी चंद्रमा को दूध का अर्घ्य अवश्य ही देना चाहिए, इससे दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है।

3. पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर मंत्र- 'ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम:' का जप करना उत्तम रहता है।

4. मंत्र 'ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:' का जप करते हुए चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। इससे आर्थिक समस्या खत्म होती है।

5. पूर्णिमा पर पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है। सुबह उठकर पीपल के पेड़ के सामने कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करें।

6. इस दिन नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं फिर एक मिट्टी का दीपक हनुमान जी के मंदिर में जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करना उचित रहेगा।

7. इस दिन तुलसी के पत्ते या बिल्वपत्र नहीं तोड़ना चाहिए साथ ही तुलसी के साथ भगवान विष्णु की आराधना करना चाहिए। विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र पाठ करना, विष्णु आरती लाभप्रद है।

8. पूर्णिमा की रात में चांद की रोशनी स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। पूर्णिमा की रात में कुछ देर चांदनी में बैठने से मन को शांति मिलती है।

9. कुछ देर चांद को देखने से आंखों को ठंडक मिलती है और साथ ही रोशनी भी बढ़ती है।

10. इस दिन ध्यान करने की मान्यता है, इससे बहुत ही ज्यादा लाभ मिलता है।

11. इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए तथा नशे से भी दूर रहना चाहिए।

12. इस दिन नदी, कुंड या सरोवर में स्नान करने करने से लाभ मिलता है। इस दिन स्नान का कई गुणा फल मिलता है। अगर आप किसी नदी में स्नान करने नहीं जा सकें तो घर में पानी में गंगाजल मिला कर स्नान करें।

13. इस दिन पीतल, चांदी, तांबे या सोने से बनी लक्ष्मी प्रतिमा को कपड़े से ढंक कर विभिन्न विधियों द्वारा देवी पूजा करनी चाहिए।

14. पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी के चित्र पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उन पर हल्दी से तिलक करें। अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें। इस उपाय से घर में धन की कमी नहीं होती है। हर पूर्णिमा के दिन इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी से निकाल कर लक्ष्मी जी के सामने रखकर उन पर हल्दी से तिलक करें फिर अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रखें। लक्ष्मीदेवी की कृपा बनी रहेगी।

15. पूर्णिमा के दिन मंदिर में जाकर लक्ष्मी को इत्र और सुगंधित अगरबत्ती अर्पण करनी चाहिए। धन, सुख समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी से अपने घर में स्थाई रूप से निवास करने की प्रार्थना करें।

16. विष्णु-लक्ष्मी जी के साथ ही शिव का पूजन अवश्य ही करना चाहिए।

17. इस दिन नदियों में स्नान करना, परिवार की खुशी के लिए व्रत रखना चाहिए, दान करना तथा गरीब और ब्राह्मणों को खाना खिलाना चाहिए।

18. पूर्णिमा के दिन पितरों के निमित्त तर्पण करना चाहिए।

19. यह दिन अच्छे कामों को करने के लिए शुभ होता है़ अत: श्रद्धानुसार इस दिन शुभ व मंगल करना चाहिए।

20. पूर्णिमा के दिन सामान्यत: चावल का दान करना शुभ होता है। चावल का संबंध चंद्रमा से होता है और पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से चंद्रमा की स्थिति कुंडली में मजबूत होती है।

- आरके.

पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है. यह दिन माँ लक्ष्मी को भी अत्यंत प्रिय है. पूर्णिमा के दिन ये खास उपाय करने से आपका भाग्य सुंदर बनेगा.

चन्द्रमा मां का सूचक है और मन का कारक है. चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है. स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है. घर में पानी की कमी आ जाती है. मानसिक तनाव, मन में घबराहट, मन में तरह-तरह की शंका और सर्दी बनी रहती है. व्यक्ति के मन में आत्महत्या करने के विचार भी बार-बार आते रहते हैं. चन्द्रमा जैसे-जैसे कृष्ण पक्ष में छोटा व शुक्ल पक्ष में पूर्ण होता है वैसे-वैसे मनुष्य के मन पर भी चन्द्र का प्रभाव पड़ता है.

शास्त्रों में कहा गया है कि हर पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है. आप सुबह उठकर पीपल के पेड़ के सामने कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करें.

सफल दाम्पत्य जीवन के लिए प्रत्येक पूर्णिमा को पति-पत्नी में कोई भी चन्द्रमा को दूध का अर्ध्य अवश्य ही दें. ( दोनों एक साथ भी दे सकते है) , इससे दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है।

चन्द्र से अगर शुभ ग्रह छः, सात और आठ राशि में हो तो यह एक बहुत ही शुभ स्थिति है.  शुभ ग्रह शुक्र, बुध और बृहस्पति माने जाते हैं।  यह योग मनुष्य जीवन सुखी, ऐश्वर्या वस्तुओं से भरपूर, शत्रुओं पर विजयी , स्वास्थ्य, लम्बी आयु कई प्रकार से सुखी बनाता है.

जब चन्द्र से कोई भी शुभ ग्रह जैसे शुक्र, बृहस्पति और बुध दसवें भाव में हो तो व्यक्ति दीर्घायु, धनवान और परिवार सहित हर प्रकार से सुखी होता है. चन्द्र  से कोई भी ग्रह जब दूसरे या बारहवें भाव में न हो तो वह अशुभ होता है.

जिस भी व्यक्ति को जीवन में धन सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ता है उन्हें पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:"

अथवा " ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:. " मन्त्र का जप करते हुए अर्ध्य देना चाहिए. इससे धीरे धीरे उसकी आर्थिक समस्या खत्म होती है.

पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी के चित्र पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उन पर हल्दी से तिलक करें. अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें. इस उपाय से घर में धन की कोई भी कमी नहीं होती है. इसके बाद हर पूर्णिमा के दिन इन कौड़ियों को अपनी तिजोरी से निकाल कर लक्ष्मी जी के सामने रखकर उन पर हल्दी से तिलक करें फिर अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रखें. आप पर माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.

हर पूर्णिमा के दिन मंदिर में जाकर लक्ष्मी को इत्र और सुगन्धित अगरबत्ती अर्पण करनी चाहिए. धन, सुख समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी माँ लक्ष्मी से अपने घर में स्थाई रूप से निवास करने की प्रार्थना करें.

अपने घर के मंदिर में धन लाभ के लिए श्री यंत्र, व्यापार वृद्धि यंत्र, कुबेर यंत्र, एकाक्षी नारियल, दक्षिणवर्ती शंख रखें. इनको साबुत अक्षत के ऊपर स्थापित करना चाहिए.

पूर्णिमा की रात में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा को लगातार देखें इससे नेत्रों की ज्योति तेज होती है. साथ में पूर्णिमा की रात में चन्द्रमा की रौशनी में सुई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से नेत्र ज्योति बढ़ती है.

पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा की चाँदनी हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक है. अगर पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा का प्रकाश गर्भवती महिला की नाभि पर पड़े तो गर्भ स्वस्थ होता है गर्भवती स्त्रियों को तो जरूर कुछ देर चन्द्रमा की चाँदनी में रहना चाहिए.

पूर्णिमा के दिन कौन सा उपाय करना चाहिए?

मान्यता है कि शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए। इन वस्तुओं में मखाना, सिंघाड़ा, कमल का फूल, पान के पत्ते, सुपारी, इलायची और सफेद कौड़ी शामिल करना चाहिए। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात को सफेद कौड़ियों से खेलने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

पूर्णिमा की रात को क्या करना चाहिए?

*इस दिन रात के समय जागरण करते हुए माता लक्ष्मी जी का स्मरण एवं पूजा करना चाहिए। *अगले दिन माता लक्ष्मी की पूजन आदि करके प्रसाद ग्रहण करते हुए व्रत का पारणा करना चाहिए

पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए?

कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन जैसा अंडा, प्याज, लहसुन अंडा आदि नहीं खाना चाहिए। साथ ही किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए नशीले पदार्थ का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इस दिन किसी असहाय , गरीब और घर में किसी व्यक्ति को अपशब्द न बोले और न ही किसी का अपमान करें।

पूर्णिमा करने से क्या फल मिलता है?

पूर्णिमा व्रत के लाभ.
अगर आप मानसिक कष्टों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो पूर्णिमा का व्रत अवश्य करें..
पूर्णिमा व्रत करने से पारिवारिक कलह और अशांति दूर हो जाती है..
जिन व्यक्तियों की कुंडली में चंद्र ग्रह पीड़ित और दूषित है और इस ग्रह की वजह से जीवन में बहुत समस्याएं आ रही हैं उन्हें पूर्णिमा व्रत अवश्य करना चाहिए..