Diwali 2022: दिवाली पर जो कोई भी माता लक्ष्मी का पूजन करता है, उसकी प्रार्थना अवश्य स्वीकृत होती है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा से पूरे साल धन और समृद्धि मिलती है. दिवाली पर ज्यादातर लोग घर में माता लक्ष्मी का पूजन सामान्य दिनों की तरह ही करते हैं. जबकि मंदिरों में इनकी पूजा कई विशेष चरणों में होती है. अगर इस दिवाली आप भी लक्ष्मी जी का पूजन पंडितों की तरह करना चाहते हैं तो कुछ खास बातों पर ध्यान दें. इस विशेष पूजन विधि से आपको आर्थिक संपन्नता का वरदान प्राप्त हो सकता है. Show
माता लक्ष्मी का श्रृंगार कैसे करें दीपावली की पूजा? सम्बंधित ख़बरेंघर में दीपक जलाने से पहले थाल में पांच दीपक रखकर उन्हें फूल आदि अर्पित करके पूजा करें. तब जाकर घर के अलग-अलग हिस्सों में दीपक रखना शुरू करें. घर के अलावा, ये दीपक कुएं और मंदिर की चौखट पर भी रखे जा सकते हैं. कैसे करें माता लक्ष्मी की आरती?
Diwali 2022 Puja Vidhi दिवाली पर घर और ऑफिस में इस तरह के करें लक्ष्मी पूजन, सालभर मां लक्ष्मी रहेंगी प्रसन्नAuthored by Ayushi Tyagi| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 22 Oct 2022, 3:03 pm Diwali Puja Mantras : दिवाली 24 अकटूबर यानी सोमवार को है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस दिन पूरे विधि विधान के साथ पूजा करने से सालभर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती हैं। आइए जानते हैंं घर और ऑफिस में कैसे करें दिवाली की पूजा।अपना यह राशिफल हर दिन ईमेल पर पाने के लिए क्लिक करें - सब्सक्राइब करेंक्लिक करे दिवाली पर ऑफिस और दुकान में इस तरह करें पूजा मनुज वाहृा विमान स्थितम्, Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवाददीपावली के 12 दिन पहले किसकी पूजा होती है?दिवाली के पहले 22 अक्टूबर 2022 को धनतेरस है. धनतेरस से दीपोत्सव का आगाज होता है, कुबेर देव और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रोजाना संध्याकाल में घर के अंदर और बाहर दीप जलाएं जाते हैं.
छोटी दिवाली को किसकी पूजा की जाती है?छोटी दिवाली के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है और इसलिए इस दिन को यम के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन घर में हर जगह दीपक जलाएं। इसके बाद दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके खड़े हो जाएं और प्रार्थना करें। ऐसा करने से भय से मुक्ति मिलती है और पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दिवाली के दूसरे दिन कौन सी पूजा होती है?दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और उसके दूसरे दिन भाई दूज मनाया जाता है. लेकिन इस बार दिवाली के ठीक बाद सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, इस कारण गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर की बजाय, 26 अक्टूबर को की जाएगी. वहीं भाई दूज का पर्व भी 27 अक्टूबर को होगा. ग्रहण काल में किसी भी तरह की पूजा पाठ की मनाही होती है.
दिवाली के दूसरे दिन को क्या कहते हैं?दिवाली के दूसरे दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा होती है। इसके अगले दिन यानी द्वितिया को भाई-दूज के त्योहार के साथ ही दीपावली महोत्सव पूरा हो जाता है।
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