आंतों में सूजन आ जाए तो क्या खाना चाहिए? - aanton mein soojan aa jae to kya khaana chaahie?

1.सेब: सेब के रोजाना सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है और ये कई बीमारियों को दूर रखने में भी सहायक होता है। एक सेब का सेवन रोजाना किया जाता है तो ये पाचन से जुड़ी दिक्कतों को दूर कर देता है। इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है साथ ही साथ कैलोरी की मात्रा भी बेहद कम होती है। वेट को नियंत्रण में रखना चाहते हैं तो सेब को रोजाना के डाइट में शामिल कर सकते हैं। सेब के रोजाना सेवन से आंतों से जुड़ी की समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।

2.कीवी: कीवी स्वाद में कम मीठा होता है लेकिन सेहत और पाचन तंत्र को मजबूत रखने में ये बेहद मददगार होता है। कीवी में एक्टिनिडिन नामक तत्व पाया जाता है जो आंतों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता जाता है। यदि आप आंतों को स्वस्थ और बीमारियों से दूर रखना चाहते हैं तो कीवी को डाइट में शामिल कर सकते हैं।

3.केला: केले का सेवन अक्सर स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि इसके रोजाना सेवन से आंतों से जुड़ी कई गंभीर समस्याएं दूर हो जाती हैं। ये पाचन क्रिया को बेहतर बना के रखने में भी मदद करता है। यदि पेट में सूजन की समस्या रहती हो या बार-बार दर्द रहता हो तो केला का सेवन आप कर सकते हैं।

4.खुबानी: खुबानी का सेवन अक्सर आप स्वाद में बदलाव लेकर आने के लिए करते होंगें लेकिन क्या आपको पता है कि इसके रोजाना सेवन से आंतों से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। खुबानी विटामिन ए, विटामिन सी, एंटी ऑक्सीडेंट्स और कई प्रकार से पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यदि आपको पेट से जुड़ी परेशानियां रहती हैं जैसे कि कब्ज, पेट में गैस या सूजन तो इसका सेवन बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है।

5.अमरुद: अमरूद का सेवन सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है। अमरूद कई प्रकार के फाइबर और कई सारे फायदेमंद एंजाइम्स से भरपूर होता है। इसका सेवन आंतों की सेहत को तो स्वस्थ रखता है वहीं पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को भी दूर करता है।

6.पपीता: पपीता का सेवन आंतों की सेहत के लिए अच्छा होता है। इसके सेवन से आंतों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद मिलती है। पपीता खाने से बॉडी लंबे समय तक एनर्जेटिक बनी रहती है। वहीं इसके सेवन से गैस से जुड़ी कई समस्याएं भी दूर होती जाती हैं।

यह भी पढ़ें: गुणों की खान कहा जाने वाला पपीता आपके स्वास्थ्य के लिए कई हितकारी गुणों से निहित है7.पीच: पीच में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है। इसके रोजाना सेवन से आंत की सेहत स्वस्थ बनी रहती है। पीच पाचन क्रिया को सुधारने में भी तेजी से मदद करता है। पीच के सेवन से कब्ज की जैसी अन्य समस्याएं भी दूर हो जाती हैं और फायदों कि बात करें तो ये एसिडिटी की समस्या से भी निजात दिलाता है।

आंत में सूजन की समस्या बड़ी ही पीड़ादायक होती है। इसके लक्षण शरीर में बड़ी ही धीरे-धीरे विकसित होते हैं। इस बीमारी को अल्सर कोलाइटिस भी कहा जाता है। इस बीमारी में बड़ी आंत व मलाशक के अंदरुनी परत प्रभावित होती है। इस बीमारी के अभी तक कोई निश्चित इलाज नहीं है लेकिन घरेलू नुस्खों के द्वारा व घरेलू इलाज के द्वारा इसे कंट्रोल में किया जा सकता है तथा इसके खतरे को कम किया जा सकता है।

इसके क्या है लक्षण
इस बीमारी के लक्षण सामान्य पेट दर्द के होते हैं लेकिन यदि इसकी पहचान सही पर कर ली जाए तो इसका इलाज संभव है, लेकिन यदि समय पर इसका इलाज ना हो तो ये आपकी आंतों के लिए साथ ही आपके पेट के लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकते हैं। इसके सबसे खतरनाक लक्षण ये होते हैं जो इस बीमारी से ग्रसित रहता है उसे इसका पता नहीं चलता है, इसका पता तब चलता है जब ये अपने सबसे खराब स्टेज में पहुंच जाता है और तब तक ये खतरनाक रुप धारण कर लेता है।

इसमें मुख्य रुप से बड़ी आंत के उपरी सतह पर घाव हो जाता है जिससे उसमें सूजन आ जाता है। यह हर व्यक्ति में अलग-अलग प्रकार से होता है। इस बीमारी से आंतों कमजोर हो जाती है जिससे उसका खाना सही से पच नहीं पाता है पोषक तत्वों का सही से अवशोषण नहीं हो पाता है जिससे शरीर का वजन घटने लगता है और वह कमजोर होने लगता है।

इसमें बार-बार शौच का भी अनुभव होता है और पेट में मरोड़ जैसा अनुभव होता है। पेट के निचले हिस्से में हमेशा दर्द बना रहता है। एक स्टेज ऐसा आता है जब मरीज को दिन में 10 से ज्यादा बार शौच आता है और यह सबसे पीड़ा दायक अनुभव होता है। इससे शरीर में खून की कमी होने लगती है और मरीज बुखार से पीड़ित हो जाता है।

क्या है इसके कारण
इस खतरनाक बीमारी के कई कारण हैं। खराब खान-पान, शरीरिक व्यायाम में कमी, धूम्रपान, वायु प्रदूषण का प्रभाव, स्ट्रेस, गरिष्ठ भोजन,, विटामिन डी की कमी, हानिकारक बैक्टीरिया। अगर इसका सही से इलाज ना किया जाए तो ये कैंसर का रुप भी धारण कर सकता है। यदि यह 10 या फिर 10 से ज्यादा साल पुरानी बीमारी बन जाए तो यह कैंसर का रुप लेने की संभावना बढ़ सकती है। 

घरेलू नुस्खे
पूरे दिन में पानी की थोड़ी- थोड़ी मात्रा पीते रहें
फैट युक्त खाद्य पदार्थ साथ ही जंक फूड खाने से परहेज करें
लैक्टोज से समस्या होती है तो दूध पूना कम कर दें
दिन भर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार भोजन करते रहना

प्रोटीन
आंत में सूजन का घरेलू उपाय है प्रोटीन। यह आंतों के खराब हो चुके ऊत्तकों को ठीक करने में मदद करता है। ऐसे में मरीज को कम फैट के दूध से बनाए गए प्रोटीन से भरपूर भोजन का सेवन करना चाहिए जैसे, अंडे, मछली, मूंगफली या अखरोट आदि। इसके अलावा सब्जियों में पनीर, सलाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैल्शियम
ऐलोवेरा का सेवन किसी भी प्रकार के सूजन को कम करने के लिए फायदेमंद होता है। हरी पत्तियों वाला साग, ब्रॉकली इत्यादि का सेवन किया जा सकता है। कैल्शियम का सेवन विटामिन डी के साथ करने से ज्याजा लाभ मिलता है।

ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर पाया जाता है इसके सेवन से कई प्रकार के देसी इलाज में फायदा होता है। ग्रीन टी को किसी गिलास में पानी लेकर तैयार करें और इसे पी जाएं, इससे कई तरह की बीमारियां दूर होती है। 

पर्याप्त मात्रा में पानी पीना
इस बीमारी में सबसे ज्यादा खतरा डिहाइड्रेशन होने का रहता है। ऐसे में मरीज को दिन भर में प्रचुर मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। इससे हमारी आंत और किडनी साफ रहती है। इसलिए आंत की समस्याओॆ में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)

आंतों की सूजन को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए?

इसके लिए आपको खाने में कच्ची, उबली और पकी सब्जियों को शामिल करना जरूरी है. आप खाने में कुछ फलों, नट्स, स्प्राउट्स और प्रीबायोटिक्स से भरपूर खाना खाएं. प्रीबायोटिक्स से भरपूर खाना आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं. साथ ही आपको खाने में रंग-बिरंगे फल-सब्जियों को शामिल करनी चाहिए.

पेट की आंतों में सूजन आ जाए तो क्या करना चाहिए?

आंत के सूजन को कम करने के लिए सबसे जरूरी है पानी आंत के सूजन को कम करने या कंट्रोल करने के घरेलू उपायों में सबसे जरूरी है पर्याप्त मात्रा में पानी पीना। यह डिहाई़ड्रेशन से बचाता है। आंत के सूजन के मरीजों की सबसे बड़ी समस्या डिहाई़ड्रेशन की ही होती है। दरअसल, दस्त की वजह से उनके शरीर में जल्दी ही पानी की कमी हो जाती है।

आंतों के इन्फेक्शन में क्या खाएं क्या ना खाएं?

दही और छाछ का सेवन पेट में इन्फेक्शन होने पर बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसमें मौजूह प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं. ... .
नारियल पानी का सेवन पेट में इन्फेक्शन पर बहुत उपयोगी होता है. इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स आपको दस्त और उल्टी की समस्या से बचाते हैं..

बड़ी आंत में सूजन के क्या लक्षण है?

दिखते हैं ये ​लक्षण.
दस्त, अक्सर खून या मवाद के साथ.
पेट में दर्द और ऐंठन.
मलाशय (रेक्टल) का दर्द.
मलाशय से ब्लीडिंग- मल के साथ छोटी मात्रा में खून का निकलना.
शौच की तीव्र इच्छा.
इच्छा के बावजूद शौच करने में असमर्थता.
वजन कम होना.