नींद सभी जीवों के लिए जरूरी होती है और इन जीवों में आप भी आते हैं. सोने कि वजह से ही हम जीवित रहते हैं. हमको लगता है कि जब हम सोते हैं तो हम कुछ नहीं कर रहे होते. असल में सोते समय हमारा शरीर बढ़ने में, अपने आप को स्वस्थ करने में और सीखने में
व्यस्त रहता है. हमारे शरीर में एक घड़ी होती है जिसको “सिरकादियन” कहते हैं. इसी घड़ी से हमें पता चलता है कि कब सोने का समय है और कब जागने का ?. यह घड़ी असली घड़ी जैसी नहीं होती जो हम अपनी आम जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं. इस घड़ी को नयूरोंस या दिमाग की कोशिकाओं द्वारा नियंत्रण किया जाता है. यह घड़ी हमें बताती है कि हमें दिन के समय जागते रहना है और रात के समय सोना है. मानव का मस्तिष्क बहुत समय पहले विकसित हो चुका था जब रौशनी के बल्ब भी इजाद नहीं हुए थे. हमने देखा होगा कि जब हम रात को कंप्यूटर पर काम कर रहे होते हैं. तो हमें जल्दी नींद नहीं आती क्योंकि कंप्यूटर से निकलने वाली रौशनी हमारी शरीर में मौजूद इस घड़ी को चकमा दे देती है जिसकी वजह से हमें रात भी दिन जैसे लगती है. जब आप देर रात तक कंप्यूटर पर काम करते रहते हो और नींद नहीं लेते तो आप अगले दिन थकावट महसूस
करते हैं. जिससे आपको नई-नई चीजों को सीखने में मुश्किलें आती है और नींद पूरी ना लेने की वजह से पुरानी चीजों को भी भूलने लगते हैं. आगे पढ़ें : अच्छी नींद के कारण इम्यूनिटी बूस्ट होती है. (Image: Shutterstock)sleep is essential for optimal health: अच्छी नींद के कारण इम्यूनिटी बूस्ट होती है जिससे हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो पाता है. अगर हमें अच्छी नींद नहीं मिलेगी तो हमारा दिमाग तरोताजा नहीं रहेगा जिससे हम कामों को सही से नहीं कर पाएंगे. अगर रात में अच्छी नींद आए तो मोटापा, हार्ट डिजीज, डिप्रेशन आदि का जोखिम भी कम हो जाता है. एक अध्ययन के मुताबिक लाइफस्टाइल और तनाव के कारण आज अधिकांश लोगों की नींद प्रभावित होने लगी है जिसका बुरा परिणाम हमारे शरीर पर पड़ता है.अधिक पढ़ें ...
sleep is essential for optimal health: हेल्दी लाइफ के लिए अच्छी नींद (Better sleep) बहुत जरूरी है. जिस तरह भोजन और फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) हमारे लिए जरूरी है, उसी तरह नींद भी हमारी जरूरत है. यह ऑवरऑल हेल्थ (overall health) के लिए नितांत आवश्यक है. नींद के लिए मेलाटोनिन (melatonin) हार्मोन जिम्मेदार होता है. जब भोजन से प्राप्त एमिनो एसिड ट्रिप्टोफेन (amino acid tryptophan) रसायन की मात्रा ज्यादा होने लगती है तो अच्छी नींद आती है. ट्रिप्टोफेन नींद वाले हार्मोन मेलाटोनिन के उत्पादन में मदद करता है. हालांकि कुछ विटामिन (Vitamins) और मिनिरल्स (Minerals) की भी नींद लाने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है. जिंक, मैग्नीज, विटामिन डी जैसे तत्व अच्छी नींद के लिए जरूरी है. मुश्किल यह है कि बदलते लाइफस्टाइल (Lifestyle) और तनाव (Stress) के कारण आज अधिकांश लोगों की नींद प्रभावित होने लगी है जिसका बुरा परिणाम हमारे शरीर पर पड़ता
है. नींद के फायदे ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है इसे भी पढ़ेंः Drumstick Flowers Benefits: सहजन की फली ही नहीं फूल भी सेहत के लिए हैं बेहद फायदेमंद हार्ट डिजीज का खतरा कम वजन बढ़ने का जोखिम कम इसे भी पढ़ेंः व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल करते हैं तो जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार सूजन कम करती है एथलीट का प्रदर्शन बेहतर होता है ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी | Tags: Health, Lifestyle FIRST PUBLISHED : December 21, 2021, 14:44 IST नींद क्यों आवश्यक है?ये आवश्यक और महत्वपूर्ण है क्योंकि आपका शरीर सोते हुए दिमागी, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए काम करता है. नींद का संबंध बेहतर एकाग्रता और प्रोडक्टिविटी से जुड़ा हुआ है. ठीक आपके इम्यून सिस्टम की तरह, आपके दिल को ठीक से काम करने के लिए आराम की जरूरत होती है.
नींद कितनी जरूरी है?18 साल से अधिक उम्र के व्यस्कों के लिए औसतन 8 घंटे की नींद जरूरी है. वहीं, बुजुर्गों के लिए भी 8 घंटे की नींद जरूरी बताई जाती है. 18-25 साल यानि नौजवान वयस्कों के लिए 7-9 घंटों की सलाह दी गई है, लेकिन ये 6 घंटे से कम और 11 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए. 26 से 64 आयु वर्ग के लोगों के लिए भी यही मानक रखा गया है.
1 दिन में कितना सोना चाहिए?वयस्क (18-25 साल)- नौजवान वयस्कों के लिए 7-9 घंटों की सलाह दी गई है लेकिन ये 6 घंटे से कम और 11 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एक स्वस्थ मनुष्य को कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए?नेशनल स्लीप फाउंडेशन की गाइडलाइन्स बताती है कि स्वस्थ व्यस्कों को हर रात को 7 और 9 घंटे के बीच नींद की जरूरत है.
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