लता मंगेशकर जीवन परिचय, भजन, पति का नाम, बच्चे, मृत्यु, गाने, उम्र, गीत, परिवार, जन्म, पहली फिल्म, कमाई, पहला गाना, अंतिम गाना (Lata Mangeshkar Biography in Hindi, Date of डेथ, News, Age, Husband, Family, Child, Songs, Award) Show
Lata Mangeshkar News – लता मंगेशकर की कुछ दिनों पहले 8 जनवरी को तबियत ख़राब हो गई थी, जब ब्रिज कैंडी अस्पताल में भर्ती किया तो जाँच में पता चला की वो कोरोना पॉजिटिव है. कोरोना के साथ साथ उनकी निमोनिया भी हो गया था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इस जंग से लड़ती रही। और ICU में डॉक्टर की निगरानी में रही उनकी सेहत में दिन प्रतिदिन सुधार भी हो रहा था ऑक्सीजन भी बता दिया गया था लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंज़ूर था आज यानि दिनांक 06 फरवरी 2022 को मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में आखिरी साँस ली और भारत रत्न से सम्मानित सुरो की सरताज लता मंगेशकर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। संगीत की दुनिया में बहुत कम ही संगीतकार हुए हैं जिन्होंने अपनी कला से इतना गहरा छाप छोड़ा है जिसे सदियों गुजर जाने के बाद भी याद किया जाएगा। ऐसी ही एक कलाकार है भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर जी। करीब 70 दशकों तक अपनी शक्कर सी मीठी आवाज से न सिर्फ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को संगीत के उस मधुर अनुभव का एहसास कराया जो आज बहुत कम मिलता है। इनकी इसी खूबी के चलते स्वर कोकिला का उपनाम भी दिया गया, हालांकि इनकी कला के सामने कोई भी उपाधि छोटी ही प्रतीत होगी। तो आज हम स्वर कोकिला लता मंगेशकर जीवन परिचय (Lata Mangeshkar Biography in Hindi) लेकर आए हैं जिसमें इनके जीवन से जुड़े कई पहलुओं के बारे में जानेंगे।
लता मंगेशकर का जन्म और परिवार (Lata Mangeshkar Birth and Family)लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था। इनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर और माता का नाम शेवंती मंगेशकर था। लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ भी कला के क्षेत्र से ही जुड़े हुए थे। वह मराठी संगीत, शास्त्रीय संगीत और एक थिएटर एक्टर भी थे. लता मंगेशकर कुल चार बहनें और एक भाई थे। इन सभी में लता मंगेशकर सबसे बड़ी थी। इनकी तीन बहने मीना, आशा और उषा थी। इनके भाई का नाम हृदयनाथ था.
लता मंगेशकर शिक्षा ( Lata Mangeshkar Education)वैसे तो लता मंगेशकर के कंठ में खुद सरस्वती का निवास है लेकिन उन्हें यह सरस्वती विद्यालय में नहीं बल्कि अपनी कला के माध्यम से प्राप्त हुई है क्योंकि लता मंगेशकर ने पढ़ाई की ही नहीं है। असल में जब उन्हें पहले दिन विद्यालय भेजा गया तो वहां पर एक शिक्षक के साथ मामूली विवाद हो गया। विवाद का विषय कुछ ऐसा था कि आशा को शिक्षक कक्षा में नहीं बैठा रहे थे, जिसके बाद लता मंगेशकर को बीच में बोलना पड़ा। इस घटना का असर लता मंगेशकर के ह्रदय में हुआ और फिर कभी दोबारा विद्यालय जाने की उन्होंने इच्छा भी नहीं जाहिर की। लता मंगेशकर का करियर ( Lata Mangeshkar Career)लता मंगेशकर का नाम जब भी हम सुनते हैं तो सबसे पहला एहसास जो हमारे दिमाग में आता है वह संगीत है। हम किसी और रूप में लता मंगेशकर को देख ही नहीं सकते क्योंकि लता मंगेशकर और संगीत का नाता कुछ ऐसा है जैसे एक मां और बच्चे का कि इन दोनों को एक दूसरे के बिना कोई वजूद ही नहीं है. लेकिन आपको यह जानकर थोड़ा आश्चर्य होगा कि शुरुआत में लता मंगेशकर अभिनय क्षेत्र में ज्यादा एक्टिव थी। 5 वर्ष की उम्र में ही अपने पिताजी के थिएटर में काम करना शुरू कर दिया था। लता मंगेशकर के पिता संगीत में भी काफी अच्छे थे इसलिए खुद वह लता मंगेशकर को संगीत की भी शिक्षा दिया करते थे। लता जी जब 13 वर्ष की थी तभी उनके सर से पिता का हाथ उठ गया। पिता का देहांत होने के बाद लता मंगेशकर के ऊपर अपने परिवार की जिम्मेदारी आ गई क्योंकि वह घर की सबसे बड़ी बेटी थी इसलिए उन्हें ज्यादा जिम्मेदार बनना पड़ा। मास्टर विनायक जोकि चित्रपट मूवी कंपनी के मालिक थे उन्होंने लता मंगेशकर की काफी मदद की। परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, जिस से बाहर निकालने के लिए लता जी ने मंगलागौर, माझे बाल, जीवनयात्रा, गजभाऊ, बड़ी मां जैसे कुछ मराठी फिल्मों में अभिनय किया। इसे लता जी की आर्थिक स्थिति तो थोड़ी बेहतर हुई पर उनकी प्राथमिकता अभिनय नहीं थी। संगीत उनकी हृदय के ज्यादा करीब था और वो एक संगीतकार बनना चाहती थी। हालांकि यहीं से लता मंगेशकर ने अपना करियर एक संगीतकार के रूप में शुरू कर दिया। 1942 में आई फिल्म मंगला गौर में लता मंगेशकर ने पहली बार अपनी आवाज दी। लता मंगेशकर का फ़िल्मी करियर (Lata Mangeshkar Film Career)लता मंगेशकर ने वैसे तो 36 भाषाओं में गाने गाए है लेकिन हिंदी और मराठी उनके दिल के सबसे करीब थी। इसीलिए काम पाने के लिए वह मुंबई चली गई। यहां पर उन्होंने अमर अली खान को अपना गुरु बनाया। यह भिंडीबाजार घराना के उस्ताद थे, यहीं पर लता जी ने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा हासिल की। लता जी के करियर में एक और उपलब्धि तब जुड़ गई जब ‘बड़ी मां’ फिल्म में उनका गाना ‘माता तेरे चरणों’ में आया. 1946 में एक और फिल्म है जिसका नाम था ‘आपकी सेवा में’ में लता जी के द्वारा गाया गाना ‘पा लागूं कर जोरी’ काफी हिट हुआ और यहीं से अन्य संगीत निर्देशकों की नजर में लता जी की कला पहली बार सामने आएगी। 1949 लता मंगेशकर के कैरियर में एक बड़ा माइलस्टोन था। इसी वर्ष फिल्म ‘महल’ रिलीज हुई थी जिसमें मधुबाला अभिनय कर रही थी। खेम चंद्र प्रकाश जो कि एक संगीत निर्देशक थे, उन्होंने लता मंगेशकर जी से इस फिल्म का एक गाना गवाया था, जिसका नाम था ‘आएगा आने वाला’. आप भी एक बार इस गाने को जरुर सुनिएगा। यह गाना इतना बेहतर तरीके से गाया गया था कि आज भी यदि इसे सुना जाए तो बिल्कुल सजीव लगता है। यहीं से लता मंगेशकर ने भारतीय फिल्म संगीत जगत में अपनी मजबूत पहचान बना ली थी। लता मंगेशकर के 1950 – 1970 की फेमस गाने (Lata Mangeshkar 1950 – 1970 hit Songs)लता जी की प्रतिस्पर्धा नूरजहां और शमशाद बेगम जैसी गायिका से थी जो लता मंगेशकर के पहले से बॉलीवुड में गा रही थी, लेकिन लता जी ने अपनी गायकी की एक अलग पहचान बनाई, जिसका नतीजा यह हुआ कि 1950 के बाद बहुत कम ही ऐसी फिल्में आई हैं, जिसमें लता जी का कोई गाना नहीं था। इनका एकछत्र राज म्यूजिक इंडस्ट्री में था। बड़े से बड़े फिल्म कलाकार यह चाहते थे कि लता जी उनके फिल्म में गाना गाए, क्योंकि लता जी के गाने का मतलब है कि फिल्म हिट होने की संभावना बढ़ जाएगी। लता मंगेशकर जी के द्वारा गाया हुआ गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों‘ सीधे हमारी रूह को छूता है. इस गाने को सुनते ही हम देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो जाते हैं। ऐसा ही पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ हुआ जब उन्होंने लता मंगेशकर को लाइव यह गाना गाते हुए सुना। इसे सुनते ही वो इतने भावुक हो गए कि अपने आंसुओं को भी नहीं रोक सके। यह उदाहरण है लता मंगेशकर की गायकी और स्वर का जो सीधे हमारी भावनाओं को छूती है।
लता मंगेशकर के 10 की फेमस गाने (Lata Mangeshkar hit Songs)
लता मंगेशकर के 1990 की फेमस गाने (Lata Mangeshkar 1990 hit Songs)जो कारवाँ 1940 से शुरू हुआ था वह लगातार 1990 तक चलता रहा। लता जी इस समय अवधि में पूरी क्षमता के साथ संगीत की सेवा करती रही, लेकिन 90 के दशक के बाद संगीत में भी बहुत बदलाव आया, जो लता जी के स्तर से काफी नीचे था। लता जी एक विशुद्ध गायिका है और इस दशक के गानों में गायकी, राग, स्वर आदि पर इतना जोर नही रहता था, गीत की धुन और लिरिक्स भी पहले के जैसे नही लिखी जाती थी। लता जी हालांकि कहती थी कि यदि किसी अच्छे गाने के लिए किसी ने मुझे पेशकश की तो वो जरूर गायेगी।
लता मंगेशकर को मिले अवार्ड (Lata Mangeshkar Singing Awards)लता जी को इतने सम्मान पुरुस्कार मिले है कि उन्हें कई बार तो खुद मना करना पड़ा कि उनकी जगह किसी नए कलाकार को वह देना चाहिए। 1970 में ऐसा ही कुछ फिल्मफेयर के दौरान घटा था। मुख्य पुरुस्कार
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरुस्कार
फिल्मफेयर पुरुस्कार
इनके अलावा महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार, बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन अवार्ड्स भी लगातार कई वर्षों तक मिले है। लता मंगेशकर का वैवाहिक जीवन (Lata Mangeshkar married life)बचपन से ही पारिवारिक जिम्मेदारियों को उठाना कही न कही एक बड़ी वजह थी। लता जी को संगीत से भी काफी प्रेम है, यह भी वजह कही जा सकती है। हालांकि ऐसा कहा जाता है कि संगीतकार सी. रामचंद्र ने लता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था पर उन्होंने मना कर दिया। दूसरी तरफ यह भी कहा जाता है कि लता जी इन्हें पसंद भी करती थी लेकिन संगीतकार सी. रामचंद्र पहले से शादीशुदा थे इसलिए लता जी ने मना किया था। निष्कर्ष – लता मंगेशकर का जीवन हम सबके लिए एक प्रेरणा है की कैसे मुश्किल परिस्थितियों के बाद भी अपने लक्ष्य को पाया जा सकता है। लता जी गीत इस दुनियां में सदियो तक गूंजते रहेंगे। FAQQ : लता मंगेशकर का असली नाम क्या है? Q : लता मंगेशकर की उम्र क्या है? Q : लता मंगेशकर का
जन्मदिन कब है? Q : लता मंगेशकर का जन्म कब हुआ था? Q : लता मंगेशकर ने कितने गाने गाए? Q :लता मंगेशकर की बहन का क्या नाम है? Q
: क्या लता मंगेशकर जिंदा है? Q : लता मंगेशकर का पहला गाना Q : लता मंगेशकर का सबसे आखिरी गाना कौन सा है? Q : लता मंगेशकर की मौत कब हुई? Q : लता मंगेशकर की मौत कैसे हुई? Q : लता मंगेशकर का निधन कब हुआ ? यह भी पढ़े
लता मंगेशकर को क्या कहा जाता है?लता मंगेशकर (28 सितंबर 1929 – 6 फ़रवरी 2022) भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं, जिनका छः दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। हालाँकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायिका के रूप में रही है।
लता का असली नाम क्या था?लता का असली नाम कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर था. लता मंगेशकर के पिता का नाम पंडित दीनानाथ मंगेशकर था. उनके पिता मराठी थियेटर के मशहूर एक्टर और नाट्य संगीत म्युजिशियन थे.
लता मंगेशकर के कितने बच्चे हैं?लता मंगेशकर जी ने शादी नहीं की थी इसलिए उनकी कोई संतान नहीं है। लता जी के जीवन में उनके भाई बहन के अलावा कोई नहीं था, ये कुल 5 भाई बहन थे जिसमे लता जी सबसे बड़ी थी।
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