किसी पिंड का वह बिंदु जहां से उस पिंड का संपूर्ण भार केंद्रित होता है वह बिंदु उस पिंड का गुरुत्व केंद्र (centre of gravity in Hindi) कहलाता है। यह बिंदु पिंड के अंदर अथवा बाहर भी हो सकता है। इसे उदाहरण द्वारा अच्छी तरह समझा जा सकता है। ध्यान दें – किसी वस्तु का गुरुत्व केंद्र तथा उसका द्रव्यमान केंद्र कोई जरूरी नहीं कि एक ही स्थान पर हों। यह दोनों पद अलग-अलग हैं इन दोनों का प्रयोग अलग-अलग परिस्थितियों में होता है। पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi कम आकार या छोटी वस्तुओं के द्रव्यमान केंद्र व गुरुत्व केंद्र के लिए हम कह सकते हैं कि यह दोनों एक ही बिंदु होंगे। लेकिन बड़े आकार की वस्तुओं के लिए द्रव्यमान केंद्र व गुरुत्व केंद्र दोनों अलग-अलग होंगे। गुरुत्व केंद्र या Center of Gravity किसे कहते हैं और केन्द्रक या Centroid क्या है यह प्रश्न Applied Mechanics या अनुप्रयुक्त यांत्रिकी का है जो Polytechnic Diploma और Engineering Graduation का Subject है गुरुत्व केंद्र या Center of Gravity की परिभाषाकिसी भी वस्तु या पिंड का गुरुत्व केंद्र वह केंद्र होता है जिस पर उसका पूरा भार केंद्रित होता है जैसे कोई वस्तु है उस पर कोई ऐसा बिंदु जरूर होता है जहां धागा लगाकर उसे उठाया जाए तब पूरी वस्तु संतुलन अवस्था में उठती है जैसे कोई गेंद आपने देखा होगा खिलाड़ी गेंद को अपनी उंगली पर घुमा लेता है किसी बड़ी गेंद को तब वह खिलाड़ी गेंद पर एक ऐसी जगह ढूंढता है जो बीच में हो गुरुत्व केंद्र की से संबंधित है हर एक अलग-अलग आकार और आकृति की वस्तुओं का गुरुत्व केंद्र अलग-अलग जगह होता है जैसे खोखले बेलन का गुरुत्व केंद्र, ठोस शंकु का गुरुत्व केंद्र, अर्ध गोले का गुरुत्व केंद्र, त्रिभुज का गुरुत्व केंद्र इत्यादि बेलन का गुरुत्व केंद्रबेलन कि अक्ष की आधी दूरी या h/2 पर बेलन का गुरुत्व केंद्र होता है गोले का गुरुत्व केंद्रकिसी गोले का गुरुत्व केंद्र गोले के केंद्र पर ही होता है अर्ध गोले का गुरुत्व केंद्रकिसी अर्ध गोले का गुरुत्व केंद्र उसकी ऊर्ध्वाधर अक्ष पर आधार से 3R/8 दूरी पर होता है शंकु का गुरुत्व केंद्रकिसी शंकु का गुरुत्व केंद्र उसकी ऊर्ध्वाधर अक्ष पर आधार से h/4 दूरी पर होता है केन्द्रक या Centroid क्या हैचतुर्भुज का केन्द्रकचतुर्भुज की भुजा 1 और 2 दोनों की मध्य बिंदु निकालकर उन पर परपेंडिकुलर रेखा खींची जाए तब वह दोनों रेखा जिस बिंदु पर एक दूसरे को काटती हैं उसे उस चतुर्भुज का केन्द्रक या सेंटर आफ ग्रेविटी कहते हैं अर्धवृत्त का केन्द्रकअक्ष से 4r/3π दूरी पर अर्धवृत्त का केन्द्रक होता है यानी वृत के केंद्र से इतनी दूरी पर खिसक जाता है त्रिभुज का केन्द्रकत्रिभुज की तीनों मध्यकाओं यानी भुजाओं के मध्य बिंदु को उसके सामने वाले कोने से मिलाने को पर जो रेखा प्राप्त होती है तब तीनो भुजाओं से रेखा प्राप्त करें तब एक कटान बिंदु प्राप्त होगा वही त्रिभुज का केन्द्रक होगा हमे आशा है कि गुरुत्व केंद्र या Center of Gravity किसे कहते हैं और केन्द्रक या Centroid क्या है आपको समझ आ गया होगा Applied Mechanics या अनुप्रयुक्त यांत्रिकी के घर्षण,बलों का संयोजन एवं वियोजन, बलों का संतुलन, गति के नियम, कार्य- शक्ति एवं ऊर्जा, सरल उत्पाथक मशीनें, एक पिंड की गति, आघूर्ण एवं उनके अनुप्रयोग, समांतर बल एवं बल युग्म अदि चैप्टर है आप कमेंट में लिखिए आपको पहले कौन सा चाहिए त्रिभुज का केन्द्रक क्या है?एक त्रिभुज का केन्द्रक वह बिन्दु होता है जहां त्रिभुज की तीन मध्यरेखाएं मिलती हैं। त्रिभुज की मध्यरेखा एक शीर्ष से त्रिकोण की विपरीत भुजा के मध्य-बिन्दु तक रेखा खंड होती है। केन्द्रक को त्रिभुज का गुरुत्व केन्द्र भी कहा जाता है।
त्रिभुज में कितने केंद्र होते हैं?लम्ब केन्द्र: वह बिन्दु जहाँ किसी त्रिभुज के तीनों अभिलम्ब मिलते है। केन्द्रक: त्रिभुज की तीनों मध्यिकायें जिस बिंदु पर मिलती हैं वह बिन्दु केंद्रक (सेन्ट्रॉड) कहलाता है। केंद्रक प्रत्येक मध्यिका को 2:1 में विभाजित करता है। अंतःकेन्द्र: त्रिभुज के कोण समद्विभाजक जिस बिन्दु पर मिलते हैं, वह बिन्दु अंतःकेन्द्र कहलाता है।
गुरुत्व केंद्र से क्या समझते है?भौतिकी में, किसी पिण्ड का गुरुत्व केन्द्र (center of gravity) वह बिन्दु है जिसको उस पिण्ड के गुरुत्वीय अन्तर्क्रियाओं के लिये मोटे तौर पर उपयोग किया जा सकता है। एकसमान गुरुत्वीय क्षेत्र में स्थित किसी पिण्ड का संहति-केन्द्र ही उसका गुरुत्व केन्द्र भी होगा।
शंकु का गुरुत्व केंद्र क्या होता है?1) लम्ब वृत्तीय (ठोस) शंकु का गुरुत्व केंद्र आधार से h/4 की दूरी पर शीर्ष से 3h/4 और आधार से h/4 की दूरी पर स्थित है।
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